मुरैना. बकरी चोरी के आरोपी एक युवक के संवेदनशील अंग
(गुप्तांग) में जौरा पुलिस ने पहले मिर्ची व पेट्रोल डाल दी। इसके बाद एक
पुलिसकर्मी ने रॉड डालकर घुमा दी। इससे युवक की आंतों में संक्रमण फैल गया
है। उसे रविवार को जिला अस्पताल से गंभीर हालत में ग्वालियर रैफर किया गया
है। इस मामले में पुलिस अफसरों का कहना है कि यह मामला उनकी समझ में नहीं आ
रहा है कि ऐसा कैसे हो सकता है।
जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती अनवर पुत्र अल्लानूर निवासी
नई बस्ती पहाड़िया के पास कैलारस ने रोते हुए बताया कि 9 सितंबर को जौरा
पुलिस ने उसे बकरी चोरी के आरोप में पकड़ा था। यहां टीआई हेमंत शर्मा बोले
कि इसे दो घंटे के लिए उल्टा लटका दो। फिर सिपाहियों ने थाने में मेरे
कपड़े उतारे और संवेदनशील अंग में मिर्ची भर दी। अनवर ने बताया कि इतना ही
नहीं थाने में पदस्थ त्यागी सिपाही ने एक रोल लेकर पेट्रोल में डुबोया और
मेरे संवेदनशील अंग में डालकर घुमा दिया।
अनवर ने बताया कि पुलिस की प्रताड़ना से बचने के लिए मैने यह सब सहन कर
लिया। पुलिस ने मुझे 10 सितंबर को अदालत में पेश किया, जहां से उसे जमानत
पर रिहा कर दिया गया। मैने अदालत में भी इस डर से कुछ नहीं कहा कि पुलिस
बाद में मारेगी।
आंतों में हो गया संक्रमण, ग्वालियर रैफर
9 सितंबर को अमानवीय बर्बरता का शिकार अनवर को जब आंतों में संक्रमण फैला
तो वह जिला अस्पताल में भर्ती होने मुरैना आया। उसे उसकी मां व परिजन
मुरैना लाए और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। यहां अनवर की हालत इतनी
ज्यादा खराब थी कि जिला अस्पताल में डॉक्टर ने उसका परीक्षण करने के बाद
उसे ग्वालियर रैफर कर दिया।
कोर्ट में पेश करने के बाद कराया था मेडिकल: अनवर को 9 सितंबर को
पब्लिक पकड़कर लाई थी। उसे 10 सितंबर को कोर्ट में पेश किया था। तब उसका
मेडिकल परीक्षण कराया गया था। अब दस दिन बाद ये मिर्ची और पेट्रोल का मामला
कहां से आ गया, समझ में नहीं आ रहा है।
-हेमंत शर्मा, टीआई जौरा जिला मुरैना
मेरी जानकारी में नहीं है मामला
चोरी के किस आरोपी के साथ जौरा पुलिस ने अमानवीय कृत्य किया है, इसकी
जानकारी हमारे संज्ञान में नहीं आई है। हम दिखवाते हैं कि क्या कैसे हुआ
है।’
-रघुवंशसिंह भदौरिया, प्रभारी एसपी मुरैना