आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

08 अप्रैल 2014

दोस्तों में कोंग्रेस हूँ ,

दोस्तों में कोंग्रेस हूँ ,,अंग्रेज़ों की गुलामी से आज़ाद कराने  के लिए इस भारत में मेरी स्थापना गेर भारतीय अँगरेज़ ने अट्ठारह दिसम्बर अट्ठारह सो पिच्यासी को की थी ,,,,,,,,,,,,,मेरी स्थापना बॉम्बे के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी ,,, मेरे पहले अध्यक्ष कलकत्ता के व्योमदेश बनर्जी  सस्ंथापक सचीव ऐ ओ ह्यूम थे ,मेने संघर्ष कर अंग्रेज़ों की गुलामी से भारत देश को आज़ादी दिलाई ,,पहले नेहरू ,,फिर उनकी पुत्री इंदिरा फिर राजीव और अब सोनिया और राहुल एक ही वंश के लोग मेरी क़यादत मेरा नेतृत्व कर  रहे है ,,,,,,,,,,,,आज़ादी के बाद मेरे ही कारण मेरे अनुयायी जवाहरलाल नेहरू के प्रधामंत्री की कुर्सी की भूख ने देश के टुकड़े भारत और पाकिस्तान के रूप में किये मेने ही अंग्रेज़ों से देश तोड़ने के इक़रार पर हस्ताक्षर किये ,,दंगे फसादात की में गवाह हूँ हज़ारों हज़ार लोगों के क़त्ल हुए ,,,जी हाँ मेने ही देश में हिन्दू मुस्लिम और आरक्षण के ज़हर का बीज बोया है ,,मेने ही मुस्लिमों के साथ खुला धोखा करते हुए कर्मकार आधारित आरक्षण पर केवल हिंदुओं के लिए शब्द लिख कर मुस्लिमों को आरक्षण से दूर कर दिया है ,,दलित ,मुस्लिम जो मेरे अपने वोट थे मेने उन्हें ठगा है ,,,,,,,,मेरे नेतृत्व इन्द्रा ,,राजीव ने अपने खून पसीने से मेरे वुजूद को बढ़ाया ,,मुझे विश्व स्तर पर एक नाम दिलाया ,,ताक़त दिलाई ,,हिम्मत दिलाई ,,,,देश को विकास दिया ,,लेकिन वोट की राजनीति के लिए नफरत के बीज बोये गए ,,,,हिन्दू को मुस्लिम से मुस्लिम ओ हिन्दू से लड़ाया गया ,,,,,,,,,,बाबरी मस्जिद मेने गिराई ,,देश में आतंकवाद मेरी नाकमायबियों कि वजह से बढ़ा ,,देश में मुसिम समाज की आतंकी तस्वीर उनका पिछड़ापन उनकी निरक्षरता बेरोज़गारी  मेरी वजह से है ,,,,संसद में रिश्वत देकर मेने अपनी सरकार बचाने का पाप किया ,,भाजपा से मिलकर बाबरी मस्जिद खुलेआम गिरवाने का दुस्साहस मेने किया ,,,,,,,,,मेने आपात काल लगाकर देश की आज़ादी को फिर बंधक बनाया ,,भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड मेने तोड़े है ,,,,,,,,,,,,मेरा अपना वुजूद मेरा अपना इतिहास मेरा अपना संविधान है लेकिन वोह ताक़ में रखा है ,,सवदेशी ,,खादी ,,भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना ,,,,,,,,,सदस्यों की मासिक और वार्षिक आमदनी का ब्योरा मेरे प्रावधानों में है ,,,लोकतांत्रिक तरीक़े से अध्यक्ष और दूसरे चुनाव का क़ानून मेने बनाया है लेकिन एक परिवार के दो लोगों ने तो मुझे खून से सींचा नाम दिलाया ,,सम्मान दिलाया लेकिन इसी परिवार के दो लोग माँ और बेटों ने लल्लू ,,पप्प्पु बनकर देश को भ्रष्टाचार और बदनामी के गर्क़ में धकेल कर मुझे बदनाम आकर दिया ,,मेरी इज़ज़त तार तार कर दी ,,,,मेरे वुजूद को इन माँ बेटों ने अपनी न सम्झी ,,चापलूसी की चाहत और अमेरिका की गुलामी के कारन तबाह और बर्बाद कर दिया है जो मेरे बताये हुए रस्ते पर चले उन्हें घर बिठाया है और जो चमचागिरी करते गए उन्हें मेने सर बिठाकर देश को तबाह और बर्बाद किया है ,,मेरे अपने वोटर मुस्लिम और दलितों से मेने विश्वासघात क्या है ,,आज मेरा खौफनाक ,,,,खून से डूबा चेहरा इन माँ बेटों की वजह से जनता के सामने है ,,,,मेरे आज तक कभी लोकतांत्रिक तरीक़े से चुनाव किये जाकर मेरा किसी को अध्यक्ष चुना गया हो मुझे पता नहीं केवल दिखावा और परवार का क़ब्ज़ा ही लोकतंत्र माना गया है ,,,,परिवार कुशल नेतृत्व हो तो कोई बात नहीं ,,पप्पू जेसे नाबालिग ना समझ लोग अगर नेतृत्व करे तो यही कहा जाएगा के नादाँ के हाथ में उस्तरा दे दिया गया है और वोह मेरे वुजूद और मेरी खुद की गर्दन काट रहा है ,,,आज में शर्मसार हूँ ,,कई दंगे ,,कई निर्दोषों की हत्याएं ,,कई लोगों की मज़हबी भावनाओं को आहत करना मेरी आदत रही है ,,,पार्टी और पार्टी के संविधान से मेरे अपनों ने खुद को मुझ से बुलंद कर लिया है ,,में छटपटा रही हूँ प्ल्ज़ मुझे इन गुनाहगारों के नेतृत्व से आज़ाद कराओ मुझे फिर से मेरे संविधान के दायरे में लाओ ,,मुझ से फिर से मेरी नीतिया लागू करवाओ और जो भ्रष्ट बेईमान है उनके खिलाफ जांच करवा आकर उन्हें जेल भिजवाओ वरना आज जेसे मेरे नाम से लोग नफरत करने लगे है ,,मेरे दिए हुए टिकिटों पर चुनाव लड़ने से दर रहे है मेरी सीसे भी खौफनाक शक्ल लोगों को नज़र आयेगी और में एक इतिहास बनकर रह जाउंगी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों में भाजपा हूँ मेरा पूरा नाम भारतीय जनता पार्टी यानि भारत की जनता की में एक पार्टी हूँ

