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01 दिसंबर 2014

अपने जज़्बात

में अपना धड़कता दिल
अपने जज़्बात
अपने आंसू
अपनी यादे
अपनी चाहत
अपनी तड़पन
अल्फ़ाज़ों में लिख कर
तुम्हे बताता हूँ
और तुम हो की बस
वाह वाह कहकर
मेरे सभी जज़्बातों को
रोंदते हो
कुचलते हो
फिर चले जाते हो
शायद यही
मेरा नसीब हो ,,,,,,,

आह आह

मेरी आह में
अगर तुम्हारी वाह वाह है
तो लो
में हर रोज़
आह आह करता हूँ

28 रुपए हो जाएं पेट्रोल के दाम अगर सरकार न लगाए टैक्स, जानें कैसे


नई दि‍ल्‍ली। तेल कंपनि‍यों ने एक बार फि‍र पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर ग्राहकों को कुछ राहत दी है। 30 नवंबर को ऑयल मार्केटिंग कंपनि‍यों (ओएमसी) ने पेट्रोल की कीमत में 91 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 84 पैसे प्रति लीटर की कटौती करने का फैसला लिया गया है। इस कटौती के बाद दि‍ल्‍ली में पेट्रोल की कीमत 63.33 रुपए प्रति‍ लीटर और डीजल के दाम 51.10 रुपए प्रति‍ लीटर हो गए हैं। हालांकि‍, अब भी पेट्रोल और डीजल ग्राहकों की जेब को काटने का काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार से लेकर राज्‍य सरकार और तेल कंपनि‍यां पेट्रोलि‍यम प्रोडक्‍ट पर कि‍तने टैक्‍स लगा दे देती हैं कि‍ ग्राहकों को असर कीमत का पता ही नहीं चलता।
 
क्‍या है पेट्रोल और टैक्‍स का गणि‍‍‍त
 
ऑयल मार्केटिंग कंपनि‍यां अंतरराष्‍ट्रीय बाजार से बीएस 3 की गुणवत्‍ता के बराबर गैरोलीन (पेट्रोल) की लागत एवं माल भाड़ा 87.21 डॉलर प्रति‍ बैरल रहता है। वहीं,
औसत एक्‍सचेंज रेट 61.80 डॉलर प्रति‍ रुपए है। अब हम आपको बताते हैं कि‍ पेट्रोल पर कि‍तने तरह के टैक्‍स लगाए जाते हैं।
केंद्र सरकार द्वारा लगाए जाने वाला टैक्‍स : 11.02 रुपए प्रति‍ लीटर
एक्‍साइज ड्यूटी : 9.48 रुपए
वैट एवं सेस : 4.00 रुपए
राज्‍य सरकार द्वारा लगाए जाने वाला टैक्‍स : 8.00 रुपए
डीलर्स कमीशन (घरेलू संगठन के टैक्‍स) : 2.00 रुपए प्रति‍  
कुल टैक्‍स : 34.50 रुपए प्रति‍ लीटर
रि‍टेल बि‍क्री की कीमत दि‍ल्‍ली में 63.33 रुपए प्रति‍ लीटर
असल कीमत : 63.33 – 34.50 =  28.83 रुपए प्रति‍ लीटर
महीने में करीब 11 रुपए कम हुई पेट्रोल की कीमत
पिछले चार महीने में पेट्रोल की कीमत में सात बार कटौती हो चुकी है। इन सभी कटौतियों को मिलाकर अभी तक पेट्रोल की कीमत तकरीबन 11 रुपए प्रति लीटर तक कम हो चुकी है। डीजल भी  सरकारी नियंत्रण से मुक्‍त होने के बाद करीब सात रुपए तक सस्‍ता हो चुका है।

अगस्त 2014
कटौती- 1.09 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 72.51 रुपए प्रति लीटर

15 अगस्त 2014
कटौती- 2.18 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 70.33 रुपए प्रति लीटर

31 अगस्त 2014
कटौती- 1.82 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 68.51 रुपए प्रति लीटर

अक्टूबर 2014
कटौती- 0.65 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 67.86 रुपए प्रति लीटर

15 अक्टूबर 2014
कटौती- 1.21 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 66.65 रुपए प्रति लीटर

नवंबर 2014
कटौती- 2.41 रुपए प्रति लीटर
कीमत- 64.24 रुपए प्रति लीटर
30 नवंबर 2014
कटौती – 91 पैसा प्रति लीटर
कीमत – 63.33 रुपए प्रति लीटर (संभावित)
तीन बार घट चुके हैं डीजल के दाम
 
19 अक्टूबर 2014
कीमत- 55.6 रुपए प्रति लीटर
कटौती- 3.37 रुपए प्रति लीटर

पांच साल बाद पहली बार 18 अक्‍टूबर 2014 को डीजल के दाम में कटौती की गई थी। इसके बाद ही सरकार ने डीजल के दाम को डी-रेगुलेट करने का फैसला लि‍या था।

नवंबर 2014
कीमत- 53.35 रुपए प्रति लीटर
कटौती- 2.25 रुपए प्रति लीटर
30 नवंबर 2014
कीमत – 51.10 रुपए प्रति लीटर
कटौती – 84 पैसा प्रति लीटर

तुलसीदासजी का कहना है, ये 3 लोग मीठा बोलें तो तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए



उज्जैन। तुलसीदासजी अपनी शिक्षाप्रद दोहों और चौपाईयों के लिए जाने जाते हैं रामचरितमानस उनका सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ है। वे भगवान राम के अनन्य भक्तों में से एक माने जाते हैं। कहा जाता है कि वे एक मात्र ऐसे इंसान हैं जिन्होंने कलियुग में श्रीरामजी का उनके परिवार सहित दर्शन किया है। तुलसीदासजी ने कई ऐसे दोहे लिखे हैं जो किसी के भी जीवन में सफलता का सूत्र साबित हो सकते हैं। ऐसा ही एक दोहा है जिसमें ये बताया गया है कि यदि इस दोहे में बताए गए तीन खास लोग आपसे मीठा बोलते हैं तो वो आपके लिए जहर के समान साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कौन से हैं वो तीन लोग...

