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14 दिसंबर 2014

शरारत है, शिकायत है,

Prajapati Harish Udaiwal ·
शरारत है, शिकायत है, नज़ाकत है, क़यामत है
ज़ुबां ख़ामोश है लेकिन निगाहों में मुहब्बत है
हवाओं में, फ़िज़ाओं में, बहारों में, नजारों में

वही ख़ुशबू, वही जादू, वही रौनक सलामत है
हया भी है, अदाएं भी, क़ज़ा भी है, दुआएं भी
हरेक अंदाज़ कहता है, ये चाहत है, ये चाहत है
वो रहबर है, वही मंज़िल, वो दरिया है, वही साहिल
वो दर्दे-दिल, वही मरहम, ख़ुदा भी है, इबादत है
ज़माना गर कहे मुझको दीवाना, ग़म नहीं
जो समझो तो शराफ़त है, न समझो तो बग़ावत है

महिलाओं कांग्रेस के प्रति जागरण अभियान चलाने के लिए एक वृहद स्तर पर कार्यशाला आयोजित करेंगी ,,

राजस्थान कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष ,,मिडिया प्रकोष्ठ की प्रभारी और प्रवक्ता डॉक्टर अर्चना शर्मा शीघ्र ही राजस्थान की महिलाओं कांग्रेस के प्रति जागरण अभियान चलाने के लिए एक वृहद स्तर पर कार्यशाला आयोजित करेंगी ,,,,डॉक्टर अर्चना शर्मा राजस्थान में सभी महिला प्रवक्ताओं ,,महिला प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर कांग्रेस की नीति रीती ,,कार्यशैली के प्रचार प्रसार के तोर तरीकों पर एक प्रादेशिक कार्यशाला आयोजित कर महिलाओं को विशेष प्रशिशक्षण देने की योजना बना रही है ,,डॉक्टर अर्चना शर्मा कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता रहकर काफी अनुभव रखती है ,,अर्चना शर्मा अनरोपोलोजी में स्नातक और मास्टर डिग्री है जबकि फिलॉसफी में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त कर डॉक्टर बनी है ,,इनके अनुभवों का लाभ कांग्रेस कार्यकर्ताओं खासकर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मिले और मनोवैज्ञानिक रूप से कांग्रेस के प्रति उनका आकर्षण बढ़े साथ ही सभी लोग कांग्रेस के प्रति लोगों को आकर्षित करने की कार्ययोजनाएं तैयार करे इसके लिए डॉक्टर अर्चना एक ऑपरेशन अभियान चला कर निराशा में डूबे कोंग्रेसियों का इलाज कर उनमे उत्साह ,,उमंग भर कर शक्ति का संचार पैदा करेंगी ,,,,,,,,,डॉक्टर अर्चना ने इस मामले में राजस्थान के सभी दूरदराज़ के कांग्रेसजनों से चिंतन मंथन और चर्चाये शुरू कर दी है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

फारूक़ अहमद ख़ान को 19 साल बाद अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया

इंजीनियर फारूक़ अहमद ख़ान को 19 साल बाद अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया है. ख़ान पर दिल्ली में विस्फोट करने की योजना बनाने का आरोप लगा था.
अनंतनाग के रहने वाले फ़ारूक़ को स्पेशल टास्क फोर्स ने 23 मई 1996 को उनके घर से गिरफ़्तार किया था.
गिरफ़्तारी के वक़्त 30 साल के फ़ारूक़ पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग महकमे में जूनियर इंजीनियर के पद पर काम करते थे.
दिल्ली हाई कोर्ट ने चार साल बाद उन्हें लाजपत नगर विस्फोट मामले से बरी कर दिया था लेकिन उसके बाद उन्हें जयपुर और गुजरात में हुए बम धमाकों के मामले में जयपुर सेंट्रल जेल में रखा गया.
जयपुर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने भी उन्हें रिहा करने का आदेश दिया और उनके ख़िलाफ़ लगाए गए सभी आरोपों को ख़ारिज कर दिया.
फ़ारूक़ की मां कहती हैं, “जिस दिन फ़ारूक़ के अब्बा ने बेटे की जेल की तस्वीर देखी थी तो उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई. अब बेटा तो घर आ गया लेकिन उसके खोए हुए 19 साल कौन लौटाएगा.”

