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12 मार्च 2014

बेड़ियों में जकड़ी जिंदगी, 12 सालों से अपनों ने ही कर रखा है कैद



अंकिरा. फरसाबहार के पेटामारा गांव निवासी धनेश्वर कालो 12 सालों से बेड़ियों में जकड़ा हुआ है। तंग कोठरी की एक चारपाई पर ही उसकी जिंदगी सिमट कर रह गई है। लेकिन इस कैद के पीछे धनेश्वर की मानसिक बीमारी है। उग्र होने के कारण परिवार वाले चाहकर भी उसे बेड़ियों से स्वतंत्र नहीं कर पा रहे। धनेश्वर की मां श्रीमती बाई एवं पत्नी ईश्वरी बाई आंसू बहाने के सिवाए कुछ नहीं कर पा रहे हैं। परिवार वालों ने अपने सामर्थ्य के अनुसार कई जगह उसका इलाज भी कराया गया। पर किसी तरह का सुधार नहीं होने से उनकी हिम्मत भी साथ छोड़ गई। लंबे समय से इलाज कराने से परिवार की आर्थिक स्थिति भी बदहाल हो चुकी है। अब तो खाने के लाले भी पड़ने लगे हैं।
हालांकि परिवार के पास थोड़ी पैतृक जमीन है। पर कमाने वाला घर का मुखिया का ही यह हाल है एवं पत्नी दिन-रात उसकी देखरेख में जुटी हो, तो लालन-पालन की व्यवस्था कहां से हो। विशेष परिस्थिति में बड़े भाई के लड़के सहयोग करते हैं। पर हर समय सहयोग करना भी उनके लिए संभव नहीं है। घर में 55 साल की पत्नी एवं वृद्ध माता ही है।
शादी के वक्त बीमार नहीं था धनेश्वर
15 साल पहले शादी के वक्त धनेश्वर ठीक था। बाद में धीरे-धीरे उसका दिमाग असंतुलित होने लगा। वह उग्र होकर लोगों से मारपीट करने लगा। तब परिजनों को उसके विक्षिप्त होने की आशंका हुई। तब उन्होंने धनेश्वर का इलाज कराना शुरू किया। उग्र होकर किसी को नुकसान न पहुंचा दे, इस डर से धनेश्वर के हाथ एवं पैरों में बेड़ियां लगा दी गई।
सरकारी योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
शासन द्वारा लोगों को सुविधा मुहैया कराने एवं लाभ दिलाने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। पर इस परिवार को कोई लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है।  सरपंच सहित संबंधित विभाग से कई बार परिवार के लोग गुहार लगा चुके है। 2009-10 तात्कालीन एसडीएम एवं प्रशासन के अन्य अधिकारी आकर धनेश्वर की सुध ली थी। पर घर वालों की माने तो इसके बाद न तो अधिकारी दोबारा देखने आए और न ही परिवार को कोई लाभ मिला। अंकिरा सरपंच शिवाराम का कहना है की ग्रामीणों द्वारा आवेदन प्राप्त होने पर पात्रता के आधार पर लाभ दिया जा रहा है। अगर यह परिवार इससे वंचित है, तो वे स्वयं रूचि लेकर उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाएंगे। धनेश्वर की पत्नी एवं  मां ने रोते हुए कहा कि 4-5 साल पहले कुछ अधिकारी आकर सहयोग करने की बात कही थी। पर वे दोबारा झांकने तक नहीं आए। धनेश्वर के भतीजे दुर्योधन कालो ने बताया की वे लोग स्वयं अपने कामों में व्यस्त रहते हैं। इसके बावजूद आवश्यकता पड़ने पर पूरा सहयोग करते हैं।
अठारह साल से बंधन में बीत रही जिंदगी, घर में कैद है 24 वर्षीय युवक
 
अस्पतालों में जांच से लेकर दवाओं और उपचार तक निशुल्क होने के सरकारी दावों तथा कदम-कदम पर समाजसेवी व स्वयंसेवी संस्थाओं के अस्तित्व के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में मानसिक रोगी अब भी खूंटे से बंधने को मजबूर हैं। कस्बे में युवक शिवराज की दुनिया भी खूंटे के आस-पास 15 फीट जगह तक सिमट गई।
 
