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26 फ़रवरी 2014

महाशिवरात्रि आज: जानिए पूजन विधि, शुभ मुहूर्त, कथा व महत्व



उज्जैन। आज (27 फरवरी, गुरुवार) महाशिवरात्रि का पर्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान पूर्वक पूजा करने तथा व्रत रखने से विशेष फल मिलता है। जो व्यक्ति इस दिन भगवान शिव के निमित्त व्रत रखता है उसे अक्षय पुण्य मिलता है। धर्म शास्त्रों में महाशिवरात्रि व्रत के संबंध में विस्तृत उल्लेख है। उसके अनुसार ये व्रत इस प्रकार करें-
 
व्रत विधि  
शिवपुराण के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन व्रती (व्रत करने वाला) सुबह जल्दी उठकर स्नान संध्या करके मस्तक पर भस्म का त्रिपुण्ड तिलक लगाएं और गले में रुद्राक्ष की माला धारण करें। इसके बाद समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का विधिपूर्वक पूजन करें। श्रृद्धापूर्वक व्रत का संकल्प इस प्रकार लें-
शिवरात्रिव्रतं ह्येतत् करिष्येहं महाफलम्।
निर्विघ्नमस्तु मे चात्र त्वत्प्रसादाज्जगत्पते।।

यह कहकर हाथ में फूल, चावल व जल लेकर उसे शिवलिंग पर अर्पित करते हुए यह श्लोक बोलें-
देवदेव महादेव नीलकण्ठ नमोस्तु ते।
कर्तुमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।।
तव प्रसादाद्देवेश निर्विघ्नेन भवेदिति।
कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।
 
इस प्रकार करें रात्रिपूजा
व्रती दिनभर शिवमंत्र (ऊँ नम: शिवाय) का जप करें तथा पूरा दिन निराहार रहे। (रोगी, अशक्त और वृद्ध दिन में फलाहार लेकर रात्रि पूजा कर सकते हैं।) धर्मग्रंथों में रात्रि के चारों प्रहरों की पूजा का विधान है। सायंकाल स्नान करके किसी शिवमंदिर में जाकर अथवा घर पर ही (यदि नर्मदेश्वर या अन्य कोई उत्तम शिवलिंग हो) पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके तिलक एवं रुद्राक्ष धारण करके पूजा का संकल्प इस प्रकार लें-

ममाखिलपापक्षयपूर्वकसलाभीष्टसिद्धये शिवप्रीत्यर्थं च शिवपूजनमहं करिष्ये

व्रती को फल, पुष्प, चंदन, बिल्वपत्र, धतूरा, धूप, दीप और नैवेद्य से चारों प्रहर की पूजा करनी चाहिए। दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अलग-अलग तथा सबको एक साथ मिलाकर पंचामृत से शिव को स्नान कराकर जल से अभिषेक करें। चारों प्रहर के पूजन में शिवपंचाक्षर (नम: शिवाय) मंत्र का जप करें। भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान, इन आठ नामों से पुष्प अर्पित कर भगवान की आरती व परिक्रमा करें। अंत में भगवान से प्रार्थना इस प्रकार करें-

नियमो यो महादेव कृतश्चैव त्वदाज्ञया।
विसृत्यते मया स्वामिन् व्रतं जातमनुत्तमम्।।
व्रतेनानेन देवेश यथाशक्तिकृतेन च।
संतुष्टो भव शर्वाद्य कृपां कुरु ममोपरि।।

अगले दिन सुबह पुन: स्नानकर भगवान शंकर की पूजा करने के बाद व्रत का समापन करें।

। खली की पत्नी हरविंदर कौर ने बेटी को जन्म दिया है


शादी के 12 साल बाद पिता बने 'द ग्रेट खली', पत्नी ने दिया बेटी को जन्म
हिमाचल. 'व‌र्ल्ड रेसलर' दलीप सिंह राणा उर्फ 'ग्रेट खली' पिता बन गए हैं। खली की पत्नी हरविंदर कौर ने बेटी को जन्म दिया है। मार्च, 2002 में ग्रेट खली का विवाह जालंधर निवासी हरविंदर कौर राणा से हुआ था। विवाह के करीब 12 साल बाद महाबली पिता बने हैं।
 