तुम ही अजीब हो

तुम ही अजीब हो
कभी दिल की धड़कने रोक देती हो
कभी महरबानी कर
दिल थाम लेती हो
तुम भी अजीब हो
कभी देती हो सजाए मोत
कभी देती हो खुशहाल ज़िंदगी का साथ
तुम भी अजीब हो कभी ख़ुशी कभी गम हो
तुम भी अजीब हो
इसीलिए तो तुम मेरी सिर्फ मेरी हो ,,,,,,तुम अजीब हो ,,,

यह सियासी दुनिया भी अजीब है

यह सियासी दुनिया भी अजीब है ,,,,यहा आदमी इंसान तो बनता नहीं ,,,,हिन्दू और मुसलमान ,,ईसाई बनाने की होड़ लगी है ,,,इस सियासत से ज़रा यह तो पूंछो जो हिन्दू है क्या वोह हिंदुत्व सनातन संस्कृति मर्यादाओं में चल रहे है ,,,,,जो मुसलमान है क्या वोह मुस्लिम विधि नियमों के तहत चल रहे है ,,केवल मंदिर जाने से ,,केवल तिलक लगाने से हिन्दू हिन्दू नहीं होता ,,केवल नमाज़ पढ़ने से ,,दरगाहों में चादर चढ़ाने से कोई व्यक्ति मुसलमान नहीं होता उसका आचरण ,,अड़ोसी पड़ोसी के लोगों के साथ कैसा है ,,,,इसी से उसके धर्म ,,,मज़हब का अंदाजा होता है ,,सियासत और धर्म दोनों अलग अलग है फिर भी देखिये ना लालच देकर ,,डरा धमका कर जो मज़हब बदलने का तांडव चालु है वोह इंसान के साथ भी धोखा है और ईश्वर ,, अल्लाह के साथ भी धोखा है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ठंड में मां ने जन्म देते ही बच्ची को फेंका कचरे में, चींटियां काटती रहीं


भोपाल. साउथ टीटी नगर में रविवार की रात किसी मां ने अपनी नवजात बच्ची को कचरे के ढेर के पास छोड़ दिया। जिस समय लोग ठंड से बचने के लिए अपने-अपने घरों में बंद हो रहे थे, तब यह बच्ची खुले में पड़ी रो रही थी।
चींटियांे के काटने से बच्ची के शरीर पर कई जगह घाव हो गए।
 
चींटियां उसके चेहरे को काट रही थीं। दर्द के चलते वह मासूम करीब एक घंटे तक वहां पड़ी तड़पती और  रोती रही। संयोगवश पास के लोगों की नजर उस पर पड़ी। उन्होंने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। 
 
दिल दहला देने वाली यह घटना दीपशिखा स्कूल के पास की है। यहां रहने वाले राजीव पटेल ने बताया कि रविवार की शाम करीब सात बजे उन्हें किसी बच्चे के लगातार रोने की आवाज आई। उन्हें लगा कि आस-पड़ोस के मकान में कोई बच्चा रो रहा होगा। जब करीब एक घंटे तक रोने की आवाज नहीं रुकी तो पटेल घर से बाहर निकले। अपने पड़ोसियों को बुलाया। उन्होंने पाया कि स्कूल के पिछले हिस्से  से रोने की आवाज आ रही है। उन्होंने वहां जो कुछ देखा, उससे वे दहल गए। जमीन पर पड़ी एक नवजात बच्ची चीख-चीखकर रो रही थी। उसके पूरे चेहरे पर चींटियां चल रही थीं।
 
