आपका-अख्तर खान

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18 सितंबर 2014

चीन के कुछ एजेंट हमारे देश में है जिन्होंने ने चीन के राष्ट्रपति की यात्रा के ठीक पहले एकजुटता दिखाने की जगह ,,देश में हिन्दू राष्ट्र के नाम पर बटवारे का संदेश दिया

दोस्तों मेरे देश  वासियों ,,आप समझ लो ,,आपसे ,,मुझ से ,,हम से हमारा देश हिन्दुस्तान है ,,हमारा देश भारत है ,, हमारा देश महान है ,,,,,,और हमारी ताक़त के भरोसे ही हमारा देश ताक़तवर है ,,,,इसीलिए तो अमेरिका हो चाहे कोई भी देश हो किसी की भी हमारे देश की सीमाओं की तरफ आँख उठाने की हिम्मत नहीं होती ,,लेकिन चीन के कुछ एजेंट  हमारे देश में है जिन्होंने ने चीन के राष्ट्रपति की यात्रा के ठीक पहले एकजुटता दिखाने की जगह ,,देश में हिन्दू राष्ट्र के नाम पर बटवारे का संदेश दिया ,,मदरसों में आतंकवाद ,,लव जिहाद के नाम पर आंतरिक कलह का नाम दिया ,,नतीजा आप और हम सभी जानते है ,,चीन हमारे देश की सीमाएं लांघ कर देश में घुस गया ,,चोरी और सीना जोरी चीन के राष्ट्रपति की औक़ात देखो  हमारा ही खाया ,,हमारे ही प्रधानमंत्री के साथ झूला झूला ,,,हमारे ही  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल पर जूतों सहित वहां जाकर अपमान किया ,,और हमारे ही देश में ,,हमारी सीमाओं में घुसने का  अपराध कर आँखे तरेर कर कहने का दुस्सहस करता है ,,ऐसा ही होगा ,,थू है ऐसे बटवारे पर ,,थू है ऐसे राष्ट्रवाद पर ,,,हमारे आंतरिक मामले है हम  मिल बैठ कर आपस में  निपटा सकते है ,,लेकिन विदेशो से फार्मूले मंगा कर  यह देश कमज़ोर करने वाले लोग ,,यह देश को तोड़ने वाले लोग ,,यह सो कोल्ड  राष्ट्रवादी लोग ,,यह छप्पन इंच  सीने वाले लोग ,,,यह नफरत और हिंसा भड़काने वाले लोग ,,अगर हमारे देश को ऐसे ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कमज़ोर साबित कर बदनाम करते रहेंगे तो ऐसा दुस्साहस होता रहेगा और हमारे चौकीदार उन्हें ललकारकर बाहर खदेड़ने की जगह उनकी गुलामी में लगे रहेंगे तो दोस्तों यह मुट्ठीभर विदेशी एजेंट जो हमारे देश में मज़हब के नाम पर फ़ित्ना फैलाते है ,,,,,फसादात करवाते है ,,,हिन्दू हो चाहे मुसलमान ,,,,नए नए फार्मूले फसादात के लाते है ,,इन सभी को पकड़ो इन्हे समझाओ ,,हिन्दू हो चाहे मुस्लिम जो भी समझाते रहो ,,समझ जाए तो ठीक वरना इन्हे घेरो ,,और सड़कों पर गलियों पर चौराहो पर जहां यह दिखे वहीं इन्हे दौड़ा दौड़ा कर मारो ,,,गीता का ज्ञान भी  यही कहता है ,,क़ुरआन का ज्ञान भी यही कहता है ,,देश में अराजकता फैलाने वाले इन आस्तीन के सांपो को जो मज़हब के नाम पर ,,सो कोल्ड राष्ट्रीयता के नाम पर देश को कमज़ोर कर रहे है ,,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की साख गिरा रहे है उनके साथ ऐसा ही सुलूक कीजिये ताकि मेरा भारत महान हो सके और फिर किसी चीन के राष्ट्रपति या कहीं के भी राष्ट्रपति का ऐसा दुस्साहस  ना हो के हमारी ही सीमाओं में अवैध अतिक्रमण  कर  हमारी ही महमाँनवाज़ी में हमे ललकारे ,,,,हम एक हो ,,ऐसे कथित राष्ट्रविरोधी निजी  स्वार्थी भक्तो को सबक सिखाये ताकि हम ऐसी बकवास करने वाले किसी भी देश के राष्ट्रपति का गला पकड़ कर सरे आम उसका टेंटुआ दबाकर यह साबित करने की हिम्मत कर सके के हमारा देश और हम जितने उदार है अगर हमारी सीमाओ पर कोई आँख उठाएगा तो हम उसका टेंटुआ  दबा कर यहीं खत्म कर देंगे ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वसुंधरा सिंधिया मेडम को ,,सत्ता पक्ष में रहते हुए भी एक एन्टी कांग्रेस लहर से भारी बहुमत से चुनाव जीतने के बाद ,,कुछ दिनों में ही इस करारी हार के कारणों पर गहन चिंतन करना होगा

