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11 फ़रवरी 2014

कभी कार्यकर्ता सिर्फ सुनते थे, आज भरी बैठक में गहलोत को सुनाई खरी-खोटी



जोधपुर. कल तक अपने गृह जिले में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो बोलते थे वही अंतिम बात होती थी और कार्यकर्ता सिर्फ सुनता था। भाजपा विधायक अपनी सरकार न होने के कारण अफसरों के सामने धरना-प्रदर्शन करके रह जाते थे। राज्य में सत्ता बदली तो सब बदल गया। मंगलवार के दो दृश्य पूरा बदलाव बयां कर रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में मंगलवार को आयोजित जोधपुर शहर कांग्रेस की बैठक में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने जम कर अपनी भड़ास निकाली। अधिकांशतया निशाने पर शहर जिलाध्यक्ष सईद अंसारी ही रहे। उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए गए। उन्हें हटाने की भी मांग उठी।
बैठक की शुरुआत में महासचिव सुरेश व्यास ने जब सीधे अशोक गहलोत से मार्गदर्शन लेने की बात कही तो कार्यकर्ता बोले कि हमें सुनो। व्यास ने कहा कि सारी बातें जाजम के नीचे डाल दो, हम बंद कमरे में बात कर लेंगे। इस पर कार्यकर्ताओं ने कहा, 'कौनसी जाजम और कौनसा बंद कमरा? खुले में ही बोलने दो।'
आपके आगे गिड़गिड़ाया, आपने कुछ नहीं किया
पूर्व पार्षद पूनम चौहान के पति मदन चौहान ने कहा, 'मेरी पत्नी से मीटिंग में बदतमीजी की गई। मैंने शिकायत भेजी, आपसे मिला, आपे के सामने गिड़गिड़ाया, लेकिन आपने कोई कार्रवाई नहीं की।' इस दौरान लोगों ने पूछा कि बदतमीजी करने वाला कौन था तो चौहान ने सईद अंसारी का नाम लिया।
कौन-सी जाजम, कौन-सा बंद कमरा
बैठक की शुरुआत में महासचिव सुरेश व्यास ने जब सीधे अशोक गहलोत से मार्गदर्शन लेने की बात कही तो कार्यकर्ता बोले कि हमें सुनो। व्यास ने कहा कि सारी बातें जाजम के नीचे डाल दो, हम बंद कमरे में बात कर लेंगे। इस पर कार्यकर्ताओं ने कहा, 'कौनसी जाजम और कौनसा बंद कमरा? खुले में ही बोलने दो।'
एक नेता के सामने दूसरे को नमस्कार करना भी मुश्किल
युकां के महासचिव लक्ष्मणसिंह सोलंकी ने कहा कि जोधपुर कांग्रेस में चमचागिरी की राजनीति चल रही है। एक नेता के सामने दूसरे को नमस्कार कर लो तो नाराज हो जाते हैं। इससे कार्यकर्ता की हत्या हो जाती है। 5 साल सरकार रही, एक भी कार्यकर्ता का काम नहीं हुआ। जोधपुर कांग्रेस को चमचों से बचाओ।
आप तो जयपुर रहते हैं, बैठक में चौथाई लोग नहीं आते
उदयमंदिर क्षेत्र के कार्यकर्ता अल्लानूर ने आरोप लगाया कि डीसीसी में भेदभाव होता है। ऊपर से नेता थोप देते हैं। 134 लोगों की कार्यकारिणी बनाते हैं। उन्होंने गहलोत से कहा, 'आप तो जयपुर रहते हैं। बैठक में सिर्फ 33 लोग ही आते हैं। कांग्रेस हम जैसे कार्यकर्ताओं से चलती है, एसी कार में घूमने वालों से नहीं।'

