आपका-अख्तर खान

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17 दिसंबर 2014

कहते है के सेवा करने वाले को मेवा मिलता है

कहते है के सेवा करने वाले को मेवा मिलता है ,,,खिदमते ख़ल्क़ के आदाब अखलाक़ का नतीजा कामयाबी और लोकप्रियता होती है ,,,एक मिस कॉल लोगों की ज़िंदगी बदल सकती है ,,उनकी परेशानियों का हल बन सकती है ,,यह सभी कहावते कोटा के समाजसेवक ,,,,भाई मोहम्मद हुसेन मिस कॉल ने अपने आचरण ,,अपने सेवाभावी ,,,समर्पण कार्यों से ,,सच और सही साबित कर  दिखाए है ,,,,,मोहम्मद हुसेन मिस कॉल ,,,,यूँ तो गुजरात ,,महाराष्ट्र ,, उत्तरप्रदेश ,,मध्यप्रदेश ,,राजस्थान सहित ,,,,सभी राज्यों में अपना व्यवसायिक  नेटवर्क होने से जुड़े है ,,,,लेकिन  राजस्थान और खासकर कोटा को इन्होने ,,,,अपनी कर्मभूमि सेवाभूमि के रूप में चयनित कर ,,,कोटा को प्रमुखता दी है,,,, कोटा के परेशान ,,पडित ,,शोषित ,उत्पीड़ित लोगों के मोहम्मद हुसेन,,,,,सेवाभावी ब्रांड एम्बेसेडर बनकर ,,,,संकट मोचक  बने  है ,,,लोगों को न्याय दिलाने के लिए ,,,,अपना वक़्त ,,अपना रुपया लगाना आज के ज़माने में दुर्लभ सा लगता है ,,,,लेकिन सेवा कार्यों में अपना घर छोड़कर ,,,दूसरों की सुक्ख शान्ति के लिए ,,,,दर दर भटक कर मोहम्मद हुसेने कोटा में अनूठी मिसाल क़ायम की है ,,,,,,,,,मोहम्मद हुसेन सियासत में भी है ,,,लेकिन वोह सियासी पार्टियों ,,सियासत के बंधनों से मुक्त होकर दलगत और जाती ,,धर्म से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ इंसान की खिदमत को ,,,अहमियत देते है और इसीलिए मोहम्मद हुसेन इंसानियत के पुजारी बन गए है ,,,,,इनके फोन पर समस्या समाधान को लेकर ,,,प्रतिदिन दो सो से  भी अधिक ,,,मिस कॉल आते है ,,,जिन्हे यह पलट कर फोन करते है,,,कुछ समस्याओं का समाधान तो फोन पर ही हो जाता है ,,,,जबकि कुछ समस्याओं के समाधान के लिए ,,,मोहम्मद हुसेन अपने साथियों को भेजते है और कुछ प्रमुख समस्याओं के समाधान के लिए ,,,,मोहम्मद हुसेन खुद आगे चलकर समस्याओं का समाधान करते है ,,,,,,अभी हाल ही में कोटा किशोरपुरा साजिदेहड़ा वार्ड में नगरनिगम के चुनाव थे ,,कांग्रेस ,,भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवार  चुनाव मैदान में थे ,,स्थानीय लोगों की ज़िद थी के मोहम्मद हुसेन एक कॉर्पोरेटर के रूप में उनके खिदमतगार बने ,,कांग्रेस ,,,भाजपा के मुक़ाबिल एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ,,,स्थानीय लोगों के प्यार ने उन्हें उम्मीदवार बनाया ,,,,,कोटा और प्रदेश के कांग्रेस के दिग्गज लोग ,,,मुस्लिम वोटर्स को खरीदने लुभाने के लिए मुस्लिम दलाल ,,नोटों की गड्डियां फेंकी गयी ,,भाजपा ने जाती धर्म का कार्ड चलाया ,,,,लेकिन कांग्रेस और भाजपा की साज़िशें चारों खाने चित हो गयी इस चुनाव में पार्टियां हारी और सेवा समर्पण की जीत हुई ,,,,,मोहमद हुसेन को  स्थानीय लोगों का अटूट प्यार मिला कोंग्रेसी प्रत्याक्षी की ज़मानत ज़ब्त हुई  हमेशा खुद को अजय बताने वाले वार्ड पार्षद जिसकी हमेशा जीत होती है ,,जिसके वार्ड में लोकसभा ,,विधानसभा चुनाव ,,उपचुनाव में भाजपा को एक तरफा वोट मिले थे वोह बगलें झांकते नज़र आये ,,,,,आज मोहम्मद हुसेन कॉर्पोरेटर बनने के बाद व्यस्त हो गए है लेकिन अपना सब कुछ फूंक कर लोगों की सेवा करने का जज़्बा उनका और दोगुना ,,चौगुना हो गया है और इसीलिए मोहम्मद हुसेन की कामयाबी के लिए हज़ारों  हाथ एक साथ दुआओं के लिए उठ जाते है ,,,ऐसे सेवा भावी मोहम्मद हुसेन ज़िंदाबाद ,,उन्हें उनके खिदमत कार्यों के लिए मुबारकबाद ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