दोस्तों में भाजपा हूँ मेरा पूरा नाम भारतीय जनता पार्टी यानि भारत की जनता की में एक पार्टी हूँ ,,मेरा सियासी वुजुद छह अप्रेल उन्नीस सो अस्सी में बना ,पहले जनसंघ ,,फिर आर एस एस ,,फिर जनता पार्टी और अब भाजपा  के रूप में मेने अपना वुजुद बनाया ,मेरे विधान में लोकतंत्र है बिना आम सहमति ,,बिना चुनाव के मेरे संविधान में किसी का कोई वुजुद किसी की कोई अहमियत नहीं है ,,,,मेरे विधान में गांधी वादी विचारधारा को अहमियत दी गयी है जबकि स्व्देशी अपनाने का नारा प्रमुख रहा है ,मेरा संघ से सम्बन्ध है लेकिन में साम्प्रदायिक नहीं ,,व्यक्तिवाद नहीं ,,वंशवाद नहीं ,,में व्यक्तियों से बढ़ी हूँ ,,कोई भी व्यक्ति मुझ से बढ़ा नहीं हो सकता ,,,,किसी भी व्यक्ति की पहचान मुझ से मेरी पहचान किसी व्यक्ति से नहीं ,मेरे सिद्द्धांत है एक व्यक्ति एक पद पर रहेगा ,,मर्यादित रहेगा ,,,,,,,,राष्ट्रवाद उसमे होगा ,फ़िज़ूल खर्ची से बचेगा ,दोस्तों देश में ही नहीं विश्व स्तर पर मेने अपनी पहचान अपने खुद के बल पर बनाई है लेकिन हाल ही में मेरा वुजूद ला पता हो गया है ,,मेरा अस्तित्व खत्म हो गया है ,,में भाजपा नहीं रही और भाजपा व्यक्तियों से बढ़ी पार्टी नहीं बची मुझ से बढ़ा मेरे वुजुट को ललकार कर मेरा वुजूद ध्वस्त कर खुद को मुझ से बढ़ा साबित करने का प्रयास भाई नरेंदर मोदी जी ने किया है वोह उसमे कामयाब भी हो गए है ,आज देश की दीवारो ,,मिडिया ,,प्रिंट मिडिया और लोगों की जुबां पर अबकी बार भाजपा की सरकार का नारा नहीं ,,,भाजपा के अस्तित्व का सहारा नहीं केवल अबकी बार मोदी की सरकार का नारा है ,,,,में इस मोदी में अपना वुजुद तलाश रही हूँ अपने खून पसीने से मुझे सींचने वाले लोग आज हाशिये पर है ,,खून के आंसू रो रहे है ,,मेरा वुजूद मेरे अपने तलाश रहे है लेकिन में मोदी नाम के एक व्यक्ति में खो गयी हूँ ,,ऐसा लगता है मोदी नाम का अज़गर मेरे अस्तित्व को निगल गया है ,,,,मुझ से बढ़ा मेरे अस्तित्व को नकार कर कोई और हो गया है ,,यह कड़वा सच में भी जानती हूँ मेरे सदस्य भी जानते है लेकिन कुछ या तो डर गए है या फिर मन ही मन फड़फड़ा कर रह गए है ,लेकिन दोस्तों में भाजपा हूँ मेरे अस्तित्व को मेरे स्थाईत्व को जब कभी भी किसी ने ललकारा है ,,खुद को मुझ से बढ़ा साबित करने का प्रयास क्या है ,,मुझे अपने खून पसीने से सींचने वालों को हाशिये पर रख कर खून के आंसू रुलाये है उसे मेने कभी माफ़ नहीं किया ,,,कोई भी व्यक्ति मुझ से बढ़ा कभी नहीं हो सकता ,,,में में हूँ ,,मुझ से ही राजनाथ सिंह ,,मुझ से ही लालकृष्ण अडवाणी ,,मुझ से ही सुषमा ,,नरेंदर मोदी की पहचान है ,,,आज नरेंदर मोदी के आगे से मेरा यानी भाजपा का नाम हटा लीजिये नरेंदर मोदी का वुजुद क्या है सभी को पता चल जाएगा ,,लेकिन अफ़सोस मेरे वुजूद को ललकार कर ,,मेरे वुजूद को ठुकरा कर खुद को मुझ से बढ़ा साबित करना ,,अबकी बार भाजपा सरकार के नारे की जगह ,,अबकी बार मोदी सरकार का नारा देना ,,मेरे वुजूद को आहत करना है और जिस ने भी मेरे वुजूद को आहत किया है उसे मेरे अपने वफादारों ने अलग थलग कर उसे उसके वुजूद का अह्साद दिलाया है इसीलिए मुझ भाजपा के वुजूद के रक्षकों ज़रा उठो मेरे संविधान को पढ़ो ,,मेरे वुजूद और मरी ताक़त को देखो और जो कोई भी मुझ से बढ़ा बनकर मुझे खुद अपने व्यक्ति के वुजूद के आगे बोना साबित करने की कोशिश करता है उसे सबक़ सिखाओ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,में भाजपा हूँ आज दो माह से देश के चुनावी पोस्टरों ,,देश के मीडिया ,,प्रिंट मिडिया और आम जनता की ज़ुबान से गायब हूँ ,,,,लेकिन फिर भी में भाजपा सिर्फ भाजपा हूँ ,,मुझ से बढ़ा कोई नहीं हो सकता मेरी पार्टी के लोग मेरे प्रशंसक ,,,मेरे अपने इन सभी जांबाज़ सिपाहियों से मेरी एक इल्तिजा है जो भी खुद को मुझ से बढ़ा साबित करे उसे अहसास दिला दो के मुझ से बढ़ा कोई नहीं जो खुद को मुझ से बढ़ा बनना चाहता है उसे बता दो के ऐसे लोग मुझ से है में उनसे नहीं ,,,,,,,,,,,,,,मेरे वुजूद को हाशिये पर लाने वालों को बता दो के सवदेशी के खिलाफ विदेशियों को पनाह देने की बात कर देश के लोगों को बेरोज़गार करने वालों को सबक़ ज़रूर मिलेगा ,,और भाजपा भाजपा थी भाजपा रहेगी और व्यक्ति भाजपा से है भाजपा किसी व्यक्ति से नहीं नाइ नाइ बाल कितने सब सामने आ जायेंगे ,,,,,,,,,,,,,,,

