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27 मार्च 2014

दो साल के बच्चे की चढ़ाई बलि, तांत्रिक, बीवी सहित सात को फांसी



रायपुर. दो साल के मासूम बच्चे की बलि देने वाले रूआबांधा भिलाई के तांत्रिक ईश्वरी यादव, उसकी पत्नी किरण यादव उर्फ गुरु माता और उनके पांच चेलों को सेशन कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई। सजा पाने वाले चेलों में राजेंद्र कुमार महानंद, हेमंत, सुखदेव, निहालुद्दीन उर्फ खान बाबा व हेमंत साहू शामिल हैं। इस मामले में एक आरोपी शिष्य तंबी उर्फ कृष्णा घटना के बाद से फरार है। मामले में चार अन्य नाबालिग भी आरोपी हैं, जिनके खिलाफ मामला किशोर न्यायालय में विचाराधीन है। नाबालिगों में तीन मुख्य अभियुक्त ईश्वरी यादव की संतान हैं।
क्या था मामला
अभियुक्तों ने रूआबांधा के ही पोषण सिंह राजपूत के दो साल के पुत्र चिराग का 23 नवंबर 2010 को अपहरण कर बलि दे दी थी। देवी शक्ति हासिल करने के लिए अभियुक्तों ने इस रोंगटे खड़े करने वाली घटना को अंजाम दिया था। पोषण सिंह मुख्य अभियुक्त तांत्रिक ईश्वरी का पड़ोसी है। सभी आरोपी चेले तांत्रिक की पत्नी किरण को गुरु माता कहते थे। आरोपी रुपए व विशेष दैवीय शक्ति हासिल करने के लिए तंत्र-मंत्र सिद्ध करना चाहते थे। ईश्वरी व किरण ने ही आरोपियों को कहा कि नरबलि दोगे तो काम सफल होगा। तब से आरोपी नरबलि देने की फिराक में थे। मौका पाकर पड़ोसी के बच्चे का अपहरण कर उसकी बलि दे दी। मासूम बच्चा घर के सामने खेल रहा था। उसके माता-पिता मजदूरी करने गए थे। बच्चे को अकेला देखकर आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया।
रेयरेस्ट ऑफ़ द रेयर केस
लोक अभियोजक सुदर्शन महलवार व विशेष लोक अभियोजक सुरेश शर्मा ने कहा कि न्यायालय ने इस घटना को रेयर से रेयरेस्ट माना है। सत्र न्यायाधीश गौतम चौरडिय़ा ने सभी सातों अभियुक्तों को धारा 302 के तहत फांसी की सजा सुनाई। अपहरण व साक्ष्य छिपाने के मामले में भी दंडित किया। अपहरण करने पर धारा 364 में पांच साल सश्रम कारावास व साक्ष्य छिपाने पर धारा 201 के तहत भी पांच साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई। सभी पर दस-दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया।

मोदी की रैली में पुलिस ने किया लाठीचार्ज, लोगों ने जूते-चप्पल और पत्थरों से दिया जवाब