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया मेडम को ,,सत्ता पक्ष में रहते हुए भी एक एन्टी कांग्रेस लहर से भारी बहुमत से चुनाव जीतने के बाद ,,कुछ दिनों में ही इस करारी हार के कारणों पर गहन चिंतन करना होगा ,,वरना इनके दुश्मनो के मनसूबे कामयाब होंगे और हो सकता है मेडम वसुंधरा को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हाथ भी धोना पढ़े ,,,,बात कड़वी है लेकिन सच्ची है ,,पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को भी हमने वक़्त ब वक़्त सावचेत किया था लेकिन ,,चमचों द्वारा तय्यार मृगमरीचिका में घिरे रहने के कारण उन्हें कुछ नज़र नहीं आया और आखिर उन्हें उनका गुरुर तोड़ कर जनता ने ज़मीन की धूल चटा दी ,,,,सभी जानते है के मेडम वसुंधरा जो भी अपने दम पर है वोह किसी की कृपा पर नहीं है बस यही उनकी अपनी पार्टी के लोगों को अखरती है ,,मेडम वसुंधरा एक सार्वजनिक विज़न लेकर चलती है और निजी विज़न रखें वालों को बस यही बात अखरती है ,,,,,राजस्थान ने पच्चीस में पच्चीस सीटें लोकसभा में दी और जब राजस्थान को केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान देने की जगह नरेंद्र मोदी ने अंगूठा दिखाया तब वसुंधरा ने तो राजस्थान का क़र्ज़ चुकाया लेकिन वोह नरेंद्र मोदी और चमचो के टारगेट पर आ गयी ,,तब से ही एक वर्ग इनकी पार्टी में इनके साथ आंतरिक घात करने में लगा है ,,,कई अधिकारी इन घात लगाने वालों के चमचे होने से मेडम के शासन को कुशासन के रूप में बदनाम करने की साज़िशों में लगे है ,,,,,,मंत्रिमंडल विस्तार में मारा मारी ,,महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तिया नहीं ,,,,,कर्मचारियों के खिलाफ खासकर मास्टरों के खिलाफ उन्हें अपमानित करने की बयानबाज़ी ,,,स्कूल एकीकरण ,,,,जनसुनवाई में मिली शिकायतों का निस्तारण नहीं ,,यह सब छोटी छोटी बाते वसुंधरा मेम के खिलाफ एक कुप्बन्ध और उनके फेलियोर होने को लेकर प्रचारित की जा रही है ,,,यह चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव एक कसोटी है ,,,,,एक अलार्म है मेडम वसुंधरा को मदमस्त नींद से जगाने का ,,,,अपने ,परायों का भेद करने का ,,अभी से वसुंधरा मेम के अपने लोग उनके खिलाफ बगावत करने लगे है ,,सड़को चौराहो पर बैठकर कहते फिर रहे है के कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होगी तो सबक तो मिलना ही है ,,,शासन के लिए और पुरे राजस्थान के लिए अच्छी बात नहीं है ,,,सभी को पता है के भाजपा में एक बढ़ा वर्ग केंद्र के एक नेता के इशारे पर राजस्थान में चारो सीटें वसुंधरा सरकार हारे इस मिशन पर लगे हुए थे ,,,वसुंधरा मेम को कुछ अधिकारीयों ने सावचेत भी किया खुद सी आई डी की इक्का दुक्का रिपोर्ट में इस सच्चाई को बताई गई लेकिन वसुंधरा मेमे के आस पास घिरे लोगों ने इसे डेमेज कंट्रोल करने की जगह आल इस वेळ का नारा देकर वसुंधरा को मिसगाइड किया ,,गुमराह किया ,,,यह एक योजना थी अगर वसुंधरा चारो सीटें सीटें हार जाती है तो फिर वसुंधरा को राजस्थान में बदलने की मांग उठाएंगे ,,वोह तो मेडम की क़िस्मत अच्छी थी जो लव जेहादियों और अमित शाह का फार्मूला उनका चुनाव प्रबंधन उत्तर प्रदेश और गुजरात में फेलियोर साबित हुआ और वोह अभी मेडम के खिलाफ बोलने की जगह खुद के बचाव में लगे है ,,खुद सदमे में है ,,,अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है वसुंधरा मेम ,,अपने परायों में फ़र्क़ करना होगा ,,पार्टी में ही घुन की तरह से लगे लोग जो आपके खिलाफ है उन्हें समझना होगा ,,,,,मुखबीर अधिकारी जो मातहत आप के है और काम आपके खिलाफ दुश्मनो के पक्ष में कर रहे है उन्हें समझना होगा ,,जनता से दूर रहने की जगह सीधे जनता से संवाद करना होगा ,,,पोर्टल वगेरा छोड़िये पत्र से शिकायत मंगाइए ,,खुद मॉनिटरिंग कीजिये अधिकारी तो बस निर्मम होते है उन्हें ना तो जनता का दर्द पता ना ही सरकार की साख गिरने से उन्हें कोई लेना देना इसलिए जनता का आदमी आपका विश्वसनीय व्यक्ति वहां बिठा कर इन शिकायतों का निस्तारण करने के लिए बिठाए ,,वरना तो पांच साल का शासन तो निकल जाएगा लेकिन फिर लोग आपके अस्तित्व को ढूंढते रह जाएंगे ,,,,,,,,,,,अपनों को ताक़त दीजिये ,,जो आपके अपने है वोह अगर निष्पक्ष ,,निर्भीक और ईमानदार होकर ताक़त से काम करेंगे तो कुशासन के कुप्रचार के स्थान पर सुशासन का सुप्रचार शुरू होगा ,,भाभा शाह योजना बंद कीजिये ,,पेंशन ,,दवा ,,,निशुल्क ,,जाँचे शुरु करवाइये ,,,जिला स्तर पर शिकायतों की मॉनिटरिंग करवाइये फीडबैक के लिए सरकारी अधिकारीयों पर निर्भर ना होकर जिलेवार अपनी निजी फीडबैक टीम तैयार करना होगी ,,,सभी जानते है के आप को सिर्फ जनता का डर है किसी हाईकमान का नहीं ,,,,आप खुद अपने बलबूते पर है किसी की कृपा दृष्टि पर नहीं शायद इसीलिए आपकी पार्टी के लोग पार्टी के धर्म और मर्यादा के खिलाफ आपको हराने के लिए असफल घोषित करवाने के लिए काम कर रहे है ,,इनसे बचना और सावचेत रहना ज़रूरी है ,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मेरे देश के कथित राष्ट्र भक्तो ,

