आपका-अख्तर खान

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25 जुलाई 2014

हमें देखते हैं,

सुर्ख आँखों से वो जब
हमें देखते हैं,
हम घबराकर
आंखे झुका लेते हैं,
कोन मिलाये
उनकी आँखों से आँखे,
सुना है
वो आँखों से
अपना बना लेते हैं

हवा ठहर गई

हवा ठहर गई
पर समय नहीं
गुजरता गया
बिना रुके ही
और मैं बस
देखता रह गया
ठहरी हुई हवा
जाते हुए समय को
बारिश की बुँदे भी
रुक गई आसमान में
मेरी पैशानी पर
बिखरी हुई पसीने
की बुंदों को देख कर
और में खुश हुआ कि
हवा ठहरी और
समय चला
मेरे लिए

भारतीय कम्प्यूटर्स में फैल रहा है खतरनाक 'बहुरूपिया' वायरस, जानें बचने के उपाय


 
नई दिल्ली. भारत के कम्प्यूटर्स पर इस समय ब्लाडाबिंडी वायरस का खतरा मंडरा रहा है। साइबर सुरक्षा अधिकारियों ने भारत के इंटरनेट यूजर्स को इस बहरूपिए वायरस से सावधान किया है। यह वायरस अपनी वास्तविक पहचान छिपाने के लिए 12 रूप धारण कर सकता है और बाद में कम्प्यूटर सिस्टम या यूजर की निजी जानकारी पर कब्जा कर सकता है। कम्प्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम-इंडिया (सर्ट-इन) ने कहा कि यह वायरस माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को खराब कर सकता है। यह दूसरे मैलवेयर की तरह आम तौर पर पेनड्राइव और डाटा कार्ड से फैलता है। सर्ट-इन एक राष्ट्रीय एजेंसी है, जो भारतीय इंटरनेट क्षेत्र को हैकिंग से बचाने और सुरक्षा व्यवस्था तैयार करने का काम करती है।
 
इस तरह बचाएं
 
एजेंसी ने ब्लाडाबिंडी से बचाव के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं। एजेंसी ने कहा है कि, "फ्री मैलवेयर-वायरस रिमूवल टूल से कम्प्यूटर स्कैन करिए। विंडोज में ऑटोरन को बंद कर दीजिए। यूएसबी क्लीन या वैक्सिनेशन सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करिए। ऑपरेटिंग सिस्टम के सिक्‍युरिटी पैच इंस्टॉल करते रहिए और उसे अपडेट रखिए। एंटीवायरस और एंटीस्पाइवेयर को अपडेट रखिए।'' एजेंसी ने यह भी सलाह दी कि यूजर को संदिग्ध वेब लिंक्स या ईमेल मैसेज के अटैचमेंट पर क्लिक नहीं करना चाहिए। 
 
ऐसे करता है हमला
एजेंसी ने कहा, " इसकी मदद से दूर बैठे हैकर को यूजर के सिस्टम तक पहुंचने का मौका मिल जाता है। ब्लाडाबिंडी के कुछ प्रकार कीबोर्ड और कम्प्यूटर के कैमरे पर कब्जा जमा लेते हैं और जानकारी हैकर को भेज देते हैं।'

क़ुरआन का सन्देश

 
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