जोधपुर. आजादी से पहले बने इस महल की कमरों की संख्या देश के
राष्ट्रपति भवन में कमरों की संख्या से भी ज्यादा है। हम बात कर रहे हैं
जोधपुर के उम्मेद भवन पैलेस की। इस भवन में 347 कमरे हैं वहीं राष्ट्रपति
भवन में 340 कमरे हैं। यह शाही भवन कई शाही पार्टियों का गवाह बन चुका है।
चाहे वो नीता अंबानी की जन्मदिन की पार्टी हो या फिर हॉलीवुड की एक्ट्रेस
लीज हार्ले की पार्टी। अब एक बार फिर एक शाही शादी का गवाह बनने के लिए इस
शाही पैलेस को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इसे बनाने में 16 साल का समय
लगा था।
HDFC के चेयरमैन के बेटे की शादी के लिए तैयार हो रहा शाही भवन
टाटा ग्रुप के चेयरमैन सायरस मिस्त्री 29 नवंबर को जोधपुर आएंगे। वे
यहां उम्मेद भवन पैलेस में होने वाले एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन दीपक पारेख
के पुत्र सिद्धार्थ की शादी समारोह में शरीक होंगे। यह शादी 1943 में बने
उम्मेद भवन पैलेस में होगी। 27 से 29 नवंबर तक शादी समारोह के दौरान बड़ी
हस्तियां जोधपुर आएंगी। शादी समारोह की तैयारियों के सिलसिले में पारेख
परिवार के सदस्य दो दिन पहले जोधपुर आएंगे। इसके लिए सभी बड़ी होटल्स 3 दिन
तक बुक रहेंगी।
महारानी सुइट
इस सुइट का निर्माण उम्मेद सिंह की महारानी के लिए हुआ था। इसके निर्माण में पिंक इटालियन मार्बल का प्रयोग किया गया था।
महाराजा सुइट
इस सुइट का निर्माण महाराजा उम्मेद सिंह के लिए किया गया था। इसके
अंदर बाघ और शेर के मॉन्यूमेंट्स बने हुए हैं। इसके अंदर डायनिंग एरिया,
स्पा फैसिलिटी, लग्जरियस बाथरूम आदी की सुविधा है।
रॉयल सुइट
यह सुइट अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसमें डायनिंग एरिया, स्पा फैसिलिटी, लग्जरियस बाथरूम, स्टीम रूम आदी की सुविधा है।
आजादी से पहले बिना मसाले के खड़े किए थे इस महल की दीवारें
इस शाही पैलेस का नाम इसे बनाने वाले महाराजा उम्मेद सिंह के नाम पर
रखा गया है। महल को तराशे गये बलुआ पत्थरों को जोड़ कर बनाया गया था। इस
महल के निर्माण में एक दिल्चस्प बात यह है कि इसके पत्थरों को बांधने के
लिये मसाले का उपयोग नहीं किया गया था। मुगल काल में बनने वाले लगभग सभी
महल और किलों में पत्थरों को जड़ने के लिए चूना और मसाले का प्रयोग किया
जाता था। लेकिन इस महल की यह विशिष्टता बड़ी संख्या में पर्यटकों को इस महल
की ओर आकर्षित करती है।
हिस्टोरिकल सुइट
इस सुइट को ऐतिहासिक तौर पर डिजाइन किया गया है। इसमें कई पुरानी पेंटिंग्स का संग्रह है।
एक हिस्से में आज भी रहती है रॉयल फैमिली
इस सुंदर महल के वास्तुकार हेनरी वॉन, एक अंग्रेज थे। यह महल तीन
हिस्सों में विभाजित है। इसके एक हिस्से में रॉयल फैमिली के लिए, एक हिस्सा
पांच सितारा होटल और बाकी हिस्सा एक संग्रहालय के रूप में है। लगभग 20
एकड़ में फैले बलुआ पत्थरों से निर्मित इस महल को तैयार करने में 16 साल
लगे थे।