दोस्तों में अपने उन सभी भाइयों और बहनो पर गर्व करता हूँ ,,जिन्होंने मुझे प्यार ,,मुझे दुलार दिया मुझे लिखने की आज़ादी दी ,,और इन दिनों जब मेरी लेखनी खामोश थी तब मुझे याद रखा ,,मुझे याद किया ,,मेरी चिंता मेरी फ़िक्र की ,,में खुशनसीब हूँ जो मुझे आप जैसे दोस्त आप जैसे सलाहकार मिले ,,,यक़ीनन सच कहना और सच लिखना हिम्मत की बात है लेकिन जो सच नंगा हो जो सच फ़ित्ना फैलाता हो उस सच को बेहतर तरीके से रेशम में लपेट कर लोगों के सामने रखना एक कला भी है ,,,,,मेरी खामोशी लोगों की उत्सुकता की वजह भी थी ,,,,मेरा महबूब मेरा माशूक़ ,,मुझ से दूर हो मुझ से खफा हो और में लिखूं ,,,लोग ऐसा भी सोचते होंगे ,,कई भाई कई बहनों ने इस मामले में हालात भी जानने की कोशिश की इनबॉक्स में याद आवरी भी की ,,फोन भी किये में सभी का शुक्र गुज़ार हूँ एक आंटी ने तो डार्लिंग कहकर चौंका ही दिया लेकिन डार्लिंग का अर्थ दिल से प्यार से है किसी गलत ख्याल से नहीं यह सभी जानते है में उनका भी शुक्र गुज़ार हूँ ,,,,,,कोटा में राजस्थान में नगरनिगम के चुनाव थे राजस्थान में कांग्रेस को खुलेआम भाजपा के नाम गिरवी रखी जा रही थे कांग्रेस का भाजपाईकरण हो रहा था ,,,कांग्रेस के टिकिट भाजपा के उम्मीदवारों को जिताने के लिए तय किये जा रहे थे ,,,, खासकर कोटा में तो पर्यवेक्षक कमाल ही कर रहे थे दावते और पार्टियां उड़ा रहे थे और टिकिट चयन में मनमानी कर रहे थे ,,,गधे पंजीरी खा रहे थे और हक़दार तरस रहे थे ,,तब मेने कई बार कांग्रेस को जानबूझकर डुबोने की बात से लोगों को आगाह किया था ,,लिखा था खुद सचिन पायलेट को भी निजी तोर पर मेसेज कर जताया था के अगर कांग्रेस में ऐसी बंदर बाँट चली तो जीती हुई बाज़ी हारोगे और गिनती पर हार का इतिहास बनाकर सिमट जाओगे ,कांग्रेस का केडर वोटर दलित और मुस्लिमों की टिकिट वितरण में घोर उपेक्षा की गयी मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में कांग्रेस ने फ़ित्ना फैलाया ,,,कोटा में घंटाघर का मुस्लिम बाहुल्य वार्ड राजस्थान का अकेला ऐसा वार्ड था जिसे कांग्रेस के सचिन पायलेट ने कोटा के कांग्रेस गद्दार बेवक़ूफ़ नेताओं के कहने में आकर बिना पंजे के निशान का कर दिया क्योंकि स्थानीय नेता इस वार्ड में कमल खिलाने का सौदा कर चुके थे ,,एक टिकिट कांग्रेस का आया और वोह शख्स कांग्रेस का टिकिट ठुकरा कर भाजपा से उसी वार्ड से टिकिट ले आया ,,इस पूर्व कोंग्रेसी पार्षद के खिलाफ जानबूझ कर टिकिट ऐसे व्यक्ति को दिया गया जिसका आवेदन ख़ारिज हो गया ऐसे तीन वार्ड थे जहां कांग्रेस का आवेदन ख़ारिज हुआ ,,,एक कोंग्रेसी ने तो हद ही करदी टिकिट लिया आवेदन भरने का नाटक किया और बस फिर आवेदन ही जमा नहीं कराया नतीजन भाजपा ज़िंदाबाद हो गयी ,,,,,बाईस वार्ड मुस्लिम बाहुल्य इलाक़ो के थे जहां मुस्लिम कार्यकर्ताओं को टिकिट दिया जाना था लेकिन इन बस्तों में मुस्लिम वोटटर्स की छाती पर मूंग दलने के लिए टिकिट दिया गया ,,नतीजन हर जगह कांग्रेस चौथे पांचवे नंबर पर रही ज़मानत ज़ब्त हुई ,,,,,,राजस्थान में यही हाल रहा ,,मुझे मेरे एक मित्र ने आरोपित किया आप गलत कहते हो गलत लिखते हो इसलिए कांग्रेस के खिलाफ माहोल बनता है और कांग्रेस हार जाती है ,,,बस मेरे मित्र ने मुझ से वचन लिया आप चुनाव चुनाव खामोश रहोगे कुछ नहीं लिखोगे फिर हम जीत कर बता देंगे ,,मेरे इन प्रादेशिक स्तर के कोंग्रेसी भाई का हुक्म मुझे मानना पढ़ा मेने कहा था के मेरे लिखने या नहीं लिखने से कांग्रेस