दोस्तों
अगर में देश में फेल रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करना चाहता हूँ ,,,,अगर में
देश में जमाखोरों ,वायदा व्यापारियों ,,,बेईमानों ,,मक्कारों ,,अपराधियों
को जेल की सींखचों के पीछे देखना चाहता हूँ तो क्या में बुरा सोचता हूँ
क्या में गलत सोचता हूँ ,,,,अगर में मेरे देश की सीमाओं को सुरक्षित देखना
चाहता हूँ ,,,अगर में देश में आतंकवाद का खात्मा चाहता हूँ ,,,अगर में देश
में धर्म की राजनीति को खत्म कर केवल एक
धर्म राष्ट्रधर्म की कल्पना करता हूँ तो क्या में गलत सोचता हूँ ,दोस्तों
अगर में मेरे इस देश में खुशहाली ,,अमन सुकून ,,,,सुरक्षा ,,,त्वरित न्याय
,,त्वरित चिकित्सा ,,मुफ्त और सस्ती शिक्षा ,,रोज़गार चाहता हूँ तो क्या में
गलत सोचता हूँ ,,,अगर में भारत का रुपया जो विदेशों में भरा पढ़ा है उसे
देश में लाने की बात करता हूँ तो क्या में गलत करता हूँ ,,,अगर में देश से
वायदा व्यापारियों सटोरियों ,,बेईमान जनता का खून चूसने वाले भ्रष्ट
उद्द्योग्पतियों को जेल में देखना चाहता हूँ ,अगर में देश में एक व्यक्ति
केवल एक सीट से ही चुनाव लड़े और जिस क्षेत्र का स्थाई निवासी है उसी
क्षेत्र या फिर राज्य से चुनाव लड़े अगर ऐसा क़ानून चाहता हूँ तो क्या ग लत
चाहता हूँ ,,,,,,,दोस्तों अगर में धर्म के नाम पर मंदिर मस्जिद के नाम पर
इंसानों को बांटने का काम करने वालों के लिए जेल की मांग करता हूँ ,,अगर
में मज़हबी नफरत और दंगे फसादात फैलाने वालों को जेल में भेजना चाहता हूँ तो
बताइये क्या में गलत करता हूँ ,अगर में सौदेबाज सांसद विधायकों के खिलाफ
कार्यवाही चाहता हूँ ,,,,,संसद में रूपये लेकर सवाल पूंछने वाले वोट देने
वाले और वाक आउट करने वाले चोर सांसदों की बर्खास्तगी चाहता हूँ तो क्या
गलत चाहता हूँ ,,,,अगर में मुलायम ,,,आज़म खान ,,तोगड़िया ,,,मोदी ,,,इमाम
बुखारी ,,,,कल्बे जव्वाद ,,,,और दूसरे नफरत फ्रेलाने और सत्ता हथियाने की
कोशिश में देश को बांटने की बात करने वालों का विरोध करता हूँ तो क्या में
गलत करता हूँ ,,,अगर में मोलवी मुल्लाओं ,,धर्मगुरुओं संत महात्माओ को
सियासत में सौदेबाज़ी से दूर रखने की बात करता हूँ तो क्या में गलत करता हूँ
,,अगर में देश में पेड़ मिडिया बिकाऊ मीडिया नफरत फैलाने वाले सियासी गुलाम
मिडिया को जेल भेजने के क़ानून की बात करता हूँ तो क्या में गलत करता हूँ
,,,,अगर में ऐसा करता हूँ ऐसा सोचता हूँ इस दिशा में क़दम उठाने की पहल करता
हूँ ,,कुछ लिखता हूँ तो मुझे लोग कांग्रेस और भाजपा का दुश्मन क्यों समझने
लगते है में नहीं समझ पाता हूँ ,
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
12 अप्रैल 2014
रूसी अखबार का दावा, हाइजैक करके कंधार में उतारा गया है लापता MH370!