यह कोटा है यहां मुर्दा कॉम पर हुए अत्याचार मामले में कोई नहीं बोलता

दोस्तों यह कोटा है यहां मुर्दा कॉम पर हुए अत्याचार मामले में कोई नहीं बोलता और कॉम के लोग कभी एक होकर इन्साफ दिलाने के बारे में सोच भी नहीं सकते ,,में बात कर रहा हूँ उन्नीस अक्टूबर की रात मेले दशहरे में एक विधवा महिला शहनाज़ के पुलिस हमले के क़त्ल की जिसके क़त्ल की घटना ज़ालिनों ने इसी कॉम के दलालों से गुमराही वाली अफवाह फैलाकर दबा दी ,,,,,कहते है खून सर चढ़कर बोलता है ,,क़ातिल पुलिस और उसके दलाल इस बेज़ुबान महिला की मोत को चाहे छुपा दे लेकिन खुदा की लाठी में आवाज़ नहीं होती एक दिन इस खून का हिसाब क़ातिल पुलिस और उसके समर्थकों को ज़रूर देना होगा ,,,,मृतक शहनाज़ अपने पति की मोत के सदमे से उबरी भी नहीं थी के मेले दहशरे में अपने नवासा नवासी के साथ जाते वक़्त उन्नीस अक्टूबर को रात दस बजे बाद झुलाबाज़ार से खिलोना बाज़ार में जाते वक़्त निर्मम पुलिस के हमले का शिकार हो गयी ,,,मृतका के सर पर पुलिस का वार हुआ जो उसने बचाने की कोशिश की और लाठी गले पर पढ़ी ,,बच्चा शब्बीर खान और दूसरे लोग बचाने लगे तो उनपर भी हमला हुआ ,,पुलिस की इस बेरहम लाठी ने शहनाज़ को पहले बेहोश किया ,,लेकिन इस ज़ालिम पुलिस के जवानों ने इस अबला पर कोई रहम नहीं खाया और महिला को अस्पताल तक नहीं पहुंचाया नतीजा देरी से अस्पताल पहुंचने पर इस महिला की एक लाठी के वार से ही मोत हो गयी ,,,अफसोस इस बात पर है के मामला बिगड़ता देख पुलिस ने ऐसे लोगों को फोन कर बुलवाया जो पुलिस के अहसानों के बोझ तले दबे है और इन लोगों ने मृतक के परिजनों के काँधे पर हाथ रखा सब्ज़ बाग़ दिखाए और लाश के पोस्टमार्टम करवाने से लेकर दफनाने तक की ज़िम्मेदारी के बाद छूमंतर हो गए ,,,,कुछ लोगों ने अपराधियों को सज़ा दिलवाने के लिए एफ आई आर दर्ज करवाई जिसमे पुलिस निरीक्षक कनीज़ फातमा ,,,बजरंग सिंह ,,दयाराम ,,मांगीलाल ,,रामबाबू निगरानी चौकी की यास्मीन और कई पुलिसकर्मियों की पहचान लिखवाई गई ,,,,पुलिस अधिाकरियों ने एफ आई आर नंबर 302 दर्ज कर धारा 304 आई पी सी लगाई ,,पोस्मार्टम मेन्युप्लेट हुआ ,,गर्दन पर डंडे की चोट का निशाँ छुपाया गया ,,,,,घटनास्थल का ड्यूटी चार्ट अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया जबकि सी सी टीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग जो मख़्सूस लोगों ने देखि थी बाद में तकनीकी खराबी बताकर गायब कर दी गयी ,,कुलमिलाकर अपराधी पुलिसकर्मियों को बचाने की जी तोड़ कोशिश की जा रही है आज भी अगर मृतका का दोबारा पोस्टमार्टम हो तो पुलिस दबाव में किये गए पोस्टमार्टम की चोटों में फ़र्क़ नज़र आएगा और गर्दन की चोट जो पोस्मार्टम में नहीं लिखी गयी वोह अलग से साफ नज़र आजायेगी जिसकी विडिओ रिकॉर्डिंग भी महफूज़ है ,,,क्या क़ुसूर था मृतका शहनाज़ का जिसे पुलिस ने लाठी से वार कर मार डाला ,,,आखिर कोटा शहर ,,कोटा शहर के व्यापारी ,, कोटा शहर के कोंग्रेसी भाजपाई नेता इस क़त्ल के मामले में खामोशी से क़ातिलों के सुबूत मिटाने के खेल को क्यों देख रहे है ,,,आखिर क्यों इस गंभीर घटना के मामले में जनांदोलन नहीं हुआ ,,कहाँ गए वोह नेता जो लोगों को इन्साफ दिलाने के लिए धरने प्रदर्शन की बात करते है ,,,कहा गए वोह अख़बार वाले ,,कहा गए वोह मिडिया कर्मी जो ज़रा सी घटना को बढ़ा चढ़ा कर पेश करते है लेकिन इस जघन्य हत्या के मामले में खामोश बैठे है ,,कोई कुरेदा कुरेदी नहीं कोई फॉलोअप नहीं ,,,,कहा गए वोह इन्साफ का परचम लहराने वाले अफसर ,,,कहाँ गए वोह मुस्लिम कॉम की इन्साफ की बात करने वाले संगठन यह सारे सवाल एक बेबस मोत की शिकार निर्दोष शहनाज़ लगातार इस संवेदनहीन हो चुके कोटा शहर और कोटा वासियों से कर रही है ,,,,खुदा उसे इंसाफ ज़रूर देगा ,,क़ातिलों और क़ातिलों के दलालों को सज़ा ज़रूर मिलेगी यह खुदा भी जानता है और उसका बंदा भी लेकिन कब यह वक़्त बताएगा ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
यूँ हर सुबह
तकते हो तुम
मेरे हर अल्फ़ाज़
कभी पसंद करते हो
कभी ना पसंद
लेकिन
बात नहीं करते ,,अख्तर