कस्बे के शिवराज की जिंदगी उसी रस्सी और खूंटे तक सिमट कर रह गई है। अब मां उसे न जीने की दुआ दे सकती न ही मरने की बददुआ। मां सीता देवी के लिए उसका जवान बेटा मानसिक संतुलन बिगडऩे से बोझ बन गया है। नियति का दंश भुगतती मां 18 सालों से अपने जिगर के टुकड़े के पांव में रस्सी बांधकर पत्थर से बांध रखा है।
 
24 के युवक शिवराज छह वर्ष की उम्र में ही मानसिक संतुलन खो बैठा तभी यह रस्सी बंधा हुआ है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली मां के पास बेटे का इलाज कराने के लिए धन नहीं है। वह परित्यक्ता होने के हालात में पिछले कई वर्ष पीहर में रह रही है। कादेड़ा निवासी सीता देवी के तीन संतान है। बड़ा बेटा शिवराज जन्म के कुछ सालों बाद ही अपना मानसिक संतुलन खो चुका है। इस संदर्भ में मां सीता देवी ने बताया कि शिवराज न तो पीने के लिए पानी मांगता है और न ही नित्य कर्म के लिए बात समझा सकता है।
 
वह सुबह बेटे को नित्यकर्म से निपटाकर रोटी खिलाने के बाद उसे रस्सी से बांधकर मजदूरी पर चली जाती है। इसके बाद मजदूरी से आकर वह उसे पानी पिला पाती है। मां ने सीमित आर्थिक हालातों से बेटे का इलाज कराया मगर तंगहाली में आखिरकार घर पर उसे खूंटे से बांध कर रखना पड़ रहा है। शिवराज को पिछले दस वर्षों से विकलांग पेंशन के रूप में सरकारी मदद मिल रही है, परंतु इससे शिवराज का इलाज नहीं हो सकता है

भाजपा के हुए रामकृपाल: अध्‍यक्ष ने लगाया गले, नेता ने बताया लालू का नौकर

भाजपा के हुए रामकृपाल: अध्‍यक्ष ने लगाया गले, नेता ने बताया लालू का नौकर
पटना. राजद से बागी हुए नेता रामकृपाल यादव बुधवार को आखिरकार भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर उन्‍होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधा और नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। टीवी पर उनका बयान सुनते ही, लालू ने उनकी तुलना भस्‍मासुर से की और कहा कि जैसे भस्‍मासुर का अंत हुआ था वैसे रामकृपाल भी भस्‍म हो जाएंगे। लेकिन, थोड़ी देर बाद ही भाजपा नेता नवल किशोर यादव ने ऐसा बयान दे दिया जिससे पार्टी में रामकृपाल के नाम पर कलह के आसार बनते दिख रहे हैं।
रामकृपाल को लेकर बीजेपी ने मोल ली मुसीबत?
 
भाजपा ने रविशंकर प्रसाद के जरिए रामकृपाल यादव को पार्टी में शामिल तो कर लिया है, लेकिन इसके तुरंत बाद संकेत मिले कि यह पार्टी में मुसीबत का सबब बन सकता है। लालू की पार्टी से ही भाजपा में आए नवल किशोर यादव ने कहा, 'उन्‍होंने (रामकृपाल) सिर्फ अपनी महत्‍वाकांक्षा पूरी करने के लिए भाजपा ज्‍वॉयन की है। राजद में उनकी कोई औकात नहीं थी। वह बस लालू परिवार के नौकर थे।' रामकृपाल के आने से भाजपा में नवल किशोर यादव की पाटलिपुत्र सीट से टिकट की दावेदारी कमजोर पड़ गई है।  
टिकट नहीं मिलने पर तोड़ा लालू से सालों पुराना नाता 
पाटलिपुत्र सीट से लालू यादव ने अपनी बेटी मीसा भारती को जब उम्‍मीदवार घोषित किया था, तभी रामकृपाल की नाराजगी चरम पर चली गई थी। उन्‍होंने राजद के सारे पद छोड़ दिए थे और तीन दिन से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकल रोज लग रही थी। लेकिन, बुधवार को भाजपा मुख्‍यालय में पार्टी अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह के साथ प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर यादव ने इसकी घोषणा कर दी। यह घोषणा करते हुए रामकृपाल ने लालू यादव पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि राजद में सामाजिक न्‍याय की जगह पारिवारिक न्‍याय को म‍हत्‍व दिया जा रहा है।
पहले कहा था- लालू जी ही रोक सकते हैं मोदी का रथ
जिस रामकृपाल यादव ने आज राजनाथ सिंह के पैर छूकर बीजेपी का दामन थामा और नरेंद्र मोदी की जम कर तारीफ की, उन्होंने कुछ ही दिन पहले कहा था- देश में मोदी का रथ रोकने की ताकत केवल लालू जी में हैं। उन्होंने ही लालकृष्ण आडवाणी का रथ रोका था और वह ही मोदी का रथ भी रोकेंगे।
 