कुआलालंपुर। मलेशियन एयरलाइंस के लापता विमान MH370 के बारे
में एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। एक रूसी न्यूजपेपर के मुताबिक, पिछले एक
महीने से गायब विमान MH370, पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के नजदीक कंधार
में है। 'द मॉस्कोवस्काई कोम्सोमोलेट्स' न्यूजपेपर ने खुफिया विभाग के एक
गुमनाम सूत्र के हवाले से बताया कि विमान के गायब होने में पायलट की कोई
गलती नहीं थी।
न्यूजपेपर ने सूत्र के हवाले से बताया, "8 मार्च को गायब हुई मलेशियन
एयरलाइंस की फ्लाइट MH370 को हाइजैक किया गया था। इसे अज्ञात आतंकवादियों
ने हाइजैक किया था और इसमें पायलट्स की कोई गलती नहीं थी। हम पायलट्स को
इंस्ट्रक्शन देने वाले आतंकवादी का नाम जानते हैं। उसका नाम 'हिच' है।
लापता विमान अफगानिस्तान में पाकिस्तान के बॉर्डर से कुछ दूरी पर है।"
इसमें बताया गया है, "विमान, पहाड़ी इलाके के पास है और हार्ड लैंडिंग
की वजह से उसका एक विंग टूट गया है। सभी यात्री सुरक्षित हैं, हालांकि
उन्हें भूखे रखा जा रहा है।"
प्रकाशित खबर में गुमनाम सूत्र और 'खुफिया एजेंसी' का नाम नहीं बताया
गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि प्लेन को पाकिस्तान में स्थित एक बंकर
में छुपाकर रखा गया है और इसमें सवार 20 एशियाई विशेषज्ञों को बंधक बनाया
गया है। हालांकि रूसी मीडिया की इस खबर को अफवाह मानकर अंतरराष्ट्रीय
मीडिया में प्रसारित नहीं किया गया है।
इसी अखबार में प्लेन गायब होने के एक हफ्ते बाद 16 मार्च को एक खबर
प्रकाशित की गई थी, जिसमें प्लेन के तालिबानी कब्जे में होने की बात कही गई
थी।
ये दोनों भाई खुद करते हैं अपने सारे काम, क्रिकेट में भी आजमाते हाथ
शरीर के जुड़े जुडवां का एक मामला 200,000 बच्चों के जन्म पर सामने आता है। कुछ डॉक्टरों का मानना है कि उन्हें अलग किया जा सकता है, लेकिन ये दोनों भाइयों ने दृढ़ निश्चय कर रखा है कि वे कभी भी एक-दूसरे से अलग नहीं होंगे। शिवराम ने एक न्यूज चैनल से कहा,''हमारी इच्छा अलग होने की नहीं है। हम भले ही बूढ़े हो जाएंगे, लेकिन हम एक-साथ रहेंगे। हम जैसे हैं, ठीक उसी तरह जीना चाहते हैं।''
शिवनाथ साहू और शिवराम की उम्र 12 साल है। इनका शरीर कमर से जुड़ा हुआ है। इनके फेफड़े, हार्ट और ब्रेन अलग-अलग हैं। दोनों के दो पैर, चार हाथ हैं। जब उनका जन्म हुआ था, तो लोग इन्हें दैवीय अवतार मान रहे थे और उनकी पूजा कर रहे थे।
शिवनाथ और शिवराम का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर के पास एक गांव में हुआ था। 45 वर्षीय पिता राजकुमार साहू और उसकी पत्नी श्रीमनी को भी अपने इन बेटों पर नाज है। राजकुमार मजदूरी करके अपना परिवार चलता है। उसको पांच बेटियां और दो बेटे हैं।
मोदी को हराने के लिए अपना हर हथियार आजमाएंगे, जानिए केजरीवाल नया प्लान
नई दिल्ली. दिल्ली में शीला दीक्षित को हराने के बाद बनारस में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए अरविंद केजरीवाल ने कमर कस ली है। आम आदमी पार्टी के मुखिया ने इसके लिए अंतिम चरण का नया प्लान तैयार किया है।