तुम्हे चाहते रहने

तुम्हे चाहते रहने
तुमसे मिलते रहने
तुमसे मिलन का
दिल तो करता है
तुम्हारे साथ ज़िंदगी बिताने की
मर्ज़ी तो है ,,
लेकिन ,,,,,
मेरे अखलाक़
मेरी परवरिश
मेरे अरमानो के आढ़े आती है
में तुम्हारी मर्ज़ी के बगैर
क्या कुछ करू ऐसा मुमकिन नहीं ,,
इधर तुम
दिल में हाँ लिए नखरे करते रहे
इधर में आपकी इंकार समझकर
अकेला ही
सिर्फ अकेला ही रह गया ,,अख्तर

यह क़त्ल

"तू जालिम है" --- कहूँगा मैं ...मुलाजिम मैं नहीं तेरा
"यह युद्ध
यह क़त्ल
यह भूख
यह जिस्म की हर किस्म बिकती हुयी बाज़ार में
बाज़ार में बेज़ार से हम सोचते हैं
मैं तो बिक रहा हूँ
तू खरीदार का है तो मेरा कहाँ से होगा ?
रहम का वहम अब मुझको नहीं
तू भगवान है , ईसा या अल्लाह
कौन है तू ?
अगर यह दुनियाँ तेरी है तो तू अपने पास रखले
अगर यह जिन्दगी तेरी है तो इसको भी तू अपने पास रखले
तू जालिम है ...तू जालिम है ... तू जालिम है
"तू जालिम है" --- कहूँगा मैं
मुलाजिम मैं नहीं तेरा ." ----- राजीव चतुर्वेदी

गाली नहीं होती

दिल में बुग़ज़ रखते है
जिनके मुंह पर
गाली नहीं होती
वोह देखो तहज़ीब से
बात करने वाले
इज़्ज़त लूट रहे है
बेबस गरीबों की ,,अख्तर

