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11 मार्च 2014

कितनी अजीब बात है ,,,केसी सियासत है

कितनी अजीब बात है ,,,केसी सियासत है ,,जो  लोग कल भाजपा को गालिया बकते थे वोह आज भाजपा में बैठकर पार्टी का प्रचार कर रहे है ,,,जो लोग कल कोंग्रेस को गालिया बकते थे वोह लोग आज कोंग्रेस में घुस कर कोंग्रेस का प्रचार कर रहे है ,,यह तो कथित रूप से सबसे बढ़े क्षेत्रीय दल है जी हाँ राष्ट्रीय पार्टियां में इन्हे इसलिए नहीं कहता के यह पूरी लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ रही है अब बताइये जब कोंग्रेस भाजपा में आया राम गया राम और ज़मीर बेचकर पार्टी  अदल बदल करने वालों का यह हाल है तो फिर छोटे छोटे क्षेत्री दल ममता ,,,समता ,सपा ,,बसपा का क्या हाल होगा ,,सभी अन्ना ,,,केजरीवाल ,,बिन्नी ,,किरणबेदी ,,,गनरल वीके सिंह की तरह हो रहे है कभी इधर कभी उधर बस चर्चा में रहे सत्ता में रहे ,,,,अन्ना ,,ममता और किरणबेदी ने बिन्नी के साथ मिलकर दिल्ली में केजरीवाल को निपटाने और भाजपा को सहयोग करने का प्लान बना लिया है ,,लेकिन गाली दे दे कर ,,वाह सियासत वाह ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर

कितने मुसलमान भाइयों ने क़ुरान शरीफ तर्जुमे से पढ़ा है जो इस्लाम का संविधान है ,,कितने मुसलमान है जो क़ुरान मजीद के बताये हुए हुक्म और रास्ते पर चलते है ,,,,,कितने हिन्दू भाई है जिन्होंने चारो वेद ,,रामायण ,,,,,भगवत गीता के श्लोक हिंदी भाषा में समझे है

कितने मुसलमान भाइयों ने क़ुरान शरीफ तर्जुमे से पढ़ा है जो इस्लाम का संविधान है ,,कितने मुसलमान है जो क़ुरान मजीद के बताये हुए हुक्म और रास्ते पर चलते है ,,,,,कितने हिन्दू भाई है जिन्होंने  चारो वेद ,,रामायण ,,,,,भगवत गीता के श्लोक हिंदी  भाषा में समझे है ,,और कितने हिन्दू है जो भगवत गीता के ज्ञान के आधार पर बताये हुए रास्ते पर चलते है ,,,अरे जब हम अपने अपने धर्म ग्रंथों को नहीं पढ़ पा रहे ,,उन्हें अपनी भाषा में नहीं समझ पा रहे ,,इन धर्मग्रंथों के रास्ते पर खुद को नहीं चला पा रहे तो हमे कोई हक़ नहीं के हम धर्म के नाम पर ठेकेदारी कर एक दूसरे धर्म को गाली दे ,,आपस में लड़े और इस धर्म को भारत में सियासी कुर्सी हांसिल करने का एक  आधार बनाये ,,,,,,,,,यक़ीनन जो भी शख्स अपना धर्म पूरी तरह से पढ़  लेगा वोह इन सब बेवकूफियों को भुलाकर इंसानियत की राह पर चलेगा तो दोस्तों हिन्दू अपने अपने धर्म ग्रन्थ एक बार तो पढ़ ले ,,मुस्लिम क़ुरान मजीद तर्जुमे से अपनी ज़ुबान में एक बार तो पूरा पढ़ कर समझ ले सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा और देश में सही मायनों में मानवता का इन्साफ का राज हो जाएगा शैतान चाहे कितना ही प्रभावशाली हो किसी भी धर्म का हो इब्लीस हो  चाहे रावण हो चाहे हो कंस उसका अंत हो जाएगा ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सीमा पार का दर्द: नहीं मिल रहा हिंदू का दर्जा, हिंदुस्तानी कहलाने का ख्वाब भी अधूरा



रानियां. देश विभाजन होने के बाद सरहद पार की कशमकश का खामियाजा अभी तक पाकिस्तान से विस्थापित हिंदू भुगत रहे हैं। हालांकि देश बंटवारे से पहले उन्हें कभी यह महसूस ही नहीं हुआ कि वे हिंदुस्तानी या पाकिस्तानी। लेकिन जब देश बंटवारे के बाद उन पर पाकिस्तानियों की ओर से परेशान किया जाने लगा तो उन्हें एहसास हुआ कि वे हिंदू हैं। अयोध्या में मंदिर व बाबरी मस्जिद विवाद तो भारत में हुआ। लेकिन उनका परिणाम उन्हें पाकिस्तान में भुगतना पड़ा।
 
