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13 जुलाई 2014

भारतीय पत्रकार से हाफ‍िज सईद ने कहा- पाकिस्‍तान में नरेंद्र मोदी का स्‍वागत



फोटो: मुंबई हमले के मास्‍टरमाइंड हाफिज सईद से मुलाकात करते भारतीय पत्रकार वेद प्रताप वैदिक 
 
नई दिल्‍ली. भारतीय पत्रकार वेद प्रताप वैदिक बीते दिनों पाकिस्‍तान के दौरे पर थे। वहां उन्‍होंने पाक पीएम नवाज शरीफ और भारत में मोस्‍ट वॉन्‍टेड हाफ‍िज सईद से मुलाकात की। हाफ‍िज सईद मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले का मुख्‍य आरोपी है। वैदिक पाकिस्‍तान, अफगानिस्‍तान आदि की राजनीति के जानकार माने जाते हैं। उन्‍होंने शनिवार को इंडिया टीवी से एक इंटरव्‍यू में हाफि‍ज सईद से अपनी मुलाकात से जुड़ी बातें शेयर कीं। इसी क्रम में वैदिक ने सईद से जब पूछा कि वह भारतीय पीएम मोदी को दुश्‍मन क्‍यों मानता है, तो उसने इस बात से इनकार किया। पाक पीएम नवाज शरीफ के भारत बुलाए जाने का जिक्र करते हुए सईद ने कहा कि अगर मोदी पाकिस्‍तान आते हैं तो उनका यहां स्‍वागत किया जाएगा। 
 
'नरेंद्र मोदी की बीवी का क्‍या हाल'
वैदिक ने बताया कि सईद ने उनसे पूछा कि नरेंद्र मोदी की बीवी के क्‍या हाल हैं? इस पर वैदिक ने उन्‍हें साफ किया कि मोदी ब्रहमचारी हैं और जब उन्‍होंने संघ में आने का फैसला किया तो वह पत्‍नी से अलग हो गए। इसके बाद सईद  वैदिक से ब्रहमचर्य, गृहस्‍थ, और संन्‍यास आश्रम आदि के बारे में पूछने लगा।
 
'भारत के प्रोपेगैंडा ने मुझे बनाया दहशतगर्द'
वैदिक के मुताबिक, सईद ने उनसे बातचीत में कहा कि भारतीय मीडिया उसे बार बार दहशतगर्द कहता है। सईद के मुताबिक, इस फर्जी प्रोपेगैंडा की वजह से अमेरिका भी प्रभावित हो गया, जिसके बाद उसे ग्‍लोबल टेररिस्‍ट करार दे दिया गया। 

पाक में कोई रोक नहीं 
वैदिक ने बताया कि हाफ‍िज सईद पाकिस्‍तान में बड़ी आसानी से घूमता फिरता है। उस पर किसी तरह की कोई बंदिश नहीं है। वह लाहौर की एक घनी बस्‍ती में रहता है। वहां उसकी सिक्‍युरिटी पाक पीएम नवाज शरीफ से भी ज्‍यादा कड़ी है। वैदिक के मुताबिक, जब उनकी सईद से मुलाकात हुई तो कमरे के अंदर और बाहर, हर जगह बंदूकधारी तैनात थे। 

भारत से जोड़ा कनेक्‍शन 
वैदिक के मुताबिक, सईद ने कहा कि पाकिस्‍तान और भारत की सभ्‍यता और संस्‍कृति एक सी है। उसने बताया कि उसकी मां पंजाब व हरियाणा की सीमा से सटे एक गांव से थीं। सईद के मुताबिक, उसकी मां भारत में गर्भवती हुईं और मार्च 1948 में उसका जन्‍म पाकिस्‍तान में हुआ।

'खुदा की कसम, दहतगर्द तैयार नहीं करता'
वैदिक के मुताबिक, पाक में हाफि‍ज सईद का काम बच्‍चों में शिक्षा का प्रसार, उत्‍तरी वजीरिस्‍तान के विस्‍थापितों के लिए काम करना है। सईद इन लोगों का इस्‍तेमाल आतंकवादी तैयार करने में करता है, इस आरोप पर उसने कहा, खुदा की कसम, मैं ऐसा कुछ नहीं करता। सईद ने दलील दी कि उसे इस मामले में लाहौर हाईकोर्ट ने भी आरोप मुक्‍त कर दिया। 

