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22 अप्रैल 2014

छठी क्लास की मासूम के साथ आठवीं के छात्रों ने स्कूल में ही किया गैंगरेप



रांची/लोहरदगा। झारखंड के लोहरदगा में मासूमियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। आठवीं क्लास में पढऩे वाले कुछ लड़कों ने छठी क्लास की छात्रा के साथ स्कूल परिसर में ही गैंगरेप किया। आरोपी छात्र मासूम लड़की बहकाकर रात को स्कूल कैंपस में ले गए थे। घटना शनिवार रात की है। लेकिन, इस मामले में मंगलवार को महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
पीड़िता ने अपनी मां और भाई के साथ थाने पहुंचकर सनसनीखेज मामले की जानकारी दी। नाबालिग छात्रा स्कूल के ही बगल में एक क्लर्क के घर काम करती है और वहीं रहकर पढ़ाई भी करती है। थाने में दर्ज प्राथमिकी में पीडि़ता ने कहा है कि शुक्रवार शाम लगभग साढ़े 4 बजे उसके स्कूल के ही आठवीं क्लास के छात्र रोशन रोशन उरांव ने उससे मोबाइल मांगा और किसी के नंबर पर कॉल लगाया। फिर फोन नहीं लगने की बात करते हुए मोबाइल वापस देकर वहां से चला गया। दूसरे दिन शनिवार को रोशन झूठ बोलकर देर रात उसे स्कूल परिसर ले गया, जहां उसने अपने कुछ दोस्तों के साथ उसके साथ दुष्कर्म किया।
धमकी की वजह से नहीं आई थाने
लड़कों ने दुष्कर्म की बात किसी को बताने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इसीलिए पीड़िता के परिवार ने पुलिस को तुरंत सूचित नहीं किया। फिर काफी सोच-विचार के बाद वे मंगलवार को थाने पहुंचे। आरोपियों में नदिया निवासी रोशन उरांव, रामविलास उरांव, डब्लू उरांव व पंकज उरांव के नाम का जिक्र है। सभी उसी स्कूल में आठवीं के छात्र हैं।
महिला थाना प्रभारी खन्तर हरिजन का कहना है कि मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। सभी आरोपी नाबालिग हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

पति पर आरोपों पर पहली बार प्रियंका ने खोला मुंह, बोलीं- बहुत दुख होता है



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रायबरेली. कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी ने अपने पति रॉबर्ट वाड्रा पर लगने वाले आरोपों को लेकर पहली बार मुंह खोला है। रायबरेली में आयोजित एक चुनावी जनसभा में मंगलवार को उन्‍होंने कहा, 'जब भी हम टीवी खोलते हैं तो देखते हैं कि कठोर बातें हो रही होती हैं। मेरे परिवार और पति के बारे में बहुत बातें कही जा रही हैं, मुझे दुख होता है। दुख अपने लिए नहीं होता। मैंने इंदिरा जी से सीखा है। जब सच्चाई दिल में होती है तो छाती के भीतर एक कवच बन जाता है। वे लोग जितनी हमारी आलोचना करेंगे, हम उतना मजबूत बनकर उभरेंगे। दुख इस बात का है कि देश में चुनाव, जो विकास के मुद्दे पर आधारित होना चाहिए, देश की जनता की जरूरत पर आधारित होना चाहिए, विकास कैसे करेंगे? क्या करेंगे? इन सवालों के बजाय फिजूल की बातों में लोगों को गुमराह किया जा रहा है। जिस देश की संस्कृति उदार है, वहां जहर घोला जा रहा है।'
बता दें कि एक अमेरिकी वेबसाइट ने हाल में ही प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए थे। वेबसाइट ने दावा किया था कि वाड्रा ने महज 1 लाख रुपए के निवेश से पांच साल के अंदर 322 करोड़ रुपये बनाए।
प्रियंका ने कहा कि मुझे वोट मांगना अच्छा नहीं लगता। आपसे कुछ भी मांगना अच्छा नहीं लगता, आपने बहुत दिया है। रायबरेली ने मेरी मां को बहुत कुछ दिया है। आप लोग सोच-समझकर वोट दें। मुझे दुख इस बात का है कि हमारे देश में चुनाव देश के विकास पर आधारित होना चाहिए। हम देश को आगे कैसे बढ़ाएंगे, इसके बारे में बातें होनी चाहिए, लेकिन इसके बजाए फिजूल की बातें की जा रही हैं।
 
