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01 फ़रवरी 2014

दोस्तों देश के तथाकथित सच्चे ,,ईमानदार और चरित्रवान नरेंदर भाई मोदी जी की पत्नी श्रीमती यशोदा बेन ने खुलेआम इस सच को स्वीकार क्या है के वोह नरेंदर मोदी की ब्याहता पत्नी है


 दोस्तों देश  के तथाकथित सच्चे ,,ईमानदार और चरित्रवान नरेंदर भाई मोदी जी की पत्नी श्रीमती यशोदा बेन ने खुलेआम इस सच को स्वीकार क्या है के वोह नरेंदर मोदी की  ब्याहता  पत्नी है और अभी उनका तलाक़ नहीं हुआ है ,,,,,,,,एक पत्नी को बिना किसी युक्तियुक्त कारण के छोड़ देना हिन्दू धर्म में तो अपराध है ही साथ ही भारतीय संस्कृती और संस्कार के भी खिलाफ है ,,उससे भी बुरा अपराध यह है के खुद को विवाहित होने के तथ्य को छुपा कर रखते हुए लोगों को भ्रमित करना ,,,, झूंठ बोलना क़ानून और समाज के साथ फरेब करना ,,,,,,,,जी हाँ दोस्तों नरेंदर भाई मोदी एक तो  उनकी पत्नी के गुनाहगार है ,,देश की संस्कृति ,,हिन्दू धर्म ,,सनातन धर्म के निति नियमों के अपराधी है और इससे भी बढ़कर  क़ानून के अपराधी है ,,उन्होंने हमेशा अपने चुनाव के शपथपत्र में चुनाव आयोग को गुमराह क्या है ,,ईश्वर को साक्षी मानकर शपथ पत्र में खुद को अविवाहित लिखा है गोलमोल तथ्य लिखे है ,,, चुनाव आयोग और क्षेत्र के मतदाताओं को गुमराह क्या है ,,दोस्तों अब बताइये देश की संस्कृति ,,देश की महिलाओं के सम्मान ,,देश की पति वृतता पत्नियों का अपमान और देश के लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम सहित भारतीय दंड संहिता में झूंठा शपथ पत्र पेश करने सहित शपथ अधिनियम के अपराधी इन जनाब नरेंद्र मोदी के लिए आपका क्या ख्याल है ,,देश के देशभक्त ,,क़ानून का राज स्थापित करने का सपना देखने वाले ,,महिलाओं के संरक्षण की बात करने वाले महिला संगठनों का इस मामले में क्या कहना है ,,,,,,,,,,,,,क्या उनका सच जागेगा या फिर वही पक्षपात ,,वही विश्वासघात चलता रहेगा ,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान


नरेंद्र मोदी की 'पत्नी' बोलीं- खूब बात करते थे और रसोई में भी लेते थे रुचि



अहमदाबाद। नरेंद्र मोदी की ‘पत्नी’ यशोदाबेन ने एक इंटरव्यू में कहा है कि उन्हें उन्हें जिंदगी से कोई शिकवा नहीं है। 62 वर्षीय रिटायर टीचर यशोदाबेन ने कहा, ‘उन्होंने (मोदी ने) मुझे अपनी जिंदगी से अलग कर दिया। इस बात का अब बुरा नहीं लगता। मैं जानती हूं कि वे भाग्यवश और मेरे बुरे समय की वजह से ऐसा कर रहे हैं।’ गौरतलब है कि यशोदाबेन यह दावा करती हैं कि 17 वर्ष की उम्र में उनकी शादी मोदी के साथ हुई थी। हालांकि, मोदी ने इस बारे में कभी कोई बात नहीं कही।

बहरहाल, यशोदाबेन को 14 हजार रुपए की मासिक पेंशन मिलती है। वे अपने भाई के साथ रहती हैं। ज्यादातर वक्त भगवान की प्रार्थना में ही जाता है। यशोदाबेन अहमदाबाद आई थी, जहां उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू दिया। यह मोदी के प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनने के बाद यशोदाबेन का पहला इंटरव्यू है। इसमें यशोदाबेन ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने की भी कामना की है।
शुरू-शुरू में रसोई में भी लेते थे रुचि:

यशोदाबेन ने कहा, ‘मैं 17 वर्ष की थी, तब शादी हुई थी.. मैं पढ़ाई छोड़कर उनके घर गई थी। शुरू-शुरू में मुझसे खूब बात करते थे। रसोई के कामों तक में भी रुचि लेते थे।’ हमेशा मुझसे कहते कि ‘तुम्हारी उम्र कम है। तुम्हें पढ़ाई पूरी करनी चाहिए।’ तीन साल में करीब तीन महीने हम साथ रहे। उसके बाद से आज तक हमारी कोई बातचीत नहीं हुई है। लेकिन मैं आज भी उनसे (मोदी से) जुड़ी खबरें और लेख पढ़ती हूं। टीवी कार्यक्रम भी देखती हूं।’
मुझे पता है वे कभी नहीं बुलाएंगे :

यदि मोदी प्रधानमंत्री बनकर दिल्ली चले गए और वहां से आपको बुलाया तो क्या करेंगी? इस पर यशोदाबेन कहती हैं, ‘पिछले 42 साल से हमारा कोई संपर्क नहीं है। मैं कभी भी उनसे मिलने नहीं गई हूं। मैं उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहती। मैं चाहती हूं कि वह जो भी करें, उसमें तरक्की करें। मैं जानती हूं कि वे एक दिन प्रधानमंत्री बनेंगे। मुझे नहीं लगता कि वे मुझे कभी बुलाएंगे। कभी लगा ही नहीं कि दूसरी शादी करना चाहिए:

क्या आप आज भी मोदी की कानूनी पत्नी हैं? उनसे अलग होने के बाद आपने दूसरी शादी क्यों नहीं की? इनके जवाब में वे कहती हैं, ‘पहले अनुभव के बाद मुझे कभी लगा ही नहीं कि दूसरी शादी करना चाहिए। मेरा दिल कभी माना ही नहीं। आज भी जब लोग उनका नाम लेते हैं, मेरा जिक्र बैकग्राउंड में होता है। लोग मुझसे बात करते हैं। क्या आप मुझे ढूंढ़ते हुए बात करने नहीं आए हैं? यदि मैं उनकी पत्नी नहीं होती तो क्या आप मेरे पास आते?

क़ुरान का सन्देश

चलो आओ यह प्यार मोहब्बत के नाम पर रिश्तों के नाम पर दंगे फसादात की रीत छोड़े और एक नया आदर्श एक नया विकसित भ्रस्टाचार मुक्त भारत के सपने को साकार करे