मोदी पर कैसे पलटे रामकृपाल 
 
बीजेपी में शामिल होकर रामकृपाल यादव ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने ही गुजरात में मुस्लिमों की हालत में सुधार किया है। लेकिन एक समचार चैनल पर डिबेट के दौरान हाल ही में रामकृपाल ने कहा था कि मोदी पीएम बने तो देश बिल्कुल टूट जाएगा। वह गुजरात में मुस्लिमों के नरसंहार के दोषी हैं। गुजरात से देश कलंकित हुआ है। ऐसी मानसिकता वाला आदमी पीएम की गद्दी पर बैठेगा तो देश का विनाश होगा।
 
लालू ने कहा- रामकृपाल ने किया सिद्धांतों से समझौता
लालू ने कहा, ' हमने न तो उन्हें पार्टी से बाहर निकाला और न ही उनकी राज्यसभा सदस्यता छोड़ने की मांग की। पूरा देश जान गया है कि कैसे रामकृपाल यादव ने अपने सिद्धांतों को बेच दिया और विचारों का होलिका दहन किया। यह आदमी (रामकृपाल) अवसरवादिता दिखाकर सांप्रदायिक लोगों की गोद में बैठ गया। जैसे भस्मासुर भस्म हुआ यह भी ऐसे ही भस्म होगा।

जगदंबिका पाल का आरोप- खुर्शीद के एनजीओ ने खाया विकलांगों का पैसा



लखनऊ. हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले जगदंबिका पाल ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को जगदंबिका पाल ने केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को निशाने पर लिया। पाल ने आरोप लगाया कि खुर्शीद विकलांगों के लिए जो एनजीओ चलाते हैं, उसके लिए मिले फंड में फर्जीवाड़ा किया गया। पाल ने सवाल किया कि विकलांगों के कैंप के लिए जो पैसा निर्धारित किया गया था वह कहां गया। गौरतलब है कि जगदंबिका पाल के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा है और माना जा रहा है कि वे जल्‍द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर बुधवार को बीएसपी नेता विजय बहादुर ने बीजेपी अध्‍यक्ष राजनाथ से मुलाकात की। 
 
'फर्जी हस्‍ताक्षर, फर्जी चेक लिस्‍ट'
 
प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पाल ने कहा कि खुर्शीद और उनकी पत्‍नी जिस एनजीओ जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट को चलाते हैं, उसे सरकारी तौर पर 71 लाख रुपए मिले थे। पाल ने कहा, इस एनजीओ की तरफ से साइकिल वितरण का कार्यक्रम मेरे इलाके में भी था। मैं बता दूं कि जिस दिन हमारे इलाके सिद्धार्थ नगर में साइकिल वितरण का कार्यक्रम रखा गया था, उस दिन कोई कैंप लगा ही नहीं। फर्जी हस्ताक्षर किए गए और इसके बाद फर्जी चेक लिस्ट मंत्रालय को भेजा गया। पाल ने उत्तर प्रदेश सरकार से इस मामले में जांच की मांग की है।
 
रणनीति का खुलासा करेंगे पाल
 
जगदं‍बिका पाल ने कहा कि खुर्शीद मंत्री हैं और सरकार क्या करेगी, आप समझ सकते हैं। उन्‍होंने कहा, यह कोई पहला मामला नहीं है, जब सलमान खुर्शीद के खिलाफ आरोप लगे हों। इससे पहले भी कई बार उनके खिलाफ आरोप लग चुके हैं। भारत सरकार को इस मामले में जांच करनी चाहिए। एक तरफ राहुल गांधी ट्रांसपेरेंसी की बात करते हैं और दूसरी तरफ उनके मंत्री ऐसे काम कर रहे हों, तो आप समझ सकते हैं कि क्या हाल होगा। पाल ने कहा कि एक दो दिन में वह अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे।
पिछले कई दिनों से जगदं‍बिका पाल के बीजेपी में शामिल होने की खबरें बुधवार को उस वक्‍त सही साबित होती लगीं जब पाल ने बीजेपी के यूपी प्रभारी अमित शाह से मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली के गुजरात भवन में हुई। सूत्रों का कहना है कि पाल जल्‍द ही बीजेपी में आ सकते हैं और डुमरियागंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
 