सासाराम/गया. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर जमकर निशाना साधा। नमो ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर मुख्यमंत्री को घेरा। नीतीश का बिना नाम लिए कहा-कुछ लोग यहां की जनता को वैसे मुद्दों पर भ्रम में डालकर छलते रहे हैं। जिन मुद्दों से लडऩा उनके वश की बात नहीं। मोदी ने कहा-हमें बिहार केवल 40 सीट दे दे। हम विशेष राज्य का दर्जा सरकार बनते ही दे देंगे। उन्होंने नीतीश को बिहार के विकास के लिए ग्रहण करार दिया। कहा-जब वे हट जाएंगे तो बिहार का विकास शुरू हो जाएगा। मोदी गुरुवार को गया और सासाराम में चुनावी सभा में बोल रहे थे। मोदी ने लालू प्रसाद पर भी हमले किये। उन्होंने बिहार के संपूर्ण विकास का वादा किया। कहा, घर-घर में बिजली, रोजगार और हर गांव को सड़क देने के बाद ही मैं अपने वायदे पर खरा उतर पाऊंगा।
भीड़ हुई बेकाबू
गया के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की सभा के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई। मोदी के मंच पर पहुंचते ही बैरिकेटिंग तोड़कर लोगों का हुजूम मीडिया एवं वीआईपी दीर्घा में घुस गया। मीडियाकर्मियों के कैमरों के लिए लगाये गये टेबुलों पर उत्साही युवकों ने कब्जा जमा लिया। कई मीडियाकर्मियों को चोटें भी आयीं। उनके कैमरे भी टूट गये। पुलिस ने लाठियां चटकायीं तो भीड़ और भी बेकाबू हो गयी। पुलिस पर दनादन चप्पलों, पत्थरों और कुर्सियों की बरसात होने लगी। सिटी डीएसपी, सिटी एसपी सहित अन्य पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। पुलिस-प्रशासन डी-एरिया की सुरक्षा में लग गया।
राज्य सरकार को आतंकवाद नहीं, वोट की चिंता
बोधगया में हुए आतंकी हमले को लेकर भी मोदी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। कहा-बम फ ट रहे हैं, लेकिन बिहार की सरकार को इसकी चिंता नहीं है। उन्हें तो वोट बैंक खिसकने की चिंता है। ऐसे लोगों ने बिहार और देश को बर्बाद किया है। इन्हें अब जाना चाहिए।
जिस धरती ने दुनिया को अमन, दया और करुणा का संदेश दिया, उस धरती को लहूलुहान किया गया। ऐसी घटनाओं से पर्यटन को धक्का लगा है। पर्यटन से गरीबों को भी फायदा मिलता है। टेररिज्म से विभाजन होता है, टूरिज्म से मिल्लत।

क़ुरान का सन्देश

सभी जानते है के खून से सनी सड़कों के इस माहोल में हेंगिंग ब्रिज और बाइपास कोटा लोकसभा क्षेत्र का मुख्य चुनावी मुद्दा होगा