दोस्तों पिछले दिनों मेरे कुछ सवालात रिश्तों को लेकर थे ,,,,इस सवाल के जवाब में कई बाते सामने आई किसी  ने इसे खुराफात समझा तो किसी ने इसे साम्प्रदायिकता किसी ने इसका अपने अंदाज़ में जवाब दिया तो कई ने तो इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर बदले की  ठान ली और मेरे सवाल का जवाब देने की जगह मेरे ही अंदाज़ में सवाल दाग दिया ,मेरे दोस्तों मेरे भाइयों ,,मेरी बहनों मेरे  इन सवालों से जिन जिन की भावनाओं को ठेस पहुंची है उनसे में हाथ जोड़कर कान पकड़कर और मुर्गा बनकर क्षमा प्रार्थी हूँ ,,,,मेरे दोस्तों मेरे इन सवालों के पीछे कोई शरारत नहीं बल्कि एक फलसफा छुपा था में देश को बताना चाहता था के बढ़े लोग जो दंगे फसादात के सरगना कहे जा सकते है साम्प्रदायिकता धर्मान्धता वहाँ नहीं होती वहाँ सिर्फ प्यार ही प्यार होता है पर प्यार के बंधनों ने मेरे इस देश को महान बनाकर एकता के सूत्र में पिरोने की कोशिश की है जब गयासुद्दीन के घर परिवार में पंडित नेहरू पैदा हो सकते है ,,,,,,,,शाहरुख की बीवी गोरी हो सकती है ,,,,ऋतिक की बीवी   संजय खान की पुत्री सुज़ेन खान हो सकती है ,,,,,शाहनवाज़ ,,मुख्तार अब्बास नक़वी की शादी हमारी दूसरे मज़हब की बहनों के साथ होती है सचिन पायलेट की शादी सारा खान से होती है तो बताइये देश में नफरत और सामप्रदायिकता कहा है यहाँ तो हमेशा हर पल हर क्षण सिर्फ और सिर्फ प्यार की ही जीत हुई है फ्री क्यूँ यह खाप पंचायतें प्यार में बाधा बनकर नफरत फैलाती है मुज़फ्फरनगर हो या फिर कहीं और वहाँ दंगे फसाद भड़काए जाते है ,,,,आज देश को सोचने की ज़रूरत है हम आज़ाद है हमारी संस्कृति प्यार मांगती है अपनापन मांगती है और रिश्तों में रिश्ते जुड़ते जा रहे है ,यह सही है के सभी को अपना मज़हब ,,अपना धर्म ,,अपना समाज ,,अपना सम्प्रदाय अपनी जाती प्यारी होती है और होना भी चाहिए लेकिन प्यार किसी धर्म मज़हब के बंधनों में बंधा नहीं है ,,यह आज़ाद है अगर कोई बच्चे प्यार मोहब्बत के नाम पर अंतरजातीय विवाह कर बेठे तो क्या हमारा समाज मुज़फ्फरनगर की तरह शैतान हो जाएगा क्या हमारी खाप पंचायतें पश्चिमी बंगाली की तरह सरे आम  मंच बनाकर लड़की से सामूहिक बलात्कार करेंगे क्या आरुषी का क़त्ल कर दिया जाएगा ,,,,,आज हमे एक नयी सोच नयी दिशा की ज़रूरत है छोटी छोटी बातों पर सियासी लोगों की वोट राजनीती में भड़काने में आने की जगह हमे सोचना होगा के यह लोग जो हमे भड़का रहे है इन्होेंने भी तो प्यार क्या है ,,दोस्तों प्यार सिर्फ प्यार होता है इसके नाम पर नफरत अगर कोई फैलाता है तो वोह कोई इंसान नहीं शैतान ही हो सकता है ,,,हमे वेसे तो हमारी संस्कृति को ज़िंदा रखने के लिए निरंकुश माहोल पर अंकुश लगाना होगा और फिर भी अगर प्यार की प्यार की परवाज़ अगर इधर से उधर ,,उधर से इधर डाल पर आती जाती रहे तो फिर गुस्से होने की बात नहीं शर्मिंदा होने की बात नहीं इसे सहज स्वीकार कर खामोशी इख़्तियार कर समाज को एक नया संदेश देना चाहिए लेकिन अगर कोई सिर्फ और सिर्फ किसी की  उच्छालने  के लिए बदले की भावना से बेशर्मी फैलाता है तो ऐसे लोगों के लिए अदालते खुली है जेले खुली ऐसे लोगों की जगह जेल में होना चाहिए हमे क़ानून हाथ में लेकर एक दूसरे के खून के प्यासे नहीं होना चाहिए ,,तो दोस्तों एक बार फिर में माफ़ी के साथ उन सभी मेरे भाइयों से माफ़ी चाहता हूँ जिनकी भावनाएं जिनके जज़बात मेरे सवालों से आहत हुए ,,,यह देश महान है ,,यह देश हिंदुस्तान है यहाँ ना कोई हिन्दू न कोई मुसलमान है यहाँ ना कोई सिक्ख ना ईसाई है यहाँ तो बस प्यार ,,प्यार और सिर्फ प्यार है ,,यहाँ इंसानियत है ,,यहाँ अपनापन है ,,यहाँ एक दूसरे के दुःख दर्द में काम आने का रिवाज है ब्लड  बेंक में किसी पता के किसका खून हिन्दू का है किसका खून मुसलमान का और किस घायल या फिर ऑपरेशन करवाने वाले को पता के उसका खून किसी हिन्दू या किसी मुसलमान का चढ़ रहा है ,,सभी का खून लाल है ,,सभी का कर्त्तव्य अपने धर्म अपनी तहज़ीब ,,अपने संस्कार अपनी संस्कृती के साथ साथ भारत की रक्षा करना ,,इसे खुशहाल बनाना इसे एक करना इसे सुरक्षित करना इसे विकसित करना है फिर चलो आओ यह प्यार मोहब्बत के नाम पर रिश्तों के नाम पर दंगे फसादात की रीत छोड़े और एक नया आदर्श एक  नया विकसित भ्रस्टाचार मुक्त भारत के सपने को साकार करे ,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यकीन था रब ने मेरे लिए भी बनाई होगी एक दुल्हन

