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25 मार्च 2014

खुलासाः जानिए...हमारे मेधावी इंजीनियरिंग छात्र कैसे बने 'आतंकी'



जयपुर. दो माह पहले आतंकी वकास,  बरकत और शाकिब आतंकी गतिविधि में गिरफ्तार तीनों इंजीनियरिंग छात्रों से मिलने जयपुर आए। फिर सभी ने धार्मिक स्थलों और वर्ल्ड ट्रेड पार्क की रैकी की थी। वकास ने तीनों छात्रों को बरकत और शाकिब के संपर्क में रहने और आगामी योजना के लिए तैयार रहने को कहा था। इंजीनियरिंग छात्रों और शाकिब के पास जो डेटोनेटर मिले हैं, उन पर हैदराबाद की सील लगी हुई है। माना जा रहा है कि वकास ने हैदराबाद जाकर अपने किसी साथी से डेटोनेटर लाकर बरकत को उपलब्ध कराए। अब तक की जांच में ये खुलासा हुआ है।
दिल्ली पुलिस और राजस्थान एटीएस द्वारा जोधपुर में पकड़े गए आतंकी शाकिब ने जयपुर के तीनों इंजीनियरिंग छात्रों को बम बनाने की विस्फोटक सामग्री उपलब्ध कराई और जोधपुर में ही गिरफ्तार बरकत खान ने यह सामग्री वकास के इशारे पर शाकिब को दी थी। बम बनाने के मास्टरमाइंड शाकिब ने तीनों छात्रों को ट्रेनिंग भी दी। इसके अलावा तीनों छात्रों के बैंक खातों में लेन-देन की भी जांच की जा रही है।
राजस्थान में काम कर रहा है सिमी  केंद्र सरकार ने स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को गैर-कानूनी घोषित कर रखा है। इसके बावजूद राजस्थान में जोधपुर, अजमेर, कोटा, गंगानगर, जयपुर और सवाईमाधोपुर में यह संगठन चल रहा है। इससे जुड़े कुछ लोगों का नेट और राजस्थान में छिपे आतंकियों के माध्यम से आईएम के साथ संपर्क  हुआ है। आईजी (इंटेलीजेंस) जनार्दन शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने एक ट्रिब्यूनल गठित किया है, जो यह तय करेगा की सिमी को गैर-कानूनी घोषित करने के पर्याप्त कारण हैं या नहीं। इस संबंध में ट्रिब्यूनल की ओर से सिमी के पदाधिकारियों को नोटिस भेज कर जवाब मांगा है।
तालिबान साइट के जरिए 2012 में आईएम के संपर्क में आए थे छात्र
आतंकी अफीफ से झोटवाड़ा में रहने वाले बीटेक फाइनल ईयर के छात्र मोहम्मद मारूफ उर्फ इब्राहिम की 2012 में तालिबान साइट के जरिए चेटिंग हुई थी। मारूफ तालिबान साइट पर विजिट करता रहता था। अफीफ चेटिंग के दौरान मारूफ की बातचीत से प्रभावित हुआ और उसने नेट के जरिए आतंकी रियाज भटकल से उसका संपर्क कराया। मारूफ ने ईमेल आईडी व सोशल साइट पर आईडी भटकल को दी। मारूफ ने दोस्त इंजीनियरिंग छात्र वकार अजहर और मोहम्मद मेहराजुद्दीन का चेटिंग के जरिए भटकल से संपर्क कराया। भटकल ने तीनों का आतंकी वकार उर्फ रहमान से संपर्क कराया।

BCCI अध्‍यक्ष के इस्तीफे की मांगः बोर्ड मेंबर्स बोले- कोर्ट का सम्मान करें श्रीनिवासन