ज़िद किया करते हो

क्यों तुम यूँ ही बेवजह
ज़िद किया करते हो
मुझे भी पता है ,
तुम्हे भी पता है
ना में रह सकता
तुम्हारे बगैर
न तुम रह सकते
मेरे बगैर
फिर क्यों
यह छलावा ,,यह दिखावा
खामोश रहने
बात बात पर रूठने का ,,
छोडो ज़िद आओ चले आओ
बात भी करो
राज भी करो मेरे दिल दिमाग पर
यह सब तुम्हारा सिर्फ तुम्हारा है
हाँ यही है बस मेरे पास
तख्तो ताज ,,कार बंगला चाहो
तो मर्ज़ी तुम्हारी जिधर चाहो उधर जाओ ,,अख्तर

मुझे तड़पाना

मुझे तड़पाना
मुझे सताना
मेरा दिल दुखाना
मुझे मार देना ही
तुम्हारा मक़सद
बचा है अगर
तो नफरत करने से
कुछ नही मिलेगा
आओ मुझ से
प्यार करो और बस फिर
हो जाओ अपने मक़सद में
कामयाब यूँ ही हँसते हँसाते ,,,अख्तर

मेरे जज़्बात

मेरे अल्फ़ाज़
मेरे जज़्बात
मेरी आहें
मेरी तकलीफे
मेरी बेचैनी
में लिखता हूँ
में लिखता हूँ
लेकिन
तुम्हे यह सब
बकवास लगते है ,,,,,,,,अख़्तर

सियासत लगती हो

तुम मुझे कभी
नरेंद्र मोदी
कभी कांग्रेस
कभी सियासत
लगती हो
वायदे करती हो
मुकर जाती हो
तुम मुझे
सियासत लगती हो
कांग्रेस बनकर
कभी तुम मुझे
देश को ठगने की तरह ठगती हो
तो कभी
नरेंद्र मोदी बनकर
तुम मेरा नरसंहार करती हो
कभी कांग्रेस बनकर सिमट जाती हो
तो कभी मोदी बनकर छा जाती हो
तुम मुझे सियासत लगती हो
कभी मोदी की तरह अकड़
तो कभी कांग्रेस के तरह नाबालिग लगती हो
तुम मुझे सियासत लगती हो
शायद इसीलिए
एक नेता ,,एक वोटर की तरह
तुम मुझे लाजवाब लगती हो ,,अख्तर

काले गालों पर

मेरे काले गालों पर
आंसुओं की सूखी
यह सफेद लकीरे
तुम अपने गोरे खूबसूरत
चेहरे पर
टिमटिमाती नरगिसी आँखों से
देखकर क्यों मुस्कुराती हो ,,,अख्तर

मेरी ख्वाहिश

मेरी हसरत
मेरी ख्वाहिश
तुम यूँ ही कई बार
हज़ारों बार
पूरा करती हो
कहीं तुम्हे
मुझ से
प्यार तो नहीं ,,अख्तर

मेरे अलफ़ाज़

मेरे अलफ़ाज़
तुम्हारे लिए
बकवास सही
लेकिन
तुम्हारा अहसास
तुम्हारी याद
तुम्हारी धुंधली सी तस्वीर
मेरे लिए
ज़िंदगी है धड़कन है
मेरे रोम रोम को
रोमांचित कर देने वाला है ,,अख्तर

पत्नी पीती थी शराब, पति ने धड़ से अलग कर दिया सिर, सड़क पर लेकर घूंमा

पति ने कुल्हाड़ी से पत्नी का सिर धड़ से अलग किया


जमशेदपुर. झारखंड के जमशेदपुर के पास एक खौफनाक मामला सामने आया है। यहां पत्नी की शराब पीने की लत से परेशान अधेड़ ने उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी। फिर ये व्यक्ति कुल्हाड़ी सहित जमशेदपुर के पास भोमराडीह पिकेट पहुंच गया। वहां तैनात सीआरपीएफ जवानों ने उसे हिरासत में लेकर गालूडीह पुलिस के हवाले कर दिया।
पत्नी पीती थी शराब, पति ने धड़ से अलग कर दिया सिर, सड़क पर लेकर घूंमा
 
बुधवार को दिन के करीब 11 बजे गालूडीह थाना क्षेत्र के सिंदरीआम ( झाटीझरना) में घटी इस घटना से पुलिसकर्मी भी हतप्रभ रह गए। पेशे से मजदूर रिंटू कर्मकार (55) ने कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी मूना कर्मकार(45) के सिर पर  कई बार वार किया। इससे भी जब वह नहीं मरी, तो सब्जी काटनेवाली (बोटिन) पहसुल से उसका गला रेतकर सिर धड़ से अलग कर दिया। उसके बाद सिर हाथ में लेकर भोमराडीह पिकेट पहुंच कर घटना की जानकारी दी।
 