भिलाई।  कहते हैं कि पति-पत्नी की जोड़ी ऊपर वाला बनाता है और उनका मिलन धरती पर होता है। जितेंद्र बत्रा और उन्हीं के कद की भारती यादव पर यह पंक्ति बिलकुल फिट बैठती है। अंतरजातीय होने के बाद भी शुक्रवार को दोनों परिणय सूत्र में बंध गए।
 
कद में तीन फीट तीन इंच के जितेंद्र (34 साल के)और तीन फिट की भारती (31 साल) को जीवन भर साथ निभाने वाले हमसफर की तलाश थी। आखिरकार दोनों को एक-दूजे का सहारा मिल ही गया। जितेंद्र भिलाई के स्वर्गीय आलम चंद बत्रा के सुपुत्र हैं। उत्तर गंगोत्री सुपेला के होजियारी मार्केट में उनकी कपड़े की दुकान है। 
 
भारती मध्यप्रदेश होशंगाबाद के ग्वालटोली में रहने वाले शंकरलाल यादव की सुपुत्री है। जितेंद्र चार साल पहले रक्षाबंधन पर होशंगाबाद अपनी मौसी के घर गया, तभी भारती को देखा। भारती उनकी मौसेरी बहन पूजा तलरेजा की सहेली है। घर पर उनका आना-जाना था। तब से उन्होंने भारती को अपनी जीवन संगिनी बनाने का सपना संजोए रखा था। सामाजिक बंधनों के चलते चाहकर भी वे अपने दिल की बात परिवार वालों से नहीं कह पा रहे थे। आखिर में रहा नहीं गया।

उत्‍तराखंड के नए सीएम चुने गए रावत ने जोशीले समर्थक को जड़ा तमाचा



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उत्‍तराखंड के नए सीएम चुने गए रावत ने जोशीले समर्थक को जड़ा तमाचा
देहरादून. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत शनिवार को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए। सीएम पद से विजय बहुगुणा के इस्‍तीफे के बाद देहरादून में कांग्रेस विधायकों की बैठक में उनका चुनाव हुआ, जिसके बाद पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने मुख्यमंत्री के तौर पर रावत के नाम की घोषणा की है। शनिवार का दिन वैसे तो रावत के लिए बहुत अच्‍छा रहा, लेकिन रंग में भंग तब हो गया, जब उन्‍होंने अपने ही समर्थक को तमाचा जड़ दिया। बताया जा रहा है कि समर्थक जोर-जोर से चिल्‍ला रहा था। इस पर रावत ने उसे रोका, लेकिन जब वह नहीं माना तो उन्‍होंने उसे चांटा रसीद कर दिया। प्रदेश के कद्दावर नेता माने जाने वाले रावत के समर्थकों ने सुबह रेलगाड़ी से उनके उतरते ही रेलवे स्टेशन पर उन्हें घेर लिया और उनके समर्थन में नारे लगाते हुए उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। रावत के नाम के औपचारिक ऐलान के लिए बुलाई गई कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक से काफी पहले ही उनके समर्थक विधायक बैठक स्थल पर जुटने लगे थे। 

कांग्रेस का नया चेहरा बनीं हसीबा ने चेताया- हद पार कर रहे हैं मुझे बदनाम करने वाले


नई दिल्‍ली. कांग्रेस के नए चुनावी विज्ञापन का चेहरा बनीं हसीबा बी. अमीन विवादों में घिर गई हैं और लगातार सफाई दे रही हैं। सोशल साइट ट्विटर  और यूट्यूब पर अपने खिलाफ चल रहे अभियान पर उन्‍होंने ताजा प्रतिक्रिया दी है, 'वे लोग (आरोप लगाने वाले) हद पार कर रहे हैं।' हसीबा पर 300 करोड़ के घोटाले में शामिल होने और इस मामले में जेल तक जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इस आरोप के बाद कांग्रेस का नया चुनावी विज्ञापन भी विवादों में पड़ सकता है। कांग्रेस पर इससे पहले एक विज्ञापन में मोदी का नारा ( मैं नहीं, हम) नकल करने का आरोप लग चुका है
 
