. हर देश की संस्कृति, रीति-रिवाज और खान-पान
दूसरे से भिन्न होता है। यही, वजह है कि हम पहनावे और खान-पान के आधार पर
व्यक्ति के देश और परिवेश का पता लगा लेते हैं। ये विविधताएं भाषा और
शारीरिक बनावट के आधार पर भी होती हैं।
हर देश के निवासियों की लाइफस्टाइल अलग-अलग होती है। ये चीज़ें उस देश
की विशिष्ट पहचान में शामिल होती हैं। सांस्कृतिक और धार्मिक विविधताओं के
आधार पर ही दूसरे देशों के लोग उस देश की ओर आकर्षित होते हैं। मसलन, भारत
आने वाली विदेशी महिलाओं को साड़ी पहनना बेहद अच्छा लगता है। वो भारतीय
महिलाओं की तरह श्रृंगार करना खूब पसंद करती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको वनातू आइलैंड की हजारों साल से चली आ रही एक
विशिष्ट परंपरा के बीरे में बता रहे हैं। ये परंपरा यहां के आदिवासियों की
लाइफस्टाइल बन चुकी है।
30 फीट ऊंचे बरगद के पेड़ से कूदने की परंपरा
पेंटाकोस्ट वनातू आइलैंड की लैंड डाइविंग परंपरा आपको देखने में बेहद
अजीब लगेगी। यहां आदिवासी समुदाय के लोग 30 से 40 फीट ऊंचे लकड़ी के टावर
से छलांग लगाते हैं। ये लोग इतनी ऊंचाई से छलांग लगाने के लिए अपने पैरों
को लताओं से बांध लेते हैं। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि वनातू
आइलैंड के आदिवासी बिना किसी सुरक्षा के इतनी ऊंचाई से छलांग लगाते हैं।
छलांग लगाने के साथ ही महिलाएं नाचती-गाती हैं
वनातू आइलैंड के आदिवासी इसे फ्लाइंग एडवेंचर मानते हैं। छलांग लगाने
के साथ ही यहां की महिलाएं, बच्चे और पुरुष सामूहिक गाना गाते हैं और डांस
करते हैं। ये आदिवासी लोग सफल छलांग लगाने के लिए जश्न मनाते हैं। इस
आइलैंड में हजारों सालों से यह परंपरा चली आ रही है।
नाराज पत्नी के घर से भागने से शुरू हुई ये परंपरा
इस परंपरा की शुरुआत टमली नाम की एक औरत के अपने पति से नाराज होकर घर
से भाग जाने से शुरू हुई मानी जाती है। कहा जाता है कि टमली अपने पति के
शारीरिक संबंध बनाने की आदत से परेशान थी। यहां की किवंदतियों में टमली के
पति को काफी बलवान और हष्ट-पुष्ट पुरुष के रूप में चित्रित किया गया है।
पति से असंतुष्ट टमली एक दिन घर से भागकर जंगल में चली गई। टमली के
पति ने उसका पीछा किया तो वो जंगल में ही एक बरगद के पेड़ पर चढ़ गई। पत्नी
को पेड़ पर चढ़े देख पति भी गुस्से से पेड़ पर चढ़ गया। ये देख टमली ने
अपने पैर जंगल की लता से बांधे और पेड़ से छलांग लगा दी।
टमली को छलांग लगाते देख उसके पति ने भी पेड़ से छलांग लगा दी। टमली
ने अपने पैरों को लता से बांधा हुआ था इसलिए वो तो बच गई,लेकिन उसका पति
नहीं बच पाया। पेड़ से कूदने से उसकी मृत्यु हो गई।
कब मनाई जाती है ये परंपरा
वनातू आइलैंड के लोग हर साल जश्न से इस परंपरा को मनाते हैं।
इस परंपरा को मनाने के सबसे शुभ महीने मई और जून माने जाते हैं। इस परंपरा
को मनाने के पीछे पत्नी को खुश करने की भावना भी समाहित है।