पिता बनने का गौरव हासिल करने वाले ग्रेट खली ने न्यूयॉर्क से फोन के माध्यम से अपने माता-पिता को बेटी का जन्म होने की खुशखबरी दी। खली के पिता बनने की सूचना मिलने पर उनके हिमाचल प्रदेश स्थित पैतृक गांव धिरायना में परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पूरे सिरमौर क्षेत्र में जश्न का माहौल है। परिजनों समेत तमाम प्रशंसकों ने फोन से ग्रेट खली को पिता बनने पर बधाई दी। उनके न्यूयॉर्क स्थित घर में बुधवार सुबह बेटी का जन्म हुआ है। 
 
कौन है 'द ग्रेट खली'
 
पेशेवर कुश्ती करियर शुरू करने से पहले, खली पंजाब राज्य पुलिस में एक पुलिस अधिकारी थे। खली 4 हॉलीवुड फिल्में और 2 बॉलीवुड फिल्मों में दिख चुके हैं। अपने 7 भाई बहनों में दलीप एक हैं। यह हिंदू राजपूत हैं। दलीप का जन्म हिमाचल प्रदेश में हुआ था। दुनिया के बड़े बॉडी बिल्डर में शूमार दलीप सिंह का कद 7 फीट 1 इंच लंबा है, वज़न 180 किलोग्राम। खली के पांव में 20 नंबर का जूता आता है। आम आदमी के हाथ की चौड़ाई खली की दो उंगलियों के बराबर है।
 
परिवार
 
पूरा नाम: दलीप सिंह राणा
पत्नी: हरमिंदर कौर (2002 में शादी हुई थी)
माता-पिता: टंडी देवी, ज्वाला राम
खली के कोच: डा. रणधीर हास्तीर
बेसिक प्रोमोटर: तारा फिटनेस / हर्बल हास्तीर
ट्रेनिंग स्कूल: ऑल प्रो रेस्लिंग हेवर्ड सीए(अमरीका)

चुनावी सर्वे की साख पर सवाल: चुनाव आयोग लगा सकता है बैन


चुनावी सर्वे की साख पर सवाल: चुनाव आयोग लगा सकता है बैन
 
नई दिल्ली. टीवी चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में सर्वे एजेंसियों को बेनकाब करने के दावे के बाद  सर्वे की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से नेताओं का एक दल बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग इन एजेंसियों पर कड़ी कार्रवाई कर सकता है। 
हाल ही में एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि पैसे देकर चुनावी सर्वे के नतीजों में धांधली करवाई जा सकती है।
 
पहले भी उठते रहे हैं सवाल
चुनावी सर्वे करने वाली एजेंसियों की साख पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं, लेकिन ताज़ा खुलासे ने इस बहस को फिर से तेज कर दिया है कि आखिर इन एजेंसियों के सर्वे का कितना असर होता है। चुनाव आयोग पहले से ही चुनावी सर्वे करने वाली एजेंसियों के कामकाज पर विचार कर रहा है। इसी सिलसिले में कुछ समय पहले आयोग ने सरकार और राजनीतिक पार्टियों को चिट्ठी लिखकर उनकी राय मांगी थी। इस चिट्ठी के जवाब में किसने क्या कहा, जानिए:
 
अटॉर्नी जनरल भी दे चुके हैं प्रतिबंध लगाने की सलाह
 
अटॉर्नी जनरल जीई वाहनवती ने सरकार को सलाह दी थी कि चुनाव या जनमत सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। 
 
चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी 
 
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने  4 नवंबर 2013 को कहा था कि चुनाव आयोग चुनाव सर्वे पर तभी प्रतिबंध लगा सकता है जब इस संबंध में कोई कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि चुनाव सर्वेक्षण, अगर वैज्ञानिक और ईमानदार हों तो यह बुरा नहीं है। 
 
 
कांग्रेस की राय
 
कांग्रेस पार्टी के नेता राशिद अल्वी ने कहा था कि ओपिनियन पोल पर पाबंदी लगाने का फैसला निर्वाचन आयोग का है और हमने इसका केवल समर्थन किया है। ओपिनियन पोल में अलग-अलग रूझान बताते हैं जिससे भ्रम की स्थिति पैदा होती है और लोग गुमराह होते हैं। सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर इस मसले को देखना चाहिए।
वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा था कि चुनाव के दौरान जनमत सर्वेक्षण वास्तव में वैज्ञानिक नहीं हैं, क्योंकि इसमें पारदर्शिता बिलकुल नहीं होती है। दिग्विजय सिंह के मुताबिक पैसे देकर कोई भी सर्वेक्षण करा सकता है। सर्वेक्षकों का भी कोई नियमन नहीं है। इसे मजाक बना दिया गया है। 
 
बीजेपी की राय 
 
बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने 5 नवंबर, 2013 को जनमत सर्वेक्षण पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के रूख को बचकाना करार दिया था। मोदी ने कहा था कि अगर कोर्ट उसका (कांग्रेस) समर्थन नहीं करती हैं तब वह कह सकती है कि अदालतों पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगा दिया जाए। इस पार्टी ने अदालत के असहज फैसले के जवाब में आपातकाल लगाया था। वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा था कि चुनाव सर्वेक्षणों या जनमत सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध लगाना न तो संवैधानिक होगा और न ही कानूनी दृष्टि से उचित होगा, क्योंकि यह वाक या भाषण की स्वतंत्रता के अधिकार का ही अंग है। किसी के मांग करने से ही इस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए।
 
अन्य दलों  की राय
 
कांग्रेस की लाइन पर बसपा, सपा, द्रमुक और अकाली दल भी चुनाव सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में रही हैं। यूपीए सरकार में शामिल एनसीपी ने प्रतिबंध का विरोध किया था, लेकिन नियामक बनाने की बात कही है। इसी तरह माकपा, भाकपा ने भी नियामक बनाने की बात कही है।
 
क्या कहते हैं कानून के जानकार
 
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के मुताबकि उपलब्ध प्रौद्योगिकी एवं इंटरनेट जनमत सर्वेक्षण के माध्यम के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। उनके मुताबिक चुनाव आयोग की तर्ज पर जनमत सर्वेक्षण आयोग की जरूरत है। यदि पांच फीसदी लोग आयोग के पास जाकर किसी कानून की मांग करते हैं तब जनमत सर्वेक्षण होना चाहिए।