आदिवासी तरीके: कैसी भी हो पथरी बिना ऑपरेशन ही टूट कर बाहर हो जाएगी




उज्जैन। किडनी, मूत्राशय, मूत्र नलिका आदि में पथरी का होना या बनना कोई नया या अनजाना रोग नहीं है। विभिन्न रसायनों से बने छोटे-छोटे कणों (क्रिस्टल्स) का जमाव पथरी का निर्माण करते हैं। पथरी मुख्यत: कैल्शियम फॅास्फेट, कैल्शियम ऑक्सोलेट, यूरिक एसिड और अमोनियम फॅास्फेट जैसे रसायनों के क्रिस्टल्स जमने के कारण होती हैं।

ज्यादातर कठोर पानी और ज्यादा मिनरल्स से बने खाद्य पदार्थों के सेवन से पथरी होती है। पीठ के पिछले हिस्से से  पेट तक तेजी से दर्द होना, जी मिचलना या उल्टियां होना, पेशाब में खून का जाना, जिसे हिमेटूरिया कहा जाता है। पेशाब में संक्रमण, पेशाब करते वक्त जलन होना, बार-बार पेशाब होना आदि पथरी के प्रमुख लक्षण हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ भारत में 70 लाख लोग इस समस्या से ग्रसित हैं। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात को स्टोन बेल्ट के नाम से जाना जाता है। आधुनिक मशीनों और महंगी दवाओं से पथरी के इलाज का दावा जरूर किया जाता है, लेकिन महंगे खर्च के बावजूद इसका सटीक इलाज नहीं हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। 

आदिवासियों के सैकड़ों साल पुराने परंपरागत जड़ी बूटियों के ज्ञान के आधार पर दवाओं को निश्चित ही तैयार किया जा सकता है। कुछ इसी तरह के प्रयासों के चलते इन्ही सब अजूबी जड़ी-बूटियों को लेकर स्टोनोफ जैसे प्रोड्क्ट्स का बाजार में आना एक अच्छा संकेत है। चलिए आज जानते हैं कुछ देसी नुस्खों के बारे में जिनका इस्तेमाल कर पथरी की समस्या पर काबू पाया जा सकता है।
 
- अंगूर, पुनर्नवा (पूरा पौधा) और अमलतास की फलियों के गूदे की समान मात्रा (6 ग्राम प्रत्येक) लेकर पीस लें।  इस मिश्रण को 250 मिली पानी में 30 मिनिट तक उबालें। इसे छानकर रोगी को कम से कम दिन में दो बार पिलाएं। पथरी के दर्द में इससे बहुत जल्दी आराम मिलता है।
 