है ,,, मेरे देश के कथित राष्ट्र भक्तो ,,,,,है सो कोल्ड खुद को सीमा का प्रहरी चौकीदार का भक्त कहने वालों ,,कल्पना करो ,,अगर सोनिया गांधी प्रधानमंत्री होती और चीन के राष्ट्रपति की अगुवानी वोह एयरपोर्ट पर जाकर करती ,,,बड़ोदा को चीन के शहर की तर्ज़ पर विकसित करने की बात करती ,,इधर हम चीन के राष्ट्रपति की अगुवानी महमान नवाज़ी कर रहे होते ,,और उधर चीन के सैनिक हमारी सीमाओं पर अतिक्रमण कर बेखौफ अंदर घुस कर क़ब्ज़ा कर लेते ,,और चीन के राष्ट्रपति कहते ,,,,,,,,,,,,,मोदी को जिनपिंग की खरी-खरी, बोले-बॉर्डर पर नहीं खिंची हैं लकीरें, इसलिए होती रहेंगी घटनाएं,, तब आप लोग क्या करते ,,,,,,खेर आप से क्या कहे ,,मुर्दा कोंग्रेसियों ने तो इतना भी नहीं किया जितना विपक्ष में रह कर आप लोग राष्ट्रभक्ति का दिखावा कर हंगामा कर देते हो ,,क्योंकि जनता और देश के लिए तो दोनों एक ही थेली के चट्टे बट्टे हो ,,,,,,,,लेकिन सुन लो हमारे देश का निष्पक्ष नागरिक जो कांग्रेस या फिर भाजपा का गुलाम नहीं है जो सो कोल्ड राष्ट्रभक्त ,,,,सो कोल्ड राष्ट्र का चौकीदार नहीं है वोह चीन हो चाहे पाकिस्तान हो किसी को भी हमारे देश की एक इंच भी ज़मीन पर घुसने नहीं देगा ,, छप्पन इंच के सीने और शेर बब्बर शेर की कहानी अपने पास रख लेना ,,,,,अख्तर