पति  रिंटू कर्मकार के अनुसार, दिन के करीब 11 बजे मूना शराब के नशे में घर के सामने खटिया पर सो रही थी। जब वह घर पहुंचा, तोे  पत्नी को ऐसी हालत में देख कर  गुस्से से आग बबूला हो गया। रिंटू ने घर से कुल्हाड़ी लाकर मूना के सिर पर कई वार किये। इससे वह तड़पने लगी। इसके बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ। उसने घर से पहसुल निकालकर उसकी गर्दन रेत डालीा। सिर को धड़ से  हाथ में लिया तथा पैदल ही भोमराडीह पुलिस पिकेट पहुंच गया। यहां हाथ में कटे सर देखकर  सीआरपीएफ  जवान हतप्रभ रह गए। उसने पत्नी का सिर और कुल्हाड़ी सीआरपीएफ के जवान के हवाले कर पूरे मामले की जानकारी दी।  सीआरपीएफ जवानों ने मामले की जानकारी  गालूडीह थाना पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस वहां पहुंची और मूना का धड़ बरामद कर थाना ले आयी। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।एक अधेड़ व्यक्ति अपनी पत्नी का सिर काटकर थाना ले आया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। कुल्हाड़ी व धड़ बरामद कर लिया गया है। शैलेंद्र सिन्हा, ग्रामीण एसपी, जमशेदपुर।

पति ने बीवी को दी दर्दनाक मौत, छाती को गर्म प्रेस से जलाकर ली जान




मोगा. बेदी नगर में बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे मारपीट के बाद युवक ने पत्नी की छाती गर्म प्रेस से जलाकर उसका मर्डर कर दिया। चीख-पुकार सुनकर जब तक पड़ोसी दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे। तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। लोगों ने आरोपी को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया।
महिला और उसका आरोपी पति और बच्चे
महिला और उसका आरोपी पति और बच्च

पड़ोसियों ने घर के अंदर जाकर प्रेस का तार खींचकर पूजा रानी (37) की छाती से हटाया। कमरे के एक कोने में उसका पति जख्मी हालत में बैठा था। उसके हाथों से खून बह रहा था। पूजा का भाई जब अपने मामा के साथ मौके पर पहुंचा तो खून से लथपथ उसकी बहन की लाश पड़ी थी। वहीं, 40 साल के जिम्मी जमीन पर बैठा हुआ था। उसने कहा कि पत्नी ने खुदकुशी की है। इनकी दो बेटियां व एक बेटा था। 

एएसआई सतनाम सिंह का कहना है कि जांच में सामने आया है कि जिम्मी ने पहले पत्नी को बेरहमी से पीटा। बाद में मामले को खुदकुशी का रूप देने के लिए पत्नी की छाती पर प्रेस रख दिया। परिवार वालों के बयान पर पुलिस ने जिम्मी के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज किया है।

क्या आप जानते हैं कलियुग में कहां रहते हैं हनुमानजी

उज्जैन। ​श्रीहनुमान श्रीराम-भक्तों के परमधार, रक्षक और श्रीराम-मिलन के अग्रदूत हैं। रुद्र अवतार श्रीहनुमान का बल, पराक्रम, ऊर्जा, बुद्धि, सेवा व भक्ति के अद्भुत व विलक्षण गुणों से भरा चरित्र सांसारिक जीवन के लिए आदर्श माना जाता हैं। यही वजह है कि शास्त्रों में श्रीहनुमान को 'सकलगुणनिधान' भी कहा गया है। हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक श्रीहनुमान 8 चिरंजीवी, सरल शब्दों में कहें तो अमर व दिव्य चरित्रों में एक है। 
 
हनुमान उपासना के महापाठ श्रीहनुमान चालीसा में गोस्वामी तुलसीदास ने भी लिखा है कि - 'चारो जुग परताप तुम्हारा है परसिद्ध जगत उजियारा।'
 
इस चौपाई में साफ संकेत है कि श्रीहनुमान ऐसे देवता है, जो हर युग में किसी न किसी रूप, शक्ति और गुणों के साथ जगत के लिए संकटमोचक बनकर मौजूद रहते हैं। हनुमानजी से जुड़ी यही विलक्षण और अद्भुत बात उनके प्रति आस्था और श्रद्धा गहरी करती है। यहां जानिए, श्रीहनुमान किस युग में किस तरह जगत के लिए संकटमोचक बनें और खासतौर पर कलियुग यानी इस युग में श्रीहनुमान कहां बसते हैं - 
 