कांग्रेस का दामन छोड़ा था
 
जगदंबिका पाल ने कांग्रेस में अहम जिम्मेदारी नहीं होने का हवाला देते हुए चंद दिनों पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्‍त उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस में खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। इसके अलावा उन्‍होंने कांग्रेस में अपमानित होने की बात भी स्‍वीकार की थी।
 
राजनाथ से मिले विजय बहादुर
 
बीजेपी में आने वाले नेताओं की फेहरिस्‍त लंबी होती जा रही है। बुधवार को दिल्ली में बीएसपी नेता और हमीरपुर से सांसद विजय बहादुर ने बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि वह भी जल्‍द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। 

IPL कार्यक्रम का एलान: फाइनल एक जून को भारत में, बांग्लादेश में भी होंगे मैच



नई दिल्ली. आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के सातवें संस्करण के मुकाबले बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और इंडिया में खेले जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, एक बैठक के बाद बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने यह निर्णय लिया है। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला भारत में खेला जाएगा।
तीन चरण में होंगे मुकाबले
कुल मैच 16 अप्रैल से 1 जून के दौरान 
पहला चरण: यूएई में 16 से 30 अप्रैल के बीच 
दूसरा चरण: 1  से 12 मई तक भारत या बांग्‍लादेश में 
तीसरा चरण: 13 मई से भारत में
 
 
संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले पहले चरण के मुकाबले दुबई, शारजाह और अबु धाबी स्टेडियम खेले जाएंगे। इस दौरान कुल 16 मैच होंगे।
 
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गृह मंत्रालय ने आईपीएल मैचों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लोकसभा चुनाव के कारण लेने से इनकार कर दिया था। इसके बाद से भारत में आईपीएल के आयोजन के बारे में संशय बरकरार था। कुछ मुकाबलों के दक्षिण अफ्रीका में खेले जाने की उम्मीद जाताई जा रही थी।
2009 में साउथ अफ्रीका में हो चुका है आयोजन
 
आईपीएल दूसरी बार भारत के अलावा किसी अन्य देश में आयोजित किया जाएगा। इससे पहले 2009 में आम चुनावों के कारण आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया था। यह आईपीएल का दूसरा संस्करण था।
 
2009 में भी आईपीएल और लोकसभा चुनावों की तारीखें एक साथ होने के कारण गृह मंत्रालय ने मैचों की सुरक्षा जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया था। उसके बाद तत्कालीन आईपीएल अध्यक्ष ललित मोदी ने मैचों का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में कराने का फैसला लिया था।

वाराणसी में मोदी को चुनौती देने मैदान में उतरेंगे मुख्तार अंसारी



बलिया. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी मोदी के आध्यात्मिक नगरी से चुनाव लड़ने की स्थिति में उनके खिलाफ मैदान में उतरेंगे। मुख्तार के भाई और कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने बताया कि उन पर वाराणसी सीट से मुख्तार को चुनाव लड़ाने को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और मोदी को नापसंद करने वालों का खासा दबाव है और अगर मोदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो मुख्तार उन्हें चुनौती देंगे।

कई दलों के साथ मिलकर एकता मंच बनाने वाले अंसारी ने बताया कि मुख्तार घोसी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। पूर्व में वाराणसी से मुख्तार की पत्‍नी आशमा को मंच का उम्मीदवार घोषित किया गया था लेकिन मोदी से मुकाबले को लेकर पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। उन्होंने दावा किया कि जिस तरह वर्ष 2009 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मुरली मनोहर जोशी और मुख्तार अंसारी के बीच जोरदार मुकाबला हुआ था, उसी तर्ज पर अगला चुनाव भी होगा। उत्तर प्रदेश के माफिया राजनेताओं में मुख्‍तार अंसारी सिरमौर माने जाते हैं। उनके खिलाफ हत्या, अपहरण, फिरौती सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के सिलसिले में उन्हें दिसंबर 2005 में जेल में डाला गया था, तब से वो बाहर नहीं आए हैं। जेल में रहते हुए ही उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के मऊ से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते। ये उनकी लगातार चौथी जीत थी।