राहुल पर निशाना साधते हुए बोले शिवराज- मोदी मूंछ के बाल तो राहुल पूंछ के बाल


इंदौर. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक विवादित बयान दिया है। मोदी की मौजूदगी में नीमच में देश की सबसे बड़ी सौर परियोजना का उद्घाटन करते हुए शिवराज ने कहा कि राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'जो केंद्रीय मंत्री तक नहीं बन से वे प्रधानमंत्री क्या बनेंगे। मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। वे मूंछ के बाल हैं और राहुल गांधी पूंछ के बाल। यही अंतर है दोनों में।'
मोदी बोले देश में बंद पड़े 20 हजार मेगावॉट के बिजली प्लांट
मोदी ने कहा देश में इतने प्राकृति संसाधन हैं, सामर्थवान देश है और ऊजार्वान नौजवान हैं, बावजूद इसके आज हालत खराब हैं। देश में एक तरफ अंधेरा है तो दूसरी तरफ 20  हजार मेगावॉट बिजली के कारखाने बंद पड़े हैं। लोग बेरोजगार हो रहे हैं। देश में बिजली पैदा करने वाले लोग हैं, बिजली की खपत है, साधन हैं, संसाधन हैं, लेकिन योजना नहीं है। केंद्र सरकार ने पॉवर को ही भ्रष्टाचार बना लिया है। हमारे पास सोना है, कोयला है, लेकिन दिल्ली सरकार की नियत ठीक नहीं है।
मोदी सुबह 10.40 बजे हवाई मार्ग से नीमच हवाई पट्टी पहुंचे। वे अहमदाबाद से विशेष विमान द्वारा नीमच पहुंचे। यहां से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के साथ वे हेलीकॉप्टर से नीमच जिले के भगवानपुरा (डिकेन) स्थित सौर एनर्जी प्लांट पहुंचे। उन्होंने यहां पर 1100 करोड़ की लागत से बने सौर एनर्जी प्लांट का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में करीब एक लाख से ज्यादा लोग : इसके साथ ही उन्होंने अंत्योदय मेले और आओ बनाए मप्र का भी शुभारंभ भी किया। मोदी के कार्यक्रम में जिले के साथ आसपास के जिलों के साथ राजस्थान के पड़ोसी जिलों से करीब एक लाख से ज्यादा लोगों ने शिरकत की। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल, योजना आयोग के उपाध्यक्ष बाबूलाल जैन, जावद विधायक ओमप्रकाश सखलेचा, ऊर्जा मंत्री राजेंद्र शुक्ल, प्रभारी मंत्री दीपक जोशी सहित मंदसौर-नीमच के विधायक और जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

नपुंसक कहने के बाद बोले सलमान- मैं मोदी का डॉक्‍टर नहीं, उनकी जांच नहीं की है



नई दिल्ली. कांग्रेस नेता और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद द्वारा बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को नपुंसक कहने पर बीजेपी की ओर से जवाबी हमलों का दौर जारी है। लेकिन, सलमान खुर्शीद ने टिप्पणी पर माफी मांगने की बीजेपी की मांग ठुकरा दी है। बीजेपी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सलमान खुर्शीद को ब्रेन स्कैन कराने की जरुरत है। उन्होंने ट्वीट किया, 'उनके ब्रेन स्कैन में कॉकरोच का दिमाग मिलेगा या खाली जगह।' (सोशल मीडिया पर यूजर्स दे रहे जमकर प्रतिक्रिया)
 
बीजेपी नेताओं ने खोला खुर्शीद के खिलाफ मोर्चा  
 
अनुराग ठाकुर 
भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेतृत्व को लिखे खुले खत कहा, 'ये वही सलमान खुर्शीद हैं, जिन्होंने कहा था कि, बाटला हाउस मुठभेड़ में  मारे गए आतंकवादियों के शवों की तस्वीरें देखकर सोनिया गाँधी की आँखों से आसू निकल आये थे। मैं सलमान खुर्शीद से पूछना चाहता हूं कि यह बयान देकर उन्होंने क्या अपनी नपुसंकता का परिचय देश को दिया था? 
कांग्रेस की सरकार के नाक की नीचे, पाकिस्तानी सैनिक भारतीय जवानों का सर काट कर ले जाते हैं, सरबजीत सिंह की लाहौर के जेल में हत्या हो जाती है, क्या ये कांग्रेस सरकार की नपुंसकता नहीं है?'
 
