दतिया/सेंवढ़ा. रविवार की रात खैरोना घाट से नाव पर सवार होकर
हम लोग शादी समारोह के लिए निकले ही थे। तभी दस मिनट बाद नाव में जगह कम
होने के कारण महिलाओं ने एक-दूसरे से आगे खिसकने के लिए कहा। आगे ज्यादा
वजन होने से नाव की पटिया टूट गई। पटिया टूटते ही नाव में पानी भरने लगा।
नाव में बैठे लोग चीखने लगे। रात का समय था। नदी का पानी गहरा था, इसलिए
कूद भी नहीं सकते थे। मेरी आंखों के सामने मेरी पत्नी और चारों बच्चे डूब
गए। मैं नाव में फंस गया। मैं पागलों की तरह चीखता-चिल्लाता रहा।
अंधेरा होने के कारण कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था। जैसे-तैसे मैं नदी
में कूदा लेकिन अपने परिवार के किसी भी सदस्य को नहीं बचा पाया। सिंध नदी
ने मेरा परिवार लील लिया। सोमवार को यह पीड़ा बताते-बताते सेंवढ़ा निवासी
राजू केवट फूट-फूटकर रोने लगा। नाव में कुल 28 लोग सवार थे। इसमें 12 लोगों
के शव निकाले जा चुके हैं। दो लापता हैं, उनकी तलाश जारी है। जबकि 14
लोगों में से कुछ ने तैरकर और कुछ को रेस्क्यू टीम की मदद से निकाला गया।
रविवार की रात नाव में सवार होकर दो परिवार सिलेटा गांव में एक शादी
समारोह में शामिल होने जा रहे थे। इसमें एक परिवार लांच गांव का और दूसरा,
सेंवढ़ा के राजू केवट का था। राजू के परिवार में पत्नी और चार बच्चे थे। यह
सभी नदी में डूब गए। राजू के साथ उसका चचेरा भाई महेश भी नाव पर सवार था।
राजू की पत्नी किरण, बेटी चांदनी (12), बेटी पूजा (10), छोटू (2) और अंजू
(8) की मौत हो गई।
हादसे में अब तक इनकी मौत
मनीष पुत्र कल्लू केवट (डेढ़ साल) निवासी लांच, पवन पुत्र राजाराम
(तीन साल) निवासी लांच, करुआ पुत्र बलवीर केवट (तीन साल) निवासी लांच,
अंजनी उर्फ संध्या पुत्री रज्जू राजाराम (छह माह) निवासी लांच, रज्जो
पुत्री सुक्खाराम (15) निवासी लांच, मुलिया पत्नी स्व. किशोरी केवट (65
साल) निवासी लांच, लाली पत्नी दिनेश केवट (22) निवासी लांच, किरण पत्नी
राजू केवट, (28) निवासी सेंवढ़ा, बाबू उर्फ छोटू पुत्र राजू केवट (दो साल)
निवासी सेंवढ़ा, चांदनी पुत्री राजू केवट (12 साल)निवासी सेंवढ़ा, पूजा
पुत्री राजू (10 साल) निवासी सेंवढ़ा, अंजू पुत्री राजू (2) साल नाव में
कुल 28 लोग सवार थे।
इनमें से 14 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। दो लापता लोगों की
तलाश की जा रही है। जो नाव डूबी उसे भी निकाल लिया गया है। अभी भी राहत एवं
बचाव कार्य चल रहा है। अभी भी मैं बचाव दल के साथ स्टीमर से लापता लोगों
की तलाश कर रहा हूं। -आरपी सिंह, एसपी, दतिया
सिंध नदी के खैरोना घाट पर नाव पलटने की घटना में मरने वालों की
संख्या 12 तक पहुंच गई है। इनके शव निकाले जा चुके हैं। सोमवार की सुबह से
फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। शाम तक चले अभियान में 8 लोगों के शव और
निकाले गए।
4 लोगों के शव रविवार की रात ही निकाल लिए गए थे। 14 लोगों को
सुरक्षित बचा लिया गया है। दो लापता लोगों की अब भी तलाश की जा रही है।
प्रशासन ने मृतकों के परिजन को एक-एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की
है। मृतकों में एक ही परिवार के चार बच्चे और मां भी शामिल है।
कुल 28 लोग सवार थे: रविवार की रात खैरोना से लांच और सेंवढ़ा
के दो परिवार नाव में सवार होकर एक शादी समारोह में शामिल होने ग्वालियर के
सिलेटा जा रहे थे। बीच में नाव पलट गई। इसमें कुल 28 लोग सवार थे।