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07 अक्तूबर 2014

रोजाना (Daily) 30 लाख जानवर लोग खाने के

एक रिपोर्ट के अनुसार India में
रोजाना (Daily) 30 लाख जानवर लोग खाने के
लिये कत्ल (Murder) कर देते हैं.
अगर लोग सिर्फ़ india में 1 साल के लिए
मांस खाना बंद कर दें तो
3000000×365=1095000000
यानि 1 साल में लगभग 100 करोड़ जानवर बच
जाएंगे इसके हिसाब से india में हर इंसान के
साथ एक जानवर होगा .
10 सालों में हर इंसान के साथ 10 जानवर होगे
कितना अच्छा होगा फिर वो हमारी
सब्जियां खाएंगे हम भूखे रहेंगे कोइ बात
नहीं india में बहुत से लोग भूखे सोते हैं हम
भी सो जाएंगे .
30 लाख जानवर रोज कत्ल होते है तो एक
जानवर में 20 किलो मांस निकलता है तो
3000000×20=60000000 Kg.
6 करोड़ किलो मांस रोज निकलता है
एक इंसान 100 gm. मांस खाता है
तो 100 gm. Par head 60 करोड़ लोग
मिलकर खाते है
★ India में मुस्लिम समुदाय 15 करोड़
(अंदाज) है ....
✔45 करोड़ लोग कौन है
★ मुस्लिम 15 करोड़ में भी 80% लोग गरीब है
जो दाल रोटी भी मुश्किल से खा पाते हैं
✔ ये खाने वाले लोग कोन है ?
ये सिर्फ़ बड़े जानवर की बात है
इसमे मुर्गा , मछली और भी कई चीजें
शामिल नहीं है
हमारी Indian Government
विदेशी Non Veg Restaurants को खुद
license देते है जिसमें KFC,
Mc Donald's, Sub Way, Domino's
और भी कई कंपनियां ये सब non veg
dishes बनाते हैं और इन सब कंपनी को बड़े
बड़े hoardings posters और TV
विज्ञापन करने की पूरी आजादी है.
ये कंपनियां रोज लाखों जानवरों को कत्ल
कर देते हैं इनको license हमारी सरकार देती है
एक गरीब आदमी के license के पीछे सारे लोग
लग जाते है बड़ी कंपनी की तरफ से आंख बंद
कर लेते है
आज तक ऐसा नहीं हुआ के
शाकाहारी लोगों ने इन बड़ी कंपनियों के खिलाफ
आवाज उठाई हो उठे भी तो कैसे
देश चलाने के लिए शाकाहारी होना जरूरी नहीं है

आज हम जानवरों को बचाने (पकड़वाने) की बात
करते है वहीं हजारों लोग शराब और तम्बाकू से
मर रहे हैं
उसके license का विरोध कोइ नहीं करता.
❄ जीन लोगों को इन्सानों के जान की फिक्र
नहीं है और वो जानवरों की फिक्र करते हैं ?
✔आज जरूरत है इन सब के खिलाफ आवाज
उठाने की लेकिन सबसे पहले मैं कहूंगा "हम
सुधरेंगे युग सुधरेगा"
एक कड़वा सच....
दोगलापन छोड़ेंगे तो नफरत और तनाव घटेगा,
झगडे ख़त्म होंग

कोर्ट में फिर रो पड़ा रकीबुल उर्फ रंजीत, बोला- एक महीने से सो नहीं पाया


 
रांची. राष्ट्रीय स्तर की रायफल शूटर तारा शाहदेव को प्रताड़ित करने के मामले में जेल में बंद आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल और उसकी मां कौशल्या उर्फ कौशर की वीडियो  कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को पेशी की गई। उसकी अगली पेशी 20 अक्टूबर को होगी। मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल में दोपहर 12.35 बजे उसे तथा उसकी मां को पेश किया गया था।
 
रो पड़ा रकीबुल
 
अपनी व्यथा सुनाते हुए रकीबुल रो पड़ा। रोते हुए उसने अदालत को बताया कि यह एक पति-पत्नी का मामूली विवाद है। इसे राष्ट्रीय स्तर का विवाद बना दिया गया। उसने कहा कि वह शुरू से ही हिंदू है। उसका नाम हमेशा से रंजीत सिंह कोहली रहा है। लेकिन इस मामले ने उसका नाम रकीबुल ठहरा दिया। उसने रोते हुए अदालत से अनुरोध किया कि मीडिया पर प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि वह जितनी बातें न्यायालय के समक्ष रखता है, दूसरे दिन अखबार में अक्षरशः छप जाता है। 
 