लोगों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया। कुछ देर बाद एंबुलेंस आई और उसके ईएमटी अभिषेक श्रीवास्तव ने बच्ची को उठाकर सफाई की। मां से उसे अलग करने वाली नाल अभी लाल और गीली थी। इसका मतलब साफ था कि यह बच्ची दो-तीन घंटे पहले ही इस दुनिया में आई है। लगातार ठंड में रहने के कारण बच्ची के शरीर का तापमान काफी गिर चुका था। उसे फौरन वॉर्मर दिया गया। फिर ऑक्सीजन देते हुए उसे कमला नेहरू अस्पताल ले जाया गया। 
 
वेंटिलेटर पर लड़ रही जिंदगी से जंग
डॉक्टरों ने इस नवजात को  कमला नेहरू अस्पताल के बच्चा वार्ड में वेंटिलेटर पर रखा है। डॉक्टर फिलहाल उसकी हालत स्थिर बता रहे हैं, लेकिन क्या वह ठीक होगी, इसका जवाब उनके पास नहीं है। 108 एंबुलेंस के ड्राइवर फइमुद्दीन की सूचना पर रविवार रात 9:30 बजे टीटी नगर थाने के एएसआई श्यामदेव वर्मा भी अस्पताल पहुंच गए और कानूनी कार्रवाई पूरी की। एएसआई ने भास्कर से बताया कि अस्पताल से स्वस्थ होने के बाद बच्ची को किसी शिशु संरक्षण गृह के हवाले कर दिया जाएगा।
 
यहां तो मां ने ही मार डाला था
वल्लभ नगर के पास झाड़ियों में दस दिन पहले जहांगीराबाद पुलिस ने एक नवजात का शव बरामद किया था। जन्म के बाद उसे यहां फेंका गया था। यह शव भी एक बच्ची का था। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी अज्ञात मां के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। 
 
सरकारी दावा- कागजों में बढ़ रही हैं बेटियां  
सरकारी कागजों में बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सीएमएचओ डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि एनुअल हेल्थ सर्वे-2013 के मुताबिक भोपाल में एक हजार लड़कों पर 916 लड़कियां हैं। वर्ष 2012 में एक हजार लड़कों पर 912 लड़कियां थीं। इस वर्ष 2014 की अप्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक एक हजार लड़कों पर 925 लड़कियां हो चुकी हैं। 
 
भोपाल में 1000 लड़कों पर लड़कियों का अनुपात
वर्ष     अनुपात  

2012     912
2013     916
2014     925

मां-बाप लड़ते थे, तंग आकर बच्चे ने छोटी बहन की आंखें फोड़ीं, गला घोंटा, फिर लगा ली फांसी


इंदौर. माता-पिता घर में रोज झगड़ते थे। इसका असर उनके 14 वर्षीय बेटे और 12 साल की बेटी पर भी पड़ा। शनिवार को दोनों में विवाद हुआ। गुस्से में लड़के ने बहन को बेरहमी से मार डाला।
तनवीर ने पहले चाकू से छोटी बहन की आंखें फोड़ी फिऱ मां के पीले दुपट्‌टे से लगा ली फांसी।
 
उसने बहन की दोनों आंखें फोड़ीं और गला घोंट दिया। इसके बाद घर में फैला खून साफ किया। फिर मां के दुपट्टे से फांसी लगा ली। मां-पिता एक-दूसरे को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए अस्पताल में झगड़ पड़े। बच्चों के शव स्कूल ड्रेस में मिले। माना जा रहा है स्कूल से आने के तुरंत बाद विवाद हुआ। दिल दहला देने वाली यह घटना खजराना क्षेत्र के रोशन नगर में हुई।
 
