आपका-अख्तर खान

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24 अप्रैल 2014

यह जिस्म तो किराये का घर है,

यह जिस्म तो किराये का घर है,
एक दिन खाली करना पड़ेगा...||
सांसे हो जाएँगी जब हमारी पूरी यहाँ...
रूह को तन से
अलविदा कहना पड़ेगा...।।
मौत कोई रिश्वत लेती नही कभी...
सारी दौलत को छोंड़ के जाना पड़ेगा...||
ना डर यूँ धूल के जरा से एहसास से तू...
एक दिन सबको मिट्टी में
मिलना पड़ेगा...
मत कर गुरुर किसी भी बात का ए
दोस्त...
तेरा क्या है...क्या साथ लेके
जाना पड़ेगा...||
इन हाथो से करोड़ो कमा ले भले तू यहाँ
खाली हाथ आया खाली हाथ
जाना पड़ेगा...||
ना भर यूँ जेबें अपनी बेईमानी की दौलत
से
कफ़न को बगैर जेब के
ही ओढ़ना पड़ेगा...||
यह ना सोच तेरे बगैर कुछ
नहीं होगा यहाँ ...
रोज़ यहाँ किसी को "आना"
तो किसी को "जाना" पड़ेगा.

वहीँ दफना दूँगी ठरकी बुढ़िया

एक सयानी सास ने नई-नई आई बहू से पूछा –
बहू-मान लो अगर तुम पलंग पर
बैठी हो और मैं भी उस पर आकर
बैठ जाऊं तो तुम क्या करोगी ?
बहू –तो मैं उठकर सोफे पर बैठ जाऊंगी.
सास – और अगर मैं भी आकर सोफे पर बैठ
जाऊं तो क्या करोगी ?
बहू – तो मैं फर्श पर चटाई बिछाकर बैठ जाऊंगी.
सास–और अगर मैं भी चटाई पर आ जाऊं तो फिर
क्या करोगी ?
बहू –तो मैं जमीन पर बैठ जाऊंगी
सास मजे लेते हुए आगे बोली – और मैं जमीन पर भी तुम्हारे
बगल में बैठ गई तो क्या करोगी ?
बहू (खीझ कर ) – तो मैं जमीन में गड्ढा खोद कर उसमें बैठ
जाऊंगी.
सास – और अगर मैं गड्ढे में भी आकर बैठ गई तो ?
बहू – तो मैं गड्ढे से निकलकर
ऊपर से मिट्टी डालकर तुझे
वहीँ दफना दूँगी ठरकी बुढ़िया

सवाल पूंछने वाले रजत शर्मा पत्रकार खुद सवालों के घेरे मे है

दोस्तों एक खास खबर खुद को गरीबी से उठाकर बढ़ा पत्रकार बनाने वाले ,अदालत मे नेताओँ को मुल्ज़िम की तरह बुलाकर सवाल पूंछने वाले रजत शर्मा पत्रकार खुद सवालों के घेरे मे है ,,इन दिनो पत्रकारिता की मर्यादाएं भुलाकर पार्टी एजेँट ओर मास्टर प्रचारक बने भाई रजत शर्मा छात्र जीवन मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भाजपा के अग्रिम सन्गठन से जुड़े थे ,वोह पदाधिकारी थे ,,ओर अब अगर उनकी कोशिशें कामयाब हुई और एन ड़ी ऍ की भाजपाः सरकर केन्द्र मे आयीं तो रजत शर्मा पत्रकारिता छोड़ पंकज पंचोली की तरह प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार होंगेः उन्हे अग्रिम बधाई ,,,,,,

दुल्हन ने विदाई रुकवाकर किया मतदान फिर आंखों में आंसू लिए चली ससुराल




इंदौर. मध्यप्रदेश में मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह था। दुल्हन हाथों में मेहंदी तो दूल्हा सिर पर पगड़ी बांधकर वोट डालने आया। रस्मों से पहले उन्होंने मताधिकार का प्रयोग किया।
 
धार- श्रवण सांखला की शादी है, उनके ऊपर नई जिम्मेदारी आने वाली है। शुक्रवार को बरात देवास जाएगी। पारिवारिक जीवन से पहले उन्होंने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई। हल्दी-मेहंदी लगे हाथों से पहले वोट दिया, फिर शादी की रस्मों में शामिल हुए।
 
अमझेरा-  दोपहर 12 बजे के बाद सन्नाटा हो गया। आखिरी चरण में फिर लोग पहुंचे। लोहारकुआं बूथ पर दुल्हन मोना बैरागी ने पहला मतदान किया। हल्दी-मेहंदी लगाकर कतार में खड़ी मोना आकर्षण का केंद्र बन गई। 90 वर्षीय बुजुर्ग सीताबाई ने भी मतदान किया। सुबह 11.11 बजे प्रेक्षक जावेद अख्तर मतदान केंद्र क्रमांक 174, 175, 176 पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। पीठासीन अधिकारियों को बूथ के आसपास से लोगों को हटाने के निर्देश दिए। मतदाताओं से भी चर्चा की। दोपहर 2 बजे तक पांचों मतदान केंद्रों पर 60 प्रतिशत मतदान हो चुका था। हातोद, चालनी, राजपुरा, मारोल, सुल्तानपुर, मोरगांव, केशवी, केली आदि गांवों में जमकर मतदान हुआ।
 