रंजीत ने सुनाई व्यथा
 
पेशी के दौरान रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल न्यायिक दंडाधिकारी रमेश कुमार के समक्ष अपनी व्यथा सुनाई और कहा कि वह एक महीने दस दिन से जेल में है और इन दिनों में किसी भी दिन वह अच्छी तरह से सो नहीं पाया है। उसे विशेष सेल में रखने के बजाय आम कैदियों के वार्ड में रखा जाए, ताकि वह अन्य कैदियों से बातचीत कर सके। उसने अदालत से कहा कि उसे अदालत में सशरीर पेश करने की व्यवस्था की जाए। कहा कि अदालत में पेशी के क्रम में वह अपने पैरवीकार अधिवक्ता से मिल सकता है। अधिवक्ता को मामले से संबंधित जानकारी उपलब्ध करा सकता है। 
 
शादी में शरीक होना 
 
अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रमेश कुमार को संबोधित करते हुए आरोपी रंजीत ने कहा कि किसी की शादी में शरीक होना जुर्म नहीं है। इस मामले में बेवजह पदाधिकारियों (प्रशासनिक व न्यायिक) को घसीटा जा रहा है। यह भी कहा कि पुलिस के समक्ष उसने जो स्वीकारोक्ति बयान दिया है, उससे अलग हट कर मीडिया वाले प्रकाशित कर रहे हैं। वर्तमान में राजनीतिक दल के लोग भी इस मामले को चुनावी मुद्दा बनाते जा रहे हैं। तारा शाहदेव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह शहर में उद्घाटन करती फिर रही है और मैं जेल में सड़ रहा हूं। अदालत से अनुरोध भरे स्वर में कहा कि उसने कभी भी  धर्म परिवर्तन के लिए तारा को मजबूर नहीं किया।
 
जेल से जल्दी निकालो
 
जेल में बंद 80 साल की कौशल्या की परेशानी भी बढ़ गई है। मंगलवार को पेशी के दौरान उसने कोर्ट से अनुरोध करते हुए कहा कि बेटा मुझे यहां से जल्दी निकालो। इससे पूर्व जज ने कौशल्या से पूछा कि क्या कहना है? जिसके जवाब में कौशल्या ने एक ही बात कही, मुझे जेल से निकालो।

ये है दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर, जानें इसकी खास चीजें

तस्वीर अक्षर धाम मंदिर दिल्ली
उज्जैन। आज (6 अक्टूबर) world Architecture Day है। नई दिल्ली में स्थित स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का नाम दुनिया के सबसे विस्तृत मंदिर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में 2005 में दर्ज हुआ। यह खूबसूरत मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होने के साथ ही, बहुत ही सुंदर और आकर्षक आर्किटेक्चर के शानदार उदाहरणों में से एक है। यह मंदिर 10,000 वर्ष पुरानी भारतीय संस्कृति के प्रतीक को बहुत विस्मयकारी, सुंदर, बुद्धिमत्तापूर्ण और सुखद रूप से प्रस्तुत करता है। मंदिर भारतीय शिल्पकला, परंपराओं और प्राचीन आध्यात्मिक संदेशों के तत्वों को शानदार ढंग से दिखाता है। स्वामीनारायण अक्षरधाम परिसर का निर्माण कार्य एचडीएच प्रमुख बोचासन के स्वामी महाराज श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के आशीर्वाद से और 11,000 कारीगरों और हज़ारों बीएपीएस स्वयंसेवकों के धार्मिक प्रयासों से केवल पांच साल में पूरा हुआ था।  

मंदिर की विशेषताएं - 

नीलकण्ठ वर्णी अभिषेक- एक प्रतिष्ठित आध्यात्मिक परंपरा, जिसमें विश्व शांति और व्यक्ति, परिवार और मित्रों के लिए अनवरत शांति की प्रार्थनाएं की जाती हैं। इस अभिषेक के लिए भारत की 151 पवित्र नदियों, झीलों और तालाबों के पानी का उपयोग किया जाता है।
 
ये प्रदर्शनियां हैं आकर्षण-

हॉल 1 - हॉल ऑफ  वैल्यूज़ (50 मिनट)
अहिंसा, ईमानदारी और आध्यात्मिकता का उल्लेख करने वाली फिल्मों और रोबोटिक शो के माध्यम से चिरस्थायी मानव मूल्यों का अनुभव।