शाहनवाज हुसैन 
शाहनवाज हुसैन ने कहा, 'सलमान खुर्शीद भले ही विदेश में पढ़कर आए हैं लेकिन हमें उम्मीद नहीं है कि वह भारतीय तहजीब को इस कदर भूल जाएंगे।' 
 
 
सलमान खुर्शीद दिनभर देते रहे सफाई
खुर्शीद दिनभर अपने बयान को लेकर सफाई देते रहे।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के मोदी का नपुंसक बताने वाले बयान को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी ने इस मसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। खुर्शीद ने एक अंग्रेजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा, 'आपके लिए Impotent (नपुंसक) का क्या मतलब है? क्या मैं उनकी सेक्सुअल क्षमता तो लेकर बात कर रहा था, नहीं , मेरी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है।'
 
उन्‍होंने कहा, 'मैंने वही शब्द प्रयोग किया है जो हमारी शब्‍दावली में है। या तो वे मानें कि हम बहुत शक्तिशाली हैं और जो हमने कराया (गुजरात दंगों के संदर्भ में) वह जान-बूझ कर कराया। या मानें कि हममें क्षमता नहीं थी उसे रोकने की। अगर क्षमता नहीं है तो उसे क्‍या कहते हैं। नपुंसक ही कहते हैं ना। तो फिर उन्‍हें क्‍या दिक्‍कत है। मेरी भावनाओं को व्‍यक्‍त करने के लिए मुझे इससे बेहतर शब्‍द बता दें।
 
खुर्शीद ने कहा, 'राजनीति में यह शब्‍द इस्‍तेमाल होता रहा है। मैं उनका (मोदी का) डॉक्‍टर नहीं हूं। मैंने उनकी जांच नहीं की है। मैंने हिंदी के शब्‍द का इस्‍तेमाल किया जिसका मतलब है उनके पास राजनीतिक रूप से ताकत नहीं है। मेरे कहने का मतलब सेक्‍स से बिल्‍कुल संबंधित नहीं था।'
 
 
क्या है मामला 
अपने संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद में केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी को 'नपुंसक' कहा था। उन्होंने यह टिप्पणी गुजरात में 2002 में हुए गोधरा कांड को लेकर किया। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाला क्यों 2002 में दंगों के दौरान कुछ नही कर पाया। उन्होंने कहा, 'हम तुम्हें (मोदी) लोगों की हत्या का आरोपी नहीं कहते। हमारा आरोप है कि तुम नपुंसक हो। तुम हत्यारों को रोक नहीं सके।'

सिंधुरत्‍न पनडुब्‍बी हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए नौसेना प्रमुख ने दिया इस्तीफा


सिंधुरत्‍न पनडुब्‍बी हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए नौसेना प्रमुख ने दिया इस्तीफा
मुंबई. बुधवार को भारतीय नौसेना की सिंधुरत्‍न पनडुब्‍बी में हुए हादसे से दुखी नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी ने इस्तीफा दे दिया है। रक्षा मंत्रालय ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। एडमिरल डीके जोशी ने पनडुब्बी हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया है।
वाइस एडमिरल आरके धवन को तुरंत प्रभाव से नेवी प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी  गई है। डीके जोशी ने अगस्त 2013 में नौ सेना प्रमुख का पद संभाला था। वह अगले साल रिटायर होने थे। 
क्या हुआ हादसा
सिंधुरत्‍न पनडुब्‍बी से धुआं निकलने की वजह से कई नौसैनिक बेहोश हो गए थे। सात नौसैनिकों को एयरलिफ्ट करके निकाला गया और मुंबई लाया गया। दो नौसैनिकों का पता नहीं है। नौसेना ने हादसे की पुष्टि की है, लेकिन हादसा कितना बड़ा है और क्‍यों हुआ, इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है। सिंधुरत्‍न को 1988 में नौसेना में शामिल किया गया था। हादसे में पनडुब्‍बी को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
इससे पहले अगस्‍त 2013 में सिंधुरक्षक पनडुब्‍बी में बड़ा हादसा हुआ था। तब पनडुब्‍बी में धमाकों के बाद भीषण आग लग गई थी और कई नौसैनिक जल कर खाक हो गए थे। इस हादसे में देश ने 18 नौसैनिक खोए थे और पनडुब्‍बी भी बर्बाद हो गया था।

क़ुरान का सन्देश

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