आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

10 फ़रवरी 2014

ऐसे पता करें कौन कर रहा है आपके Wi-Fi का गलत इस्तेमाल

 
गैजेट डेस्क। स्मार्टफोन में किसी भी प्राइवेट वाई-फाई का नेटवर्क मिलना यूजर्स को काफी खुश कर देता है। किसी और के पैसे पर इंटरनेट का इस्तेमाल करना सभी को अच्छा लगता है। इसी प्रकार हैकर्स घरों और प्राइवेट कंपनियों में मौजूद वाई-फाई नेटवर्क का पासवर्ड तोड़ने की कोशिश करते रहते हैं। जो लोग वाई-फाई का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं यह उनके लिए तो अच्छा हो सकता है, लेकिन जिन लोगों का वाई-फाई नेटवर्क हैक किया जा रहा है उन्हें थोड़ी परेशानी हो सकती है। 
 
वाई-फाई हैक होने पर हो सकती है ऐसी परेशानी- 
 
* आपके वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल अगर कोई गलत तरह से कर रहा है तो सबसे पहले आपके नेटवर्क में इंटरनेट की स्पीड धीमी हो जाएगी।
* जो लोग प्राइवेट वाई-फाई नेटवर्क पर अपने सीक्रेट फोल्डर शेयर करते हैं उन्हें भी डाटा चोरी होने का खतरा हो सकता है। 
* प्राइवेट वाई-फाई हैक करके गैरकानूनी काम भी किए जा सकते हैं।
 
कई बार यूजर्स को पता ही नहीं होता है कि उनका नेटवर्क हैक किया जा रहा है। Dainikbhaskar.com आज आपको बताने जा रहा है कुछ ऐसी टिप्स जिनकी मदद से यूजर्स को पता चल सकता है कि कौन उनका प्राइवेट वाई-फाई नेटवर्क इस्तेमाल कर रहा है। हर हफ्ते मंगलवार और शुक्रवार को हम ऐसी ही कुछ टेक टिप्स आपको बताते हैं।
सबसे आसान तरीका: अपने वाई-फाई मॉडम की लाइट चेक करें-
 
आपके वाई-फाई राउटर में कई तरह की लाइट जलती रहती हैं। इनमें से एक इंटरनेट कन्क्टिविटी की, एक लैन की और एक वायरलेस डिवाइस की होती है। अगर आपको यह पता करना है कि कोई आपका वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल बिना आपको बताए कर रहा है तो इसका पता लगाने का एक आसान तरीका है सभी वायरलेस डिवाइस को बंद कर देना। लैपटॉप, कम्प्यूटर, स्मार्टफोन, स्मार्ट टीवी जैसे सभी डिवाइस को अगर बंद कर दिया जाए तो मॉडम में लाइट बंद हो जाएगी। अगर ऐसा करने के बाद भी लाइट बंद नहीं होती तो हो सकता है कि कोई आपका वाई-फाई नेटवर्क इस्तेमाल कर रहा हो। यह तरीका आसान जरूर है, लेकिन इसे अचूक कहना सही नहीं होगा।
नेटवर्क एडमिन: अपने वाई-फाई राउटर की डिवाइस लिस्ट देखना-
 
यह तरीका थोड़ा ज्यादा तकनीकी साबित हो सकता है। अपने राउटर पर डिवाइस लिस्ट चेक करने के लिए आपको सबसे पहले उसके IP एड्रेस को चेक करना होगा। इसके लिए-
 
* सबसे पहले कमांड प्रॉम्प्ट पर Win+R की मदद से जाइए।
* इसके बाद विंडो में ipconfig टाइप कीजिए, इसके बाद ही आपको डिफॉल्ट IP एड्रेस के बारे में पता चलेगा। 
* अब ब्राउजर में जाकर IP एड्रेस टाइप कीजिए। अब ब्राउजर आपको राउटर में लॉगइन करने को कहेगा।
* अगर आपने राउटर की डिफॉल्ट सेटिंग्स बदली नहीं है तो इसका आईडी और पासवर्ड "admin" और "password" होगा।
 