हॉल 2 - विशाल पर्दे पर फिल्म (40 मिनट)
नीलकण्ठ नामक एक ग्यारह वर्षीय योगी की अविश्वसनीय कथा के माध्यम से भारत की जानकारी लें। जिसमें भारतीय रीति-रिवाज़ों को संस्कृति और आध्यात्मिकता के माध्यम से जीवन-दर्शन में उतारा गया है। इसकी कला और शिल्पकला का सौंदर्य तथा अविस्मरणीय दृश्यावलियों, ध्वनियों और इसके प्रेरक पर्वों को अनुभव किया जा सकता है।

हॉल 3 - कल्चरल बोट राइड (15 मिनट)
भारत की शानदार विरासत के 10,000 वर्षों का सफर कराती है। इसमें आप भारत के ऋषियों-वैज्ञानिकों की खोजों और आविष्कारों की जानकारी लें। विश्व का प्रथम विश्वविद्यालय तक्षशिला देखें। अजंता-एलौरा की गुफाओं से होकर जाएं और प्राचीन काल से ही मानवता के प्रति भारत के योगदान की जानकारी लें।
 
संगीतमय फव्वारा - जीवन चक्र (सुबह के बाद शाम को  - 15 मिनट)
एक दर्शनीय संगीतमय फव्वारा शो। जिसमें भारतीय दर्शन के अनुरूप जन्म, जीवनकाल और मृत्यु चक्र का उल्लेख किया जाता है।

गार्डन ऑफ  इंडिया- साठ एकड़ के हरे-भरे लॉन, बाग और कांस्य की उत्कृष्ट प्रतिमा, भारत के उन बाल-वीरों, वीर योद्धाओं, राष्ट्रीय देशभक्तों और महान महिला विभूतियों का सम्मान किया गया है, जो मूल्यों और चरित्र के प्रेरणास्रोत रहे हैं।

लोटस गार्डन- कमल के आकार का एक बागीचा उस आध्यात्मिकता का आभास देता है, जो दर्शनशास्त्रियों, वैज्ञानिकों और लीडरों द्वारा बताई जाती है।
कहां स्थित है-राष्ट्रीय राजमार्ग 24, अक्षरधाम सेतु, नई दिल्ली, भारत - 110092

नजदीकी मेट्रो स्टेशन-
अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन (पैदल - 200 मीटर / 7 मिनट)।

परिसर में प्रवेश - निःशुल्क कोई टिकट नहीं।

समय
प्रथम प्रवेश:  प्रातः 9:30 बजे
अंतिम प्रवेश: सायं 6:30 बजे
प्रदर्शनी समय: प्रातः10:00 बजे से 5:30 बजे।

प्रवेश
परिसर में प्रवेश- निःशुल्क कोई टिकट नहीं।
मंदिर एवं बागीचे -  निःशुल्क कोई टिकट नहीं।
प्रदर्शनी एवं संगीतमय फव्वारा  - शुल्क 7 टिकट।
अभिषेक दर्शन-  निःशुल्क कोई टिकट नहीं।
अभिषेक पूजा-  टिकट शुल्क।

केवल प्रदर्शनी हेतु
वयस्क (12 वर्ष एवं अधिक)   रु. 170
वरिष्ठ नागरिक  (65 वर्ष एवं अधिक) रु. 125
बच्चा (4 से 11 वर्ष)  रु. 100
बच्चा (4 वर्ष से कम) निःशुल्क
केवल संगीतमय फव्वारा हेतु:
वयस्क (12 वर्ष एवं अधिक) रु. 30
वरिष्ठ नागरिक (65 वर्ष एवं अधिक)  रु. 30
बच्चा (4 से 11 वर्ष)  रु. 2
बच्चा (4 वर्ष से कम)  

सुविधाएं-
पार्किंग-   वाहन के प्रकार के अनुसार दरें।
अमानती समानघर-   मालिक के जोखिम पर डिपॉजिट (निःशुल्क)
फोटोग्राफ (शुल्क पर)
व्हीलचेयर-   रिफंडेबल डिपॉजिट - रु. 100
फूड कोर्ट-  भोजन, स्नेक्स एवं पेय-पदार्थ (केवल 100 रु. शाकाहारी)