घटनास्थल पर गीला कपड़ा व चाकू मिला। माना जा रहा है भाई ने बहन की आंखें फोड़ीं और नाक पर वार किया। तनवीर ने जिस दुपट्टे का फंदा बनाया, उस पर भी खून मिला। इससे साफ है कि उसने घटना के बाद फांसी लगाई।
-एफएसएल प्रभारी 
 
मां की जुबानी- बच्चे अकेले थे, मैं मदरसे से लौटी तो देखा दुनिया लुट चुकी थी...
मैं अलफला मदरसे में पढ़ाती हूं। पति नियाज मोहम्मद सांवेर रोड स्थित फैक्टरी में नौकरी करते हैं। बेटा तनवीर (14) अलफला स्कूल में आठवीं और बेटी तंजिला (12) छठवीं में पढ़ती थी। शनिवार सुबह 7.30 बजे दोनों स्कूल गए थे। 10 बजे उनके पिता चले गए थे। परीक्षा होने के कारण बच्चे 11.30 बजे लौटे, जिसके बाद मैं मदरसे चली गई। चार बजे लौटी तो घर के बाहर जाली का गेट अंदर से बंद था। 
 
मैंने काफी देर तक बच्चों को आवाज दी, फिर सामने रहने वाली महिला से कूलर में लगने वाली पत्ती लेकर जैसे-तैसे कुंडी खोली।  घर में गई तो किचन में खून से सनी तंजिला चित हालत में पड़ी थी। उसका सिर थाली में था और चेहरे से खून निकल रहा था। अंदर जाकर देखा तो तनवीर मेरी चुन्नी के फंदे पर लटका हुआ था। लगा कि उसकी सांसें चल रही हैं, इसलिए मैं चिल्लाते हुए बाहर दौड़ीं। पड़ोसियों ने दोनों बच्चों को उठाया और निजी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। -मंजो बी (मां)
 
प्रारंभिक जांच से लग रहा है कि संभवत: तात्कालिक विवाद में हत्या हुई। - राजेश सहाय, एएसपी
 
एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया फिर जताई हत्या की आशंका 
महिला ने घटना के पीछे पति के दूसरी महिला से संबंध और बच्चों से घृणा को कारण बताया। वहीं, पति ने कहा कि पत्नी बच्चों को उसके खिलाफ भड़काती थी। बाद में दोनों ने कहा बच्चे ऐसा नहीं कर सकते। हत्या की आशंका भी जताई। 
 
एक तरफ बच्चों के शव रखे थे, दूसरी तरफ मां-पिता झगड़ रहे थे
एमवायएच में तंजिला और तनवीर के शव स्ट्रेचर पर पड़े थे। तभी पिता नियाज और मां मंजो झगड़ पड़े। मंजो पति को लात-घूंसों से पीटने लगीं। पति ने भी हाथ चलाए। परिजनों ने उन्हें अलग किया।

मोदी की 'मन की बात'- मिलकर चलाएं 'ड्रग्स मुक्त भारत' अभियान, सिलेब्रिटी भी जुड़ें

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर रेडियो के माध्यम से देश की जनता से रूबरू हुए। 22 मिनट के अपने संबोधन में मोदी ने कहा, ''जब हम किसी युवा को नशा करते देखते हैं तो उसे बुरा-भला कहते हैं लेकिन हकीकत यह है कि वह युवा बुरा नहीं है बल्कि बुराई तो ड्रग्स में है, नशे में है।'' मोदी ने अपील की, पूरा देश मिलकर 'ड्रग्स फ्री इंडिया' कैंपेन चलाएं। उन्होंने फिल्म, क्रिकेट और अन्य क्षेत्रों की सिलेब्रिटीज से भी आग्रह किया कि 'वे भी नशे पर जागरूकता अभियान चलाए।' 
प्रधानमंत्री ने आकाशवाणी पर 'मन की बात' कार्यक्रम पर रविवार को कहा कि नशा एक बड़ी सामाजिक बुराई है और हम सबको मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए समग्र प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार नशा मुक्ति के लिए हर कदम उठा रही है और इसके सिए जल्द ही हेल्पलाइन बनाने पर विचार किया जा रहा है। मोदी ने माता पिता तथा समाज के साथ ही सोशल मीडिया से भी इस दिशा में ठोस पहल करने का आग्रह करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया सशक्त माध्यम है और उसके जरिए इस बुराई से निबटने में आसानी होगी इसलिए इस मीडिया को नशामुक्त भारत के लिए आंदोलन चलाना चाहिए। उन्होंने मीडिया का भी धन्यवाद किया कि उसने समय-समय पर इस मामले को उठाया है और उस पर सार्थक बहस करा रहे है। 
 
