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14 जुलाई 2014

तुम्हारी जुबां को मेरा ज़िक्र अच्छा नहीं लगता

तुम्हारी जुबां को मेरा ज़िक्र अच्छा नहीं लगता
तुम्हारी आँखों को मुझे देखना अच्छा नहीं लगता
तुम्हारे दिमाग को मुझे सोचना अच्छा नहीं लगता
तुम्हारे होंटों को मेरा छूना अच्छा नहीं लगता
यह तुम भी जानते हो में भी जानता हूँ
तो फिर खुदा हाफ़िज़ खुदा हाफ़िज़ कहते है
शायद यह अलफ़ाज़ तुम्हे सुन्ना अच्छा लगता है
लो में मुर्दा हो रहा हूँ शायद यह देखना तुम्हे अच्छा लगता है
तुम्हे अच्छा लगता है ,,,तुम्हे अच्छा लगता है
जो तुम्हे अच्छा लगा वही सिर्फ वही मेने क्या है
लो देखो फिर तुम्हारी ख्वाहिश का करना मुझे अच्छा लगता है ,,,,,,

भारतीय अधिकारियों की वजह से बर्लिन में शर्मिंदा हो गए नरेंद्र मोदी!



नई दिल्ली/बर्लिन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील में ब्रिक्स सम्मेलन की यात्रा की शुरुआत बर्लिन में बड़ी शर्मिंदगी के साथ हुई। जर्मन चांसलर एंजेला मार्केल ने नरेंद्र मोदी को ब्राजील जाने से पहले बर्लिन रुककर डिनर का न्योता दिया था। लेकिन खुद मार्केल अपने देश में उनकी आगवानी के लिए मौजूद नहीं थीं। वे जर्मनी के फीफा वर्ल्ड कप में जीत का जश्न मनाने के लिए पहले से ही ब्राजील में हैं। खुद यह बात शायद भारतीय अधिकारी भूल गए और मोदी का प्लेन बर्लिन उतर गया। 
 
क्या भूल गए भारतीय अधिकारी

अक्सर लैटिन अमेरिका की यात्रा के दौरान सभी भारतीय प्रधानमंत्री फ्रेंकफर्ट रुकते हैं, लेकिन मोदी न्योते के आधार पर डिनर के लिए बर्लिन उतर गए, जहां उन्हें निराशा हाथ लगी। जानकारों का कहना है कि भारतीय अधिकारियों को इस न्योते को स्वीकार करने से पहले कम से कम दो बार सोचना चाहिए था। वहीं, एक अन्य घटना की बात करें तो मोदी सरकार ने जापानी प्रधानमंत्री को खत लिखा था, जिसमें उन्होंने सबसे पहले टोक्यो आकर द्विपक्षीय बातचीत करने का वादा किया था। सरकार की इस वादाखिलाफी से जापान भी निश्चित ही नाराज होगा। 
 
अधिकारियों पर होगा दबाव
 
नरेंद्र मोदी जब ब्राजील में पहली बार ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री के तौर पर शिरकत कर रहे होंगे, तब उस समय भारतीय अधिकारियों पर सम्मेलन को भारत के लिहाज से सफल बनाने को लेकर अत्यधिक दबाव होगा। लेकिन लगता है कि भारतीय अधिकारी इस यात्रा को संजीदगी से नहीं ले रहे हैं, जिससे मोदी की बहुपक्षीय वार्ता का बेड़ा गर्क हो सकता है। मोदी पहली बार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। भारतीय अधिकारियों का इस सम्मेलन में पहला काम चीनी राजनेताओं के प्रभुत्व को कम करना होगा। 
 
 
क्या है ब्रिक्स? 
 
ब्रिक्स (BRICS) उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के एक संघ का नाम है। इसके घटक राष्ट्र ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इन्हीं देशों के अंग्रेजी में नाम के पहले अक्षर B, R, I, C और S से मिलकर यह समूह बना है। इस बार के सम्मेलन की मेजबानी ब्राजील कर रहा है। इस 6वें सम्मेलन में प्रधानमंत्री के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी जा रहा है, जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री निर्मला सीतारमन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित कुमार डोवाल, विदेश सचिव सुजाता सिंह और वित्त सचिव अरविंद मायाराम भी ब्राजील जा रहे हैं।

सोनिया को कांग्रेसी नेता की नसीहत- 10 साल में कुछ नहीं सीखे राहुल, उन्‍हें पार्टी पर थोपें मत


सोनिया को कांग्रेसी नेता की नसीहत- 10 साल में कुछ नहीं सीखे राहुल, उन्‍हें पार्टी पर थोपें मत
फाइल फोटो: कांग्रेस के सीनियर नेता गुफरान आजम 
 
भोपाल. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद से कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी को लेकर पार्टी में मचा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मध्‍य प्रदेश का है, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुफरान आजम ने राहुल गांधी को लेकर बयानबाजी की झड़ी लगा दी। गुफरान ने पार्टी अध्‍यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी की राजनीतिक योग्यता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा, 'आपका बेटे 10 साल में बोलना नहीं सीख पाया, उसे पार्टी पर क्यों थोपना चाहती हैं? वहीं, बीजेपी नेता सुब्रह्मण्‍यम स्‍वामी ने कहा, मैं लंबे वक्‍त से कह रहा हूं कि राहुल अयोग्य हैं। गुरफान आजम ने बिल्कुल ठीक कहा है।'
 
और क्‍या कहा राहुल के बारे में 
गुफरान ने कहा, 'हम तो थक गए हैं सुन-सुनकर। कोई उसे पप्‍पू बोलता है, कोई मुन्‍ना बोलता है। शर्म आती है। मेरे मुताबिक, वह राजनीति में किसी भी हिसाब से फिट नहीं हैं। राहुल ने समझा कि यूथ कांग्रेस एक लैब है, उन्‍होंने प्रयोग किए और उसे तबाह कर दिया। ऐसा ही उन्‍होंने कांग्रेस के साथ किया। '
 
'राहुल को दूसरे क्षेत्र में भेज दें'
गुफरान ने कहा, 'हर मां-पिता अपने बेटे को बेहतर करियर देना चाहते हैं। यदि वो एक करियर में सफल नहीं हो पाता, तो वे उसे दूसरी लाइन में भेजते हैं। आप(सोनिया गांधी) भी वही करिए। '
 
पार्टी अध्‍यक्ष का चुनाव कराने की मांग  
गुफरान आजम ने सोनिया गांधी से मांग की है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर हर स्तर पर चुनाव कराए जाएं। गुफरान का कहना है कि वह ऐसी चिट्ठी कांग्रेस कमेटी के अन्य सदस्यों को भी लिखेंगे। 
 
मुस्लिम प्रेम पर भाजपा की आलोचना
गुफरान आजम ने कहा कि भाजपा बताए कि उसने 2008 से अब तक मुस्लिमों के लिए क्या किया और आज अचानक उसे उनकी याद क्यों आ गई? उन्‍होंने भाजपा द्वारा कथित तौर पर भोपाल में 25 सितंबर 2013 को आयोजित हुए कार्यकर्ताओं के महाकुंभ में 50 हजार मुस्लिमों को टोपी पहनाकर एवं बुरकों में लाए जाने की योजना की भी आलोचना की।

क़ुरआन का सन्देश

 
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