सुप्रीमो जयललिता को नहीं मिली जमानत, समर्थकों ने की तोड़फोड़



फोटोः जयललिता को जमानत न मिलने पर चेन्नई के एक रेस्तरां में उनके समर्थकों ने तोड़फोड़ की। 
 
चेन्नई/बेंगलुरु. आय से अधिक संपत्ति के मामले में चार साल की सज़ा काट रहीं एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता अभी जेल में ही रहेंगी। कर्नाटक हाई कोर्ट ने उनकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी है। कर्नाटक हाईकोर्ट ने मंगलवार को दिन भर चली सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। अर्जी खारिज होने के बाद जयललिता समर्थक तोड़फोड़ करने लगे। चेन्नई के एक रेस्तरां में जयललिता समर्थकों ने तोड़फोड़ की। इस बीच, जयललिता के विरोधी डीएमके सुप्रीमो करुणानिधि ने राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हालत को देखते हुए कहा है कि जिन लोगों को कानून व्यवस्था नहीं देखनी है, कहीं उन्हें यह काम अपने हाथ में न लेना पड़ जाए। इससे पहले यह अफवाह फैल गई थी कि जयललिता को जमानत मिल गई है। यह अफवाह सुनते ही जयललिता के समर्थक पटाखे फोड़ने लगे थे। 
 
इस तरह फैली अफवाह
जयललिता को जमानत की अफवाह समर्थकों के अति-उत्साह के चलते फैली। सूत्रों के मुताबिक, कोर्ट में जब फैसला पढ़ा जा रहा था, तब अभियोजन पक्ष के वकील जी भवानी सिंह ने सशर्त जमानत दिए जाने का विरोध नहीं किया, इसके तुरंत बाद ही समर्थकों ने यह मान लिया कि जयललिता को जमानत दे दी गई। जबकि सिंगल बेंच के जज एवी चंद्रशेखर ने जयललिता की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी।
 
इससे पहले जयललिता की जमानत याचिका पर कर्नाटक उच्च न्यायालय ने फैसला दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था। जयललिता  की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने पैरवी की। वहीं, पुलिस ने इस सुनवाई को ध्यान में रखकर न्यायालय के आसपास तथा अन्य स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी, ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं घटे। पुलिस ने धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा भी लागू कर दी थी। 
गौरतलब है कि जयललिता को आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में चार वर्ष के कारावास और 100 करोड़ रुपए जुर्माने की सजा दी गई है। उन्होंने उच्च न्यायालय में निचली अदालत के इस फैसले को चुनौती देने के साथ जमानत के लिए भी आवेदन किया है। जयललिता के अतिरिक्त उनके निकटस्थ तीन अन्य लोगों को भी कारावास तथा जुर्माने की सजा दी गई है।
 
पोस्टर विवाद से अन्नाद्रमुक ने पल्ला झाड़ा
अन्नाद्रमुक के एक सांसद ने 'अम्मा' को जमानत न मिलने पर मंगलवार सुबह  कन्नड़भाषियों को बंधक बनाने की खुली धमकी देते हुए चेन्नई में पोस्टर भी लगवाए। (अगली स्लाइड में देखें) पोस्टर में एआईडीएमके के सांसद कुमार, तमिलनाडु के मौजूदा मंत्री वलरमाथी और विधायक कलाईरंजन के भी नाम प्रकाशित हैं। हालांकि जब बवाल मचा तो पोस्टर फाड़ दिए गए। वहीं अन्नाद्रमुक ने भी पोस्टर विवाद से पल्ला झाड़ लिया। पार्टी प्रवक्ता ने इसे 'सस्ती लोकप्रियता' बताते हुए कहा है कि यह पार्टी के किसी सांसद ने नहीं लगाया, बल्कि यह द्रमुक की शरारत है। प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस को शिकायत भी दर्ज करा दी है।
 
रिहाई के लिए अनशन-प्रदर्शन हुआ 
जयललिता की रिहाई के लिए अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता, जयललिता समर्थक, राज्य के मंत्री, सांसद और विधायकों का प्रदर्शन और अनशन जारी है। तमिलनाडु ओमनी बस ओनर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को घोषणा की कि जयललिता के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए 1500 ओमनी बसें मंगलवार को सड़कों पर नहीं उतरीं। 