नई दिल्‍ली. आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद BCCI अध्‍यक्ष एन श्रीनिवासन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। पूर्व क्रिके टर और खेल प्रशासकों के बाद अब बोर्ड के तीन वाइस प्रेसीडेंट ने भी कहा कि श्रीनिवासन को कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए। पांच बोर्ड मेंबर्स में तीन- शिवलाल यादव, रवि सावंत औऱ चित्रक मित्रा ने श्रीनिवासन से पद छोड़ने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में पेश जस्टिस मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट पर दूसरी सुनवाई करते हुए मंगलवार को कहा कि बीसीसीआई अध्‍यक्ष एन श्रीनिवासन को तुरंत इस्‍तीफा दे देना चाहिए। उनके इस्तीफे के बिना मामले की निष्‍पक्ष जांच संभव नहीं है। न्‍यायालय ने सख्‍त रुख अपनाते हुए कहा है कि अगर वे इस्‍तीफा नहीं देते है तो कोर्ट को आदेश देना पड़ेगा। कोर्ट ने श्रीनिवासन का इस्‍तीफा दिए जाने तक बीसीसीआई के वकील की दलील सुनने तक से इनकार कर दिया।
कोर्ट ने श्रीनिवासन को दो दिन में पद छोड़ने के लिए कहा
जस्टिस मुकुल मुद्गल की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अदालत ने यह बात कही। रिपोर्ट में गुरुनाथ मयप्पन को दोषी बताया गया है और बोर्ड के वकील इस पर अपना पक्ष रखेंगे। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मुकुल मुद्गल ने सुप्रीम कोर्ट को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग से जुड़ी अपनी रिपोर्ट 10 फरवरी को सौंपी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई प्रमुख एम. श्रीनिवासन को दो दिन के भीतर अध्‍यक्ष पद छोड़ने के लिए कहा है। मामले से जुड़े एक वकील (तस्‍वीर में) ने मीडिया को बताया कि जज ने काफी तल्‍ख टिप्‍पणी की। जज ने कहा कि आप बाहर की गंदगी साफ करना चाहते हैं, जबकि आपके अंदर ही गंदगी भरी पड़ी है। बिना इसे साफ किए बाहर की गंदगी कैसे साफ होगी?
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्‍या रही प्रतिक्रिया
 
श्रीनिवासन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कुछ प्रतिक्रियाएं इस प्रकार सामने आई हैं-
 
'यह बीसीसीआई का आंतरिक मामला है और इस बारे में आईसीसी कोई टिप्‍पणी नहीं करेगी।'
- आईसीसी
 
'सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए। आईपीएल जारी रहना चाहिए।'
- निरंजन शाह, पूर्व सचिव, बीसीसीआई
 
'बीसीसीआई को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्‍वीकार करना चाहिए।'
- शिवलाल यादव, उपाध्‍यक्ष, बीसीसीआई
 
आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्‍ला से जब सुप्रीम कोर्ट की टिप्‍पणी के बारे में पूछा गया, तो उन्‍होंने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। 
मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट में क्‍या कहा गया 
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष श्रीनिवासन का दामाद गुरुनाथ मयप्पन आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी करता था। टीम की गुप्त जानकारी सटोरियों को देता था। ये खुलासा हुआ है मुद्गल कमेटी की रिपोर्ट में। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी कमेटी ने रिपोर्ट में गुरुनाथ के अलावा राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा की भूमिका की भी दोबारा जांच की सिफारिश की गई है। मयप्पन और कुंद्रा को क्रिकेट बोर्ड ने अपनी जांच में क्लीन चिट दी थी।
 
26 मई, 2013 को बीसीसीआई अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने कहा था- मयप्पन चेन्नई टीम के अधिकारी नहीं हैं। वे महज क्रिकेट प्रेमी हैं। मैच में इसी हैसियत से टीम के साथ होते हैं। 
 
10 फरवरी, 2014 को जस्टिस मुद्गल के जरिए आया जांच का सच- जांच में कई सबूत मिले हैं। मयप्पन टीम के साथ बतौर अधिकारी रहते थे। वे टीम का मुख्य चेहरा थे। उन्हें क्रिकेट प्रेमी बताना गलत है।

75 साल की उम्र में अभिनेत्री नंदा ने कहा दुनिया को अलविदा

75 साल की उम्र में अभिनेत्री नंदा ने कहा दुनिया को अलविदा
मुंबईः बॉलीवुड अभिनेत्री नंदा का आज सुबह मुंबई में देहांत हो गया। वो 75 साल की थीं। आज सुबह 8.30 बजे उन्हें बाथरूम में हार्ट अटैक आया और उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
 