लोकसभा टिकट मांगने वालों से बोले गहलोत- पायलट-डूडी से मांगो
सर्किट हाउस में मंगलवार को गहलोत कार्यकर्ताओं से मिले। पोकरण के कार्यकर्ताओं ने जोधपुर लोकसभा सीट से करण सिंह उचियारड़ा को टिकट देने का आग्रह किया। इस पर गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट व प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी से टिकट मांगे। कार्यकर्ता बात दोहराते रहे, तो गहलोत मुस्कराते हुए चल दिए। सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास भी गहलोत से मिलने पहुंची।

BBC स्टिंग: आप-UK के सदस्य छात्रों को फर्जी तरीके से दिलाते थे वीजा



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BBC स्टिंग: आप-UK के सदस्य छात्रों को फर्जी तरीके से दिलाते थे वीजा
लंदन. आम आदमी पार्टी के लंदन में रहने वाले सदस्यों पर स्टूडेंट्स को फर्जी तरीके से वीजा दिलाने का आरोप लगा है।बीबीसी पैनोरमा के एक स्टिंग ऑपरेशन में इसकी सच्चाई खुलकर सामने आई है। स्टिंग में दिखाया गया है कि किस तरह से आरोपी स्टूडेंट्स को टेस्ट पास कराते थे। जिन लोगों पर ये आरोप लगाया गया है उनके नाम वरिंदर बजड़ और हेमंत कुमार बताए जा रहे हैं।
 
स्टिंग में दिखाया गया है कि विदेश जाने के लिए होने वाले टेस्ट में कुछ छात्रों को फर्जी तरीके से टेस्ट पास कराया जाता है। कई ऐसे छात्र जो बहुत कम अंग्रेजी जानते हैं या जिन्हें अंग्रेजी नहीं आती उन्हें गलत तरीके से वीजा दिलाया जाता है। यहां तक की इनमें से कई बोगस छात्र होते हैं। इस तरह के लोग छात्र वीजा पर लंदन आते हैं, पर यहां आकर अवैध रूप से काम करने लगते हैं। स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों का वीजा तैयार कराया जा रहा है। इतना ही नहीं वीजा दिलाने के नाम पर परीक्षा ली जा रही है। परीक्षा के लिए छात्रों को पहले से ही जवाब लिखकर दिए जा रहे हैं। 2013 में करीब एक लाख लोगों ने अपना वीजा बढ़वाने के लिए आवेदन किया था।
 
उधर, इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि 'मुझे नहीं लगता कि फर्जी वीजा के मामले में फंसे व्यक्ति आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं। अगर ऐसा है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।'
 
दो घंटे की परीक्षा महज 7 मिनट में पूरी
 
कंसल्टेंसी वीजा के लिए दिए जाने वाली इस परीक्षा में पास कराने के नाम पर हर छात्र से 500 डॉलर वसूलती थी। स्टिंग में दिखाया गया है कि परीक्षा शुरू होने से कुछ ही मिनट पहले दर्जनों लोग कमरे में प्रवेश करते हैं और ये छात्रों के पास खड़े हो जाते हैं। इसके बाद ये छात्रों की जगह खुद एग्जाम देते हैं। हैरत की बात तो ये है कि एक- दो घंटे की परीक्षा के प्रश्नों को हल करने में इन्हें केवल 7 मिनट लगते हैं।

केंद्र के अधिकार क्षेत्र में 'केजरीवार': गैस की झूठी किल्लत व भ्रष्टाचार के आरोप में बड़ों को लपेटा