सरकार बदलने पर कुछ बदले बदले दृष्टांत

दोस्तों राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बदलने पर कुछ बदले बदले दृष्टांत जिनमे कांग्रेस की हार की वजह छुपी है ,,,,पहला दृष्टांत ,,कांग्रेस के मंत्री से भाई साहब कलेक्ट्रेट में कलेक्टर साहब से मेरा यह वाजिब और क़ानूनी काम करवाना है ,,मंत्री ठीक है में बात करता हूँ ,,बात की ,,कलेक्टर ने टाल दिया ,,दुबारा बात की फिर कलेक्टर ने बहाना बना दिया ,,,, मंत्री जी ने कार्यकर्ता से कहा यार कलेक्टर मेरी सुनता ही नहीं क्या करूँ ,,,छ माह का वक़्त गुज़रने के बाद सरकार बदली ,,,वही कलेक्टर वही काम ,,,बदली सरकार के नेताजी का फोन अधिकारी के पास यह काम करना है ,,,अधिकारी की वही पुरानी रट वही पुरानी बहाने बाज़ी ,,लेकिन इस वक़्त नेताजी कांग्रेस वाले नहीं भाजपा वाले थे ,,नेताजी ने अधिकारी को फटकार लगाई मुझे क़ानून सिखाने की ज़रूरत नहीं है ,,यह मेरा मिलने वाला है इसका वाजिब काम रोक तो ठीक नहीं होगा आज शाम तक काम हो जाना चाहिए ,,यक़ीनन वाजिब काम को बिना वजह रोक रखा था सो शाम तक ही वोह काम हो गया ,,,,,,,दूसरा दृष्टांत ,,,,,कांग्रेस शासन में ,,,कार्यकर्ता मंत्री जी से ,,भाईसाहब फलां पुलिस वाला मेरे खिलाफ झूंठी कार्यवाही कर रहा है ,,मंत्री जी अरे यार इसमें में कुछ नहीं बोल सकता ,,पुलिस अपना काम करेगी ,,ऐसे काम तुम करते ही क्यों हो ,,,,,,नई सरकार के नेता जी ,,वही समस्या वही व्यक्ति ,,,,नेताजी अधिकारी से सुन लो यह मेरा कार्यकर्ता है ,,तुम्हारा यह फर्जीवाड़ा अब नहीं चलेगा ,,जो करना था कर लिया अब इन्साफ करना शुरू करो वरना कार्यकर्ताओं की फौजदारी हो जायेगी ,,नतीजा जो कार्यकर्ता झूंठी कार्यवाही से डरा और सहमा था आज वही कार्यकर्ता बिंदास ,, यह तो हो ही नहीं सकता ,,यह नियमों में नहीं आता ,,अफसरों का अदब करो ,,क्या हुआ अधिकारी ने डाँट दिया तो ,,,क्या हुआ गलत मामले में पकड़ लिया तो लॉकअप से तो बाहर करवा दिया ,,,अपराध करोगे तो फसोंगे तो सही ,,,,अधिकारी ने बदतमीज़ी कर ली तो क्या हुआ वगेरा वगेरा ,,,आज सत्ता बदलने के बाद ,,अधिकारी ने गलत किया तो उसकी ऐसी तैसी ,,पुलिस ने अत्याचार कियिा तो वोह लाइन हाज़िर ,,अनेक बदलाव है जिसे कार्यकर्ता टुकुर टुकुर देख रहा है और सर्वाधिक बहतरीन ,,कल्याणकारी ,,विकासकार्य करवाने के बाद भी कांग्रेस के बुरी तरह से हारने के कारण तलाश रहा है ,,,,,,,,अख्तर

भारतीय मुसलमान भी कितने भोले भाले ,,डरे ,,सहमे होते है

यह कमबख्त भारतीय मुसलमान भी कितने भोले भाले ,,डरे ,,सहमे होते है के मदरसों में आतंकवाद का झूंठ किसी भी ऐरे गेरे द्वारा बोला जाए ,,लवजिहाद के नाम पर गुंडागर्दी का इलज़ाम किसी भी सड़क छाप द्वारा लगाया जाए तो बस यह बेचारे मासूम से दोनों हाथ हिलाकर कहते है ,,हम आतंकवादी नहीं ,,हम शरीफ है ,,हम दश भक्त है ,,अजीब बात है ना ,,बेचारे मुसलमान ऐसे तड़पते है ,,ऐसे सुबूत पेश करते है खुद को राष्ट्रभक्त साबित करने के लिए मानो उन्हें अब इन अपराधिक तत्वों आतंकवाद भड़काने का प्रयास करने वाले ब्क्वासियों से गोल्ड मेडल या फिर राष्ट्रीयता का ताम्रपत्र मिलने वाला हो ,,गिराए कर रख दी सब ने यार फ़ालतू में ही ,,,,,अख्तर ,,,

क़ुरआन का सन्देश

 
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