रायपुर। जगदलपुर के निलंबित सिटी एसपी देवनारायण पटेल ने खुद
को गोली मार कर खुदखुशी कर ली। आत्महत्या करने से पहले सीएसपी ने गोली
मारकर पत्नी की भी हत्या कर दी। फायरिंग में दोनों बच्चे भी गंभीर रूप से
घायल हो गए।
बच्चों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया
सीएसपी के दोनों बच्चे 11 साल की पूनम और छः साल का आयुष को इलाज के
लिए हेलीकाप्टर से रायपुर लाया गया। डॉक्टरों का कहना है कि फायरिंग के
दौरान निकले छर्रे बच्चों के शरीर में लग गए जिससे उन्हें गंभीर छोटें आई
हैं। उनका इलाज राजधानी स्थित रामकृष्ण केयर अस्पताल में चल रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि सीएएसपी की बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है, उसे
आईसीयू में रखा गया है। दोनों बच्चों की स्थिति को स्टेबल करने की कोशिश की
जा रही है जिसके बाद उनका ऑपरेशन किया जाएगा।
गृहमंत्री, आला अधिकारी पहुंचे अस्पताल
पटेल के बच्चिन से मुलाक़ात करने और डॉक्टरों से उनकी स्थिति का जायजा
लेने आज सुबह गृहमंत्री राम सेवक पैकरा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों
को निर्देश दिए कि बच्चों के इलाज में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। पैकरा ने
कहा कि पटेल के रूप में छत्तीसगढ़ ने एक काबिल अफसर खो दिया है। गृहमंत्री
ने मामले की उचित जांच करवाने का आश्वासन दिया है। आज सुबह प्रभारी डीजीपी
उपाध्याय ने भी अस्पताल पहुंचकर बच्चों की हालत का जायजा लिया।
जज से हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि पटेल का 23 फरवरी को एडिशनल जज ए टोप्पो से उनका
विवाद हुआ था। जगदलपुर के संगम होटल के रास्ते से एडीजे अपने घर जा रहे थे
उस वक़्त वहां ट्रैफिक जाम हो गया था। सीएसपी अपने सिपाहियों के साथ वहां
पहुंचे और एडीजे को पीटना शुरू कर दिया। इस घटना की जानकारी एडीजे ने हाई
कोर्ट को दी और पुलिस अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए सोमवार को पटेल
को निलंबित कर दिया।
निलंबन से थे आहत
शुरूआती जांच में यह समझा जा रहा है कि पटेल निलंबन से तनाव में थे
इसलिए रात में उन्होंने साकेत कॉलोनी स्थित अपने सरकारी आवास में पत्नी को
गोली मारने के बाद खुद को भी मौत के हवाले कर दिया।
पटेल को जानने वाले घटना से स्तब्ध
पटेल के परिचितों और रिश्तेदारों का कहना है कि वे बेहद सुलझे हुए
इंसान थे, बड़ी से बड़ी परेशानी में भी संयम नहीं खोते थे। नक्सलियों से बिना
संयम खोए साहस के साथ लड़ने के कारण ही उनको वीरता पुरस्कार दिया गया था
ऐसे में उनका ऐसा कदम उठाना आश्चर्य जनक है। पटेल के परिजनों ने उनकी मौत
की सीबीआई जांच करने की मांग की है।