उन्हें मजबूरन इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए उकसाया गया। लेकिन हार नहीं मानी पाकिस्तान में जिस कदर तंग हाल थे और मजदूरी कर पेट पाल रहे थे। वही हालात भारत में बसने के बाद भी बने हुए हैं, लेकिन एक इतमीनान है कि जुल्म नहीं हो रहे है, लेकिन अनपढ़ थे और संतानें भी अनपढ़ रहीं।
 
पाकिस्तान में जन्म और शादी की। भारत में आने के तेइस साल बाद भी हालात सुधरे नहीं हैं। भारतीय नागरिकता न मिलने से तरक्की भी नहीं हो सकी। यह दर्द- 60 वर्षीय रादेकदाल, आसूराम, द्वारका राम, मनवर राम भास्कर से बयां किया। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में 50 सदस्य हैं। जो कि इस समय सिरसा जिले के गांव हरिपुरा में आकर 23 साल से रह रहे हैं।
 
...और नहीं लौटे वापस
रादेकलाल की शादी पाकिस्तान में ही रहने वाली शांति बाई से हो गई थी। भारत आने के बाद शांति बाई दोबारा परिजनों से मिलने पाकिस्तान नहीं जा सकी है। रादेकलाल ने बताया कि जब वे पाकिस्तान से जान बचाके भागे तो उसके माता पिता व अन्य परिवार पाकिस्तान में रह गए।10 वर्ष पहले उसके पिता खेतालाल उससे मिलने हरिपुरा आए थे, लेकिन उसके बाद कभी फोन से भी बात नहीं हुई। पता नहीं वह किन हालात में रह रहे है और यह कहते कहते रादेकलाल की आंखें भर आईं।
 
 
वैसे हम आपको बता दें कि ये पहला ऐसा मामला नहीं है, जब लोगों ने पाकिस्तान में होने वाले जुल्मों और असुविधाओं का जिक्र किया है। इससे पहले भी कई बार हिंदुओं और भारतवासियों पर होने वाले अत्याचार की खबरें सामने आ चुकी हैं। भले ही वो पाक जेल में बंद कैदी हों या फिर वहां के निवासी।

पुलिस के हत्थे चढ़े 'डॉन', पहले लाठियों से पीटा फिर निकाला गया जुलूस



इंदौर. पश्चिमी इंदौर का द्वारकापुरी इलाका शहर के अपराधियों की शरण स्थली बन गया है। द्वारकापुरी और इससे लगे इलाके में सक्रिय आधा दर्जन से भी अधिक गैंग यहां अवैध प्लॉट, अवैध शराब और वसूली के कामों में लिप्त हैं लेकिन पुलिस पूरी तरह मौन है। स्थिति यह है कि शहर के दूसरे इलाकों के गुंडे भी इसी इलाके में सक्रिय हैं। व्यापारी जहां इन गुंडों की अवैध वसूली से त्रस्त हैं, वहीं कई स्थानीय लोगों ने अब यहां से घर बेचकर दूसरे इलाकों में जाना शुरू कर दिया है।
 
इन इलाकों में है गुंडागर्दी
 
द्वारकापुरी- 40 हजार की आबादी वाली यह कॉलोनी गुंडागर्दी का बड़ा अड्डा है। हर गली में गुंडों की गैंग सक्रिय है। व्यापारियों में जबर्दस्त खौफ है। अनैतिक व्यापार और सेक्स रैकेट के लिए इलाका ख्यात है।
 
पंच मूर्तिनगर- स्लम बस्ती और मध्यमवर्गीय परिवारों की कॉलोनी में जबर्दस्त गुंडागर्दी और बदमाशों का
आतंक है।
 
ऋषि पैलेस- प्लॉट पर अवैध कब्जे और शराबखोरी के लिए ख्यात कॉलोनी भी गुंडों से भरी पड़ी है।
 
गंगा नगर और रामानंद नगर- बदमाशों की मंडली और अवैध प्लॉट के कारण चर्चित है।
 
राज नगर- चार सेक्टर में बंटे इस इलाके में चंदाखोरी, मारपीट, चाकूबाजी और लूटपाट की घटनाएं होती रहती हैं।
 
सिरपुर, बांक और नूरानी नगर- अल्पसंख्यक समुदाय की बसाहट वाला ये क्षेत्र अवैध बसाहट से घिरा हुआ है।
ग्रीन पार्क, चंदूवाला रोड और चंदन नगर- चाकू अड़ाकर रोकना, मारपीट व रुपए छीनने की घटना के लिए ख्यात है।
 
इन गुंडों का है आतंक
 
महेंद्र सोलंकी- दो हत्या कर चुके इस गुंडे का इलाके में गिरोह सक्रिय है। नेताओं से संबंध और पुलिस पर रसूखदारी दिखाकर इसने द्वारकापुरी इलाके में दबदबा बना रखा है।
 
