भुवनेश्वर. धन-बल की राजनीति
के बढ़ते प्रभाव के बीच ओडिशा के उम्मीदवार जगबंधु गोडांगी एक मिसाल हो
सकते हैं। जगबंधु गोडांगी ओडिशा विधानसभा का चुनाव लड़ रहे नेताओं में
'सबसे गरीब' उम्मीदवार हैं। गोडांगी द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के
मुताबिक, उनके पास चल-अचल संपत्ति शून्य है। अपने शपथ-पत्र में गोडांगी ने
संपत्ति के कॉलम में 'निल' भरा है।
गोडांगी ओडिशा के चित्रकोंडा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 2009 के विधानसभा चुनावों में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाली 'समुद्र ओडिशा पार्टी' के उम्मीदवार हैं।
कैसे लड़ेंगे चुनाव?
जब गोडांगी से यह पूछा गया कि राज्य के प्रमुख दलों के नेताओं के पास
चुनावी प्रचार के लिए काफी पैसे हैं, ऐसे में वह उनके सामने कैसे टिकेंगे?
गोडांगी जवाब देते हैं, 'मैं जिस भी गांव में जाता हूं, वहां का प्रत्येक
निवासी मेरा समर्थन करता है। मैं भूम्या समुदाय से आता हूं और इस समुदाय के
करीब तीस हजार लोग हैं, जिनकी मदद से ही मैं चुनाव लड़ता हूं।'
दूसरी बार हैं मैदान में
गोडांगी का यह पहला चुनाव नहीं है। इससे पहले उन्होंने 2009 में बसपा
के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे। गोडांगी बताते हैं,
'मुझे 4496 वोट मिले थे, जबकि जीतने वाले उम्मीदवार को 22,800 वोट मिले
थे। इस बार मैं जनता की ओर से ज्यादा समर्थन की उम्मीद कर रहा हूं।'
2007 में गोडांगी ने पंचायत का चुनाव लड़ा, जिसमें वह विजयी रहे।
गोडांगी कहते हैं, 'मैंने वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन और इंदिरा आवास के लिए
काफी काम किया। इन्हीं कामों के चलते जनाधार बढ़ा।'