सचिव बैद गुरु तीनि जौं प्रिय बोलहिं भय आस।
राज धर्म तन तीनि कर होइ बेगिहीं नास। 

अर्थ- गोस्वामीजी कहते हैं कि मंत्री, वैद्य और गुरु ये तीन यदि भय या लाभ की आशा से (हित की बात न कहकर) प्रिय बोलते हैं, तो राज्य,शरीर और धर्म इन तीन का शीघ्र ही नाश हो जाता है। इसलिए इन तीनों में से कोई भी आप से मीठा बोले तो तुरंत सर्तक हो जाएं और अपने विवेक से सही और गलत का निर्णय लें। अंधाविश्वास न करें।
 

दया धर्म का मूल  है पाप मूल अभिमान।
तुलसी दया न छांडि़ए ,जब लग घट में प्राण।

अर्थ- गोस्वामी तुलसीदासजी कहते हैं कि मनुष्य को दया कभी नहीं छोडऩी चाहिए, क्योंकि दया ही धर्म का मूल है और इसके विपरीत अहंकार समस्त पापों की जड़ होता है।

राम नाम  मनिदीप धरु जीह देहरीं द्वार।
तुलसी भीतर बाहेरहुं जौं चाहसि उजिआर। 

अर्थ - तुलसीदासजी कहते हैं कि हे मनुष्य ,यदि तुम भीतर और बाहर दोनों ओर उजाला चाहते हो तो मुखरूपी द्वार की जीभ रुपी देहलीज़ पर राम-नामरूपी मणि को रखो। नामु राम  को कलपतरु कलि कल्यान निवासु।
जो सिमरत  भयो भांग ते तुलसी तुलसीदास। 

अर्थ - राम का नाम कल्पतरु (मनचाहा पदार्थ देनेवाला )और कल्याण का निवास (मुक्ति का घर ) है,जिसको स्मरण करने से भांग सा तुलसीदास भी तुलसी के समान पवित्र हो गया।

तुलसी देखि सुबेषु भूलहिं मूढ़ न चतुर नर।
सुंदर केकिहि पेखु बचन सुधा सम असन अहि।


अर्थ- गोस्वामीजी कहते हैं कि सुंदर वेष देखकर न केवल मूर्ख अपितु चतुर मनुष्य भी धोखा खा जाते हैं। सुंदर मोर को ही देख लो उसका वचन तो अमृत के समान है लेकिन आहार सांप का है। सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु।
बिद्यमान  रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु। 

अर्थ -शूरवीर तो युद्ध में शूरवीरता का कार्य करते हैं ,कहकर अपने को नहीं जताते। शत्रु को युद्ध में उपस्थित पा कर कायर ही अपनी वीरता की मारा करते हैं।

सहज सुहृद  गुर स्वामि सिख जो न करइ सिर मानि।
सो पछिताइ अघाइ उर अवसि होइ हित  हानि। 

अर्थ- स्वाभाविक ही हित चाहने वाले गुरु और स्वामी की सीख को जो सिर चढ़ाकर नहीं मानता ,वह हृदय में खूब पछताता है और उसके हित की हानि अवश्य होती है।मुखिया मुखु सो चाहिए खान पान कहुं एक।
पालइ पोषइ सकल अंग तुलसी सहित बिबेक।

अर्थ- तुलसीदास जी कहते हैं कि मुखिया मुख के समान होना चाहिए जो खाने-पीने को तो अकेला है, लेकिन विवेकपूर्वक सब अंगों का पालन-पोषण करता है।

तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चहुं ओर।
बसीकरन इक मंत्र है परिहरू बचन कठोर।

अर्थ- तुलसीदासजी कहते हैं कि मीठे वचन सब ओर सुख फैलाते हैं। किसी को भी वश में करने का ये एक मन्त्र होते हैं। इसलिए मानव को चाहिए कि कठोर वचन छोड़कर मीठा बोलने का प्रयास करें।

सरनागत कहुंं जे तजहिं निज अनहित अनुमा नि।
ते नर पावंर पापमय तिन्हहि बिलोकति हानि।

अर्थ- जो मनुष्य अपने अहित का अनुमान लगाकर शरण में आए हुए का त्याग कर देते हैं वे क्षुद्र और पापमय होते हैं। दरअसल ,उनका तो दर्शन भी उचित नहीं होता।

दुनिया का ऐसा फार्म जहां नहीं होती है खेती, खुले में रखे जाते हैं शव

(फोटो: रिसर्च के लिए खुले आसमान के नीचे रखे गए शव)
 