 
(*  राउटर: वह डिवाइस जिसकी मदद से इंटरनेट से कनेक्शन लिया जाता है। असल में राउटर का काम फाइल्स को नेटवर्क में सही जगह पर पहुंचाना होता है।)
क्या करें लॉगइन करने के बाद-
 
यह जरूरी है कि आप अपने राउटर का पासवर्ड और आईडी बदल दें क्योंकि वही पासवर्ड रखने से हैकर्स आसानी से राउटर पर अटैक कर सकते हैं।
 
* जैसे ही राउटर पर लॉगइन हो जाता है आपको कनेक्टेड डिवाइस (connected devices) या अटैच डिवाइस (Attached Devices) सेक्शन पर क्लिक करना होगा। कई राउटर्स में यह Device List के नाम से भी दिया होता है।
 
* इस लिस्ट में आपके वाई-फाई से कितने यूजर्स जुड़े हुए हैं इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी। यहां से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि कौन आपके वाई-फाई का गलत तरह से इस्तेमाल कर रहा है।

विज्ञापन आसाराम को नहीं मिलेगी जमानत, बोले- खुद उठाऊंगा खर्च, चार्टर प्लेन से जाने दो गुजरात


जोधपुर. अपने गुरुकुल की छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोपी आसाराम की ओर से दूसरी बार पेश जमानत आवेदन को हाईकोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दिया। उधर, आसाराम के जमानत आवेदन को खारिज किए जाने के करीब एक घंटे बाद न्यायाधीश निर्मलजीत कौर ने उनके सहयोगी संचिता गुप्ता उर्फ शिल्पी व सेवादार शिवा के जमानत आवेदन स्वीकार कर लिए।
 
गत वर्ष अगस्त में मणाई स्थित आश्रम में अपने गुरुकुल की छात्रा को हॉस्टल के वार्डन व निदेशक के माध्यम से छात्रा पर भूत-प्रेत का साया बताते हुए षड्यंत्र कर जोधपुर बुला कर उसके साथ यौन शोषण करने के आरोप में आसाराम 1 सितंबर, 2013 से केंद्रीय कारागृह में बंद है। आसाराम का प्रथम जमानत आवेदन 1 अक्टूबर, 2013 को इसी पीठ द्वारा खारिज किया गया था। इसके बाद पिछले माह आसाराम की ओर से हाईकोर्ट में दुबारा जमानत आवेदन दायर किया गया। दोनों ही बार सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने पैरवी। 
 
साथ में दिल्ली व कर्नाटक के वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने भी अपने तर्क दिए, लेकिन अभियोजन पक्ष तथा पुलिस की ओर से पेश रिपोर्ट व तर्क के सामने टिक नहीं सके। छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल के हॉस्टल की वार्डन व आसाराम के सेवादार शिवा के खिलाफ सेशन कोर्ट ने चार्ज बहस के बाद 7 फरवरी को आरोप तय किए थे। शिल्पी व शिवा की ओर से हाईकोर्ट में पिछले माह जमानत आवेदन पेश किए जाने के बाद न्यायाधीश ने बचाव पक्ष से कहा था कि पहले निचली अदालत में चार्ज बहस पूरी कर लें व चार्ज आदेश हाईकोर्ट में पेश करें तब जमानत पर सुनवाई होगी। इस पर सोमवार को आरोपी प्रार्थियों के वरिष्ठ अधिवक्ता महेश बोड़ा ने तर्क करते हुए कहा कि चार्ज आदेश में शिल्पी ने पीडि़ता के परिजनों को किसी बड़े शहर में ले जाकर इलाज कराने का कहा था, जबकि कॉल डिटेल के अनुसार शिवा ने कभी भी पीडि़ता के परिजनों को फोन नहीं लगाया, लेकिन हमेशा उसके परिजनों ने ही शिवा को आसाराम की लोकेशन बताने के लिए फोन किया था। शिल्पी व शिवा के रिलीज ऑर्डर देर रात जेल पहुंचे। उन्हें मंगलवार को जेल से रिहा किए जाने की संभावना है।
 