पर्यटक भी परेशान
कोयंबटूर और नीलगिरि जिलों में बंद के चलते पर्यटकों को उचित भोजन नहीं मिल पाया। पुलिस ने बताया कि एक दिन के बंद के चलते नीलगिरि जिला स्थित प्रमुख पर्यटक स्थलों उदगमंडलम, कुन्नूर, गुडलूर और कोठागिरि में पर्यटकों को समुचित भोजन नहीं मिल पाया, क्योंकि सभी होटेल और रेस्त्रां बंद थे।

अनशन में अन्नाद्रमुक के 500 सदस्य
इस बीच कोयंबटूर स्थित कुनियामुतूर में एक अनशन आयोजित किया गया, जिसमें करीब अन्नाद्रमुक के युवा इकाई के करीब 500 सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसके साथ ही जयललिता को जल्द रिहा करने की मांग को लेकर उक्कादम बस स्टैंड के पास करीब 100 लोगों ने अनशन किया।

मोदी सरकार में सबसे अमीर मंत्री जेटली, पीएम की संपत्ति 5 महीने में 40 लाख घटी

मोदी सरकार में सबसे अमीर मंत्री जेटली, पीएम की संपत्ति 5 महीने में 40 लाख घटी
फाइल फोटो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
 
नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कैबिनेट में शामिल सभी 44 मंत्रियों ने अपनी संपत्ति का ब्‍योरा दिया है। 72.10 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ वित्‍त मंत्री अरुण जेटली मोदी सरकार में सबसे अमीर मंत्री हैं, जबकि शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू की संपत्ति सबसे कम 20.45 लाख रुपए है। मोदी के पास 1.26 करोड़ रुपए की संपत्ति है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच महीनों में उनकी संपत्ति 40 लाख रुपए कम हो गई है। माना जा रहा है कि ये पैसे उन्‍होंने दान में दे दिए हैं।

प्रमुख करोड़पति मंत्रियों की सूची

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह: 2.56
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज: 2.73
कानून एवं दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद: 14.91
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी: 3.34
जल संसाधन मंत्री उमा भारती: 1.62
आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल उरांव: 1.77
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर: 1.05
कृषि मंत्री राधामोहन सिंह: 2.47
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी: 4.15
वाणिज्‍य मंत्री निर्मला सीतारमण: 1.03
कोयला एवं बिजली मंत्री पीयूष गोयल: 31.67
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी: 37.68
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह: 2.67
अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला: 29.70
(सभी आंकड़े करोड़ रुपए में) 
 
मोदी सरकार के प्रमुख मंत्री जो नहीं हैं करोड़पति

लघु उद्योग मंत्री कलराज मिश्र: 72.11
पूर्वोत्‍तर भारत मामलों के मंत्री जनरल वी के सिंह: 68.76
गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू: 66.65
खाद्य मंत्री रामविलास पासवान: 39.88
श्रम एवं रोजगार मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर: 44.90
स्वास्थ्य मंत्री हषर्वर्धन: 48.54
रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार: 60.62
(सभी आंकड़े लाख रुपए में) 
 
पीएम की संपत्ति घटी
मोदी ने इस साल अप्रैल में अपनी संपत्ति का जो ब्‍योरा दिया था, उससे उनकी हालिया संपत्ति की तुलना करने पर पता चलता है कि इसमें 40 लाख रुपए की कमी आई है। फिलहाल, उनकी संपत्ति 1.26 करोड़ रुपए है। माना जा रहा है कि मई में उन्‍होंने लड़कियों की भलाई के लिए जो बड़ा दान दिया था, उसी की वजह से यह कमी आई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मंत्रियों की संपत्ति का ब्‍योरा जारी करने के अलावा यह भी बताया कि 64 सरकारी अधिकारी बतौर प्रधानमंत्री के पर्सनल स्‍टाफ के तौर पर काम कर रहे हैं।

राजस्थान लोकसेवा आयोग के चेयरमैन ने बेटी के लिए लीक किया पेपर, दिलाई 10वीं रैंक

जोधपुर. आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन डॉ. हबीब खान गौराण ने आरएएस परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तारी से बचने के लिए भले ही इस्तीफा दे दिया, लेकिन वे अब ऐसे केस में सीधे फंस गए हैं, जिसमें गिरफ्तारी कभी भी संभव है। 
 
एसओजी ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी को न्यायिक मजिस्ट्रेट बनाने के लिए आरजेएस की मुख्य परीक्षा का प्रश्न-पत्र चुराया। इसके बाद उनकी बेटी ने 10वीं रैंक हासिल की थी।
 