युवा समझें, नशा बर्बाद कर रहा उनका परिवार- 
नशे की जकड़ में आए युवाओं से उन्होंने कहा कि वह नशे को अपनाकर खुद को नहीं, बल्कि अपने पूरे परिवार को तबाह कर रहे है। उनका कहना था कि युवा पीढ़ी इस दलदल से बाहर आए इसके लिए पूरे समाज को चिंता करनी होगी।
आतंकियों के पास जा रहा पैसा-
मोदी ने कहा कि युवाओं को भी सोचना होगा कि जिस बुराई को वह खरीद रहा है कहीं उसका पैसा उनके स्वास्थ्य केसाथ ही पूरे देश और समाज को भी तबाह तो नहीं कर रहा है। नशीली दवाओं पर खर्च हुए उसके पैसे से ड्रग्स माफिया अपना जाल फैला सकते हैं और आतंकवादी हथियार खरीदकर सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों का खून बहा सकते हैं। 
नशे को कहें NO
प्रधानमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपने साथियों को नशे के लिए 'NO' कहने की हिम्मत कीजिए, ये गलत कर रहे हो, ये कहने की आप हिम्मत जताइए। उन्होंने कहा, न ये स्टाइल स्टेटमेंट है और न ये कूल है, हकीकत में नशा बर्बादी का मंजर है। नशा अंधेरी गली में ले जाता है विनाश के मोड़ पर लाकर खड़े कर देता है और बर्बादी तक पहुंचा देता है।
 
ये भी बोले मोदी-
- यह देश की पीड़ा है, मैं कोई उपदेश नहीं दे रहा सिर्फ दुःख बांट रहा हूं, ड्रग्स की समस्या पर जिम्मेवारी का माहौल बनाना चाहता हूं। 
- यूएन ने 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाने के लिए स्वीकृति दी, हमारे लिए यह बहुत ही गौरव और आनन्द का अवसर है।
- भारत के योग प्रस्ताव का 177 देशों का को-स्पॉन्सर बनना एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
- जम्मू-कश्मीर की क्रिकेट टीम ने कठिनाइयों के बीच मुंबई को हराकर जो बुलन्दी के साथ विजय प्राप्त की, वो अभूतपूर्व है।
- मैं वर्ल्ड कप विजेता ब्लाइंड क्रिकेट टीम से मिला, मुझे उनकी ऊर्जा देख कर बहुत खुशी हुई, मुझे उनसे मिलकर ऊर्जा मिली।
- मुख्यमंत्रियों की मीटिंग के दौरान हमने एक रिट्रीट का कार्यक्रम प्रारंभ किया, जिसमें हमने समाज से जुड़े मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। 
- डॉक्टर बच्चों को ऐसी दवाएं न दें, जो भविष्य में जाकर नशे का स्थान ले लें। 
 