चार्टर विमान से सूरत लाने की आसाराम की मांग खारिज
 
आसाराम को चार्टर विमान से गांधीनगर लाने की मांग खारिज हो गई है। आश्रम की ओर से आसाराम की उम्र व स्वास्थ्य आदि के आधार पर अदालती कार्रवाई के लिए विमान से गुजरात लाने की अपील की गई थी। यह भी कहा गया था कि इसका खर्च आसाराम खुद उठाएंगे। सोमवार को गांधीनगर की अदालत ने यह मांग खारिज कर दी। आसाराम सूरत व जोधपुर दुष्कर्म मामले में आरोपी हैं। सूरत मामले में आसाराम को 24 फरवरी को पेशी के लिए गांधीनगर लाने के आसार हैं।


नई दिल्‍ली.  भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार नरेंद्र मोदी पर बॉलीवुड की कई बालाएं भी फिदा हो रही हैं। उनके प्रति दीवानगी दिखाने वाली बॉलीवुड बालाओं की लिस्‍ट में नया नाम मेघना पटेल का जुड़ा है। मॉडल और अभिनेत्री मेघना ने मोदी के समर्थन में बोल्‍ड फोटो शूट कराया है। सोशल साइट्स पर काफी आलोचना के बाद महाराष्ट्र बीजेपी ने प्रचार के इस तरीके पर आपत्ति जताई है।  कानूनी जानकारों के मुताबिक इस मामले में चूंकि मोदी का नाम लिया गया है, इसलिए अगर उन्‍हें लगता है कि उनके नाम का इस्‍तेमाल कर ऐसी तस्‍वीरें खिंचवा कर सार्वजनिक करना गलत है तो वह कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं। 
 
मेघना ने कमल के फूलों के बीच नयूड फोटो शूट कराया है। कमल भाजपा का चुनाव चिह्न है। एक फोटो में वह नरेंद्र मोदी का एक पोस्‍टर लेकर तन ढंकती दिख रही हैं। इस पोस्‍टर के जरिए नरेंद्र मोदी के लिए वोट देने की अपील की गई है।
 
ये तस्‍वीरें सोशल साइट्स पर शेयर हो रही हैं और इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। Am An Anarchist ‏@IAmAnAnarchist ने ट्वीट किया, 'और कितना नीचे गिरोगे बीजेपी 
 
कई लोग इसे बीजेपी से ज्‍यादा मेघना का प्रचार पाने का घटिया तरीका भी मान रहे हैं। Kavitha Reddy ‏@kavithareddy16 ने ट्वीट किया, 'मेघना पटेल नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रही हैं...) कुछ अलग तरह से... भक्‍त अब केवल मेघना की ही फिल्‍में देखेंगे :)' 
 
Sameer Khan ‏@SamKhan999 ने ट्वीट किया है, 'बॉलीवुड हॉटी का यह घटिया तरीका शायद मोदी को शर्मसार कर गया हो!'
 
MAULIN SHAH ‏@maulinshah9  ने ट्वीट किया है, 'यह मोदी की सायको टीम का नतीजा है। वे इस तरह की शर्मनाक हरकत कर सकते हैं। महिलाओं का अपमान। मोदी और उनकी टीम महिला विरोधी है।'
 
असली या नकली?
 