कानवन- मतदान केंद्र क्रमांक 99, 100, 101, 102 पर सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान केंद्र क्रमांक 101 पर पहला वोट बसंतीलाल जैन ने और दूसरा डॉ. प्रहलादसिंह  सोलंकी ने डाला। दूल्हा नरेंद्र सिंह कामदार साफा पहने कतार में लगा और वोट डाला। फिर शाम को बरात लेकर रवाना हुआ। दोपहर 12 बजे तक 48 प्रतिशत मतदान हो चुका था। किसी भी मतदान केंद्र पर विशेष भीड़ या लंबी कतार नहीं दिखी। भाटबामंदा, रिटोड़ा, वरनासा, गाजनोद, अंबोदिया, सेमलिया आदि स्थानों पर भी शांतिपूर्ण मतदान हुआ।
 
सरदारपुर- दुल्हन रेखा ने मताधिकार का उपयोग करने के लिए विदाई रुकवा दी। वोट किया, फिर कार में सवार होकर ससुराल रवाना हुईं। वार्ड क्र. 3 की वाल्मिकी बस्ती में बंसीलाल गोखले परिवार की बेटी रेखा की शादी थी। सुबह रेखा बूथ क्रमांक 125 कन्या विद्यालय पहुंची। मतदान कर भाई राजू, अरुण के साथ घर लौट गई। कुछ देर बाद विदाई की रस्म पूरी की गई।
 
राजोद- समीप के साजोद में मतदान करने दूल्हा अपने परिवार के लोगों के साथ पहुंचा। सभी ने मतदान किया और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित किया।

वन्देमातरम करके दिखाते है ,

वन्दे मातरम
कहते नहीं हम ,,
वन्देमातरम
करके दिखाते है ,,
खुदा के नाम का सजदा
इसी ज़मीन पर करते है हम
मरते है इसी मिटटी के लिये
मरकर भी
इसी मिटटी मे
मिल जाते है हम ,,,
हम वोह नहीं
जो कहते कुछ ओर है
करते कुछ ओर
राख बनकर नदी मे
बहकर पाकिस्तान चले जाते है
हम वन्दे मातरम्
कहते भी है
करके भी करके भी दिखाते है ,,,,,,
अपने खुदा के नाम के लिये
इसी पाक ज़मीन पर हम
अपना सर रोज़ दिन मे पांच बार झुकाते है ,,
हम फ़क़त वन्देमातरम
कहते नहीं करके भी दिखाते है ,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर

वडोदरा से वाराणसी के बीच 14 लाख बढ़ी मोदी की संपत्ति, जानिए पूरा विवरण



वाराणसी. बीजेपी के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से नामांकन-पत्र भर दिया है। इस दौरान उन्होंने अपना हलफनामा भी पेश किया। उसके मुताबिक, पिछले 14 दि‍नों में मोदी की संपत्ति करीब 14.34 लाख रुपए बढ़ी। यानी मोदी की संपत्ति में लगभग 1 लाख रुपया प्रतिदिन का इजाफा हुआ है।

9 अप्रैल को वडोदरा में दिए उनके हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 51 लाख रुपए थी। वहीं, 24 अप्रैल को वाराणसी में दिए हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति एक करोड़ 65 लाख 91 हजार 482 रुपए है। इस दौरान उनकी चल संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है। वडोदरा में दिए हलफनामे के मुताबिक मोदी की कुल चल संपत्ति 51 लाख 57 हजार 582 रुपए थी। वहीं, काशी में दिए हलफनामे के मुताबिक, इनकी कुल चल संपत्ति 65 लाख 91 हजार 482 रुपए है।

वाराणसी में दिए हलफनामे का विवरण

नाम- नरेंद्र मोदी
पिता- स्व. दामोदर दास मोदी
पत्नी का नाम- श्रीमती जसोदाबेन
पता- सी एक सोमेश्वर टेनामेंट रानीप अहमदाबाद, गुजरात
कुल चल-अचल संपत्ति- 1 करोड़ 65 लाख 91 हजार 482 रुपए
फोन- 23232611
ई-मेल- n_modi2012@gmail.com
शिक्षा- परास्नातक
पैन नंबर- AHHPM8993N
वार्षिक आयकर विवरण 2012-13- 4 लाख 54 हजार पंचानवे रुपए
हाथ में नकद- 32 हजार 700 रुपए (21 अप्रैल 2014 तक)
बैंक सेविंग- 26 लाख पांच हजार 394 रुपए
बैंक FDR- 32 लाख 48 हजार 989 रुपए
NSC और इंश्‍योरेंस- 4 लाख 34 हजार 31 रुपए
ज्वेलरी- 1 लाख 35 हजार
अन्य- इनकम टैक्स रिफंड 2012-13- 54 हजार 403 रुपए
इनकम टैक्स रिफंड 2012-2013- 61 हजार 65 रुपए
कुल चल संपत्ति- 65 लाख 91 हजार 482 रुपए
आवासीय भवन- गांधीनगर में 3531 वर्ग फीट
अचल संपत्ति का वर्तमान मूल्य- 1 करोड़ रुपए लगभग
कुल चल और अचल संपत्ति का मूल्य- 1 करोड़ 65 लाख 91 हजार 482 रुपए

क़ुरआन का सन्देश

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