चेतावनी : आगे की तस्वीरें देखने में बहुत वीभत्स भी हो सकती हैं।

इंटरनेशनल डेस्क। आमतौर पर खुले में लाशों का फेंकना बुरा और मेडिकल के नियमों के विरुद्ध माना जाता है। लेकिन दुनिया में एक ऐसी जगह भी है, जहां साइंटिफिक रिसर्च के लिए एक साथ कई लाशों को खुले आकाश के नीचे छोड़ दिया जाता है। वैसे, मृत शरीर के साथ दुनिया में प्रयोगशालाओं में तरह-तरह के परीक्षण किए जाते रहे हैं, लेकिन हम जिस जगह की जानकारी दे रहे हैं, वहां यह प्रयोगशाला खुले आसमान के नीचे है। यहां, खुले में पड़े लाशों के नष्ट होने की प्रक्रिया यानी डीकम्पोजिंग, बैक्टिरियल इफेक्ट्स और दूसरे तरह की स्टडी की जाती है। आगे की स्लाइड्स में आप भी देखेंगे कि इस प्रयोगशाला की तस्वीरें कितनी वीभत्स हैं।
 
बहरहाल, आपको बता दें कि दुनिया में अपने तरह की यह अनूठी प्रयोगशाला टैक्सास में सैन मार्कोस से सात मील उत्तर-पश्चिम में है। यह टेक्सास स्टेट यूनिवर्सिटी का फॉरेंसिक एन्थ्रोपॉलिजी सेंटर है। 16 एकड़ क्षेत्र में फैले इस अमेजिंग लैबोरेटरी में करीब 50 की संख्या में नंगे शव खुले आसमान के नीचे पड़े हैं। यहां मानव शरीर के डीकम्पोज होने का अध्ययन किया जाता है। यहां अलग-अलग मौसमों के दौरान स्टूडेंट्स डोनेट डेड बॉडीज के डीकम्पोजिंग का अध्ययन करते हैं। 
 
जब यहां कोई नई डेड बॉडी पहुंचती है तो सबसे पहले उसे साफ किया जाता है, इसके बाद उसे फार्म में खुले में रख दिया जाता है। फार्म में कुछ डेड बॉडीज बिल्कुल न्यूड रखे जाते हैं जबकि कुछ को खुले आसमान के नीचे ही कवर करके रखा जाता है। बहुत सारी डेड बॉडीज को जानवरों से कोई नुकसान न पहुंचे, इसलिए उन्हें जालियों से ढककर रखा जाता है। ऐसा अलग-अलग स्थितियों में शवों की डीकम्पोजिंग समझने के लिए किया जाता है। इस फार्म की निगरानी हाई क्वालिटी सिक्युरिटी सिस्टम के जरिए की जाती है।

3 आश्रमों का सच: नाबालिग का साध्वी से समलैंगिक विवाह कराकर किया अप्राकृतिक यौनाचार

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
 
हिसार/पानीपत. रामपाल का भांडा फूटने के बाद हरियाणा में चल रहे आश्रमों और डेरों से जुड़े और भी विवाद सामने आ रहे हैं। श्रीकृष्ण प्रणामी आश्रम में रहने वाली एक नाबालिग ने  आश्रम की साध्वी पर समलैंगिक विवाह करने और अप्राकृतिक यौनाचार करने का आरोप लगाया है। वहीं हत्या और दुष्कर्म मामले में डेरा सच्चा सौदा मुखी संत गुरमीत राम रहीम सिंह हाईकोर्ट के चंगुल में फंसते नजर आ रहे हैं। रामपाल पर भी शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस अब रामपाल के नक्सलियों से संबंध होने का पता लगा रही है। 
 
श्रीकृष्ण प्रणामी आश्रम- 'साध्वी से समलैंगिक विवाह कराया'
चरखी दादरी में 12 साल से चल रहा श्रीकृष्ण प्रणामी आश्रम नए आरोप में घिर गया है। लंबे समय तक आश्रम में रही नाबालिग छात्रा ने यहां की मुख्य साध्वी ने एक सहायक साध्वी के साथ उसका समलैंगिक विवाह कराया और अप्राकृतिक यौनाचार किया गया। छात्रा ने यह बयान 29 नवंबर को मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए। पुलिस ने इन बयानों पर कार्रवाई करने की बजाय 28 तारीख को डीएसपी के समक्ष दिए गए बयान के आधार पर साध्वी के खिलाफ सिर्फ वशीकरण की धारा लगाई। रविवार को साध्वी की गिरफ्तारी हुई और जमानत भी मिल गई। मामले में नया मोड़ तब आया जब चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और शिखर चेतना संगठन ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस ने लड़की के बयान के हिसाब से धाराएं नहीं लगाई।
 
लड़की बोली-मुझे साध्वी के साथ पत्नी की तरह रखा गया
पीड़ित लड़की ने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दिया कि वह मई 2013 से आश्रम के सिलाई केंद्र से जुड़ी हुई है। नवंबर 2013 में मुख्य साध्वी ने भगवान श्रीकृष्ण को साक्षी मानते हुए उसका समलैंगिक विवाह 22 वर्षीय सहायक साध्वी के साथ करा दिया। इसके बाद मुख्य साध्वी ने उन्हें पति पत्नी के रूप में रहने का आदेश दिया। उसे कॉलेज जाने के लिए रोका गया।
 
पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं : राजबाला श्योराण
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी)की चेयरपर्सन राजबाला श्योराण ने बताया कि पुलिस ने जो धाराएं लगाई हैं, वो लड़की के बयान से अलग हैं। लड़की ने कमेटी के समक्ष लिखित बयान दर्ज कराकर अपने साथ आश्रम में अप्राकृतिक यौनाचार की बात कही है। इसलिए सीडब्ल्यूसी ने एसपी और संबंधित थाना प्रभारी को लड़की के बयान के आधार पर धाराएं लगाने का आग्रह किया है।
 
दोबारा से कराई जाएगी मामले की जांच: एसपी
एसपी अश्विन शैणवी का कहना है कि आश्रम में नाबालिग लड़की को वशीकरण कर बंधक बनाए जाने के मामले में अब तक हुई जांच में यौनाचार संबंधी कोई बात सामने नहीं आई है। लड़की के मेडिकल में भी इस तरह का कोई तथ्य सामने नहीं आया है। फिर भी मामला नाबालिग लड़की से जुड़ा हुआ है, इसलिए पुलिस इसकी दोबारा से जांच कराएगी।
सतलोक का सच- रामपाल का नक्सली लिंक पता लगाने के लिए सात दिन का रिमांड
रामपाल का रिमांड 7 दिन और बढ़ गया है। 18 नवंबर को गिरफ्तारी के बाद तीसरी बार रिमांड बढ़ा है। पुलिस ने कोर्ट में आश्रम के दस्तावेज की बरामदगी और फंडिंग के स्त्रोत का पता लगाने के लिए रिमांड मांगा। पुलिस का कहना है कि रामपाल के कुछ सहयोगियों का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। रामपाल के कई सहयोगी बिहार, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ के रहने वाले है। पुलिस को आशंका है कि ये लोग किसी नक्सली या देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
 
रामपाल के खिलाफ तीन और धाराएं
रामपाल पर तीन और धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इनमें झगड़ा, सरकारी ड्यूटी में बाधा डालना, आपराधिक बल का प्रयोग करना शामिल है। पुलिस ने रामपाल को सोमवार को न्यायिक दंडाधिकारी प्रतीक जैन की अदालत में पेश किया।
 
नहीं मिल रहे जमानती
देश के विभिन्न हिस्सों से रामपाल का सत्संग सुनने सतलोक आश्रम में अाए जेल में बंद रामपाल के अनुयायी अब कानूनी दांवपेंच में फंस गए हैं। जेल में बंद करीब 909 अनुयायियों को जमानत तो दूर की बात है, पहले जमानती और शिनाख्ती की समस्या इनके सामने खड़ी हो गई है।
 
अनुयायियों के परिजन कह रहे है कि जमानत के लिए अर्जी तो लगा दे लेकिन जमानती और शिनाख्ती कहां से लेकर आएंगे।
सच्चा सौदा- डेरा मुखी की सुनवाई से दूसरे जज का भी इनकार
 
सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुखी संत गुरमीत राम रहीम सिंह की अपने पक्ष में गवाही कराने की अनुमति दिए जाने की मांग संबंधी याचिका पर सोमवार को जस्टिस सबीना ने इंकार कर दिया। सुनवाई से हटते हुए जज ने केस को रेफर टू अदर बेंच कर दिया। इससे पहले जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल ने सुनवाई से इंकार कर दिया था।
डेरा मुखी ने हत्या और दुष्कर्म मामले में अपने पक्ष में गवाहों को पेश करने की मांग की है। याचिका में पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की है जिसमें उनकी इस मांग को दरकिनार कर दिया गया था। डेरा मुखी का कहना है कि वे खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अपने पक्ष में कुछ लोगों की गवाही करवाना चाहते हैं लेकिन सीबीआई कोर्ट ने इसकी अनुमति नहीं दी और मांग को खारिज कर दिया। पहले गुरुवार को जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल ने मामले की सुनवाई से हटते हुए केस को रेफर टू अदर बेंच कर दिया। इसके बाद अब सोमवार को जस्टिस सबीना ने केस को रेफर टू अदर बेंच कर दिया। 
 
इधर, डेरे की सफाई-नहीं दी जाती अस्त्र शस्त्र ट्रेनिंग
डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता डॉ पवन इंसां ने कहा कि डेरा में किसी तरह की कोई अस्त्र शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग नहीं दी जाती है। डेरा सच्चा सौदा खुली किताब है, जहां कोई भी किसी भी जगह आ जा सकता है। डेरा सच्चा सौदा की पाक साफ छवि को बदनाम करने की साजिशें बहुत समय से चल रही हैं। वर्ष 1948 से स्थापित डेरा के वर्तमान प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम सिंह के निर्देशन में 104 मानवता भलाई के कार्य किए जा रहे हैं। डेरा में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग हैं, जिसके करीब 70,000 सेवादार हैं।
 
क्यों देनी पड़ी सफाई
रामपाल के सतलोक आश्रम में हथियार व बारूद मिलने पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हैरानी जताई थी। इसी संदर्भ में हाईकोर्ट ने सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के खिलाफ जनहित में सुनवाई करने के फैसला लिया है। जस्टिस एम जियापॉल व जस्टिस दर्शन सिंह की खंड पीठ ने इसके लिए कार्यवाहक चीफ जस्टिस को अलग से जनहित में सुनवाई के लिए केस भेजा है।

उड़ाया जाएगा रामपाल का आश्रम? प्रॉपर्टी का हिसाब लगाने में छूटे पुलिस के पसीने

प्रसाशन ने रामपाल के सतलोक आश्रम में तोड़फोड़ शुरू कर दी है, आश्रम के बाहर फैला मलवा। 
 