हालांकि, इन तस्‍वीरों की असलियत पर भी सवाल उठ रहे हैं। Siddharth Singh ‏@siddharth3 ने ट्वीट किया, 'बॉलीवुड अभिनेत्री मेघना ने मोदी के लिए न्‍यूड तस्‍वीरें खिंचवाईं। 1. कौन हैं वो? 2. क्‍या तस्‍वीर असली हैं? प्रचार पाना आसान है।'
 
हाल ही में सोशल साइट पर एक फोटो शेयर हो रहा था जिसमें अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा को नरेंद्र मोदी का भाषण सुनते दिखाया गया था। असल में ओबामा होस्‍नी मुबारक का भाषण सुन रहे थे। लेकिन, टीवी स्‍क्रीन पर मुबारक की जगह मोदी की तस्‍वीर लगा कर सोशल साइट पर इस कैप्‍शन के साथ शेयर की गई कि ओबामा भी मोदी का भाषण सुनते हैं। मेघना की इन तस्वीरों को भी  गौर से देखने पर ऐसा लगता है कि कंप्‍यूटर के जरिए ऐसी तस्‍वीरें आसानी से बनाई जा सकती हैं।
 
सबसे प्‍यारा तरीका 
लेकिन, मेघना ने माना है कि यह फोटोशूट उन्‍होंने ही करवाया है। वह इस फोटोशूट से बेहद खुश हैं। उन्‍होंने एक टीवी चैनल को बताया यह मोदी का समर्थन करने का मेरे लिए सबसे प्‍यारा तरीका है। जब उनसे पूछा गया कि सेमी न्‍यूड फोटो पर बीजेपी आपत्ति कर सकती है तो उन्‍होंने कहा, 'मैंने अश्‍लीलता नहीं फैलाई है। ये अश्‍लील तस्‍वीरें नहीं हैं। अगर आप इसे अश्‍लील कहेंगे तो मुझे बुरा लगेगा। इसमें मैंने पूरे कपड़े पहने हैं। यह मेरा प्‍यार है देश के लिए।' 
 
प्रचार के लिए मोदी को ही चुनने के पीछे मेघना ने दलील दी, 'मैं गुजरात की हूं। मैंने गुजरात को बदलते हुए देखा है। वह विकास कर सकते हैं।' मेघना ने कहा कि उन्‍हें नहीं लगता कि इस पर बीजेपी वाले को कोई आपत्ति होगी, क्‍योंकि उन्‍होंने कोई गैरकानूनी काम नहीं किया है। साथ ही यह भी कहा कि अगर पार्टी कोई आपत्ति करेगी तो देखेंगे।
 
अश्लील है या नहीं
हाल ही में अश्लीलता को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 154 साल पुरानी व्याख्या को मौजूदा समय के मुताबिक परिभाषित किया है। अश्लीलता को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 154 साल पुरानी व्याख्या को मौजूदा समय के मुताबिक परिभाषित किया है। कोर्ट ने कहा कि किसी नग्‍न महिला की तस्वीर को कानूनी तौर पर तक अश्लील नहीं ठहराया जा सकता, जब तक उसका उद्देश्य सिर्फ उत्तेजना फैलाना या सेक्‍स की इच्‍छा भड़काना मात्र न हो।
 
कौन हैं मेघना पटेल
मेघना पटेल बॉलीवुड फिल्म मोहब्बतें, हैलो डार्लिंग, वेलकम, ऐश्वर्या और फरार में अभिनय कर चुकी हैं। मेघना हिंदी फिल्मों के अलावा भोजपुरी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। टीवी सीरियल 'कहानी चंद्रकांता की' में भी मेघना काम कर चुकी हैं। 
 
'गोल्डन बेब', 'कुछ तो कहो' तथा 'पिंक रोज' जैसे म्यूजिक वीडियो में भी वह अपने अभिनय का जलवा बिखेर चुकी हैं। कई तमिल व तेलुगू फिल्मों में काम कर चुकी मेघना कुछ विज्ञापन फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं। उन्होंने अभिनेता धर्मेन्द्र के साथ भी एक विज्ञापन में भी काम किया है।

फिक्सिंग पर रिपोर्ट पेश: श्रीनिवासन के दामाद को लेकर धोनी ने बोला झूठ?

