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14 नवंबर 2014

संत v/s सत्ता: बाबा को तत्काल राहत देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार, पुलिस ने घेरा आश्रम

फोटो- बरवाला में सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल समर्थकों द्वारा शुक्रवार देर रात आश्रम के बाहर लगाया गया हॉर्डिंग। 
 
बरवाला-हिसार. अवमानना मामले में बाबा रामपाल को सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिल पाई है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से जारी गैर जमानती वारंट के मद्देनजर बाबा को 17 नवंबर तक अदालत में पेश करना है। इस बीच, पुलिस ने संत रामपाल को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां बरवाला पहुंच चुकी हैं। 

पुलिस के जवान अब आश्रम से महज 300 मीटर दूर हैं। आश्रम की तरफ जाने वाले तमाम रास्ते पुलिस ने सील कर दिए हैं। आश्रम की बिजली काट दी गई है। दूध, सब्जियों और खाने-पीने के सामानों की सप्लाई भी बंद है। हिसार रेंज के आईजी के अलावा 5 जिलों के एसपी और तकरीबन 20 डीएसपी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
 
डीजीपी भी खुद जमे हैं हिसार में
अदालती आदेश का पालन कराने में पुलिस के पास शनिवार-रविवार का ही वक्त बचा है। डीजीपी एसएन वशिष्ठ खुद हिसार में डेरा डाले हुए हैं। आश्रम का हवाई सर्वेक्षण भी किया गया। पुलिस कभी भी कार्रवाई कर सकती है। हालांकि बाबा के अनुयायी पहले की तरह आश्रम की किलेबंदी किए हुए हैं।
 
रामपाल सरेंडर नहीं करेंगे : प्रवक्ता
आश्रम के प्रवक्ता राजकपूर और पदाधिकारी राहुल ने कहा है कि हाईकोर्ट से गिरफ्तारी वारंट पर तत्काल सुनवाई करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई नहीं की, लेकिन वे रामपाल को गिरफ्तार नहीं होने देंगे। जब तक गुरुजी स्वस्थ नहीं होते, तब तक पुलिस आश्रम के नजदीक आने की कोशिश नहीं करे। राजकपूर ने कहा कि उनके गुरुजी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
30 हजार जवान आश्रम में दबिश देने को तैयार
 
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में  सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल की पेशी की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, बरवाला में माहौल गरमाता जा रहा है। पिछली तारीख (11 नवंबर) पर रामपाल को पेश न कर पाने की वजह से फजीहत झेल चुके डीजीपी एसएन वशिष्ठ खुद दो दिन से हिसार में डेरा डाले हुए हैं। उनके अलावा पांच जिलों के एसपी के नेतृत्व में पुलिस के 30 हजार जवान बरवाला में आश्रम की तरफ बढ़ने के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। गुप्त ऑपरेशन की सूरत में अलग-अलग कंपनियों के प्रभारियों को जवानों तक कूट संदेश पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। दूसरी ओर प्रशासन व पुलिस के अाला अधिकारी गुप्त एजेंडे पर भी मंथन कर रहे हैं।
रामपाल समर्थकों काे जींद में रोका
हिसार से लगते जिलों में पुलिस-प्रशासन रामपाल समर्थकों को बरवाला पहुंचने से रोकने के लिए अलर्ट हो गया है। शुक्रवार को जींद रेलवे स्टेशन पर उतरे कई समर्थकों को जीआरपी व पुलिस अफसरों ने समझा बुझाकर वापस भेज दिया। जीआरपी के एसपी अशोक कुमार के अलावा जींद सिटी के डीएसपी धर्मबीर सिंह पूनिया पुलिस बल के साथ रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे।

PM की मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया ने दिखाया नक्शा, कश्मीर का एक हिस्सा किया गायब

सिडनी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पांच दिनों का ऑस्ट्रेलिया दौरा पहले ही दिन विवादों में घिर गया। ब्रिसबेन स्थित क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में एक प्रेजेंटेशन के दौरान भारत का गलत नक्शा दिखाया गया। नक्शे से कश्मीर का एक हिस्सा ही गायब कर दिया गया था। प्रेजेंटेशन के वक्त पीएम मोदी वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। हालांकि, विदेश सचिव सुजाता सिंह ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी इस गलती के लिए माफी मांग ली है।
 
आयोजकों की ओर से गलत नक्शा प्रदर्शित करने के मामले पर विदेशी मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, "हमें पता चला कि ऑर्गेनाइजर्स ने गलत झंडा दिखाया। भारत की विदेश सचिव ने इस मुद्दे पर कड़ी आपत्ति जताई है और माफी मांगने को कहा है।" इससे पहले मोदी यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स से मिले।
 