पारंपरिक हर्बल ज्ञान के जरिए पथरी के इलाज की संभावनाओं के संदर्भ में रोचक जानकारियों का जिक्र कर रहें हैं। डॉ. दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों, जैसे पातालकोट (मध्यप्रदेश), डांग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित कर उन्हें आधुनिक विज्ञान की मदद से प्रमाणित करने का कार्य कर रहे हैं।
- सौंफ की चाय को पथरी के इलाज में
एक कारगर उपाय है। सौंफ की चाय बनाने के लिए आधा चम्मच सौंफ पीस लें। दो कप पानी में पांच मिनिट तक उबाल लें। जब यह गुनगुना रह जाए तो इसे पी लें। ऐसा रोज दो से तीन बार लें तो पेट दर्द और किडनी दर्द में राहत मिलती है। 

- पेशाब करते समय जलन या कम पेशाब होने की शिकायत हो तो आंवले से बेहतर उपचार कोई और नहीं है। आंवले का रस, शक्कर और घी का मिश्रण इस समस्या में कारगर होता है।

- आंवले के रस में इलायची के दानों को पीसकर मिलाएं। इसे हल्का गर्म करके पिएं। उल्टियां, चक्कर या पेट दर्द जैसी समस्याओं में यह राहत देता है। साथ ही, पथरी को भी निकाल फेंकने में सक्षम होता है।

- तुलसी की पत्तियों का चूर्ण और हरड़ का चूर्ण मिलाकर खाने से दर्द में काफी आराम मिलता है। इस चूर्ण में नींबू का रस और शहद मिलाकर लेने से पथरी खत्म हो जाती है।

जानें शुक्र ग्रह से इस लड़की का क्या है रिश्ता, पृथ्वी पर बुलाते हैं 'ह्यूमन बार्बी'




यूक्रेन. बार्बी डॉल की तरह दिखना किसी भी महिला का सपना हो सकता है। लेकिन इस 28 वर्षीय मॉडल वेलेरिया ल्यूकानोवा का दावा है कि वे जीती-जागती ह्यूमन बार्बी हैं। गुड़िया सरीखे नैन नक्श, छरहरी काया, सुनहरे बाल। वेलेरिया को देख एकबारगी आप भी धोखा खा जाएंगे कि जिसे आप देख रहे हैं, वह महिला है या फिर कोई बार्बी डॉल। गौरतलब है कि इस धरती पर वेलेरिया पहली ह्यूमन बार्बी हैं।
 
इसलिए सर्जरी की मांग बढ़ी !
 
कॉस्मेटिकली इन्हैंस्ड मॉडल वेलेरिया का मानना है कि प्लास्टिक सर्जरी के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे अंतरजातीय जोड़े मुख्य वजह हैं। वेलेरिया के मुताबिक, इससे मानव जाति बदसूरत होती जा रही है। उन्होंने तर्क दिया कि एक रूसी ने आर्मेनियन से शादी की। दोनों को एक प्यारी सी बच्ची हुई, लेकिन नाक पिता की तरह थी।
 
वेलेरिया ने कहा, "याद कीजिए, 1950-60 के दशक में महिलाएं बिना सर्जरी सुंदर व कमसिन हुआ करती थीं। और अब, डी-जनरेशन की वजह से।" 
 
शुक्र ग्रह से आई है ये डॉल !
 
2013 में वेलेलिया ने दावा किया था कि वो धरती की नहीं हैं। इस ह्यूमन बार्बी डॉल का कहना था कि वो शुक्र ग्रह की रहने वाली है और वो मानव नहीं हैं। वेलेरिया 2012 में ह्यूमन बार्बी के तौर पर दुनियाभर में मशहूर हुईं। उनके फेसबुक पेज पर उनके चाहने वालों की संख्या 10 लाख से भी ज्यादा है। इसके अलावा यू-ट्यूब से लेकर ट्विटर तक उनका जलवा कायम है।