क्या है नया प्लान
- मनीष सिसौदिया और संजय सिंह रविवार से वाराणसी में कैंप करेंगे।
- ये दोनों नेता 22 अप्रैल को केजरीवाल के नामांकन से पहले माहौल
बनाएंगे। केजरीवाल 14 अप्रैल से नामांकन भरने तक लगातार बनारस में रहेंगे।
- अगले चरण में राजमोहन गांधी, दिलीप पांडे, शाजिया इल्मी, गोपाल राय, योगेंद्र यादव भी वाराणसी पहुंचेंगे।
जामिया मिलिया इस्लामिया, जेएनयू के शिक्षाविदों और छात्रों को भी
बनारस के चुनाव प्रचार मैदान में उतारने की योजना है। इनकी कमान प्रो. आनंद
कुमार को सौंपी गई है। प्रो. कुमार उत्तर-पूर्व दिल्ली से उम्मीदवार
हैं (जहां चुनाव खत्म हो गए हैं) और बनारस की राजनीति में इनकी अच्छी
पकड़ मानी जाती है। वह बीएचयू छात्रसंघ के नेता भी रहे हैं।
- केजरीवाल ने अपने दो हजार स्वयंसेवक वाराणसी में पहले ही तैनात कर
रखे हैं। अब दो हजार और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को भेजे जाने की योजना
है।
- एक हजार सिविल सोसायटी के सदस्यों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, लोक गायकों की टीम को भी प्रचार के लिए बुलाया जाएगा।
- जस्टिर राजेंद्र सच्चर, मेधा पाटकर, तीस्ता शीतलवाड़ और डॉ. शमशूल
इस्लाम जेसे जाने-पहचाने चेहरों को भी प्रचार के लिए उतारा जाएगा।
ऐसे होगा चुनाव प्रचार
घाटों का शहर कहे जाने वाले वाराणसी में 12 मई को मतदान होना है। यानी पार्टी के पास अभी प्रचार के लिए काफी समय है। केजरीवाल
14 अप्रैल को वाराणसी के लिए रवाना होंगे और 22 अप्रैल को वह अपना नामांकन
पत्र दाखिल करेंगे। आम आदमी पार्टी बनारस में भी दिल्ली की तर्ज पर
प्रचार करेगी। पार्टी टूर टूर-डूर कैंपेन, रोड शो और जनसभाओं के जरिए
समर्थन जुटाएगी। स्वयंसेवकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सीधे तौर पर
स्थानीय लोगों से संपर्क बनाएं। मतदाताओं को समूहों के आधार पर बांटकर
प्रचार करें। जैसे बुनकरों के लिए अलग से, रेहडी-पटरी वालों के लिए अलग से
प्रचार योजना बनाकर काम करें। बनारस की चार विधानभा सीटों को बांटकर विशेष
रणनीति के तहत प्रचार करें।
इंटरव्यू में स्वीकारा- 'मार्केटिंग में भाजपा हमसे आगे, सांसद चुनेंगे तो लूंगा जिम्मेदारी'
नई दिल्ली. राहुल गांधी
ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'मैं जनता का नौकर हूं जनता
के लिए काम करता हूं।' प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर राहुल ने कहा कि
'संविधान में लिखा है कि प्रधानमंत्री को सांसद चुनेंगे। जो आजकल
प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी को लेकर हो रहा है, वह संवैधानिक नहीं है। अगर
हमारे सांसद मुझे चुनेंगे तो मैं जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा।'
प्रश्न: कांग्रेस को बहुमत मिलेगा?
राहुल: बहुमत मिलना चाहिए, मगर हमारी लड़ाई असल में विचारधारा की लड़ाई है। उनकी सोच सत्ता की शक्ति है, एक व्यक्ति सारी शक्ति ले जाए और हिंदुस्तान को अपनी मर्जी से चलाए। ये अलग विचारधारा है।
प्रश्न: गुजरात मॉडल की चर्चा है?