छात्रों से बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, "चाचा नेहरू के जन्मदिन पर इन होनहार बच्चों के साथ होना मेरा सौभाग्य है।" अपने पांच दिवसीय ऑस्ट्रेलियाई दौरे में मोदी पीएम टोनी एबॉट से भी मिलेंगे। इस दौरान वह यूरेनियम खनन और अन्य कई महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा करेंगे। 
 
गौरतलब है कि 15-16 नवंबर को ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया)  G-20 की मेजबानी कर रहा है। ऐसे में, आम पाठकों के मन में सवाल उठता है कि आखिर क्या है G-20? आखिर इस समिट में किन मुद्दों पर बहस होती है? अगली स्लाइड में जानिए G-20 के बारे में:

सेंट्रल जेल में ही सेक्‍स का कारोबार चलाती हैं वॉर्डन, चिट्ठी से खुली पोल

फाइल फोटोः बेंगलुरु सेंट्रल जेल। 
 
बेंगलुरु. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद महिला कैदियों ने दो चिट्ठियां लिखकर बताया है कि जेल वॉर्डन उन्हें पुरुष कैदियों से जबरन सेक्स के लिए मजबूर करती है। महिला कैदियों ने आरोप लगाया है कि वॉर्डन महिलाओं से सेक्स के एवज में पुरुष कैदियों से 300 रुपए से 500 रुपए तक लेती है। हालांकि जेल प्रशासन ने सभी आरोपों को नकार दिया है। दोनों चिट्ठियां जेल की शिकायत बॉक्स में एक जज को मिलीं। जज ने चिट्ठियों को कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के पास भेज दिया। 
 
सेक्स से मना करते हैं, तो अपनों से मिलने नहीं देती वॉर्डन
बेंगलुरु की सेंट्रल जेल के शिकायत बॉक्स में डाली गईं दोनों चिट्ठियां कन्नड़ में लिखी हैं। चिट्ठी में पीड़ित महिला कैदी ने लिखा है कि जेल में महिला कैदी सुरक्षित नहीं हैं। अगर वे सेक्स करने से मना करती हैं तो उन्हें उनके परिजनों से मिलने नहीं दिया जाता है। 
 
कैदी नंबर 144 पद्मावती का जेल में आतंक
चिट्ठी में एक महिला कैदी का जिक्र भी है, जिसके बारे में पीड़ित ने लिखा है कि इसका जेल के भीतर आतंक है। चिट्ठी के मुताबिक, कैदी नंबर 144 पद्मावती कैदियों के परिजनों से मिलने वाले खाने के सामान छीन लेती है। कोई उसे सामान देने से मना करती है तो वह उसे बुरी तरह से पीटती है। 
 
नहीं मिली कोई शिकायतः डीआईजी
सेंट्रल जेल प्रशासन ने इन आरोपों को निराधार बताया है। जेल अधिकारियों का कहना है कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है, जिससे महिला कैदियों से जबरन सेक्स का मामला उजागर होता हो। 
 
'हमें कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसा हो रहा है, तो एक्शन लेंगे। एक दिन पहले ही मैंने जेल का दौरा संसदीय समिति के साथ किया है, ऐसा कुछ भी मेरे सामने नहीं आया। यह सब गलत है। उन्हें (महिला कैदी) हमेशा अलग सेल में रखा जाता है।' - वीएस राजा, डीआईजी जेल
 
सेंट्रल जेल में 131 महिला कैदी
इसी साल 28 अक्टूबर को जेल डीजीआई केवी गगनदीप द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के अनुसार, सेंट्रल जेल में 15 महिला कैदी सश्रम कारावास की सजा गुजार रही हैं, वहीं 3 महिला कैदी हैं, जो सामान्य कारावास गुजार रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल जेल (पाराप्पना अग्रहारा) में 89 महिलाएं अंडरट्रायल हैं। चार युवतियां (19 से 23 साल की) भी हैं, जबकि 8 नारकोटिक्स अपराध में गिरफ्तार की गई हैं। जेल में 12 विदेशी महिला कैदी भी हैं, जिन्हें आम तौर पर होसुर रोड जेल में रखा जाता है। 

सेंट्रल जेल की महिला कैदियों ने कोर्ट को चिट्ठी लिखकर बताया, होता है जबरन सेक्स

सेंट्रल जेल की महिला कैदियों ने कोर्ट को चिट्ठी लिखकर बताया, होता है जबरन सेक्स

क़ुरआन का सन्देश

 
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