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25 अक्तूबर 2014

जेठ को हुआ बहू से प्रेम, छोटे भाई ने किया विरोध को उतार दिया मौत के घाट


 
भिंड(मध्यप्रदेश). एक भाई ने अपने ही छोटे भाई की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। यह वारदात शुक्रवार शाम दबोह थाना क्षेत्र के खरदुआ गांव में अंजाम दी गई। छोटे भाई का गुनाह सिर्फ इतना था कि उसने बड़े भाई को अपनी पत्नी को भगाकर नहीं ले जाने दिया। बता दें, कि मृतक कुछ महीने पहले ही जिस युवती को शादी रचाकर घर लाया था, उसके ऊपर बड़े भाई की नीयत खराब हो गई और उसे अपने साथ दिल्ली ले जाना चाहता था।
 
दो माह पहले ही हुई थी शादी, दोनों खुशी-खुशी काट रहे थे जीवन : दबोह थाना क्षेत्र के खरदुआ  गांव निवासी मंगल वाल्मीकि (28) पुत्र सेवाराम का छिल्ली पुंछ थाना जिला झांसी उप्र निवासी राधा उर्फ संध्या (19) के साथ प्रेम विवाह हुआ था। दोनों अपने गांव खरदुआ  में रहने लगे थे और खुशी-खुशी जीवन काट रहे थे। इसी बीच मंगल के बड़े भाई किस्मानी (30) की नीयत संध्या पर खराब हो गई और वह संध्या को हमेशा के लिए दिल्ली में ले जाकर रखने की बात कहने लगा। मंगल ने इस बात का विरोध किया। कुछ दिन पहले दोनों भाइयों के बीच कुछ दिन पहले मुंहवाद भी हुआ। 
 
शुक्रवार शाम को मंगल वाल्मीकि गांव में सियाशरण शर्मा के खेत पर काम कर रहा था, तभी यहां उसका भाई किस्मानी कुल्हाड़ी लेकर आ धमका। किस्मानी ने मंगल के साथ गाली-गलोज व मारपीट शुरू कर दी। बताते हैं कि जब मंगल ने विरोध किया, तो किस्मानी ने उसकी गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। जिससे  मंगल वाल्मीकि की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद किस्मानी वहां से फरार हो गया।
 
हत्या के बाद जेठ फरार: टीआई पीएस ठाकुर का कहना है कि मृतक मंगल की पत्नी संध्या पर बुरी नीयत रखने वाले किस्मानी के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। महिला संध्या ने बताया कि जेठ उसे जबरन दिल्ली ले जाना चाह रहे थे, उसके पति ने विरोध किया, तो इसी कारण मंगल की हत्या कर दी है।
 
गिरफ्तार करने का प्रयास कर रहे हैं
 
मंगल ने कुछ दिन पहले ही प्रेम विवाह किया था। उसके बड़े भाई के मंगल की पत्नी के साथ प्रेम संबंध हो गए। वह मृतक की पत्नी को दिल्ली ले जाकर अपने साथ रखना चाह रहा था। इसी का विरोध किया, तो मंगल की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी गई। आरोपी भाई को गिरफ्तार करने के प्रयास कर रहे हैं।
-अशोक भारद्वाज, एसडीओपी लहार

मोहर्रम नया साल

मोहर्रम नया साल
इस्लामी नया साल यानी हिजरी सन्‌ 1436 मुबारक! दुनिया के हर मजहब या कौम का अपना-अपना नया साल होता है। नए साल से मुराद (आशय) है पुराने साल का खात्मा (समापन) और नए दिन की नई सुबह के साथ नए वक्त की शुरुआत। नए वक्त की शुरुआत ही दरअसल नए साल का आगाज (आरंभ) है।
जैसे वर्ष प्रतिपदा अर्थात गुड़ी पड़वा (चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि) से विक्रमी नवसंवत्सर का आरंभ होता है वैसे ही मोहर्रम के महीने की पहली तारीख से इस्लामी नया साल यानी नया हिजरी सन्‌ शुरू होता है।
इस्लामी कैलेंडर में जिलहिज के महीने की आखिरी तारीख को चाँद दिखते ही पुराना साल विदाई के पायदान पर आकर रुखसत हो जाता है और अगले दिन यानी मोहर्रम की पहली तारीख से इस्लामी नया साल शुरू हो जाता है। मोहर्रम के महीने की पहली तारीख से नया हिन्दी सन्‌ यानी नया इस्लामी साल शुरू होता है।