बसपा की टिकट पर भी जीता था चुनाव

मुख्‍तार अंसारी पर आरोप है कि वो गाजीपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सैकड़ों करोड़ रुपए के सरकारी ठेके नियंत्रित करते हैं। एक दौर में वो बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती के बहुत करीब रहे और बसपा के टिकट पर चुनाव भी जीते पर 2010 में मायावती ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद मुख्तार ने कौमी एकता पार्टी बनाई और 2012 का चुनाव जेल में रहते हुए जीत लिया।
इन धाराओं में दर्ज हैं मुख्‍तार अंसारी पर कुछ मामले- 
- अपराध क्रमांक 219/87 धारा 506 सैदपुर, गाजीपुर
- अपराध क्रमांक-106/88, धारा 302 कोतवाली गाजीपुर
- अपराध क्रमांक 410/88, धारा 302, कैंट, वाराणसी
- अपराध क्रमांक 124/90, धारा 395, 397, 364, बड़ा गांव, वाराणसी
- अपराध क्रमांक 286/90, धारा 467, 468, 420, 12 बी मोहम्मदाबाद, गाजीपुर
- अपराध क्रमांक 205/90, धारा 302 भेलूपुर, वाराणसी
- अपराध क्रमांक 682/90, धारा 147, 506, गाजीपुर
- अपराध क्रमांक 491/91, धारा 302, गाजीपुर
- अपराध क्रमांक 172/91, धारा 147, 504, 323, गाजीपुर
- अपराध क्रमांक 229/91, धारा 302, वाराणसी
- अपराध क्रमांक 394/91, धारा 307, 302, मुगलसराय, वाराणसी (दो पुलिस वालों की हत्या)
- अपराध क्रमांक ज्ञात नहीं, धारा 365, 387 नई दिल्ली (व्यवसायी विजय गोयल का अपहरण)
- अपराध क्रमांक 503/93, प्रतिबंधित विदेशी शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन पर टाडा लगाया गया।
उत्तर प्रदेश की इलाहाबाद लोकसभा सीट को जीतने के लिए बीजेपी, बसपा से निकाले गए नंद गोपाल नंदी पर भी दांव लगा सकती है। सूत्रों के अनुसार, निष्कासन के बाद से ही नंदी भाजपा आलाकमान के संपर्क में हैं और चर्चा है कि पार्टी सपा उम्मीदवार कुंवर रेवती रमण सिंह के खिलाफ उन्हें मैदान में उतार सकती है। साल 1998 में हुए आम चुनाव के दौरान भाजपा का गढ़ कही जाने वाली इलाहाबाद लोकसभा सीट से दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी विजयी हुए थे। इसके बाद साल 1999 में दोबारा हुए लोकसभा चुनाव में भी जोशी को जीत हासिल हुई, लेकिन 2004 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

केजरीवाल की मौजूदगी में तोड़े गए नियम, 'आप' कार्यकर्ताओं ने मुंबई में मचाया कोहराम