राहुल: गुजरात छोटे उद्योगों पर खड़ा हुआ था। अमूल जैसे को-ऑपरेटिव मूवमेंट पर खड़ा हुआ था। आप अब गुजरात मॉडल को देखें तो एक व्यक्ति के बिजनेस का टर्नओवर 3 हजार करोड़ से बढ़कर 40 हजार करोड़ पहुंच गया।'
प्रश्न: कांग्रेस भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रही?
राहुल: भ्रष्टाचार दैत्य से कम नहीं है। भ्रष्टाचार हिंदुस्तान में एक सच्चाई है। यदि भ्रष्टाचार से लड़ना है तो एक्शन लेना होगा।
प्रश्न: युवाओं के लिए क्या करेंगे?
राहुल: हम मैनिफेक्चरिंग कॉरिडोर की बात कर रहे हैं, दिल्ली से लेकर मुंबई, मुंबई से लेकर चेन्नई, चेन्नई से बेंगलुरू, दिल्ली से कोलकाता। हम एक मैनिफेक्चरिंग बैकबोन बना रहे हैं। बिजली-पानी, पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर, पूरा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर। इसके लिए हमने जापान से साथ गठजोड़ किया है। इससे लोगों को करोड़ों रोजगार मिलेंगे। मैं अपने भाषणों में कहता हूं, आजकल मेड इन चाइना होता है, हम चाहते हैं कि मेड इन इंडिया हो।'
प्रश्न: कांग्रेस को बहुमत मिलेगा?
राहुल: बहुमत मिलना चाहिए, मगर हमारी लड़ाई असल में विचारधारा की लड़ाई है। उनकी सोच सत्ता की शक्ति है, एक व्यक्ति सारी शक्ति ले जाए और हिंदुस्तान को अपनी मर्जी से चलाए। ये अलग विचारधारा है।
प्रश्न: गुजरात मॉडल की चर्चा है?
राहुल: गुजरात छोटे उद्योगों पर खड़ा हुआ था। अमूल जैसे को-ऑपरेटिव मूवमेंट पर खड़ा हुआ था। आप अब गुजरात मॉडल को देखें तो एक व्यक्ति के बिजनेस का टर्नओवर 3 हजार करोड़ से बढ़कर 40 हजार करोड़ पहुंच गया।'
प्रश्न: कांग्रेस भ्रष्टाचार रोकने में नाकाम रही?
राहुल: भ्रष्टाचार दैत्य से कम नहीं है। भ्रष्टाचार हिंदुस्तान में एक सच्चाई है। यदि भ्रष्टाचार से लड़ना है तो एक्शन लेना होगा।
प्रश्न: युवाओं के लिए क्या करेंगे?
राहुल: हम मैनिफेक्चरिंग कॉरिडोर की बात कर रहे हैं, दिल्ली से लेकर मुंबई, मुंबई से लेकर चेन्नई, चेन्नई से बेंगलुरू, दिल्ली से कोलकाता। हम एक मैनिफेक्चरिंग बैकबोन बना रहे हैं। बिजली-पानी, पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर, पूरा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर। इसके लिए हमने जापान से साथ गठजोड़ किया है। इससे लोगों को करोड़ों रोजगार मिलेंगे। मैं अपने भाषणों में कहता हूं, आजकल मेड इन चाइना होता है, हम चाहते हैं कि मेड इन इंडिया हो।'
ऐ सियासत तुझे नमन
ऐ सियासत तुझे नमन
यह नेता है ,,
कुर्सी के लालच में
फिर इन्होने मुझे
पत्नी बनाया है
ऐ सियासत तू ही बता
सियासी दांव पेंच में कामयाबी के बाद
क्या मेरा पत्नी का
क्या मेरा औरत होने का
यह सम्मान फिर बाक़ी रहेगा
क्या में विवाहिता होने के बाद भी
अलग थलग अकेली ज़िंदगी गुज़ारूंगी
या फिर यह संस्कृति का देश