एसओजी सूत्रों के अनुसार गौराण ने अपने पद पर रहते हुए अहमदाबाद की सूर्या ऑफसेट एंड  सिक्योरिटी प्रिंटर्स से सभी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र छपवाए थे। इसमें 21, 22, 23 व 24 मार्च 2013 को हुई आरजेएस की परीक्षा भी शामिल है। यह परीक्षा गौराण की बेटी ने भी दी थी। बेटी के लिए गौराण प्रेस गए और प्रश्न-पत्र लेकर आए थे।
 
यह खुलासा आरएएस-प्री परीक्षा में पेपर लीक करने वाले गिरोह और प्रेस मालिकों से पूछताछ में हुआ है। एसओजी ने जांच के बाद 2 अक्टूबर को गौराण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा नंबर 12/2014 है।
एसओजी की जांच में सामने आया कि आरजेएस परीक्षा 2011 के पेपर भी अहमदाबाद की सूर्या ऑफसेट एंड  सिक्योरिटी प्रिंटर्स ने छापे थे। गौराण ने 1 मार्च 2013 को प्रमुख शासन सचिव (कार्मिक) को अवगत कराया कि उनकी बेटी इस परीक्षा में शामिल है इसलिए वे खुद को परीक्षा से अलग कर रहे हैं। इसके बाद वे मार्च 13 में परीक्षा से पहले प्रेस पहुंचे। वहां प्रेस मालिक मुद्रेश पुरोहित से प्रूफ रीडिंग के लिए मैन्यु स्क्रिप्ट और प्रूफ प्रिंट लेकर प्रश्न पत्र नोट कर लाए। 
 
एसओजी पहुंची प्रेस तक, प्रिंटर्स से जुटाए सबूत व बयान
 
गौराण के खिलाफ केस दर्ज करने से पहले एसओजी ने पूरे सबूत जुटाए। फिर प्रेस मालिक मुद्रेश पुरोहित, घनश्याम भाई पटेल व वासुदेव के बयान लिए। बयान व गौराण की वहां मौजूदगी से प्रेस में जाना, प्रूफ प्रिंट प्राप्त करना और उसे नोट करना साबित किया। उसके बाद मुख्य मेट्रोपोलिन मजिस्ट्रेट कोर्ट में परिवाद पेश कर केस दर्ज करने की अनुमति ली।आरएएस परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में एसओजी गौराण की संदिग्ध भूमिका जांच रही थी। लंबी पूछताछ भी हुई थी। इस दौरान गौराण ने 10 जुलाई को कहा था कि वे इस्तीफा क्यों दे? फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कार्यक्रम में कहा कि आरपीएससी काबिल हाथों में है। इस बयान के बाद एसओजी ने सबूत जुटाने आरंभ किए तो भनक गौराण को भी लग गई। तब गिरफ्तारी से बचने के लिए 22 सितंबर को उन्होंने इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया। इस्तीफे के बावजूद राहत नहीं मिली और एसआेजी ने आरजेएस परीक्षा में अपनी ही बेटी को नकल कराने के सबूत जुटा लिए।

धार्मिक वैमनस्यता

साम्प्रदायिक ,,भेदभावपूर्ण ,,धार्मिक वैमनस्यता ,,दुसरो के धर्म मज़हब का मज़ाक उड़ाने वाला ,,उसमे कमियां निकाल कर अपमानित करने वाला कितना ही ज्ञानी लेखक ,,ज्ञानी वक्ता क्यों ना हो ,,देश के अधिकतम लोग उनसे नफरत करने लगते है ,,इसलिए लोग हमे प्यार करे ऐसा बने वरना सारी खूबियां ,,क़ाबलियत नफरत के भेंट चढ़ जाएंगी जनाब ,,अख्तर

में तुम्हारा हूँ

में तुम्हारा था
में तुम्हारा हूँ
में तुम्हारा ही रहूंगा
में तुम्हारा ना रहा
तो यक़ीनन
में मर जाऊँगा
इसीलिए तो कहता हूँ
ज़रा पास आओ
मेरे सीने पर
अपना मासूम हाथ रख कर देखो
इस सीने में
धड़कते दिल की हर धड़कन में
हर सांस में
सिर्फ तुम और तुम्हारे
मिलन की आस है ,,,अख्तर

क़ुरआन का सन्देश

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