'भारत आना चाहता हूं'
वैदिक के मुताबिक, जब उन्‍होंने सईद से कहा कि भारत के हजारों लोग उसकी गतिविधियों की वजह से उसे हिकारत की नजर से देखते हैं, उसने कहा कि वह चाहता है कि दिल्‍ली या मुंबई कहीं भी लोगों को बुलाया जाए, जहां आकर वह उनकी गलतफहमी दूर करेगा। 

दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान को पाकिस्‍तान ने दिया राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा

दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान को पाकिस्‍तान ने दिया राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा
फोटो: दिलीप कुमार के पेशावर स्थित इसी मकान को पाकिस्‍तान ने एक संग्रहालय में तब्‍दील करने का फैसला किया है। 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार के पुश्तैनी मकान को राष्ट्रीय विरासत का दर्जा दे दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अधिकारियों को उनके मकान का अधिग्रहण करने के आदेश दिए हैं। सरकार ने इस मकान को लगभग 1 करोड़ 2 लाख रुपए में खरीदा है। इसमें संग्रहालय बनाने का इरादा है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि मकान के संग्रहालय में तब्दील होने पर एक बड़ा समारोह किया जाएगा। इसमें दिलीप कुमार और उनके परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया जाएगा। 

पेशावर में है मकान 
करीब 130 वर्ग मीटर का यह मकान पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार इलाके में जीर्ण-शीर्ण हालत में है। दिलीप कुमार का जन्म पेशावर के इसी मकान में 1922 में हुआ था। बाद में उनका परिवार मुंबई गया। इस समय मकान पर किसी का अवैध कब्जा है। कब्जा करने वाला अपने को दिलीप कुमार का रिश्तेदार बताता है, हालांकि वह है नहीं। बता दें कि भारत के एक और महान अभिनेता राजकपूर का पुश्तैनी मकान भी पेशावर में ही है।

पाक से घुसा 'अज्ञात' प्‍लेन तो मची अफरातफरी, भारत ने भेजे लड़ाकू विमान



पाक से घुसा 'अज्ञात' प्‍लेन तो मची अफरातफरी, भारत ने भेजे लड़ाकू विमान
 
फाइल फोटो: मिग 21 लड़ाकू विमान (प्रतीकात्‍मक इस्‍तेमाल)
 
जोधपुर: पाकिस्‍तान की ओर से भारतीय सीमा में दाखिल होने के लिए दो कमर्शियल प्‍लेन द्वारा एक ही फ्लाइट पहचान कोड इस्‍तेमाल करने के बाद रविवार को भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो उठीं। इसके तुरंत बाद किसी किस्‍म की इमरजेंसी से निपटने के मकसद से इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने जोधपुर से उड़ान भरी। हालांकि, बाद में पता चला कि जैसलमेर में उड़ रहा प्‍लेन तुर्की एयरलाइंस का था, जिसने अपने से पहले दाखिल हुए एक प्‍लेन का कोड इस्‍तेमाल किया था। एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद ही इस प्‍लेन को आगे बढ़ने के निर्देश दिए गए। तुर्की का यह प्लेन पाकिस्‍तान होकर भारत आ रहा था। बता दें कि जोधपुर दिल्‍ली से करीब 600 किमी, जबकि जैसलमेर से 280 किमी की दूरी पर है। 
 
क्‍या है मामला 
हर कमर्शियल प्‍लेन का एक विशेष कोड होता है, जो अंतरराष्‍ट्रीय सीमा में दाखिल होने से पहले उनके लिए पहचान का काम करता है। पहला एयरक्राफ्ट भारतीय सीमा में जो पहचान कोड बताकर दाखिल हुआ, तुर्की एयरलाइन के एयरक्राफ्ट ने भी वही कोड बताया, जिसके बाद स‍िक्‍युर‍िटी एजेंसियां अलर्ट हो गईं। सूत्रों के मुताबिक, तुर्की के प्लेन को पिछले प्‍लेन का आइडेंटिफिकेशन कोड जारी कर दिया गया , जिस वजह से शक पैदा हुआ। स्‍टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर के तहत भारतीय वायुसेना ने न केवल अपने फाइटर जेट भेजे, बल्‍क‍ि वायुक्षेत्र में किसी बगैर पहचान के उड़ान रहे जहाज को लेकर एयर डिफेंस को भी अलर्ट कर दिया।

क़ुरआन का सन्देश

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