यह संस्कृति की रक्षा करने वाला संगठन
यह संस्कृति के लिए समर्पण की बात करने वाला जमावड़ा
क्या मुझे पत्नी होने का सारा सुख दिल पायेगा ,,
ऐ सियासत तू ही बता
क्या में यूँ ही त्याग की देवी रहूंगी
ऐ सियासत तू ही बता
कागज़ों में कभी मुझे
पत्नी का दर्जा नहीं देने वाले
कागज़ों में सियासत की मजबूरी से पत्नी का दर्जा देने वाले
क्या मुझे निभाएंगे
ऐ सियासत तू ही बता
यह संस्कृति के रक्षक
यह महिलाओं की अस्मिता के सो कोल्ड सरक्षक
क्या मुझे मेरा सम्मान फिर से लोटायेने
ऐ सियासत तू ही बता
क़ानून की मज़बूरी
कुर्सी के लालच में
जो नाटक जो ड्रामे हुए है
क्या यह सब स्थाई रह पाएंगे
ऐ सियासत तू ही बता
क्या यह लोग मुझे मेरा योवन मेरा सम्मान वापस लोटायेंग
ऐ सियासत तू ही बता
मेरा क्या होगा
में एक औरत हूँ
में एक संस्कृति हूँ समर्पित हूँ
ऐ सियासत ऐ कुर्सी के लालच
मुझे ज़रा मेरा क़ुसूर तो बता
ऐ सियासत मुझे मेरा हक़ तो दिला ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर
यह नेता है ,,
कुर्सी के लालच में
फिर इन्होने मुझे
पत्नी बनाया है
ऐ सियासत तू ही बता
सियासी दांव पेंच में कामयाबी के बाद
क्या मेरा पत्नी का
क्या मेरा औरत होने का
यह सम्मान फिर बाक़ी रहेगा
क्या में विवाहिता होने के बाद भी
अलग थलग अकेली ज़िंदगी गुज़ारूंगी
या फिर यह संस्कृति का देश
यह संस्कृति की रक्षा करने वाला संगठन
यह संस्कृति के लिए समर्पण की बात करने वाला जमावड़ा
क्या मुझे पत्नी होने का सारा सुख दिल पायेगा ,,
ऐ सियासत तू ही बता
क्या में यूँ ही त्याग की देवी रहूंगी
ऐ सियासत तू ही बता
कागज़ों में कभी मुझे
पत्नी का दर्जा नहीं देने वाले
कागज़ों में सियासत की मजबूरी से पत्नी का दर्जा देने वाले
क्या मुझे निभाएंगे
ऐ सियासत तू ही बता
यह संस्कृति के रक्षक
यह महिलाओं की अस्मिता के सो कोल्ड सरक्षक
क्या मुझे मेरा सम्मान फिर से लोटायेने
ऐ सियासत तू ही बता
क़ानून की मज़बूरी
कुर्सी के लालच में
जो नाटक जो ड्रामे हुए है
क्या यह सब स्थाई रह पाएंगे
ऐ सियासत तू ही बता
क्या यह लोग मुझे मेरा योवन मेरा सम्मान वापस लोटायेंग
ऐ सियासत तू ही बता
मेरा क्या होगा
में एक औरत हूँ
में एक संस्कृति हूँ समर्पित हूँ
ऐ सियासत ऐ कुर्सी के लालच
मुझे ज़रा मेरा क़ुसूर तो बता
ऐ सियासत मुझे मेरा हक़ तो दिला ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर
ऐ लोकतंत्र
ऐ
लोकतंत्र तेरे लंग़डेपन लुंजपुंज चुनावी क़ानून को सलाम ,,,यहां क्षेत्रीय
मतदाता किसी भी दूसरी जगह से चुनाव लड़कर वहां के वोटर्स के साथ चुनाव जीत
कर ,,,उनके साथ लापता होकर धोका करने की पूरी छूट है ,यहां देश का करोड़ो
रूपये दो सीटों पर चुनाव लड़कर एक सीट पर फिर से चुनाव लाडवा कर फ़िज़ूल खर्ची
को क़ानून बनाया गया है ,वाह जनाब वाह जेल में बंद क़ैदी ,,अस्पताल में