युवा सपने देखें और जीवन में उतारें
मोदी ने कहा,''विवेकानन्द जी ने कहा है ‘एक विचार को लो, उस विचार को अपना जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो और जीवन में उतार लो। ड्रग से अगर बचना है तो अपने बच्चे को ध्येयवादी बनाइए, सपने देखने वाले बनाइए।'' उन्होंने कहा, ''जिसके जीवन में कोई लक्ष्य नहीं वहां उसके जीवन में ड्रग्स का प्रवेश हो जाता है। मैं नशे में डूबे उन नौजवानों से पूछना चाहता हूं कि क्या कभी सोचा है कि जिन पैसों से आप ड्रग्स खरीदते हैं, वो पैसे कहां जाते हैं? मोदी ने अपने परिचित अंदाज में नशे को तीन D से परिभाषित किया। उन्होंने कहा, ''3 बुराइयों वाला है ड्रग्स - Darkness, Destruction and Devastation.
 
क्रिसमस की बधाई, अब अगले साल 'मन की बात'
- 2014 में यह मेरा आखिरी कार्यक्रम है। आपसे अब अगले साल बात होगी। 
- आप सभी को क्रिसमस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं, 2015 के नववर्ष की भी मैं पहले से आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं।
- अगर प्रकृति देखनी है, ईश्वर का प्राकृतिक रूप देखना है तो आप नॉर्थ-ईस्ट जरूर जाइए। 
- आपके पत्र मेरे लिए प्रेरणा हैं। इन्हें निरंतर रखिएगा।
 
उल्लेखनीय है कि दो नवंबर को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि कुछ लोगों ने उन्हें नशे की लत के बारे में लिखा है। उन्होंने तब लोगों से इस मुद्दे पर अपने विचार एवं सुझाव साझा करने को कहा था। प्रधानमंत्री ने कहा था है कि वह ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से हर माह रेडियो पर देशवासियों से अपना विचार साझा करेंगे।

बिहार: पति की जलती चिता में कूदकर पत्नी ने दी जान, गांववालों ने नहीं बचाया


बिहार: पति की जलती चिता में कूदकर पत्नी ने दी जान, गांववालों ने नहीं बचाया
 
 
घटना सहरसा जिले के परमिनियां गांव की है। गांव के रामचरित मंडल (75) की बीमारी की वजह से शनिवार को मौत हो गई थी। देर शाम जब घरवाले दाह संस्कार करके वापस लौटे तो रामचरित की पत्नी गहवा देवी घर पर नहीं मिलीं। इसके बाद, वे वापस से शमशान की ओर गए। घरवाले जब तक चिता तक पहुंचते, तब तक गहवा देवी की जलकर मौत हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पति की मौत का गम गहवा देवी सहन नहीं कर सकीं और पत्नी की चलती चिता में कूद गईं। माैके पर मौजूद गांव के लोगों ने उन्हें बचाने के बदले जलती चिता में कुछ और लकड़ियां डाल दीं। गहवा देवी की मौके पर ही मौत हो गई। घरवालों का कहना है कि गहवा देवी अपने पति से बहुत प्रेम करती थीं। परिजनों के मुताबिक, वे बार बार कहा करती थीं कि पति के मरने पर वह उनकी चिता के साथ ही जल जाएंगी  पुलिस ने घटना की पुष्टि की है।

राजनाथ ने कबूला-बीजेपी के शासन में भी नहीं हुआ झारखंड का विकास

महगामा में चुनावी सभा को संबोधित करते केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह। (PHOTOS: पल्लव)
 
रांची। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने  झारखंड में रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने स्वीकार किया कि झारखंड में बीजेपी के सरकार में होते हुए भी विकास नहीं हो सका। उन्होंने कहा, "मैं अस्वीकार नहीं करता कि 14 सालों में झारखंड में भाजपा की सरकार भी रही। अर्जुन मुंडा के मुख्यमंत्री रहते मैं जब भी उनसे पूछता कि समस्याएं क्यों खत्म नहीं हो रहीं तो वे बताते कि सारे प्रस्ताव गठबंधन सरकार की मजबूरी के चलते पारित नहीं हो पाते हैं और मजबूरी में सरकार चलानी पड़ती है।"
 