के कोई फ़र्क़ नहीं पढ़ता वोह तो आप बढ़े नेताओं ने स्थानीय स्तर पर जो दलाल बिठाए है उनकी वजह से यह सब हो रहा है ,,लेकिन मुझे मेरे भाई की बात मानना थी में चुप और खामोश हो गया ,,,चुनाव चुनाव मेरी बोलती बंद थी ,,में खामोश थे लेकिन जनता और वोटर तो आज़ाद थे यह पब्लिक है सब जानती है ,,,जनता ने अपना फैसला दिया और कांग्रेस टूट कर बिखर गयी उसकी इज़्ज़त इन नेताओं की वजह से मटियामेट हो गयी ,,सब भागने की त्य्य्यारी में है अब इस कांग्रेस को हम जैसे लोग जो ओरिजनल कोंग्रेसी है जो कांग्रेस के विधान के मुताबिक़ चलना चाहते है जो कांग्रेस को विधान के मुताबिक़ चलाना चाहते है भाईसाहबों की गुलामी से कांग्रेस को मुक्त कराना चाहते है उन्हें फिर से कांग्रेस ज़िंदाबाद का झंडा बुलंद करना होगा ,,मुझे ख़ुशी है के मेरे यह प्रादेशिक कोंग्रसी मित्र अब मेरे विचारों से सहमत है और हाथ में तलवार लिए ऐसे ज़हरीले कोंग्रेसियों की डालियाँ काटने में जुट गए है ,,,उन्होंने मुझे फिर से इजाज़त दी है कहा है के अख्तर भाई आप जो लिखते हो सच लिखते हो कड़वा लिखते हो लेकिन कांग्रेस के शुद्धिकरण के लिए लिखते हो इसलिए लिखो खूब लिखो में आपके साथ हूँ ,,,मेने लिखना तो शुरू किया लेकिन मेरे प्रादेशिक कोंग्रेसी भाई को मेने बता दिया है के में कांग्रेस के विधान के मुताबिक़ चलने वाला कोंग्रेसी था ,,हूँ और रहूंगा किसी भाईसाहब का गुलाम किसी भाईसाहब का चमचा किसी समाज का दुश्मन ,,किसी समाज को नुकसान पहुंचाने वाला कोंग्रेसी नहीं हूँ ,,,,,,,कल मुझे हुक्म हुआ के आप खामोश अच्छे नहीं लगते लिखो खूब लिखो तो भाई में फिर आया हूँ आपके बीच ,, अपनी बकवास लेकर ,,,,,मुझे माफ़ करना ,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 दिसंबर 2014
ऐ अल्लाह तोबा तोबा
ऐ अल्लाह तोबा तोबा ,,जब साधू ,,संत सियासत के लालच में समाज में गंदगी फैलाते है ,,,,नेताओं के कुर्सी के लिए तलवे चाटते है ,,अपनी जुबां से गालियां और नफरत के अलफ़ाज़ बोलते है ,,जब मोलवी ,,मौलाना धार्मिक ज्ञानी होने के बावजूद भी सियासत के लालच में नेताओं के क़दम बोसी करते है ,,,अपने ही भाइयों के खिलाफ गलत अलफ़ाज़ बोलते है ,,सामजिक सुक्ख शान्ति के खिलाफ होकर किसी पार्टी या व्यक्ति विशेष भाईसाहब के चरणो में शरण गच्छामि होते है तो शर्म से सर झुक जाता है ,,,ऐसे लोगों के लिए कोई सज़ा तो इस देश के लोगों को तय करना ही होगी ताकि धर्म के पाखंडी लोग धर्म के नाम पर अधर्म का नंगा नाच ना कर सके आप की सहमति हो अगर तो इस बात को आगे बढ़ाई जाये ,,,,,,अख्तर
दोस्तों के साथ मिलकर किया पत्नी से गैंगरेप, नाजुक अंगों में डाली जलती मोमबत्ती
नई दिल्ली. पूर्वी दिल्ली में एक नवविवाहित महिला से चलती कार
में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना आनंद विहार इलाके में
सोमवार देर रात को हुई। आरोपियों में महिला का पति भी शामिल है। पुलिस के
मुताबिक, पीड़िता क्रॉस रिवर मॉल में लैपटॉप खरीदने गई थी। जैसे ही महिला
मॉल से निकली उन्होंने कार से उसका पीछा शुरू कर दिया। मौका मिलते ही तीन
लोगों ने उसे कार में खींच लिया और चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म किया।
विरोध करने पर महिला के साथ मारपीट की आैर उसके नाजुक अंगों में जलती हुई
मोमबत्ती डाल दी। इसके बाद आरोपी उसे बेहोशी की हालत में सुनसान जगह पर
फेंक कर फरार हो गए।
एक महीने पहले हुआ था तलाक : पीड़िता ने पुलिस थाने में
रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि एक माह पहले उसका तलाक हो गया था। कोर्ट
में मुकदमा चल रहा है। उसने बताया कि पति ने दुष्कर्म के वक्त अपने साथियों
से कहा था, ‘अब ये मेरी पत्नी नहीं बल्कि रखैल है।’ पुलिस ने इस मामले में
रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पीड़िता को अस्पताल में
भर्ती कराया गया है।
ISIS के सरगना बगदादी की पत्नी और बेटा लेबनान में गिरफ्तार
(बगदादी की पत्नी सजा हमीद अल दुलैमी की तस्वीर।)
बेरुत। आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के मुखिया अबु बक्र अल बगदादी
की पत्नी और बेटे को लेबनानी सिक्युरिटी फोर्स ने सीरियाई बॉर्डर के नजदीक
गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। सेना से
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दोनों को कुछ दिन पहले फर्जी पासपोर्ट के
साथ लेबनान की सीमा में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। यह भी बताया जा
रहा है कि लेबनानी आर्मी ने नुसरा फ्रंट के कमांडर अनस शरकास की पत्नी को
भी गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिला का नाम सजा हमीद अल दुलैमी
है, जिसे इस साल सीरियाई जेल से 13 ननों के बदले रिहा किया गया था। बगदादी
की पत्नी के बदले में छोड़ी गई 13 ननों को पिछले साल दिसंबर में बंधक बनाया
गया था।
तुम देना साथ मेरा..गाकर दोबारा बीजेपी में शामिल हुए कुमार सानू
फोटो: कुमार शानू को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सदस्यता ग्रहण कराई।
नई दिल्ली: मशहूर गायक कुमार सानू मंगलवार को बीजेपी में शामिल
हो गए। यह उनकी बीजेपी में दूसरी बार एंट्री है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह
ने सानू को सदस्यता ग्रहण करवाई। पदग्रहण करने के बाद कुमार सानू ने गाना
गया, ''जब कोई बात बिगड़ जाए, जब कोई मुश्किल पड़ जाए, तुम देना साथ मेरा''।
बता दें कि जब कुमार सानू ने 2004 में पहली बार बीजेपी ज्वॉइन की थी तो
उन्होंने अटल जी की तारीफ में गाया था, ''अटलजी को देखा था तो ऐसा लगा,
जैसा खिलता कमल।'' यह गाना '1942 ए लव स्टोरी' में उनके गाए गाने 'एक लड़की
को देखा तो ऐसा लगा' का पैरोडी था।
कुमार सानू का असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है। 2004 में उन्होंने
तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष वेंकैया नायडू के कहने पर पार्टी ज्वॉइन की थी,
लेकिन जल्द ही यह कहते हुए पार्टी छोड़ दी कि वह राजनीति की बजाए म्यूजिक पर
ज्यादा ध्यान देना चाहते हैं।
पत्रकारों से बातचीत में सानू ने कहा कि वह चुनाव लड़ने के लिए बेकरार
नहीं हैं। उनके मुताबिक, वह पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए वक्त
निकालेंगे। बीजेपी फिर से ज्वॉइन करने के सवाल पर शानू ने कहा कि वह मानते
हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बहुत कुछ किया जा सकता है। सानू
ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल के पिछड़े इलाकों के लिए कुछ करना चाहते हैं।
गाली देने वाली मोदी की मंत्री का सबने किया बचाव, पर विरोध में बोले जोशी
फाइल फोटो: निरंजन ज्योति
नई दिल्ली. मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री
साध्वी निरंजन ज्योति ने दिल्ली के एक चुनावी सभा में कांग्रेसियों के
लिए अपशब्द कहने के मामले में खेद जताया है। उधर, सूत्रों से मिली जानकारी