हिसार . देशद्रोह के आरोपी बाबा रामपाल के बरवाला (हिसार, हरियाणा) स्थित सतलोक आश्रम की अवैध इमारत ब्‍लास्‍ट कर गिराई जा सकती है। जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) हितेश शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि आश्रम के बंगले की ऊपरी मंजिलें पोकलीन मशीन के दायरे से बाहर हैं। ऐसे में ब्लास्ट से ही अवैध इमारत को गिराया जा सकता है। इस रिपोर्ट पर प्रशासन ने अभी अंतिम फैसला नहीं किया है। फिलहाल आश्रम में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। 
  
नियमों के खिलाफ बना सतलोक:
 
सतलोक आश्रम का निर्माण नियमों के खिलाफ हुआ है। जिला नगर योजनाकार विभाग ने आश्रम के बंदी छोड़ मुक्ति ट्रस्ट को निर्माण रोकने के लिए कई बार नोटिस जारी किए थे, फिर भी निर्माण कराया गया। ट्रस्ट ने आश्रम बनाने के लिए चेंज ऑफ लैंड यूज (सीएलयू) भी नहीं ली। दरअसल, बरवाला से करीब पांच किलोमीटर दूर जिस जगह पर आश्रम बना हुआ है, वह स्थान 17 फरवरी 2010 को बरवाला के कंट्रोल्ड एरिया में घोषित हुआ था।
 
आश्रम की 30 मीटर बाउंड्री हाईवे नंबर 65 की जमीन पर भी डाल दी गई। डीटीपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि यह अवैध निर्माण आश्रम पर पुलिस कार्रवाई में गिर चुका है, मगर बाकी सभी निर्माण यथावत है। उसे महज जेसीबी मशीनों से नहीं गिराया जा सकता। इसके लिए पोकलीन मशीन की जरूरत पड़ेगी या फिर उसे ब्लास्ट करके ध्वस्त किया जा सकता है। 
 
प्राकृतिक रोशनी का इंतजाम भी नहीं 
 
आश्रम परिसर में रामपाल के बंगले को छोड़कर बाकी जगह को चारों तरफ से ढंका हुआ है। आश्रम पर पुलिस कार्रवाई में आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद इतना धुआं भर गया था कि दम घुटने से महिलाओं और बच्चे की मौत हुई थी। डीटीपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि आश्रम में प्राकृतिक रोशनी और वेंटिलेशन का कोई इंतजाम नहीं किया गया।
 
12 एकड़ में खड़े किए सतलोक आश्रम की फंडिंग का राज भी अब तक फाश नहीं हो सका है। 10 दिन में रामपाल समेत उसके खास नौ सहयोगियों के अलावा कई समर्थकों से पुलिस बारी-बारी से पूछताछ कर चुकी है। अब पुलिस को रामपाल के दोनों बेटों और दामाद की तलाश में है। पुलिस का मानना है कि अब इन्हीं की गिरफ्तारी के बाद जांच आगे बढ़ सकती है। एसआईटी को शक है कि दोनों बेटे विरेंदर, मनोज और दामाद मनोज फौजी ही रामपाल की प्रोपर्टी और फंडिंग से जुड़े दस्तावेज बरामद करवा सकते हैं। 
 
रविवार को पुलिस रामपाल को दोबारा सतलोक आश्रम में निशानदेही करवाने के लिए लेकर पहुंची थी। इस बीच पुलिस ने रामपाल से पूछताछ भी की। पूछताछ के बाद उसे हिसार ले जाया गया। पुलिस जैसे ही रामपाल को आश्रम से बाहर लाने लगी तो गेट पर रामपाल ने पानी पीने की इच्छा जताई। रामपाल को पानी का जग दिया गया।

जिस पति ने कराया था 10 लोगों से गैंगरेप, उसे बचाने के लिए पत्‍नी ने बेचा सब कुछ

आरोपी पति के साथ पीड़िता।
 
इंदौर, खंडवा। पति ने पत्नी पर खूब जुल्म किए। उसे पीटा, गंदा पिलाया, रिश्तेदारों के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। नग्न कर गांव में भी घुमाया। पति सहित सभी 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इन चार महीनों में बच्चे तमाम अभावों में रहे। उनका भविष्य खराब न हो जाए इस चिंता में मां का दिल पिघल गया। पति की जमानत के लिए वह हाईकोर्ट तक गई। आर्थिक तंगी थी। रुपयों के इंतजाम के लिए उसने एक जोड़ी बैल भी बेच दी। इससे मिले रुपयों से पति को जमानत पर छुड़ा लाई। कड़वे अनुभव को भुलाकर अब वह पति के साथ ही गांव में मजदूरी कर बच्चों पालन-पोषण कर रही है।
 
मध्‍य प्रदेश में खंडवा जिले में पिपलौद थाना का भिलाईखेड़ा गांव इस साल 13 जून को उस समय सुर्खियों में आया था जब एक महिला ने पति और उसके रिश्तेदारों पर सामूहिक दुष्कर्म और मारपीट कर गांव में नग्न घुमाने का आरोप लगाया। तब मामले की जांच के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की एक टीम भी भेजी थी। राज्य व राष्ट्रीय महिला आयोग सहित तमाम सामाजिक संगठनों ने घटना का कड़ा विरोध किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 
 