नंदा का जन्म महाराष्ट्रियन परिवार में हुआ था। उनके पिता विनायक दामोदर कर्नाटकी मराठी फिल्मों के सफल डायरेक्टर थे। नंदा जब छोटी थीं उस वक्त पिता का देहांत हो गया था। परिवार में आर्थिक समस्याओं के चलते नंदा ने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया।
 
उन्होंने 1948 में में बनी फिल्म ‘मंदिर’ में चाइल्ड आर्टिस्ट का रोल निभाया वहीं 'जग्गू' (1952) में भी उन्होंने बाल कलाकार का रोल निभाया। यहां से उनका फिल्मी करियर भी शुरू हो गया था। उनके करियर की आखिरी फिल्म ‘प्रेम रोग’ थी। नंदा की प्रसिद्ध फिल्मों में ‘भाभी’, ‘काला बाजार’, ‘धूल का फूल’, ‘छोटी बहन’, ‘हम दोनों’, ‘गुमनाम’ और ‘जब जब फूल खिले’ शामिल हैं। सिल्वर स्क्रीन पर नंदा की जोड़ी शशि कपूर के साथ दर्शकों को बहुत पसंद आई। इन दोनों ने एक साथ 8 फिल्मों में काम किया।
 
नंदा के भाई जयप्रकाश कर्नाटकी मराठी फिल्मों की डायरेक्टर हैं। उनकी भाभी का नाम जयाश्री है। नंदा का नाम पांच बार बेस्ट एक्ट्रेस के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड में नॉमिनेट हुआ। इस दौरान उन्हें फिल्म ‘आंचल’ (1960) के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
 
फिल्मों से रिटायरमेंट के बाद नंदा अपने परिवार और करीबी दोस्तों के साथ दिखाई देती थीं। उनके करीबी दोस्तों में फिल्म एक्ट्रेसेस वहीदा रहमान, हेलन और साधना थीं।
 
नंदा के निधन के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री में उनकी करीब दोस्त आशा पारेख, सायरा बानो और हेलन हैरान हैं।
 
सायरा बानो ने नंदा के निधन पर शोक जताते हुए दैनिक भास्कर डॉट कॉम से बातचीत में कहा, “हम सभी गहरे सदमे में हैं। कल तक नंदा एकदम स्वस्थ थीं। हेलन ने मुझे उनकी हेल्थ के बारे में बताया था।मैंने आखिरी बार उनसे शनिवार (22 मार्च) को बात की थी। उनकी आवाज भी अच्छी थी।”
 
सायरा ये भी कहती हैं, “नंदा एकदम ठीक थीं, बस उनके पैर में थोड़ी तकलीफ थी। आशा पारेख और मैंने कल ही उनके बारे में चर्चा की थी।”
 
सायरा आगे निष्कर्ष के रूप में कहती हैं, “नंदा हमेशा यही बात कहती थी कि वह बुढ़ापे में कभी अस्पताल का चेहरा नहीं देखना चाहती और अब हम उनकी इस बात पर विश्वास कर सकते हैं। वह अब हमारे साथ नहीं हैं।”