नई दिल्ली. बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन पर आईपीएल फिक्सिंग केस में शिकंजा कसता नजर आ रहा है। जस्टिस मुकुल मुदगल की अगुवाई वाली जांच समिति ने चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़े गुरुनाथ मयप्‍पन और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की है। 4000 से ज्यादा पेजों की रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मयप्पन टीम की खुफिया जानकारी सटोरियों को देते थे। रिपोर्ट में कुंद्रा की भूमिका की गहन जांच की भी जरूरत बताई गई है (इस पर कुंद्रा ने क्‍या प्रतिक्रिया दी है, पढें)।कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है, 'श्री एमएस धोनी, श्री एन श्रीनिवासन और इंडिया सीमेंट्स के अधिकारियों ने यही कहा कि श्री मयप्‍पन का चेन्‍नई सुपर किंग्‍स से कोई लेना-देना नहीं है। वह बस एक क्रिकेट प्रेमी हैं।' लेकिन मुदगल ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'हमने पाया कि क्रिकेट से जुड़े ज्‍यादातर लोग उसे (मयप्‍पन को) टीम का अधिकारी ही बता रहे थे। वह नीलामी में भी मौजूद थे। हम इसी नतीजे पर पहुंचे कि वह टीम के अधिकारी थे और टीम के अधिकारियों को सट्टा लगाने की इजाजत नहीं है।' ऐसे में यह सवाल गहरा गया है कि क्‍या धोनी ने इस मामले में सच छुपाया?
 
जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की है कि मयप्पन बेटिंग में लिप्त थे। खिलाड़ियों, पत्रकारों और आईपीएल से जुड़े अधिकारियों द्वारा दिए बयानों के आधार पर बनी इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजस्थान टीम के मालिकों, शिल्‍पा शेट्टी और राज कुंद्रा, की भूमिका की गहन जांच की जरूरत है।
 
रिपोर्ट का क्‍या हो सकता है असर
 
खत्म हो सकती हैं चेन्नई और राजस्थान की टीमें: मुदगल समिति की रिपोर्ट चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम के भविष्य पर गहरा असर डाल सकती है। इस आधार पर अंतिम तौर पर मयप्‍पन और कुंद्रा दोषी पाए गए तो दोनों टीमें आईपीएल से हट जाएंगी। 
 
गिरफ्तार हो सकते हैं मयप्‍पन: रिपोर्ट के मद्देनजर कोर्ट के आदेश पर मयप्‍पन की गिरफ्तारी हो सकती है, ताकि उनसे फिक्सिंग के नेटवर्क से संबंधित और जानकारी जुटाई जा सके। साथ ही, शिल्‍पा, राज के बारे में भी पूछताछ की जा सके।
 
नीलामी पर रोक नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने मयप्पन पर लगे आरोपों की पुष्टि होने के बावजूद 12 फरवरी को होने वाली खिलाड़ियों की नीलामी पर कोई रोक नहीं लगाई। ऐसे कयास लग रहे थे कि इस जांच के कारण नीलामी पर रोक लग सकती है।
 
पिछले साल सामने आया था मामला
उल्लेखनीय है कि 2013 में हुए आईपीएल-6 के दौरान राजस्थान टीम के खिलाड़ियों द्वारा स्पॉट फिक्सिंग किए जाने का खुलासा हुआ था। जांच में चेन्नई सुपरकिंग्स के अधिकारी व बीसीसीआई प्रमुख एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन का नाम सामने आया था। अक्टूबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने इस केस की जांच करने के लिए समिति गठित की थी। 
 
जांच समिति ने सीएसके के प्रमुख गुरुनाथ मयप्पन की गहन जांच की। हालांकि, मयप्पन का नाम फिक्सिंग केस में आने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने उनकी टीम में किसी भी प्रकार की भूमिका से इनकार किया था, फिर भी मयप्पन का टीम से जुड़ाव जगजाहिर है।

क़ुरान का सन्देश

 

क़ुरान का सन्देश

 
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...