प्रियंका के बयान पर बीजेपी प्रवक्‍ता लेखी ने कहा है कि निश्चित तौर पर वह अपने पति का बचाव करेंगी और वह पत्नी के तौर पर इस तरह के आरोपों से खुश नहीं होंगी, लेकिन लोग भी उनके पति को लेकर नाखुश हैं।वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वाड्रा ने 2007 में अपनी कंपनी 1 लाख रुपये के निवेश के साथ शुरू की थी। कंपनी के जरिए 2012 में वाड्रा ने 12 मिलियन डॉलर (72 करोड़ रुपए से ज्‍यादा) की प्रॉपर्टी बेची। उनके पास अभी भी 42 मिलियन डॉलर यानी करीब 250 करोड़ रुपए की रीयल एस्‍टेट प्रॉपर्टी है। यानी 2007 से 2012 के बीच वाड्रा की संपत्ति 1 लाख रुपये से बढ़कर 322 करोड़ रुपए पहुंच गई। वेबसाइट के मुताबिक, वाड्रा और गांधी परिवार के लिए महेश नागर नाम के एक नेता जमीनों का सौदा करते हैं। वहीं, रॉबर्ट वाड्रा के प्रवक्‍ता का कहना है कि राजनीतिक कारणों से उनकी छवि खराब की जा रही है। प्रवक्‍ता के मुताबिक, वाड्रा ने सभी कानूनों का पालन किया है  और किसी की कोई मदद नहीं ली है। अधिकांश राजनीतिक जानकार नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ माने जाने वाले रायबरेली से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीत तय मान रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बरसों से रायबरेली में गांधी परिवार के खिलाफ जातीय समीकरण काम नहीं करते और उन्हें हर वर्ग और जाति का वोट मिलता है। इसके अलावा, उनके खिलाफ कोई मजबूत प्रत्‍याशी न होने से भी उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है। ये जानकार मानते हैं कि सोनिया के सामने जीत के अंतर को बरकरार रखने या बढ़ाने की चुनौती होगी।
राह इतनी आसान भी नहीं 
2009 के लोकसभा चुनाव में पौने चार लाख वोटों से सोनिया गांधी को जिताने वाले रायबरेली संसदीय क्षेत्र में तीन साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पांच में से एक सीट न मिली। यहां जातिगत समीकरण भले न के बराबर चलते हों, लेकिन पार्टी की ओर से विभिन्‍न जातियों को रिझाने की कोशिशें जारी हैं। इसके अलावा, सोनिया ने बीते 10 साल में यहां रेल कोच फैक्टरी, पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी संस्थान और 5 रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट लगवाए हैं। इसके बावजूद उनकी राह बिलकुल आसान तो नहीं ही मानी जा रही है। बता दें कि यहां 15 लाख 64 हजार 890 वोटर रजिस्‍टर्ड हैं। इनमें से करीब 8 लाख 42 हजार पुरुष वोटर, जबकि बाकी महिलाएं हैं। 
 
पक्ष में : देश की राजनीति का बड़ा चेहरा। पासी, ब्राह्मण, मुस्लिम और ठाकुर मतदाताओं के बीच पकड़। कमजोर विपक्ष। 
विपक्ष में : रायबरेली में बिजली, सड़क, पानी जैसी सुविधाओं की कमी और बढ़ती बेरोजगारी से कांग्रेस के प्रति बढ़ी नाराजगी।

सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे भाई हैं... चाहे नोच डालो, भेदभाव नहीं करूंगा: मोदी



सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे भाई हैं... चाहे नोच डालो, भेदभाव नहीं करूंगा: मोदी