आज सीरियल बलास्ट की तैयारी में थे आतंकी, जानें क्या-क्या था IM निशाने पर



जोधपुर. इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी बुधवार को कई शहरों में एक साथ धमाके करने की साजिश रच चुके थे। लोकसभा चुनाव नामांकन का अंतिम दिन बुधवार ही है और इस दिन की भीड़भाड़ निशाने पर थी। बुधवार को कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रेश कुमारी और आप प्रत्याशी विज्ञान मोदी की नामांकन रैली, जोधपुर का शीतला मेला भी निशाने पर थे। पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार मेहरानगढ़ में आने वाले विदेशी पर्यटकों को दहलाकर भी वे ध्यान बटोरने की फिराक में थे। इस बीच पुलिस ने फरार आतंकी बरकत सहित तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर, नेपाल सीमा पर आईएम का इंडिया हैड तहसीन अख्तर उर्फ मोनू भी पकड़ा गया। जोधपुर पुलिस ने शहर में सक्रिय आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के तीन आतंकियों को मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया है। इनमें रविवार अलसुबह कार्रवाई के दौरान फरार आतंकी बरकत और उसके अहम साथी मोहम्मद जावेद व मोहम्मद इकबाल शामिल हैं। उधर, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएम के सरगना तहसीन अख्तर उर्फ मोनू को प.बंगाल व नेपाल सीमा पर स्थित काकरविट्टा से गिरफ्तार कर लिया। वह पटना ब्लास्ट का मास्टर माइंड है। उसी के इशारे पर मोदी की पटना रैली में धमाके किए थे। एनआईए ने मोनू पर 10 लाख का इनाम घोषित किया था। पुलिस के अनुसार शहर में आतंकियों के इस नेटवर्क की अगुवाई आतंकी साकिब और बरकत कर रहे थे। बरकत से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने दो अन्य आतंकियों को भी धर दबोचा।
जोधपुर में आतंकी साजिश
गोपालगढ़ दंगे के बाद आईएसआई ने आईएम के रियाज व यासीन भटकल को बदला लेने के निर्देश दिए थे। उन्होंने यह जिम्मा तहसीन अख्तर उर्फ मोनू को सौंपा। मोनू ने बदला लेने की तैयारी बहुत बड़े स्तर पर थी। उसने स्थानीय लड़कों के साथ मिलकर जोधपुर के बड़े मेलों, चुनावी सभाओं और पर्यटन स्थलों को निशाना बनाने की तैयारी कर ली थी। दो दिन पहले पुलिस की बड़ी तैयारी के कारण जोधपुर और प्रदेश दहलने से बच गया।

केजरीवाल ने बनारस से चुनाव लड़ने का किया एलान, मोदी को दी खुली बहस की चुनौती




वाराणसी.  आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की वाराणसी रैली में मोदी और राहुल पर जमकर निशाना साधा गया। साथ ही केजरीवाल ने बनारस से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया और मोदी को खुली बहस करने की चुनौती भी दे डाली।
अपने भाषण में केजरीवाल ने कहा कि मैं वाराणसी में लोगों को यह बताने आया हूं कि राहुल और मोदी, दोनों अंबानी-अडानी के एजेंट हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी शख्स ने अंबानी के खिलाफ बोलने का साहस किया है। केजरीवाल ने सभा में अंबानी ब्रदर्स के बैंक अकाउंट नंबर को भी सार्वजनिक किया और चुनौती दी कि मोदी काला धन वापस लाने का वादा करते हैं। वह अपना वादा निभाए।
 
मुस्लिम वोटर्स पर केजरीवाल ने लगाया दांव! 
केजरीवाल के भाषण से यह साफ संदेश गया कि उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने की पुरजोर कोशिश की है। केजरीवाल ने मुस्लिम धर्मगुरुओं को मंच पर बैठाकर यह साफ करने की कोशिश की, उन्हें एक समुदाय विशेष का समर्थन हासिल है। मंच पर शाही इमाम ने बाकायदा इसकी घोषणा भी की। 
अज़ान के समय पर केजरीवाल ने अपना भाषण भी कुछ देर तक रोक दिया। केजरीवाल इस बात को समझते हैं मोदी को रोकने के लिए मुस्लिम मतदाताओं एकजुट होकर उनके साथ आ सकते हैं।
 
बुनकरों, किसानों और महिलाओं पर नजर 
केजरीवाल ने अपने भाषण के दौरान वाराणसी के बुनकरों और किसानों को प्रभावी वोट बैंक माना। केजरीवाल ने कहा कि यदि मोदी को लोग वोट देते हैं तो बुनकरों का रोजगार खत्म हो जाएगा, किसानों की जमीन छीनकर उद्योगपतियों को दे दी जाएगी। साथ ही उन्होंने गृहणियों को संदेश देते हुए कहा कि मोदी को वोट देने का मतलब है महंगाई को दावत देना।

क़ुरान का सन्देश

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