इधर महिला का इलाज खंडवा के जिला अस्पताल में एक सप्ताह तक चला। इस बीच महिला के छोटे बच्चे पिता के लिए रोने लगे। बच्चों की तड़प देखकर हुए महिला ने पति को जेल से छुड़ाने का निश्चय किया। पति चार महीने से जेल में था। घर की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब थी। महिला ने अपनी एक जोड़ी बैल भी बेच दी। पति की जमानत के लिए हाईकोर्ट गई।
 
लेकिन जेल से छूटने के बाद भी पति को कोई पछतावा नहीं दिख रहा। उसने कहा कि जो भी हुआ वह दोनों की गलती से हुआ, अब भविष्य में कभी नहीं होगा। हमने सोचा भी नहीं था कि हमारी गलतियों के कारण बच्चे फुटपाथ पर जाएंगे।

स्विट्जरलैंड ने फीकी की सोने की चमक, 2 दिन में 1000 रुपए टूटी कीमतें


स्विट्जरलैंड में जनमत संग्रह के विफल होने की खबर से सोने की चमक फीकी पड़ गई। दो दिन में सोने की कीमतें करीब 1000 रुपए तक टूट गई। दिल्ली हाजिर बाजार में रविवार को सोना 24400 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव बिका। सोने की कीमतों में गिरावट की एक और वजह डॉलर इंडेक्स में रिकॉर्ड तेजी भी है।
 
डॉलर इंडेक्स 5 साल के उच्चतम स्तर के पास ट्रेड कर रहा है। सोने के साथ साथ चांदी की कीमतें भी 5 साल के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है। बाजार के विशेषज्ञ मान रहे है गिरावट का रुझान आगे भी जारी रहेगा और कीमतें 500 रुपए तक और टूट सकती है।
 
शादी के खरीदना है सोना तो सुनहरा मौका    
शादी का सीजन अभी पीक पर है ऐसे में सोने की कीमतों में यह गिरावट आम आदमी के लिए अच्छी खबर लेकर आई है। ज्वैलर्स जे एस नागी के मुताबिक इन स्तरों पर सोना खरीदना का अच्छा समय है।
 

इस साल 17 फीसदी तक टूटा सोना

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें इस साल के उच्चतम स्तरों से करीब 17 फीसदी टूट चुकी हैं। फिलहाल कॉमैक्स पर सोने के भाव 2 फीसदी गिरकर 1150 डॉलर प्रति औंस के करीब है। घरेलू बाजार में भी सोना करीब 2 फीसदी लुढ़ककर 25,300 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है।


ये हैं सोने में गिरावट के मुख्य कारण

  • स्विट्जरलैंड की जनता के केंद्रीय बैंक को सोने का रिजर्व बढ़ाने से रोकने के बाद कीमतों में गिरावट है।
  • डॉलर इंडेक्स में मजबूती से सोने की डिमांड लगातार कमी आ रही है।
  • भारतीय रिजर्व बैंक ने सोने के आयात पर जारी 80:20 नियम को खत्म किया है।
  • शेयर बाजारों में तेजी से सोने की निवेश मांग में कमी से कीमतों में गिरावट है।
  • अमेरिका में जल्द ब्याज दरें बढ़ने की आशंका का असर सोने पर है।
  • दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड ETF SPDR की गोल्ड होल्डिंग 6 साल के निचले स्तर पर पहुंची।

मनचले अपने कॅरिअर से कर बैठे छेड़छाड़, रोहतक की बहादुर बहनों को मिलेगा सम्मान

फोटो- मनचलों का डटकर मुकाबला करने वाली इन दो बहनों को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।
 
रोहतक/चंडीगढ़/नई दिल्ली. सेना ने चलती बस में दो बहनों से छेड़छाड़ करने वाले तीन युवकों में से दो को अपनी भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया है। आरोपी कुलदीप और दीपक फिजिकल टेस्ट पास कर चुके हैं। इन्हें मेडिकल व लिखित परीक्षा से गुजरना था। 

इस बीच, राज्य सरकार ने मनचलों का डटकर मुकाबला करने वाली दो बहनों को गणतंत्र दिवस पर सम्मानित करने का ऐलान किया है। साथ ही बस ड्राइवर व कंडक्टर को संस्पेंड कर दिया है। खट्टर सरकार ने सोमवार को डीजीपी व परिवहन विभाग को महिला यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। सीएम मनोहरलाल खट्‌टर ने चंडीगढ़ में बताया कि दोनों बहनों को नकद इनाम देकर 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा। वहीं दिल्ली से सेना के सूत्राें ने जानकारी दी कि झज्जर में सेना भर्ती के लिए हाल ही में हुई रैली में भाग लिया था। क्योंकि अब उन पर एफआईआर दर्ज हो गई है, इसलिए आगे की भर्ती प्रक्रिया में वे हिस्सा नहीं ले सकेंगे। सेना "जीरो टोलरेंस' की नीति का सख्ती से पालन करती है। दीपक और कुलदीप की सेना में भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए रोहतक के जिला मजिस्ट्रेट ने भी सेना भर्ती बोर्ड को पत्र लिखा है।
उधर, रोहतक के डीसी शेखर विद्यार्थी और एसपी शशांक आनंद भी सोमवार को मीडिया के सामने आए। एसपी ने बताया कि आराेपियों को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। डीसी ने कहा कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में पहुंचाया जाएगा। ताकि जल्द से जल्द फैसला हो सके। इसके लिए जिला सत्र न्यायाधीश से भी बातचीत की जाएगी। कोशिश है कि 2-3 दिन में कोर्ट में चालान पेश कर दिया जाएगा। प्रशासन ने बस में सवार यात्रियों से भी सहयोग की अपील की गई है। देर शाम राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पांचाल भी रोहतक पहुंचीं। वहीं गांव आसन की पंचायत ने रोहतक लघु सचिवालय पहुंचकर करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा किया। गांव वालों ने युवकों को निर्दोश बताया।
 