'हो सकता है 100 कदम चलना हो, तीन चल पाऊं,  पांच चल पाऊं, सात चल पाऊं, वो अलग विषय है। मैं एक ही भाषा समझता हूं- ये मेरे भारतवासी हैं। मेरे भाई हैं। आपको जिस कलर से देखना है, आपकी मर्जी। कल चुनाव हार जाऊं तो हार जाऊं... मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है। लेकिन देश को तबाह कर दिया इस भाषा ने। बर्बाद कर दिया है आप लोगों की सोच ने।'
मोदी ने एबीपी न्यूज के 'घोषणापत्र' कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। उनसे पूछा गया था कि क्या उन्होंने मुस्लिमों से संपर्क करने की कोशिश की है।
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 'सभी सवा सौ करोड़ भारतवासी मेरे भाई हैं। आप चाहे नोच डालो, मैं भेदभाव नहीं करूंगा। मुझे देश की जिम्मेदारी मिली है तो सवा सौ करोड़ तक पहुंचने की कोशिश करता हूं।' प्रस्तुत है मोदी के एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू के प्रमुख अंश:
॥क्या मुसलमान आप से डरते हैं?
2002 का चुनाव जीतने के बाद मणिनगर में मैं शाम को ही मेरे मतदाताओं का धन्यवाद करने गया था। मैंने कहा था कि ये सरकार उनकी है जिन्होंने वोट दिया है। ये सरकार उनकी भी है जिन्होंने वोट विरोध में दिया है। ये सरकार उनकी भी है जो वोट देने गए नहीं हैं। मेरी सरकार का मंत्र है अभयं, अभयं, अभयं।
॥प्रधानमंत्री बनते हैं तो आप जो करेंगे उस पर भी संघ की छाप होगी क्या?
सरकार चलती है संविधान के तहत। सरकार का एक ही रिलीजन होता है, इंडिया फर्स्ट। सरकार का एक ही धर्मग्रंथ होता है संविधान। सरकार की एक ही कार्यशैली होती है, सबका साथ, सबका विकास।
॥राहुल कह रहे हैं कि अगर मोदी की सरकार बने तो वह अमीरों की सरकार होगी?
मेरे ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर आपको जज करना चाहिए। हमने तपती गर्मी में गुजरात में किसानों, गरीबों के लिए काम किए। ये झूठ के गुब्बारे बंद होने चाहिए। टॉफी बेचने वालों को देश स्वीकार नहीं करेगा। 
॥ आपकी सरकार अंबानी और अदाणी की होगी? 
ये मीडिया का प्रश्न नहीं है। राजनीतिक विरोधियों की चलाई हुई कथा को लेकर घूम रहे हैं। हमने गुजरात में पहली बार जमीन देने के नॉर्म तय किए। तीन साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जमीन के विषय में गुजरात की नीति बाकी राज्यों को फॉलो करनी चाहिए। आपको राहुल गांधी की बात अच्छी लगती है तो आपको मुबारक।
॥आपने रॉबर्ट वाड्रा को जीजाजी कहा?
पहचान तो करनी पड़ेगी। जो घटना घटी है... एक परिवार का संबंध है। संबंध इसी शब्दों में है। रिश्ते के लिए यही शब्द प्रयोग होता है।
॥रॉबर्ट वाड्रा पर कार्रवाई होगी या नहीं?
बहुत ही गंदा सवाल है। कानून से परे कोई नहीं है। नरेंद्र मोदी पर कोई इल्जाम हो और मोदी प्रधानमंत्री बन गए तो क्या केस बंद हो जाएगा। ऐसा नहीं हो सकता।
॥राज ठाकरे सपोर्ट कर रहे हैं? 
सरकार चलाने के लिए ऐसे सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन देश चलाने के लिए सबके सपोर्ट की जरूरत होगी। अमेठी से राहुल गांधी जीतकर आते हैं तो उनका भी सहयोग लेंगे।
गरीबी को मुझसे बेहतर कोई नहीं समझता
'मैं चाय बेचकर बड़ा हुआ हूं। मेरी मां ने पड़ोसियों के बर्तन साफ किए हैं। मैंने गरीबी का सामना किया है। मैं गरीबों की परेशानियों को समझता हूं। मैं खुद अंबेडकर का समर्थक रहा हूं। कोई भी आपकी समस्याओं को मुझसे बेहतर नहीं समझ सकता।' -धुलिया (महाराष्ट्र) की सभा में मोदी

सामने आया शाजिया का विवादित VIDEO: बोलीं-मुसलमानों को थोड़ा सांप्रदायिक हो जाना चाहिए


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नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की नेता और गाजियाबाद सीट से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार शाजिया इल्मी का एक विवादित वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में शाजिया कुछ मुस्लिम नेताओं से कह रही हैं कि वे कांग्रेस को छोड़कर आप का समर्थन करें। वीडियो में इल्मी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'मुसलमानों को थोड़ा कम धर्मनिरपेक्ष और थोड़ा सांप्रदायिक हो जाना चाहिए ताकि उनका खुद का भला हो सके।'  
 
वे यहीं नहीं रुकती हैं। शाजिया आगे कहती हैं, 'मैं जानती हूं कि यह विवादास्पद है, लेकिन जरूरी है।' वीडियो से साफ नहीं है कि यह कब का है और इसकी शूटिंग कब की गई है। लेकिन सोशल नेटवर्किंग साइटों पर शाजिया के खिलाफ टिप्पणियों का सिलसिला शुरू हो गया है।

क़ुरान का सन्देश

  
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