भर्ती मरीज़ चुनाव तो लड़ सकता है लेकिन वोट नहीं डाल सकता अजीब क़ानून है ना
,,,कांग्रेस ,,भाजपा और दूसरी सभी पार्टियां सत्ता में रहीं लेकिन इस
मुद्दे पर सभी खामोश है क्योंकि चोर चोर तो सभी मोसेरे भाई होते है ना भाई
,,,,,अख्तर
में तो खिलौना हूँ
में तो
खिलौना हूँ
दूसरों से जब भी
दिल भर जाये
जब भी तुम्हारा दिल घबराये
मुझ से तुम
खेल लेना
में तो खिलौना हूँ
कभी गिराना
कभी तोड़ना
कभी मोड़ना
में तो खिलोना हूँ
जब भी दिल घबराये
मुझ से
अपना दिल बहलाना
मुझ से
हमेशा की तरह
जैसे खेलते आये हो
खेल लेना
दिल भर जाए अगर
फिर कोई आजाये अगर
मुझे उठाना
या तो अलमारी में सजा देना
या फिर तोड़ देना
में तो खिलौना हूँ
जब भी दिल घबराये
मुझ से खेल लेना
में तो खिलोना हूँ ,,,,,,,
खिलौना हूँ
दूसरों से जब भी
दिल भर जाये
जब भी तुम्हारा दिल घबराये
मुझ से तुम
खेल लेना
में तो खिलौना हूँ
कभी गिराना
कभी तोड़ना
कभी मोड़ना
में तो खिलोना हूँ
जब भी दिल घबराये
मुझ से
अपना दिल बहलाना
मुझ से
हमेशा की तरह
जैसे खेलते आये हो
खेल लेना
दिल भर जाए अगर
फिर कोई आजाये अगर
मुझे उठाना
या तो अलमारी में सजा देना
या फिर तोड़ देना
में तो खिलौना हूँ
जब भी दिल घबराये
मुझ से खेल लेना
में तो खिलोना हूँ ,,,,,,,
हाल ही में एक टी वी चैनल ने वोटर्स को विभाजित करने के लिए सौदेबाज़ी कर हार जीत की गणित बिगड़ने की सौदेबाज़ी का कैमरे पर खुलासा किया
हाल
ही में एक टी वी चैनल ने वोटर्स को विभाजित करने के लिए सौदेबाज़ी कर हार
जीत की गणित बिगड़ने की सौदेबाज़ी का कैमरे पर खुलासा किया है ,,यह सब तो
चुनाव आयोग पहले से ही जानता है ,,,लेकिन दोस्तों पहले टी ऍन शेषन तक चुनाव
आयोग स्वतत्र और एकाधिकार वाला था अब नियुक्तिया कैसे होती है सब जानते है
और फिर एक नहीं तीन चुनाव आयुक्त है ,,,,,,मेने पिछले शपथ पत्र में पत्नी
की जानकारी नहीं लिखने पर झूंठा शपथ पर देने
के मामले में एक साल पहले चुनाव आयोग में लिखित और ऑनलाइन शिकायत भेजी है
वहां दर्ज है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं ,,,,ऐसा ही है चुनाव आयोग
,,,,,,यहां निर्वाचन नियमों में बदलाव की ज़रूरत होने आर भी दो जगह से चुनाव
लड़ने ,,,,स्थानीय नहीं होने पर भी बाहर का आदमी चुनाव आकर लड़कर स्थानीय
लोगों की भावनाए आहत कर वापस भाग जाने की रोज़ मर्रा की शिकायते होने पर भी
लोकसभा और राजयसभा में यह रोज़ का तमाशा है गुंडे चुनाव लड़ते है ,,अस्पताल
में भर्ती मतदाता ,,,जेल में बंद मतदाता चुनाव तो लड़ सकता है लेकिन वोट
नहीं डाल सकता अजब और गज़ब क़ानून है न मेरे भाई लेकिन कांग्रेस ,,भाजपा
,,दूसरी पार्टियां जान बुझ कर इस क़ानून को अपने फायदे के लिए नहीं बदलना
चाहते जनाब ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