बस ड्राइवर और कंडक्टर सस्पेंड 
डीसी शेखर विद्यार्थी ने सोनीपत रोडवेज विभाग के महाप्रबंधक को पत्र लिखा और दोपहर बाद बस के चालक बलवान सिंह और परिचालक लाभ सिंह को निलंबित कर दिया गया है। डीसी शेखर ने कहा कि दोनों की यह जिम्मेदारी बनती थी कि वे इस घटना के संबंध में पुलिस को सूचित करते और नजदीक पुलिस थाने पर जाकर आरोपियों को गिरफ्तार कराते। चालक-परिचालक ने खुद को बेकसूर बताया है।
 
खाप भी सम्मानित करेगी
सर्व जातीय दाड़न खाप, पालवां बेटियों को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित करेगी। खाप के प्रधान एडवोकेट सतपाल श्योकंद ने बताया कि इसके लिए आरती-पूजा के परिवार से मिलकर कार्यक्रम तय किया जाएगा। दहिया खाप भी दोनों बहनों को सम्मानित करेगी। सोनीपत जिले में खरखौदा के थानाखुर्द के लोग भी अपने गांव की बेटियों के कमाल पर बेहद खुश हैं। दहिया खाप के प्रधान सुरेंद्र बानिया ने दोनों बेटियों से मिले।
गलती मिले तो सरेआम दे देना फांसी
रोहतक से सोनीपत जा रही रोडवेज बस में दो बहनों के साथ हुई छेड़छाड़ का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शासन-प्रशासन ने घटना के मद्देनजर सख्ती दिखाते हुए रोडवेज चालक-परिचालक को निलंबित कर दिया वहीं दो आरोपी युवकों की सेना में भर्ती प्रक्रिया रोकने के लिए जिला सैनिक बोर्ड को पत्र लिखा है। सारे घटनाक्रम के बीच सोमवार को नया मोड़ उस वक्त सामने आया, जब सैकड़ों ग्रामीणों के साथ लघु सचिवालय पहुंची गांव आसन की पंचायत ने युवकों को बेकसूर बताया। स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पुलिस-प्रशासन ने मामले की स्पष्ट जांच नहीं कराई तो अनशन भी होगा और हाईवे जाम भी।

बुजुर्ग की मदद का ये सिला तो नहीं होना चाहिए
गांव वालों का कहना है कि कि कुलदीप और दीपक रोहतक से गांव आसन जाने के लिए रोहतक बस अड्डे से बैठे। यहां उन्होंने आपरेशन कराने वाली एक बुजुर्ग महिला की टिकट खरीदी। टिकट देने वाले ने कहा कि 11 नंबर सीट पर बैठा देना। अंदर जाकर देखा तो उक्त सीट पर दोनों बहनें बैठी थीं। कुलदीप ने टिकट दिखाते हुए बुजुर्ग महिला को बैठाने की बात कही, जिस पर बात बिगड़ी। गांव वालों ने कहा कि किसी बुजुर्ग महिला की मदद का यह सिला तो नहीं होना चाहिए।
 
बैग में से बेल्ट निकालना, वीडियो बनवाना संदिग्ध
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिस वीडियो को दिखाकर कुलदीप, दीपक और मोहित पर छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है। उस वीडियो को ही देख लो, तो उसमें युवक खुद को बचाते नजर आ रहे हैं, जबकि दोनों बहनें बेल्ट व लातों से हमला कर रही हैं। इसके अलावा मारपीट करना और उसकी वीडियो बनवाना भी संदिग्ध है।

करेंगे अनशन और हाईवे जाम 
ग्रामीणों ने कहा कि तीनों युवकों के चरित्र के बारे में पूरे गांव में जानकारी कर ली जाए और छेड़छाड़ की पीड़ित लड़कियों के बारे में भी उनके गांव से जानकारी जुटाई जाए। इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाए। सौ गुनहगार बच जाएं, लेकिन एक निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगल निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो पूरा गांव अनशन पर बैठ हाईवे जाम करेगा।
 
बुजुर्ग महिला की तलाश में कराई मुनादी 
जिस बुजुर्ग महिला को सीट पर बैठाने के लिए विवाद शुरू हुआ बताया जा रहा है, आसन गांव के लोगों ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि जानकारी के अनुसार उक्त महिला हुमायूंपुर में बस से उतरी थी, जिसके चलते इस गांव में मुनादी करा दी गई है।

गवाही देगी बस में बैठी चश्मदीद
गांव वालों ने बताया कि गांव का ही एक युवक हरियाणा पुलिस में है। उसकी एक महिला रिश्तेदार भी घटना के दौरान बस में थी और मामले की चश्मदीद गवाह है। उक्त सिपाही के अनुसार उसकी रिश्तेदार ने बताया कि लड़कों की कोई गलती नहीं थी। मारपीट लड़कियों ने ही शुरू की। सिपाही ने आश्वासन दिया है कि उसकी रिश्तेदार गवाही देकर बताएगी कि गलती किसकी है।
 