नई दिल्ली. पेट्रोलियम कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी, पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसके आदेश दिए। एंटी करप्शन ब्यूरो ने जांच भी शुरू कर दी। इनके अलावा हाइड्रोकार्बन के पूर्व महानिदेशक वीके सिब्बल को भी आरोपी बनाया गया है। केजरीवाल ने बताया कि चार लोगों ने शिकायत दी थी। इनमें पूर्व केंद्रीय कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रमण्यम, पूर्व केंद्रीय सचिव ईएएस सरमा, पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल आरएच ताहिलियानी व सुप्रीम कोर्ट की वकील कामिनी जायसवाल शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'एक अप्रैल से गैस महंगी करने की तैयारी है, जिससे रिलायंस को 54 हजार करोड़ रुपए का फायदा होगा।
आरोप : जानबूझकर दिखाई गैस की कमी
केजरीवाल के अनुसार, मुकेश अंबानी ने देवड़ा और मोइली के साथ मिलकर जानबूझकर गैस की कमी पैदा की, ताकि दाम बढ़ाए जा सकें। गैस निकालने में प्रति यूनिट एक डॉलर का खर्च आता है। बेचने की तैयारी 8 डॉलर में है। मौजूदा कीमत 4.2 डॉलर (262.25 रुपए) प्रति यूनिट है। इसे बढ़ाकर 8.4 डॉलर (524.20 रुपए) प्रति यूनिट किया जाना है। यह दुनिया में सबसे अधिक होगी।
सवाल: उत्पादन घरेलू तो दाम डॉलर में क्यों?
केजरीवाल ने सवाल उठाया- गैस का उत्पादन और इस्तेमाल घरेलू है तो कीमत डॉलर के हिसाब से क्यों तय की जाती है?
केंद्र ने सॉलिसिटर जनरल आर नरीमन की राय और सीएजी रिपोर्ट को नजरअंदाज क्यों किया?
कीमतें दोगुना करने का फैसला करने के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? जबकि रिलायंस ने ही हाईड्रोकार्बन को भेजी कॉस्ट शीट में गैस निकालने की प्रति यूनिट लागत एक डॉलर से भी कम आंकी थी।
दिल्ली के सीएम से भास्कर के सीधे सवाल
हां, हमें जांच कराने का अधिकार
सवालः आप जो कर रहे हैं, क्या वह आपके अधिकार क्षेत्र में आता है?
जवाब: कीमतें बढ़ाने की साजिश दिल्ली में ही रची गई। फैसला भी दिल्ली में ही हुआ। इस भ्रष्टाचार से दिल्ली की जनता भी प्रभावित हो रही है। हमारा अधिकार क्षेत्र बनता है।
क्या दिल्ली सरकार की एसीबी को जांच का हक है?
जवाब: बिल्कुल है। कई बार एसीबी ने दिल्ली से बाहर जाकर भी जांच की है। एसीबी के पास भ्रष्टाचार के मामलों में बड़े अधिकार हैं।
दिल्ली के हर फैसले उप-राज्यपाल पर निर्भर है। वे पेट्रोलियम मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे हैं। रिलायंस में भी रहे हैं। ऐसी जांच कितनी निष्पक्ष होगी? 
जवाब : मुझे इसका आइडिया नहीं है।
कुएं में बाल्टी डालकर पानी की तरह तेल नहीं निकाला जाता। पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत विशेषज्ञों की सलाह पर तय की जाती है। केजरीवाल को यह पता होना चाहिए कि सरकार कैसे काम करती है।
-वीरप्पा मोइली, पेट्रोलियम मंत्री

अल्‍जीरिया में सेना का कार्गो विमान गिरा, 103 लोगों की मौत


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अल्‍जीरिया में सेना का कार्गो विमान गिरा, 103 लोगों की मौत
 
अल्‍जीयर्स. अल्‍जीरिया में सेना का एक कार्गो विमान दुर्घटनाग्रस्‍त हो जाने से 103 लोगों के मारे जाने की खबर है। देश के पूर्वोत्‍तर हिस्‍से में ओउम एल बुआघी प्रांत में पहाड़ी इलाके में यह विमान गिर गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक खराब मौसम हादसे की वजह बना। विमान कोन्‍सटेंटाइन शहर की ओर जा रहा था। उसमें सवार ज्‍यादातर लोग सेना और उनके परिवारों के थे। 
 
इससे पहले अल्‍जीरिया में 6 मार्च, 2003 को बड़ा विमान हादसा हुआ था। इसमें 103 लोग मारे गए थे और केवल एक बच पाया था।

क़ुरान का सन्देश

 
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