कौन हैं हसीबा 
 
कांग्रेस इन दिनों मीडिया में नया विज्ञापन चलवा रही है। इस विज्ञापन में नरेंद्र मोदी को निशाने पर रखा गया है। इसमें हसीबा बी अमीन 'कट्टर सोच नहीं, युवा जोश' का नारा देती नजर आती हैं। इस विज्ञापन के बाद हसीबा देश भर में कांग्रेस का चेहरा बन गई हैं, लेकिन सोशल मीडिया में निशाने पर आ गई हैं। वह गोवा में एनएसयूआई की अध्‍यक्ष हैं। हसिबा कहती हैं कि जब उन्‍हें पता चला कि वह कांग्रेस के चुनाव अभियान का हिस्‍सा बनेंगी और राहुल गांधी व पार्टी के अन्‍य नेताओं के साथ टीवी पर आएंगी, तो इस बात की उन्‍हें काफी खुशी हुई थी। लेकिन जैसे ही यह विज्ञापन टीवी पर आना शुरू हुआ, हसीबा का इंटरनेट पर मजाक बनाया जाने लगा और उनके विज्ञापन की निंदा होने लगी। उन्‍होंने कहा कि उन पर ऐसे मजाकों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। जब उनसे घोटाले में शामिल होने और जेल जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्‍होंने इसे लोगों की घिनौनी सोच बताया।

केजरीवाल की हिट लिस्‍ट में अब सोनिया और मोदी भी: गडकरी ने भेजा नोटिस, सिब्‍बल ने ललकारा



नई दिल्‍ली. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हिट लिस्‍ट में अब कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और भाजपा के पीएम उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल हो गया है। उधर, केजरीवाल द्वारा भ्रष्‍ट होने का आरोप लगाए जाने पर पूर्व भाजपा अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने उन्‍हें नोटिस भेजा है। केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्‍बल ने इसी मामले में केजरीवाल को ललकारा है और कहा है कि वह उन्‍हें (सिब्‍बल को) भ्रष्‍ट साबित करें, वरना इस्‍तीफा दें।
 
शनिवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में 'आप' प्रवक्‍ता योगेंद्र यादव ने कहा कि जिन नेताओं को लोकसभा चुनाव में हराना जरूरी है, उनमें सोनिया गांधी और नरेंद्र मोदी को भी शामिल किया गया है। इस लिस्‍ट में सोनिया का नाम वंशवाद को बढ़ावा देने के लिए और मोदी का नाम नफरत फैलाने के लिए शामिल किया गया है। शुक्रवार को केजरीवाल ने कुछ नेताओं की लिस्‍ट जारी की थी, जिसमें उन्‍होंने इन नेताओं को भ्रष्‍ट बताया था और कहा था कि इन सबको चुनाव में हराना जरूरी है। हालांकि, भ्रष्‍ट नेताओं की सूची में मोदी का नाम शामिल नहीं था। 'आप' इन सब नेताओं के खिलाफ उम्‍मीदवार खड़े करेगी।
 
गडकरी ने भेजा मानहानि का नोटिस
 
दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल कई नेताओं को भ्रष्‍ट बताने वाले अपने बयान पर घिरते जा रहे हैं। शनिवार को बीजेपी के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष नितिन गडकरी ने केजरीवाल को मानहानि का नोटिस भेजा है। यह नोटिस गडकरी ने अपने वकील बालेंदु शेखर के जरिए भिजवाया है।
 
दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्‍बल ने भी केजरीवाल के आरोप को गलत बताया है। उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल दो दिन में या तो आरोप सिद्ध करें या इस्‍तीफा दें। सिब्‍बल ने कहा कि यदि उनपर लगे आरोप सही साबित हो जाते हैं, तो वे राजनीति से संन्‍यास ले लेंगे। 
 
केजरीवाल ने गडकरी और कपिल सिब्‍बल समेत देश के कई नेताओं के नाम लेकर उन्‍हें भ्रष्‍ट बताया था और जनता से इन नेताओं के खिलाफ वोट करने की अपील की थी। 
 
इस कार्यक्रम के बाद शुक्रवार को ही गडकरी ने केजरीवाल से माफी मांगने को कहा था। गडकरी ने कहा था कि केजरीवाल या तो तीन दिन के भीतर माफी मांगे, अन्‍यथा वे उनके खिलाफ मानहानि का नोटिस जारी करेंगे।
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