मुंबई. महाराष्‍ट्र में तीन दिन के दौरे पर बुधवार को मुुंंबई पहुंचे अरविंद केजरीवाल के स्‍वागत के दौरान पार्टी समर्थकों ने नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई। केजरीवाल बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे थे। बाहर निकल कर वह अंधेरी जाने के लिए ऑटो में बैठे। नियम के मुताबिक ऑटो में तीन से ज्‍यादा लोग नहीं बैठ सकते। लेकिन, केजरीवाल जिस ऑटो में बैठे उस पर उनके कुछ समर्थक लटक गए और इसी तरह उनके साथ चलते रहे। 'आप' कार्यकर्ताओं ने सड़क पर रेड लाइट भी जंप की। मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकले 'आप' कार्यकर्ताओं ने बिना हेलमेट पहने ही केजरीवाल के काफिले में शामिल हुए। केजरीवाल जब मुंबई पहुंचे, तो उन्‍हें काले झंडे भी दिखाए गए।
चर्चगेट स्‍टेशन पर तोड़ा मेटल डिटेक्‍टर 
केजरीवाल जब अंधेरी से लोकल ट्रेन में सफर करके चर्चगेट पहुंचे, तो वहां भी आप समर्थकों की काफी भीड़ मौजूद थी। पार्टी कार्यकर्ताओं ने धक्‍का-मुक्‍की के दौरान स्‍टेशन पर लगे मेटल डिटेक्‍टरों को भी नुकसान पहुंचाया। इस धक्‍का-मुक्‍की में एक मेटल डिटेक्‍टर टूट गया।
अंधेरी से चर्च गेट तक किया ट्रेन में सफर
केजरीवाल ने मुंबई पहुंचकर अंधेरी से चर्च गेट तक लोकल ट्रेन में सफर किया। आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पूरे कोच पर कब्जा कर लिया। जिससे आम जनमानस को काफी मुश्किलों को सामना करना पड़ा। इसके बाद जब वह मुंबई की सड़क पर निकले तो यहां भी कार्यकर्ताओं ने कानूनों की जमकर धज्जियां उड़ाई।
केजरीवाल को मिली हुई है जेड श्रेणी की सुरक्षा
 
मुंबई दौरे के दौरान केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। उन्‍हें यह सुरक्षा आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन की धमकी के बाद दी गई है। केजरीवाल की सुरक्षा की जिम्‍मेदारी आरपीएफ के जवानों ने ले रखी है। आरपीएफ के जवान केजरीवाल के साथ ट्रेन में मौजूद रहे। इसके अतिरिक्‍त मुंबई पुलिस के भी 150 पुलिसकर्मी और तीन एसीपी केजरीवाल की सुरक्षा में लगे हैं। 
रोड शो की पुलिस ने नहीं दी इजाजत
केजरीवाल मुंबई में पार्टी के उम्‍मीदवारों के पक्ष में रोड शो करने वाले थे। लेकिन, मुंबई पुलिस ने उन्‍हें इसके लिए इजाजत नहीं दी।
मीरा सान्याल और मयंका गांधी का करेंगे प्रचार 
अरविंद केजरीवाल तीन दिन के महाराष्ट्र के दौरा पर यहां पहुंचे हैं। वह मुंबई में आम आदमी पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार मयंक गांधी और मीरा सान्याल के पक्ष में प्रचार करेंगे।
केजरीवाल से पांच तीखे सवाल
आम आदमी स्टाइल या टोकनिज्म ?
अरविंद केजरीवाल दिल्ली से फ्लाइट लेकर मुंबई पहुंचे। लेकिन यहां उन्होंने पहले लोकल ट्रेन में सफर किया और फिर ऑटो में सड़क पर निकले। केजरीवाल ने दिल्ली के सीएम के तौर पर शपथ लेने के दौरान भी मेट्रो ट्रेन से सफर किया। इस दौरान केजरीवाल के 'आम आदमी स्टाइल' से आम लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा था। केजरीवाल की उस दौरान भी काफी आलोचना हुई थी। लेकिन, मुंबई में उन्होंने फिर वही चीज दोहराई। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर लोगों के लिए असुविधा पैदा करने की कीमत पर टोकनिज्म का सहारा क्यों?
 
नए किस्म का वीआईपी?
केजरीवाल अकसर अपनी रैलियों में वीआईपी कल्चर के खिलाफ बात करते हैं। इसके पीछे केजरीवाल कारण बताते हैं कि नेताओं के वीआईपी स्टाइल के कारण आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सवाल यह भी है क्या केजरीवाल के आम आदमी स्टाइल से आम लोगों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा?
 
पारंपरिक नेताओं के समर्थकों या  केजरीवाल के है फर्क?
 