मोदी के दीवाने ने दो साल से नहीं कटवाई दाढ़ी, खून से लिखा 7 पन्नों का खत





जालंधर कैंट. फिल्मी सितारों और खिलाडिय़ों के फैन तो आपने बहुत बार देखे होंगे। लेकिन रामामंडी में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के दीवाने रहते हैं। पिछले साल से मोदी का जन्मदिन मना रहे भाजपा के मंडल प्रधान अरुण खुराना ने पिछले 17 सितंबर 2012 को कसम खाई थी कि जब तक मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन जाते, वह दाढ़ी नहीं कटवाएंगे। खुराना अपने खून से सात पन्नों का खत मोदी को लिख चुके हैं। कहते हैं- मुझे भरोसा है कि मोदी प्रधानमंत्री जरूर बनेंगे। इस विश्वास के पीछे एक धारणा है कि जिस प्रकार 6 सुरों से सरगम, सात रंगों से इंद्रधनुष, सात अजूबों से दुनिया, सात दिनों का एक सप्ताह उसी प्रकार 7 का अंक वर्ष 2014 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगा।

केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा, फिर इतने हमले कैसे


केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा, फिर इतने हमले कैसे
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल पर एक माह में पांच बार और चार दिन में दूसरी बार हमला हुआ है। ये हालत तब है, जब गृह मंत्रालय उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करा रहा है। ऐसे में इन हमलों से सुरक्षा मानकों पर सवाल उठना लाजिमी है।
केजरीवाल ने मंगलवार को भी कहा कि उन्हें कोई सुरक्षा नहीं चाहिए। जबकि गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे कह चुके हैं कि केजरीवाल चाहे लें या न लें पर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। इस बीच हमले के बाद दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने भी कहा, 'केजरीवाल को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जा रही है। सुरक्षा कारणों से हम पुलिस की संख्या नहीं बताएंगे। लेकिन जेड श्रेणी के अंतर्गत प्रस्तावित सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।'
ऐसे में सवाल उठता है कि फिर बार-बार हमले क्यों हो रहे हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि हमले के पीछे किसी मास्टरमाइंड की साजिश है। आप के एक नेता ने बताया कि अब तक जितने भी हमले हुए हैं, उसमें कोई भी हमलावर 'आप' कार्यकर्ता नहीं निकला। पर पुलिस किसी भी मामले की जांच पूरी नहीं कर पाई है। इससे दो बातें साफ होती हैं। पहली कि सरकार पर्याप्त सुरक्षा दे ही नहीं रही है। और अगर दे रही तो जेड श्रेणी की सुरक्षा मानक में ही बड़ी कमी है।

केजरीवाल के सिपाही ने छोड़ा रायबरेली का मैदान, अब सोनिया से लड़ेंगी अर्चना


:
नई दिल्ली. रायबरेली लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार बनाए गए जस्टिस फखरुद्दीन ने मैदान छोड़ दिया है। AAP ने सोनिया गांधी को चुनौती देने के लिए हाई कोर्ट के पूर्व जज फखरुद्दीन को मैदान में उतारा था। फखरुद्दीन मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में जज रहे हैं। फखरुद्दीन के टिकट लौटाने के बाद अब पार्टी ने अर्चना श्रीवास्तव को उम्मीदवार बनाया है। अर्चना इस क्षेत्र में पहले ही आम आदमी पार्टी के लिए काम करती रही हैं।  
भाजपा में गए इटावा के कांग्रेस उम्‍मीदवार 
कांग्रेस को भी इटावा से झटका लगा है। इटावा की कांग्रेस प्रत्याशी हंशमुखी शंखवार भाजपा में शामिल हो गईं। इससे पहले गौतमबुद्ध नगर के कांग्रेस उम्‍मीदवार ने भी भाजपा ज्‍वॉइन कर ली थी। 
मोदी के खिलाफ अजय राय के नाम का एलान
कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय नेता अजय राय को बनारस में नरेंद्र मोदी के खिलाफ मैदान में उतारने का मंगलवार को एलान कर दिया गया। गौरतलब है कि काफी समय से कांग्रेस वाराणसी सीट से अपने कैंडिडेट का एलान नहीं कर पाई थी। इस सीट पर दिग्विजय सिंह और रीता बहुगुणा जोशी के नाम की चर्चा थी, लेकिन अंतिम सहमति अजय राय के नाम पर बनी।