काबिले-गौर (ध्यान देने योग्य) बात यह है कि पहली तारीख यानी यकुम (प्रथम) मोहर्रम से जो इस्लामी नया साल शुरू होता है उसमें मुबारकबाद अर्थात बधाई देने के लिए कभी भी 'मोहर्रम मुबारक' नहीं कहा जाता (क्योंकि मोहर्रम के महीने की दसवीं तारीख, जिसे 'यौमे-आशुरा' कहा जाता है, को ही हजरत इमाम हुसैन की पाकीजा शहादत का वाकेआ पेश आया था) बल्कि कहा जाता है 'नया साल मुबारक!' चूँकि मोहर्रम के महीने में ही (जैसा कि कहा जा चुका है) हजरत मोहम्मद (स.) के नवासे (दौहित्र) हजरत इमाम हुसैन की शहादत का वाकेआ पेश हुआ था, इसलिए शुरुआती तीन दिनों यानी मोहर्रम के महीने की पहली तारीख से तीसरी तारीख तक मुबारकबाद दे देनी चाहिए।
कुछ ओलेमा (इस्लामी विद्वान और व्याख्याकार) चौथे मोहर्रम तक भी नए साल की मुबारकबाद देने की बात को तस्लीम (स्वीकार) करते हैं, लेकिन इसमें मतभेद हैं। इसलिए मोहर्रम की तीसरी तारीख तक ही नए साल की मुबारकबाद देना बेहतर है। बाद की तारीखों में इस्लामी नए साल की मुबारकबाद देना मुनासिब नहीं है। सबसे अच्छा तो यही है कि इस्लामी नए साल की मुबारकबाद पहले ही दिन देने की पहल की जाए। नए साल का मतलब इस्लाम मजहब में 'बेवजह का धूमधड़ाका करना या फिजूल खर्च करना या नाच-गानों में वक्त बर्बाद करना नहीं है बल्कि अल्लाह (ईश्वर) की नेमत (वरदान) और फजल (कृपा) की खुशियाँ मनाना है।'
इस्लामी नए साल को मनाने का तरीका यह है कि बेबसों, बेवाओं (विधवाओं), बेसहारा लोगों की मदद करना, जरूरतमंदों और यतीमों (अनाथ बच्चे-बच्चियों) की दिल से सहायता करना और जुबान से चुप रहना यानी सहायता करके प्रचार के ढोल नहीं पीटना, बीमारों, बूढ़ों और अपंगों-अपाहिजों यानी विकलांगों तथा निःशक्तों की मदद करना, बुजुर्गों का सम्मान करना अपना कर्तव्य (फर्ज) पूरी मुस्तैदी और ईमानदारी से निभाना। इस्लामी नया साल यानी सब रहें खुशहाल!

ये फसानो की बातें ,

ये किताबों के किस्से , ये फसानो की बातें ,
निगाहों की झिलमिल जुदाई की रातें|
महब्बत की कसमें , निभाने के वादे ,
ये धोखा वफ़ा का , ये झूठे इरादे |
ये बातें किताबी ,ये नज्में पुरानी ,
ना इन्की हकीक़त, ना इनकी कहानी|
न लिखना इन्हें , ना महफूज़ करना ,
ये जज्बे हैं बस, इनको महसूस करना..