गोड्डा जिले के महगामा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने जनता से भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील की ताकि झारखंड का विकास हो सके। गृहमंत्री ने कहा, "सात महीने पहले आपने केंद्र में मजबूत सरकार बनाई। 14 में से 12 सीटें भाजपा को दी। आपसे अपील करने आया हूं कि झारखंड में भी खिचड़ी या मिली-जुली सरकार नहीं, बल्कि दो तिहाई बहुमत वाली मजबूत सरकार चाहिए।"
 
बदल रहा भारत का परिचय
राजनाथ सिंह ने कहा कि भय, भूख, भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी भारत का परिचय हुआ करती थी, लेकिन अब दुनिया में हमारी पहचान बदल रही है। गृहमंत्री ने कहा, "छह महीनों में पूरी दुनिया के नेताओं की जुबान पर किसी नेता का नाम है तो वो है सिर्फ मोदी जी का।" उन्होंने कहा, "120 करोड़ की जनसंख्या को मैं बोझ नहीं मानता, जरूरत है तो बस ऐसी नीतियों की, जिससे इनका समुचित उपयोग हो सके।"

चैंपियंस ट्राफीः जीते तो दर्शकों को भद्दे इशारे और गालियां देने लगे पाकिस्तानी खिलाड़ी

चैंपियंस ट्राफीः जीते तो दर्शकों को भद्दे इशारे और गालियां देने लगे पाकिस्तानी खिलाड़ी
भुवनेश्वर. चैंपियंस ट्रॉफी में भारत पर जीत के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों इतने अनियंत्रित हो गए कि वे स्टेडियम में बैठे दर्शकों से ही अभद्रता करने लगे। जीत के जश्न में पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने खेल भावना के तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाईं। इन खिलाड़ियों ने पहले तो टी-शर्ट उतारी, फिर डांस करते-करते दर्शकों को गालियां देने लगे और अभद्र इशारे किए। 
 
हॉकी इंडिया के महासचिव नरेंद्र बत्रा ने कहा 'हमने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इस बर्ताव की शिकायत की है। यह खेल भावना और आचार संहिता का उल्लंघन है।' इस बीच, टूर्नामेंट के डायरेक्टर वियर्ट डॉयर ने कहा, 'मैंने पाकिस्तानी कोच शहनाज शेख से बात की है। उन्होंने अपने खिलाड़ियों की ओर से माफी मांग ली है और कहा कि दोबारा ऐसा नहीं होगा, इसलिए मैंने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का फैसला लिया है। हो सकता है कि खिलाड़ियों का बर्ताव प्रतिक्रिया हो, इसलिए इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।' 
 
ऐसा व्यवहार उचित नहींः राजपाल सिंह
वहीं, भारतीय पूर्व कप्तान राजपाल सिंह ने कहा कि यह पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए शर्म की बात है। दर्शकों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। 
 
आज जर्मनी से मुकाबला-
तीन बार के पूर्व चैंपियन पाकिस्तान का अब रविवार को फाइनल में जर्मनी से सामना होगा। जर्मनी ने सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराया। भारतीय टीम अब तीसरे स्थान के लिए ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। उसके पास 1982 के बाद पदक जीतने का मौका है। 
 
100 सेकंड पहले हुए गोल से हारा भारत
आखिरी मिनटों में गोल खाने की आदत ने शनिवार को भारत से चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने का मौका छीन लिया। चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान ने सेमीफाइनल में उसे 4-3 से हराया। मेहमान टीम ने जब चौथा निर्णायक गोल किया, तब खेल में महज 100 सेकंड बाकी थे। इसके साथ ही इस 36 साल पुराने टूर्नामेंट के फाइनल में पहली बार पहुंचने की भारतीय उम्मीदों पर पानी फिर गया। पाक 16 साल बाद फाइनल में पहुंचा है।

क़ुरआन का सन्देश

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