सतपाल तोमर- लिस्टेड गुंडा है और दो बार जिलाबदर हो चुका है। विवादित प्लॉटों के मामले निपटाने, कब्जे और वसूली के लिए काम करता है।
 
हीरा और शेरू- इलाके के कुख्यात बदमाश। सोलंकी की गैंग का सक्रिय सदस्य हैं।
 
निक्कू- आम लोगों को रोककर रुपए झपटना, मारपीट, धमकाना और प्लॉट पर कब्जा करने में सक्रिय।
 
पंकज चौधरी- इस की गैंग सिटी वैन व मैजिक चालकों से एजेंटी वसूलती है। प्रापर्टी के काम के बहाने प्लाट पर अवैध कब्जे करता है।
 
कन्हैया बसोड़- लिस्टेड गुंडा। पुलिस ने कई बार इनाम घोषित किए।
 
कमल मौर्य- अवैध कब्जे व मकान खाली करवाता है। गोंदवाले धाम क्षेत्र में सक्रिय है।
 
नीरज ऊंटवाल- सात आपराधिक प्रकरण और गुंडा सूची में शामिल।
 
गौरव उर्फ गोलू- इलाके में कुख्यात गुंडा।
 
पप्पू खटीक- अवैध शराब बेचता है।
 
'इंदौर के डॉन' की गैंग भी सक्रिय
पोस्टर पर डॉन बनकर झांकी जमाने वाले गुंडे भय्यू यादव की गैंग ने भी इलाके में आतंक मचा रखा है। अवैध गैस रिफिलिंग सेंटर और सेक्स रैकेट के अड्डों को इसी का संरक्षण है। प्लॉटों के विवादित मामले निपटाने में भी ये सक्रिय है।
 
हिस्ट्रीशीटर बदमाश सहित सूदखोर पकड़ाया
चार थानों की पुलिस ने मंगलवार को गुंडा विरोधी अभियान चलाकर 2५ गुंडे पकड़े। एरोड्रम पुलिस ने हत्या के आरोपी सहित इलाके के एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को दबोचा।ं एमआईजी पुलिस ने चार गुंडों को पकड़ा। सभी की जमकर पिटाई की गई।
 
एरोड्रम टीआई अशोक तिवारी ने बताया गुंडे पकड़े गए। इसमें 27 अपराध वाले गुंडे कल्लू जेसवाल शामिल है। हत्या के एक आरोपी कैलाश बागौर और सूदखोरी के लिए व्यापारी को प्रताडि़त करने वाले पप्पू उर्फ दिलीप सोनी को भी गिरफ्तार किया है। भंवरकुआं टीआई पीएस राणावत ने बताया चार बदमाश पकड़े गए, जिसमें जानलेवा हमले का आरोपी विक्की भी शामिल है। एमआईजी पुलिस ने चार और परदेशीपुरा थाने में १५ गुंडे पकड़े।

'आप' में टिकट को लेकर तकरारः शाजिया का इनकार, कुमार विश्वास भी नाराज



नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के दो बड़े नेताओं में टकराव की स्थिति बन रही है। शाजिया इल्मी ने कहा है कि वह रायबरेली से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं दो महीने से यह बात कहती आ रही हूं।' रायबरेली से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव मैदान में हैं। उधर, अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कुमार विश्वास ने इशारों में तंज कसा। ट्वीट किया, 'सेफ सीट, सबको चाहिए। चाहे भाजपा हो या आप। कांग्रेस की बात अलग है। वहां तो हर सीट अनसेफ है।' उन्होंने कुछ और ट्वीट कर अपने गुस्से और लड़ाई में अकेले पड़ने का जिक्र किया।
कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, 'प्रतिकूल पथ पर प्राणपथ से चल रहा लथपथ अकेला। ढह गए संबंध पिछले, हट गया निस्वार्थ मेला।' दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'जिनके एक इशारे पर हम गुलशन से लोहा ले बैठे, जरा गंध मांगी तो बोले- हवा अभी अनुकूल नहीं।' वे यहीं नहीं रुके। उन्होंने अगला ट्वीट किया, 'चढ़ती नदी में नाले गिरेंगे तो आस्थावान स्नान से भी डरेगा। आचमन तो भूल ही जाओ।'
नाराजगी की खबर मीडिया में आने के बाद मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि मोदी पर सीधे हमले करने के बाद कुछ रिश्ते नए रूप में सामने आ रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका इशारा कुमार विश्वास की तरफ था। कुमार एक कवि सम्मेलन के दौरान सार्वजनिक रूप से नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि शाजिया इल्मी दिल्ली की किसी लोकसभा सीट पर लड़ना चाहती थीं। दक्षिणी दिल्ली सीट से उनके नाम की चर्चा भी थी, पर टिकट रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र सहरावत को दे दिया गया। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में वह आरकेपुरम से लड़ी थीं और मामूली अंतर से हार गई थीं।
 