सद्दाम की तरह फांसी पर लटका देना
पूर्व सरपंच रामचंद्र व सुरूप सिंह, वीरेंद्र शास्त्री, अपेक्स प्रधान संदीप हुड्डा ने कहा कि कुलदीप पांच बहनों का इकलौता भाई है, दीपक बीमार-मां बाप का इकलौता सहारा है और मोहित भी बेहद गरीब परिवार से है। अगर जांच में तीनों का जरा भी खोट निकल आए तो उन्हें सद्दाम की तरह सरेआम फांसी पर लटका देना।

अधिकारी बोले : सबूत दो, न्याय होगा 
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिलकर दोनों बहनों द्वारा अन्य लोगों पर लगाए पुराने मामले गिनवाते हुए पूरी पड़ताल के बाद ही कार्रवाई की मांग की। इस पर एसपी ने कहा कि अगर युवक निर्दोष हैं तो इसके सबूत जुटाओ, तीनों के साथ न्याय होगा।

मध्यप्रदेश: पत्नी को पीटा और उसके प्रेमी का कटा सिर लेकर पहुंचा पुलिस चौकी


मध्यप्रदेश: पत्नी को पीटा और उसके प्रेमी का कटा सिर लेकर पहुंचा पुलिस चौकी
सागर. सागर जिले के बरखेड़ा गांव में सोमवार को एक युवक ने पहले पत्नी को पीटा, फिर तलवार से उसके प्रेमी का सिर काटकर पुलिस चौकी पहुंच गया। दलपतपुर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। 
 
एसडीओपी उदयभान तिवारी के मुताबिक सोमवार को शाम करीब 6 बजे बरखेड़ा निवासी आरोपी माखन सिंह अपने घर में खाना खा रहा था। 
 
इस दौरान उसकी पत्नी का प्रेमी राघवेंद्र सिंह उसके घर पहुंचा और पत्नी से बातें करने लगा। इस बात पर माखन आग बबूला  हो गया और पत्नी से मारपीट कर दी। इसके बाद प्रेमी का सिर कलम कर पुलिस चौकी ले आया। पुलिस के मुताबिक राघवेंद्र के माखन की पत्नी से तीन साल से अवैध संबंध थे।
 
माखन ने दो माह पहले ही राघवेंद्र के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। राघवेंद्र से परेशान होकर माखन पत्नी सहित दिल्ली में मजदूरी कर रहा था। हाल ही में वह दिल्ली से लौटा था।
 
गांव में सन्नाटा : माखन जिस समय प्रेमी का सिर लेकर जा रहा था। उस समय से ही गांव में सन्नाटा पसर गया। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़: नक्सली हमले में 14 जवान शहीद, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का हाथ होने का शक

जगदलपुर/रायपुर. वायुसेना के हेलिकॉप्टर पर हमले के दस दिन बाद नक्सलियों ने सुकमा जिले में ही सोमवार को फिर एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चिंतागुफा से 11 किमी दूर एलमागुंडा पंचायत के कसलपाड़ गांव को घेरने पहुंचे सीआरपीएफ जवानों पर घात लगाए नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट राजेश कपूरिया और डिप्टी कमांडेंट बीसी वर्मा समेत 14 जवान शहीद हो गए। 15 जवानों को गोलियां लगी हैं, जिनमें तीन की हालत गंभीर है। इस मुठभेड़ में करीब आठ नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है। एडीजी नक्सल ऑपरेशंस आरके विज ने देर रात बताया कि रात करीब 10 बजे सभी शव और घायल जवानों को चिंतागुफा कैंप लाया गया। शव तथा सभी घायल जवानों को मंगलवार को सुबह हेलिकॉप्टर से रायपुर लाया जाएगा।  

चिंतागुफा और आसपास के इलाके को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। पिछले एक महीने से फोर्स लगातार इस इलाके में घुस रही है। इसी इलाके में सर्चिंग और एरिया डामिनेशन के लिए चिंतागुफा, बुरकापाल और आसपास करीब आठ स्थानों से फोर्स शनिवार को निकली थी। इनमें सीआरपीएफ की 223वीं बटालियन, कोबरा कमांडो की 206वीं बटालियन तथा जिला पुलिस की टीमें सोमवार को दोपहर करीब तीन बजे चिंतागुफा के करीब कसलपाड़ के जंगल में पहुंची। इस दल में लगभग 240 जवान थे। तीन दिन की गश्त से थकी फोर्स को घेरने के लिए नक्सलियों ने वहां पहले ही एंबुश लगा रखा था। फोर्स जैसे ही कसलपाड़ के पास पहुंची, सीआरपीएफ की टुकड़ी इस एंबुश में फंस गई। एंबुश में शामिल करीब सौ नक्सलियों ने लाइट मशीनगन तथा दूसरे हथियारों से अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग की। 
 
सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का हाथ
 
हमले में नक्सलियों की सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। यह कमीशन ही बड़ी वारदातों की रणनीति तैयार करती है। सीआरसी(सेंट्रल रिजनल कमांड) 1 और 2 इस क्षेत्र में माह भर पहले ही आ चुकी थी। जो दरभा से लेकर सुकमा तक की रैकी कर रही थी।
 पुख्ता जानकारी के बाद मौका देखकर नक्सलियों ने पूरी ताकत से हमला बोल दिया। शीर्ष नेता देवजी और व्यंकटेश की इस इलाके मौजूदगी है।

क़ुरआन का सन्देश

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