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03 नवंबर 2014

कोटा नगरनिगम भाजपा की झोली में कांग्रेस डालने वाली है

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलेट द्वारा कोटा नगरनिगम चुनाव में पार्षद टिकिट के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट और टिकिटों की सिफारिश से स्पष्ट होने लगा है के कोटा नगरनिगम भाजपा की झोली में कांग्रेस डालने वाली है ,,,,कोटा नगर निगम में कुल पैसठ वार्ड है चालीस वार्ड कांग्रेस के परम्परागत वोटर अल्पससंख्य्क बाहुल्य वार्ड है ,,,,कोटा के बुद्धिजीवी अब सियासी गुलामी से मुक्त होकर सियासी साक्षर हो गए है इसीलिए गुलाम मानसिकता के कोंग्रेसी अल्पसंख्यकों से अलग हठ कर आज़ाद अल्पसंख़्यकों ने कार्ययोजना तैयार की है और पर्यवेक्षकों को स्पष्ट रूप से बताया के कोटा में चालीस वार्ड अल्सपंख्य्क मतदाताओं से प्रभावित है जहां टिकिट वितरण में ईमानदारी बरतने पर कांग्रेस की जीत हो सकती है लेकिन इसके लिए कांग्रेस के अट्ठाईस शुद्ध अल्पसंख्यक बाहुल्य वार्डों में से कुल बीस वार्डों में अल्पसंख्य्क प्रत्याक्षी को टिकिट दे तो निश्चित तोर पर कांग्रेस पैतीस सीटों पर चुनाव जीत सकती है ,,लेकिन सुनने में आया है के पर्यवेक्षकों ने पिछली बार आठ अल्पसंखयक टिकिटों को आधार बनाकर एक दर्जन से भी कम टिकिट देने की सिफारिश की है अगर ऐसा होता है तो निश्चित तोर पर कांग्रेस कोटा में बीस से भी कम सीटों पर सिमट क्योंकि फिर चालीस अल्सपंख्य्क वार्डों में कांग्रेस के प्रत्याक्षी को नाराज़गी का शिकार होना पढ़ेगा क्योंकि अब अल्सपंख्य्कों का शुद्ध नारा है वोट हमारे राज तुम्हारा नहीं चलेगा नहीं चलेगा और इसीलिए धर्मनिरपेक्ष कांग्रेस से अल्सपंख्य्कों की तवक़्क़ो है के कांग्रेस जैसे वोट मांगते वक़्त अल्पसंख्यकों के सामने धर्मनिरपेक्ष बनती है ऐसे ही टिकिट देते वक़्त भी और अल्सपंख्य्क प्रत्याक्षियों को वोट देते वक़्त भी कोंग्रेसियों को धर्मनिरपेक्ष बनना होगा ,,लेकिन यह तय है के अगर कांग्रेस बीस टिकिट अल्सपंख्य्कों को देती है तो पैतीस सीटें कोंग्रेस की नहीं तो कांग्रेस बीस से भी कम में सिमट कर रह जाएगी और इसकी जिम्मदारी कांग्रेस के टिकिट वितरण करने वालों की होगी ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हाईकोर्ट का चौंकाने वाला फैसला, रजोनिवृत्त महिला से जबरन शारीरिक संबंध दुष्कर्म नहीं

नई दिल्ली. दिल्ली हाईकोर्ट ने एक चौंकाने वाले फैसले में कहा है कि रजोनिवृत्त हो चुकी किसी महिला से जबरन शारीरिक संबंध दुष्कर्म की श्रेणी में नहीं आता। जस्टिस प्रदीप नंद्राजोग व जस्टिस मुक्ता गुप्ता ने इसी अनूठे तर्क के आधार पर आरोपी अच्छेलाल (49) को बरी कर दिया। उसे निचली अदालत ने दोषी मानते हुए 10 साल कैद की सजा सुनाई थी।
 
फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए ख्यात वकील वृंदा ग्रोवर ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है, आखिर किस आधार पर कोर्ट इस नतीजे पर पहुंची कि यह दुष्कर्म का केस नहीं है। इससे रजोनिवृत्ति का क्या लेना-देना है।
 
फैसले में यह
 
धारा 376 के तहत महिला के साथ जबरन संबंध दंड योग्य है। लेकिन इस मामले में महिला की उम्र 65-70 बरस है, यानी वह रजोनिवृत्त हो चुकी है। ऐसे में बनाया गया संबंध उग्र तेवर का (फोर्सफुल)हो सकता है, पर इसे जबरन बनाया गया (फोर्सिबल) संबंध नहीं करार दिया जा सकता। इस फैसले का अर्थ यह है कि अगर कोई  महिला रजोनिवृत हो चुकी है तो उसे दुष्कर्म पीड़ित नहीं माना जा सकता।

55 साल में पहली बार पाकिस्तान में गूंज रहे थे जिंदाबाद के नारे, भारत में छाया था कर्फ्यू सा सन्नाटा

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अमृतसर/दिल्ली/लाहौर। इसे पाकिस्तान की फितरत कहें या चूक? रविवार को वाघा बॉर्डर पर फिदायीन हमले के बाद दोनों देशों ने तय किया था कि अगले तीन दिन तक बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी नहीं करेंगे। लेकिन सोमवार को पाकिस्तान ने ऐन वक्त पर फैसला पलट दिया और अपनी तरफ समारोह कराने की सूचना आयोजन से कुछ ही देर पहले भारत को दी। बीएसएफ प्रमुख डीके पाठक ने बताया-हमारे पास इतनी जल्दी तैयारी का समय नहीं था। इसलिए हमने सिर्फ औपचारिकता ही निभाई। मंगलवार से ही नियमित सेरेमनी शुरू होगी।
 
इस बार जो कभी नहीं हुआ, पाक उसकी वजह बना। वाघा सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी कभी नहीं रुकी। यहां तक कि 1965, 1971 और कारगिल युद्ध के दौरान भी नहीं।
 
मृतकों की संख्या 61 हुई
 
ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है। इनमें 10 महिलाएं, 8 बच्चे और 3 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। 18 शवों की शिनाख्त ही नहीं हो पा रही है। 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। यहां 25 किलोग्राम विस्फोटक बांधकर आए हमलावर ने खुद को एक रेस्त्रां के बाहर उड़ा लिया था। 
 
पाक में धमाका, भारत में चिंता 

रविवार को हमला भले ही पाक क्षेत्र में हुआ हो, लेकिन यह भारत के लिए अलार्म है। यह हाफिज सईद की रणनीति का हिस्सा भी हो सकता है। जो जेएंडके में होने वाले चुनावों में बड़े पैमाने पर हिंसा की साजिश बुन रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज पीओके पहुंच चुका है और मुजफ्फराबाद में उसने बेस कैंप भी बना रखा है। इस खुफिया रिपोर्ट के बाद एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अलर्ट बढ़ा दिया गया है। 
 
सिख श्रद्धालुओं की सुरक्षा कड़ी होगी: पाकिस्तान

गुरु नानक जयंती पर तीन दिन तक होने वाले समारोह के लिए पंजाब से 2000 सिख श्रद्धालु लाहौर के वाघा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को पहुंचेंगे। यहां से वे ननकाना साहिब जाएंगे। पाकिस्तान ने इन्हें पर्याप्त सुरक्षा देने का वादा किया है। 
 
5 दिन से पाक को थी खबर 

पाकिस्तान के गृह विभाग के एक अधिकारी ने सोेमवार को दावा किया कि पांच दिन पहले ही पाकिस्तानी रेंजर्स को हमले के बारे में पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बावजूद सुरक्षा में भारी चूक हुई। बीएसएफ ने भी रविवार को बताया था कि उसे एक पखवाड़े पहले ही खुफिया सूचना मिली थी जो पाकिस्तान के साथ साझा की गई थी।

क़ुरआन का सन्देश

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