दिल्ली में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में 5 घायल, पुलिस ने लगाया कर्फ्यू

(बदमाशों की धरपकड़ करती पुलिस।)
 
दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में शनिवार को हिंसा के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पांच लोग गोली लगने से घायल हो गए। उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया है। पथराव से पुलिस के कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। हालात पर आला अधिकारी नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे घर से बाहर न निकले।
 
जानकारी के अनुसार दिवाली के दिन यहां पर कुछ आसामाजिक तत्वों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद शनिवार को तीसरे दिन भी यहां तनाव की स्थिति रही। अभी तक करीब 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। धरपकड़ अभी भी जारी है। पांच लोगों के गोली लगने से घायल होने की खबर भी आ रही है। स्थानीय लोग दावा कर रहें हैं कि यह गोलीबारी पुलिस ने की है, जबकि पुलिस ने इससे इनकार किया है। 
 
झड़प में घायल हुए व्यक्तियों को पूर्वी दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस बल के अलावा, रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को इलाके में तैनात कर दिया गया है, खुफिया ब्यूरो और अन्य एजेंसियां भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

बीमारी का बहाना बना कर ऑपरेशन थियेटर में घुसे बदमाश, मेड से किया रेप

(पुलिस की गिरफ्त में आरोपी धर्मेंद्र और मुकेश)
 
पटना. कंकड़बाग में सिटी हॉस्पिटल की 30 वर्षीय मेड से कुख्यात अपराधी धर्मेंद्र राय और उसके साथी मुकेश कुमार ने ऑपरेशन थियेटर में घुस कर दुष्कर्म किया फिर उठाकर अपने साथ ले गए। वारदात शुक्रवार देर रात की है। आनन-फानन में भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। नतीजतन अपराधी घबरा कर पीड़ित महिला को रामलखन पथ पर छोड़ कर भाग गए।
 
थोड़ी दूर जाकर विग्रहपुर के पास अपनी टाटा सफारी भी बदमाशों ने छोड़ दी। पूरी रात मशक्कत के बाद पुलिस ने शनिवार सुबह दोनों को दबोच लिया। टाटा सफारी भी जब्त कर ली। बदमाशों के पास से 3.15 बोर की पिस्टल, 4 गोली, 2 मोबाइल, सोने का लॉकेट, आधा किलो गांजा, बाइक भी बरामद की। धर्मेंद्र बीमारी का बहाना बनाकर दोस्त के साथ अंदर घुसा था। धर्मेंद्र हॉस्पिटल मालिक का भतीजा है।  उसने अपना गुनाह कबूल लिया है। हॉस्पिटल के कर्मियों की मिलीभगत की भी पड़ताल चल रही है। पढ़िए पेज-07 भी
 
नशे में धुत थे अपराधी, पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद, प्रत्यक्षदर्शी ने दी पुलिस को जानकारी
 
धर्मेंद्र और मुकेश शुक्रवार की रात शराब और गांजा के नशे में धुत होकर अस्पताल पहुंचे थे। यहां रिसेप्शन के पास दोनों ने पहले एक महिला से छेड़खानी की, जिसे वहां मौजूद एक शख्स ने देख लिया। बदमाश अपनी मनमानी कर रहे थे, लेकिन उनके पास हथियार होने के कारण शख्स उसके बचाव में कुछ नहीं कर पाया। इस बीच किसी तरह वह महिला जान बचाकर वहां से निकल गई। इसके बाद दोनों हॉस्पिटल के अंदर गए और मेड को पकड़ लिया। उसे उठाकर ऑपरेशन थियेटर ले गए। इसी दौरान उस शख्स ने पुलिस को फोन कर पूरी वारदात की जानकारी दी, जिससे पुलिस को पूरा समय मिल गया। 
 
मीठापुर में रिश्तेदार के घर के पास हुई गिरफ्तारी :  धर्मेंद्र की तलाश में सदर डीएसपी रमाकांत प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस रात भर छापेमारी करती रही। कुल 22 जगहों पर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन पुलिस को सफलता सुबह नौ बजे मिली। पुलिस ने मीठापुर बस स्टैंड के पास धर्मेंद्र को उसके रिश्तेदार  के घर के पास से दबोचा। पुलिस के अनुसार वह छिपने के लिए जगह तलाशते हुए यहां पहुंच गया था। मुकेश साथ ही था। 
 