दोस्तों कोटा की आन बान शान और खूबसूरत नज़ारो का स्थान कोटा बैराज की खूबसूरती और लुत्फ़ अब सरकारी क़ैदखाने में बंद हो गया है ,
दोस्तों कोटा की आन बान शान और खूबसूरत नज़ारो का
स्थान कोटा बैराज की खूबसूरती और लुत्फ़ अब सरकारी क़ैदखाने में बंद हो गया
है ,,,पिंजरे में बदन सलाखों से घिरा यह कोटा बैराज अब लोगों के मनोरंजन
और सेर सपाटे की जगह नहीं रही है ,,,यहां के कबूतर और मछलियाँ अब लोगों के
प्यार को तरस गयी है ,,,एक वीराने जैसा माहोल इस कोटा के वरदान कोटा बैराज
का सिचाई विभाग और राजस्थान सरकार ने कर दिखाय है जबकि स्थानीय राजनीति से
जुड़े कांग्रेस और भाजपा से जुड़े लोग इस मामले में चुप्पी साधे बैठे है
,,,,,,,,कोटा बैराज जहां बच्चे बूढ़े और
जवान सभी अपने अपने दूर दराज़ से आये रिश्तेदारों को गर्व के साथ दिखाने ले
जाते थे और कोटा बैराज की खूबसूरती यहां की मछलियों और कबूतरों के क़िस्से
देश विदेश में मशहूर रहे है लेकिन अब कोटा बैराज के नौसिखिये प्रबंधन ने
बैराज के चारो तरफ लोहे की चारदीवारी खेंच कर इसे जनता और आम आदमी की पहुंच
से दूर कर दिया है ,,,यहां कोटा बैराज पर ना जाने कितने लोगों की यादें
,,कितने लोगों के इन्तिज़ार के क़िस्से गवाह है ,,,,,लेकिन अब इस कोटा बैराज
को आम आदमी की पहुंच से दूर कर दिया गया है बस कुछ लोग हिम्मत कर ऐंग्लों
को उंघाल कर कबूतरों को दाना डालने ,,उन्हें पाने पिलाने और मछलियों को दान
डालने के लिए कूद कर चले जाते है वरना तो आम आदमी के लिए यह बैराज बेकार
सा हो गया है ,,,एक वीराना ,,एक खंडहर जैसा उबड़ खाबड़ माहोल लोगों के लिए
परेशानी का कारण बना यह प्रबंधन लोगों को दुःख दे रहा है अफ़सोस कोटा में
कांग्रेस और भाजपा से जुड़े लोग या फिर कोई समाजसेवी संगठन पत्रकार ने इस
मामले में अब तक कोई आवाज़ नहीं उठाई हा और ऐसे बेवक़ूफ़ नाकारा कोटा की
खूबसूरती को क़ैद करने वाले कोटा बैराज को बेरौनक करने वाले अधिकारीयों के
खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाइ गयी है ,,,
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
पहले मुस्कुराना ,,फिर गले लगाना
अपने हाथों से सीने में खंजर घोंप कर
सीने को यूँ लहूलुहान कर मुझे अकेला
सिर्फ अकेला छोड़ जाने का अंदाज़
उफ़ एक यादगार बन गया है
जो भुलाये नहीं भूल पा रहा हूँ
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
अनोखा अनूठा निराला है ,,,,,,,उफ़ उफ़ उफ़ ,,,,,
पहले मुस्कुराना ,,फिर गले लगाना
अपने हाथों से सीने में खंजर घोंप कर
सीने को यूँ लहूलुहान कर मुझे अकेला
सिर्फ अकेला छोड़ जाने का अंदाज़
उफ़ एक यादगार बन गया है
जो भुलाये नहीं भूल पा रहा हूँ
प्यार जताने का तुम्हारा यह अंदाज़
अनोखा अनूठा निराला है ,,,,,,,उफ़ उफ़ उफ़ ,,,,,
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