आम आदमी पार्टी ने कई ऐसे लोगों को लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया, जिन्होंने बहुत बाद में पार्टी में एंट्री ली। इनमें पत्रकार आशुतोष, आशीष खेतान, गांधी के पोते राजमोहन गांधी, सविता भट्टी जैसे कई नाम शामिल हैं।

मुंबई यात्रा के दौरान केजरीवाल करेंगे ऑटो और लोकल की सवारी


मुंबई यात्रा के दौरान केजरीवाल करेंगे ऑटो और लोकल की सवारी
मुंबई. आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल बुधवार से महाराष्ट्र में अपना तीन दिवसीय दौरा शुरू करने जा रहे हैं। दौरे की शुरुआत वे मुंबई में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से करेंगे। 'आप' के मुताबिक बुधवार को एयरपोर्ट पर उतरने के बाद केजरीवाल ऑटो रिक्शा से अंधेरी स्टेशन जाएंगे और वहां वे लोकल ट्रेन पकड़कर चर्चगेट जाएंगे। अपनी इस 40 मिनट की यात्रा में केजरीवाल यात्रियों से उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करेंगे। इसके बाद, वे अपने पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में मुंबई के अलग-अलग हिस्सों में जाएंगे। वे पूर्वी कोरीडोर का इस्तेमाल करके मुंबई के नॉर्थ-ईस्ट लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से सामाजिक कार्यकर्ता और 'आप' की उम्मीदवार मेधा पाटकर को वोट देने की अपील करेंगे।
 
मुंबई के बाद केजरीवाल 13 और 14 मार्च को नागपुर में रोड शो करेंगे। गौरतलब है कि 2012 में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अचानक मुंबई का दौरा किया था और लोकल ट्रेन में यात्रा करके लोगों से वाहवाही बटोरी थी। 

दिल्ली की 7 में से कितनी सीटों पर रह पाएगा कांग्रेस का कब्जा? जानिए



दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है। लेकिन चार महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों को यदि लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें तो कांग्रेस का किसी भी सीट पर कब्जा नहीं रह गया है। नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली की 10-10 विधानसभा सीटों में से एक सीट पर भी कांग्रेस नहीं जीत सकी थी, जबकि चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली, उत्तर पूर्वी और उत्तर पश्चिमी दिल्ली की 10-10 सीटों में से महज 2-2 सीटें ही बचा पाई। उधर, भाजपा ने अपने सहयोगी पार्टी अकाली दल के साथ 32 सीटें हासिल की तो पहली बार चुनाव लड़ रही आप ने 28 सीटें जीतीं थीं। आइए देखें क्या है दिल्ली की लोकसभा सीटों की स्थिति-
सीट नं. 1 चांदनी चौक
मौजूदा सांसद : कपिल सिब्बल (कांग्रेस)
10 विधानसभा सीटें

आदर्श नगर (राम किशन सिंघल-भाजपा), शालीमार बाग (वंदना कुमारी-आप), शकूरबस्ती (सत्येन्द्र कुमार जैन-आप), त्रिनगर (नंद किशोर गर्ग-भाजपा), वजीरपुर (डॉ.महेन्द्र नागपाल-भाजपा), मॉडल टाउन (अखिलेशपति त्रिपाठी-आप), सदर बाजार (सोमदत्त-आप), चांदनी चौक (प्रहलाद सिंह साहनी-कांग्रेस), मटिया महल (शोएब इकबाल-जेडीयू),
बल्लीमारान (हारुन युसूफ-कांग्रेस)
कुल मतदाता : 13,92,395
पुुरुष मतदाता : 761364
महिला मतदाता : 630980, अन्य : 51
सीट नं. 2 उत्तर-पूर्वी दिल्ली
मौजूदा सांसद-जय प्रकाश अग्रवाल
10 विधानसभा सीटें

बुराड़ी (संजीव झा-आप), तिमारपुर (हरीश खन्ना-आप), सीमापुरी (धर्मेंद्र कुमार-आप), रोहताश नगर (जितेन्द्र कुमार-भाजपा), सीलमपुर (चौधरी मतीन अहमद-कांग्रेस), घोंडा (साहब सिंह चौहान-भाजपा), बाबरपुर (नरेश गौड़-भाजपा), गोकलपुर (रंजीत सिंह-भाजपा), मुस्तफाबाद (हसन अहमद-कांग्रेस), करावल नगर (मोहन सिंह बिष्ट)
कुल मतदाता : 18,67,000
पुरुष मतदाता : 1029098
महिला मतदाता: 837810
अन्य : 92

क़ुरान का सन्देश

 
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