बाइक पर सवार थे दोनों बदमाश
 
  टाटा सफारी को विग्रहपुर में छोड़ने के बाद दोनों बदमाश एक बाइक -बीआर-01बीजे-2703 में सवार होकर भाग रहे थे। पुलिस ने दोनों को दबोचा और बाइक भी कब्जे में ले ली। एसएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि बाइक किसकी  है यह पता लगाया जा रहा है। टाटा सफारी धर्मेंद्र की है यह बात सामने आयी है।
साढ़े 7 लाख रुपए की सोने की चेन पहने था धर्मेंद्र:  पुलिस को धर्मेंद्र के पास से भारी भरकम सोने की चेन मिली है। इसकी कीमत करीब साढ़े सात लाख रुपए से अधिक है। चेन का कोई कागज आरोपी नहीं दिखा पाया है। 
 
सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने लिया कब्जे में
 
पुलिस ने अस्पताल में लगा सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिया है। इसमें वारदात की पूरी कहानी कैद है। इसकी जांच पुलिस कर रही है, जिसे साक्ष्य के रूप में पेश किया जाएगा। 
 
सूचना देनेवाले को पुलिस करेगी पुरस्कृत
 
एसएसपी ने कहा कि वे सूचना देने वाले शख्स को पुरस्कृत करेगी। समय रहते उसने सूचना दी, जिस कारण पुलिस गिरफ्तारी कर पाई । अन्यथा बदमाश भागने में सफल हो जाते।
 
हॉस्पिटल प्रबंधन जांच के घेरे में
 
पटना पुलिस इस गंभीर वारदात के अलग-अलग पहलुओं की जांच कर रही है। मुख्य आरोपी धर्मेंद्र हॉस्पिटल के मालिक हरिनंदन राय का भतीजा है। एसएसपी जितेंद्र राणा ने कहा कि हॉस्पिटल प्रबंधन को भी जांच के दायरे में लाया जा रहा है। उनकी भूमिका संदेहास्पद लग रही है। वारदात की जांच करने पहुंची पुलिस से हॉस्पिटल के निदेशक संतोष, मैनेजर नीलेश और धर्मेंद्र के रिश्तेदार चंदन से पूछताछ की थी।
 
पुलिस के अनुसार इन सभी ने वारदात की जानकारी होने के बावजूद पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। सभी पुलिस को उलझाए रखना चाहते थे। आरोपी ने हॉस्पिटल में आधे घंटे से अधिक समय बिताया। इस दौरान उसने पूरी मनमानी की, लेकिन कोई उसके बारे में कुछ नहीं बता रहा था। सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेने के बाद पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। आगे की जांच में इन बातों का खुलासा किया जाएगा। 
 
हंस बीयर बार का मैनेजर है मुकेश
 
पुलिस ने जांच में पाया है कि दूसरा आरोपी मुकेश बायपास स्थित हंस बीयर बार का मैनेजर है। धर्मेंद्र के साथ उसकी नजदीकी हाल में बढ़ी है। वह अक्सर धर्मेंद्र के साथ घूमता-फिरता था। दोनों ने शुक्रवार रात को साथ शराब और गांजे का सेवन किया था। इसके बाद दोनों हॉस्पिटल आए थे। 
 
ना किसी ने रोका, ना किसी ने टोका
 
पूरी वारदात के दौरान आरोपियों को ना किसी ने रोका और ना ही टोका। अस्पताल के अंदर इस तरह की वारदात के बावजूद सभी की चुप्पी को पुलिस गंभीरता से ले रही है। पीड़ित महिला विवाहित है और हॉस्पिटल में काफी समय से काम कर रही है।

क़ुरआन का सन्देश

 
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