के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ने सभी सांसदों को सोच-समझकर बोलने की नसीहत देते हुए फटकार लगाई है। मोदी
ने कहा है कि इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, बीजेपी
सांसद मुरली मनोहर जोशी ने इस मामले पर कहा कि संवैधानिक पदों पर बने लोगों
को अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए। जोशी बीजेपी से पहले नेता हैं,
जिन्होंने निरंजन ज्योति के बयान की आलोचना की है। इससे पहले, बीजेपी के
सभी नेता इस मामले पर यही कहते दिखे कि मंत्री द्वारा खेद जताए जाने के बाद
मामला खत्म हो चुका है।
क्या कहा था
बता दें कि निरंजन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट
वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा था, ''बर्तनों की दुकान चलाने वाले का
बेटा सोनिया गांधी का दामाद अरबपति-खरबपति कैसे हो गया? उसने गरीबों को
लूटा है, चूसा है। मोदी जी कहते हैं कि न खाएंगे, न खाने देंगे। यह आपको तय
करना है कि दिल्ली में रामजादों की सरकार बनेगी या हरामजादों की।
संसद में हंगामा
ज्योति के बयान पर
संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को विपक्ष ने खासा हंगामा मचाया, जिसके
बाद उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि वे अपने शब्द वापस लेती हैं। इससे पहले
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए साध्वी से इस्तीफा
लेने की मांग की। लोकसभा में कांग्रेस सदस्य वेल तक पहुंच कर नारेबाजी कर
रहे थे, जबकि राज्यसभा में भी विपक्ष ने सरकार से स्पष्टीकरण देने की मांग
की।
सुबह बयान पर थीं कायम
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ज्योति अपने बयान पर कायम थीं।
मंगलवार सुबह उन्होंने कहा कि जब उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है, तो
इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बयान
पर कोई पछतावा नहीं है। अपने बयान पर कायम रहते हुए उन्होंने एक और
विवादित बयान दे दिया। कहा कि इस देश में रहने वाले सभी लोग, चाहे वे
मुसलमान हों या ईसाई, राम की संतान हैं और जो लोग यह नहीं मानते, वे भारत
को भी नहीं मानेंगे। ऑल इंडिया इमाम काउंसिल के चेयरमैन ने ज्योति की इस
बात पर कहा कि उनका यह बयान वोट की राजनीति के तहत दिया गया है। मुस्लिम
समुदाय इसे नहीं मानता है।साध्वी निरंजन ज्योति को 10 नवंबर को नरेंद्र मोदी
ने अपनी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण व उद्योग राज्य मंत्री बनाया। यह
मोदी सरकार का पहला विस्तार था और इसमें जगह पाने वाली ज्योति इकलौती
महिला थीं।
ज्योति का उत्तर प्रदेश में, खास कर दलित व पिछड़े मतदाताओं के बीच
भाजपा की पैठ बढ़ाने में अहम रोल रहा है। वह उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से
सांसद हैं।
1967 में जन्मीं ज्योति 2002 और 2007 में विधानसभा चुनाव भी लड़ी
थीं, लेकिन हार गई थीं। 2012 में यूपी की हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से
उन्हें पहली बार जीत मिली।
इस साल जून में कथित रूप से उन पर जानलेवा हमला भी किया गया था।
निषाद समुदाय की साध्वी निरंजन ज्योति का मूसानगर, कानपुर देहात
(यूपी) में अपना आश्रम है। पहली बार सांसद बनीं ज्योति इस समय उत्तर
प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष हैं। वह विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय सचिव
और यूपी भाजपा की सचिव भी रह चुकी हैं।
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