दोस्तों कोटा लोकसभा क्षेत्र के लोगों के लिए,, वेसे तो खाद ,,बीज ,,,फसल ,,सिंचाई ,,बिजली ,,क़ानून व्यवस्था ,, बाहुबलियों और भूमाफियाओं की एक बढ़ी समस्या है ,,यहा रेल के डिब्बे के कारखाने की सभी पर्याप्त सहूलियतें होने के बाद भी रेल कारखान भीलवाड़ा गया ,,आई आई टी स्वीकृत होने के बाद भी जोधपुर गई ,,ना जाने कितने विभाग कितनी योजनाये बंद कर दी गयी ,,,एयर पोर्ट से फिलाइट  शुरू नहीं हो पाई ,,,राजस्थान हाईकोर्ट की बेंच और रेवेन्यू बोर्ड की डबल बेंच नहीं आ पाई ,,,,,,,शोषण उत्पीड़न का दौर रहा ,कोटा कलेक्ट्रेट को सील बंद कर आम आदमी की आवाजाही बंद कर दी गयी ,,,उद्द्योग बंद हुए और नेताओं ने अप्रतयक्ष रूप से  खरीद लिए ,,मज़दूर बेरोज़गार हुए ,,शिक्षा माफिया की लूट चिकित्सा माफियाओं के नाम पर निजी चिकित्सकों की लूट का दर्द सभी जानते है ,,लेकिन दोस्तों इस बार कोटा लोकसभा का सबसे बढ़ा मुद्दा कोटा की खून से सनी सड़के और बाइपास होगा ,,यहा सभी जानते है के बाइपास निर्माण और हेंगिंग  ब्रिज का निर्माण कार्य केंद्र सरकार का राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अपनी चहेती विदेशी कम्पनियों को देकर करवाया जा रहा है ,एक तरफ तो देवली से नाँता ,,होते हुए जो सड़क  मार्ग का हाइवे बन रहा है वोह कोटा की प्रशासनिक अक्षमता और सेना की हठधर्मिता से रुका पढ़ा है ,,यहा राष्ट्रिय राजमार्ग प्राधिकरण ने जिस कम्पनी को ठेका दिया है उसे सेना के लोग अपने हिस्से की ज़मीन बताकर काम नहीं करने दे रहे है इस मामले में अनेकों बार कोटा कलेकटर की उपस्थिति में बैठक हो चुकी है अफ़सोस की बात यह है के क़ानून के तहत प्रशासन या केंद्र सरकार अपने अधिकारों का प्रयोग कर कोटा के लोगों के लिए पांच साल पहले बन जाने वाले इस मार्ग को अब तक नहीं बनवा पाई है ,,बात साफ है के केंद्र सरकार में हमारा प्रतिनिधित्व कमज़ोर और बहुत कमज़ोर रहा कोटा और कोटावासियों की संवेदना के प्रति हमारे पक्ष और विपक्ष के नेताओं का चिंतन नहीं रहा लोकसभा में कोई सवाल नहीं ,,,दिल्ली के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारीयों से कोई बैठक नहीं कोई बात चीत नहीं नतीजा कोटा की खून से सनी सड़के ना जाने कितनी माओं की गोद उजड़ती है कितनी बहनों का सुहाग उजड़ता है ,,कितने बेटे अपनी माँ की गोद सुनी कर जाते है लेकिन केंद्र सरकार है के केवल बात चीत ही कर रही है कोई फैसला नहीं करती खेर सेना को समझाना तो केंद्र सरकार का मेंडेट जारी करवा कर बहुत आसान काम है,,लेकिन इधर सभी जानते है हेंगिंग ब्रिज का रोंगटे खड़े कर देने वाला हादसा जिसमे जांच ढीली हुई ,,अदालत से विदेशी कम्पनी का अपराधी फरार हो गया ,,,,,,,,,,सरकार और इस विदेशी कम्पनी की सांठ गांठ का ही नतीजा यह हादसा था खेर लोग रोए धोये आंसू पोंछे गए फिर लोगों ने सपना देखा के यह हेंगिंग ब्रिज जल्दी और बहुत जल्दी निर्मित हो जाए लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारीयों की लापरवाही और ढील पोल के कारण विदेशी कम्पनी वक़्त पर काम नहीं कर रही है ,,बार बार भागने की धमकी दे रही है जो हेंगिंग ब्रिज पांच साल पहले तैयार होजाना था वोह ब्रिज अभी दो क़दम आगे भी निर्मित नहीं हो सका है विदेशी कम्पनी जो सरकार के करोड़ों रूपये खाकर बेठी है उसके प्रति अधिकारी केंद्र सरकार उदार है कोई फौजदारी कारवाही ,,विश्वासघात कर धोखाधड़ी करने की कारवाही और दूसरी फौजदारी कारवाही नहीं कर रही है सभी ताक़त होने के बाद भी बस दिखावा केवल दिखावा के हेंगिंग ब्रिज का काम पूरा ना हो कम्पनी भाग जाए कथित रूप से ब्लेक लिस्टेड कर जनता को बेवक़ूफ़ बनाकर इस काम को कई हज़ार करोड़ रुपया महंगा कर पांच साल आगे बढ़ा दिया जाए ताके कोटा में लूट खसोट ,,दुर्घटनाये बढ़ती रहे लोग बेमौत मरते रहे सड़के खून से सनी रहे ,,ताज्जुब है न कोंग्रेस ना भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया है केवल हमलोग संस्था के डॉकटर सुधीर गुप्ता और उनकी टीम के रजत खन्ना ,,पुरुषोत्तम पंचोली ,,सुनील माथुर ,,विवेक ,,,सहित दूसरे साथी इस मुद्दे को उठाते रहे है ,दोस्तों सभी जानते है के खून से सनी सड़कों के इस माहोल में हेंगिंग ब्रिज और बाइपास कोटा लोकसभा क्षेत्र का मुख्य चुनावी मुद्दा होगा ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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