कानपुर: रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की हिंसा,

कानपुर. शहर के रावतपुर स्थित सैयदपुर मोहल्ले में रामनवमी का जुलूस निकाले जाने को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। इसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना मंगलवार शाम करीब सात बजे की है। 
 
जानकारी के मुताबिक, शाम करीब छह बजे रामनवमी का जुलूस निकाला गया। सैयद्पुर मोहल्ले से जब जुलूस निकलने लगा तो रास्ते को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया, जिसने धीरे-धीरे हिंसात्मक रूप ले लिया।
 
जुलूस के साथ चल रही पुलिस ने मामले को संभालने की कोशिश, लेकिन बेकाबू भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। आनन-फानन में भारी सुरक्षा बल बुलाया गया, जिसके बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सका। 
 
ताजा जानकारी के मुताबिक, शाम करीब नौ बजे एक बार फिर लोग सड़कों पर उतर आये। इसके बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा। उग्र लोगों ने आगजनी कर कई दुकानों को तोड़ दिया। पुलिस-प्रशासन मामले को नियंत्रित करने में लगा रहा।
 
एडीएम सिटी अविनाश चन्द्र के मुताबिक, जुलूस के दौरान रास्ते को लेकर नोंक-झोक हुई थी। पुलिस ने हस्तक्षेप करके मामला शांत कर दिया। लेकिन रात नौ बजे के बाद समुदाय विशेष के दो लड़कों के बीच झगड़ा हो गया। इसकी वजह से मामूली विवाद बड़ा हो गया। फिलहाल हालात पर काबू कर लिया गया है। अब सब कुछ सामान्य है। पूरे इलाके में पीएसी और आरपीएफ के जवान गश्त कर रहे हैं।
 
जिलाधिकारी रौशन जैकब के मुताबिक, प्रशासन ने रास्ते का दूसरा विकल्प निकालकर मामले को शांत कर दिया है। जुलूस दूसरे रास्ते से डायवर्ट कर दिया गया था। इस घटना से दोनों पक्षो में तनाव है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया है। फिलहाल कंडिशन कंट्रोल में है। कोई अप्रिय घटना ना घटे इसलिए शहर के कई थानों की फोर्स मौके पर लगा दी गई है। 
 
एक स्थानीय नागरिक सुरेश शर्मा के मुताबिक, बवाल के बाद हालात एकदम दंगे जैसे हो गए गए थे। हर कोई इसे रोकने के प्रयास में लगा था। अचानक शोर मचने लगा। पत्थर चलने लगे। पुलिस ने दुकानों में लगी आग बुझा दी और लोगों को समझा बुझाकर हटने को कहा, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं था। बाद में भारी पुलिस बल आने के बाद कंडिशन पर कंट्रोल किया जा सका।
 
 
यूपीए सरकार के खिलाफ दिल्ली में धरना देने जा रहे शिया धर्मगुरु कल्बे जवाद को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद उनके समर्थकों ने यूपी की राजधानी लखनऊ के चौक इलाके में नारेबाजी की और कांग्रेस की होर्डि‍ग्‍स तोड़ दी।    
 
शिया धर्मगुरु जवाद की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही समर्थकों में रोष फैल गया। चौक इलाके में एकत्र होकर शिया समर्थक नारेबाजी करने लगे। उनकी मांग थी कि धर्मगुरु को तुरंत रिहा किया जाए।
 
इसके बाद उनके सैकड़ों समर्थक जुलूस की शक्ल में यूपी कांग्रेस मुख्यालय पर अपना विरोध दर्ज कराया। बढ़ती भीड़ को देखकर कई थानों की पुलिस बुला ली गई है। पुलिस ने समर्थकों को शहजेड स्मारक के पास रोक लिया।

क़ुरान का सन्देश

 
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...