केजरीवाल की राजनीति का अंदाज पारंपरिक नेताओं से जुदा है। राजनीतिक विश्लेषक और केजरीवाल खुद भी ऐसा दावा करते हैं। लेकिन जिस तरह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई क्या वह पारंपरिक नेताओं के अंदाज के जैसा नहीं है। 
 
सरकारी धन की बर्बादी नहीं हुई?
केजरीवाल सरकारी धन की बर्बादी पर दूसरे दलों की आलोचना करते रहे हैं। उनके मुंबई दौरे के दौरान उनके समर्थकों ने जिस तरह मेटल डिटेक्टर तोड़ें, क्या  वह सरकारी संपत्ति नहीं थी, क्या उसे नुकसान पहुंचाना सरकारी धन की बर्बादी नहीं है। 
 
क्यों कानूनों की धज्जियां उड़ाई?
केजरीवाल जिस ऑटो से सफर कर रहे थे उसी पर उनके समर्थक भी लटके हुए थे। ड्राइवर की सीट पर एक से ज्यादा लोग सवार थे। जोकि ऐसे में सवाल यह ही एक्स सीएम खुद अपनी मौजूदी में यदि कानून तोड़ने की सहमति दे तो आम लोगों से क्या अपेक्षा होगी।

क़ुरान का सन्देश

कोटा में सोफिया स्कूल के पास स्थित हाजी अहमद अली शाह मक्की उर्फ़ जंगली शाह बाबा तकिया भंवर शाह का उनत्तरवाँ सालाना उर्स आज चादर पेश करने के साथ शुरू हुआ ,,

कोटा में सोफिया स्कूल के पास स्थित हाजी अहमद अली शाह मक्की उर्फ़ जंगली शाह बाबा तकिया भंवर शाह का उनत्तरवाँ सालाना उर्स आज चादर पेश करने के साथ शुरू हुआ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,बाबा जंगलीशाह के सरंक्षक सज्जादा नशीन हाजी अज़ीज़ जावा ने बताया के बाबा हाजी अहमद अली शाह मक्की उर्फ़ जंगलीशाह बाबा  ने पुरे एक सो बाईस साल की उम्र में पर्दा लिया था उन्होंने इक्कावन बार हज क्या जिसमे सात बार तो वोह पैदल हज करें के लिए गए ,,,,हाजी अज़ीज़ जावा ने बताया के हज पर जाना बहुत मुश्किल काम था  तब वोह सर्दी गर्मी बरसात की परवाह किये बगैर अपने निसबती वाली शाह के लिए  मक्का शरीफ में जाकर क़याम करते थे इसीलिए उन्हें मक्की भी कहा  जाने लगा ,,,,,,,,,,,हाजी अज़ीज़ जावा ने बताया के उनके वालिद हाजी अब्दुल शकूर और फिर वही बाबा के खिदमतगार रहे है  जिनके देश विदेश में हज़ारों हज़ार मुरीद है ,,,,,,,,,बाबा के उर्स का आज चादर पेश करने की रस्म के साथ आगाज़ हुआ देश के दूरदराज़ इलाक़े से आये सैकड़ों मुरीदों ने अस्थाने पर जाकर खिराजे अक़ीदत के फूल पेश किये इसके पहले हिफजुर्रहमान मशहूर क़व्वाल ने अपना कलाम पेश कर माहोल को सूफियाना  बना दिया फिर दुआ पेश की गई ,,,,,,,,बाद में तबर्रुक और लंगर खाना शुरू हुआ ,,,,,,,,आज हाजी अज़ीज़ जावा संरक्षक गद्दी नशीन ,,,गद्दी नशीन फ़ारुक़ जावा ,,,,,नायब सदर हाजी रशीद जावा ,,,,हाजी सूफी ज़हीर ,,,,,मोलाना रौनक़ ,,,मोलाना अलाउद्दीन ,,, बालक बाबा  स्टेशन वाले ,,हाजी वहीद स्टेशन ,एडवोकेट आबिद हुसेन अब्बासी ,,,सुल्तानपुर  खान ,,,मंज़ूज़र तंवर ,,हाफ़िज़ अब्दुल रशीद क़ादरी ,,पूर्व पार्षद उमर सी आई डी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ,,,कल बाबा जंगलीशाह के उर्स कार्यक्रम में रात्रि दस बजे शमा रोशन कर क़व्वाली की  शुरआत होगी जिसमे देश के मशहूर क़व्वाल बारी बारी से अपना कलाम  पेश करेंगे ,,कार्यक्रम की शुरुआत में महफिले शमा रोशन के लिए कोटा के पुलिस अधीक्षक सतयवीर सिंह को दावतनामा दिया गया है जबकी कोटा शहर के विधायक ,,पूर्व मंत्री सहित सभी दलों के नेता और इज़ज़तमाब लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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