मुंबई. दुष्कर्म के आरोप में घिरे डीआईजी सुनील पारसकर की
मुसीबतें बढ़ सकती हैं। मुंबई पुलिस ने सच उगलवाने के लिए पारसकर का लाई
डिटेक्टर और पोलीग्राफी टेस्ट कराने का फैसला किया है। साथ ही इस मामले में
उस वक्त नया मोड़ आ गया जब कथित दुष्कर्म की शिकार मॉडल ने आरोप लगाया कि
पारसकर ने मॉडल पूनम पांडे के उकसाने पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
गुरुवार को मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने पारसकर का लाइ
डिटेक्टर और पोलीग्राफी टेस्ट किए जाने की पुष्टि की। लेकिन उन्होंने
मामले पर ज्यादा बोलने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जांच जारी है।
दूसरी तरफ खबर है कि दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली मॉडल ने एक और मॉडल पूनम
पांडे को इस पूरे विवाद में घसीट लिया है।
पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा कि पूनम पांडे ने पेशेगत जलन के
चलते पारसकर को उससे दुष्कर्म के लिए उकसाया। मामले में क्राइम ब्रांच जल्द
ही पूनम पांडे से पूछताछ कर सकती है। हालांकि इस मामले पर भी मारिया ने यह
कहते हुए बोलने से इनकार कर दिया कि जांच जारी है। जिस किसी से भी पूछताछ
की जरूरत होगी की जाएगी।
मैं नहीं जानती किसी को : पांडे
वहीं पूनम पांडे ने यह कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया है कि वे ना
तो पारसकर को जानतीं हैं ना ही कथित दुष्कर्म की शिकार मॉडल को।
सरकारी वकील कल्पना चव्हाण ने बताया कि अदालत ने मामले की अगली सुनवाई
5 अगस्त तक टाल दी है। और तब तक पारसकर को अंतरिम राहत भी दे दी है।
गिरफ्तारी पर 5 तक रोक
दुष्कर्म के आरोपी डीआईजी सुनील पारसकर को अंतरिम राहत देते हुए मुंबई
की एक अदालत ने 5 अगस्त तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी हैै। गुरुवार को
अपराध शाखा ने यह कहते हुए पारसकर की अग्रिम जमानत याचिका का विरोध किया कि
पहली नजर में उनके खिलाफ आरोप सही लगते हैं।