 
सतयुग - श्री हनुमान रुद्र अवतार माने जाते हैं। शिव का दु:खों को दूर करने वाला रूप ही रुद्र है। इस तरह कहा जा सकता है कि सतयुग में हनुमान का शिव रुप ही जगत के लिए कल्याणकारी और संकटनाशक रहा।

लोग कर रहे थे अंतिम यात्रा की तैयारी, तभी अर्थी से उठ खड़ी हुई लाश


भीलवाड़ाअजमेर. कस्बे में बिजली निगम कार्यालय के बाहर रहने वाला 72 वर्षीय बाबूलाल गाडोलिया बुधवार सुबह 10.30 बजे बेहोश हो गया। वह कुछ दिनों से बीमार था। परिजनों ने वृद्ध को मृत समझकर अंतिम संस्कार की तैयारियां कर ली। रिश्तेदारों को भी बुला लिया। वृद्ध को नए कपड़े पहना दिए। साफा बंधवाया। अर्थी सजाने की तैयारी शुरू हुई। परिजनों का रोना शुरू हुआ तभी वृद्ध उठकर बैठ गया।
फोटो- महिलाओं के रोने की आवाज सुनकर उठ खड़ा हुआ वृद्ध व्यक्ति।
फोटो- महिलाओं के रोने की आवाज सुनकर उठ खड़ा हुआ वृद्ध व्यक्ति।
मृत को जिंदा देख परिजनों में लौटी खुशी
 
यह देख एक बारगी तो परिजन घबरा गए। बाद में वृद्ध को जीवित देख पत्नी जमना व परिजनों की खुशी लौट आई। वे ईश्वर का शुक्र गुजार करने लगे। मौके पर पहुंचे पार्षद बाबूलाल खटीक व अन्य लोग वृद्ध को अस्पताल ले गए। जब यह चर्चा कस्बे में फैली तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर अमित गुप्ता ने बताया कि ग्लूकोज चढ़ाने के बाद वृद्ध की तबीयत में सुधार हुआ।
 

वजन 299 किलो, टॉयलेट कमोड पर बैठ नहाती है ये युवती



 
हटके डेस्क। दुनिया में कई लोग ऐसे है जो अपनी अजीबोगरीब विकृतियों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। ऐसी ही एक महिला हैं अमेरिका के ओरेगन प्रांत के ट्रॉटडेल में रहने वाली अंबेर। अंबेर की परेशानी यह है कि उनका वजन बहुत ज्यादा है और इसकी वजह से न सिर्फ परेशान हैं बल्कि चलने में भी मुश्किल होती है। महज 24 साल की अंबेर का वजन 299 किलो है। टीएलसी चैनल 7 जनवरी को अपने कार्यक्रम में अंबेर की जिंदगी से लोगों को रूबरू कराएगा।
 
 
पैरेंट‌्स और ब्वॉयफ्रेंड के साथ रहती हैं अंबेर
 
अंबेर ट्रॉटडेल में पिछले दो साल से अपने माता-पिता और ब्वॉयफ्रेंड के साथ रहती हैं। अंबेर का कहना है कि अपने भारी-भरकम शरीर के कारण वे खुद को किसी दैत्यकारी शरीर वाले दानव की तरह महसूस करती हैं। इसकी वजह से उनकी पीठ में भी दर्द रहता है। इतना ही नहीं उठने-बैठने में दिक्कत के कारण उन्हें टॉयलेट कमोड पर बैठकर नहाना पड़ता है।
 
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खुद को मारना चाहती थीं अंबेर
 
ज्यादा खाने की आदत के चलते अंबेर का वजन इतना बढ़ गया कि उसे अपनी पढ़ाई और नौकरी छोड़नी पडी। इस बीमारी से तंग आकर वह खुदकुशी करने की सोचने लगी थी लेकिन अब वह इस उम्मीद में जी रही है कि शायद सर्जरी से कुछ राहत मिले।
 
अंबेर की तरह और भी...
 
- अमेरिका के टेक्सास प्रांत के ऐडी में मां के साथ रहने वाली 37 साल की सुसेन का वजन भी 272 किलो है। सुसेन के मुताबिक उसके पैरेंट्स का तलाक होने के बाद वह तनाव में रहने लगी थी, जिसके चलते उसका वजन बढ़ने लगा।
- कैलिफोर्निया के सैक्रेमेंटो में रहने वाली 50 वर्षीय पॉलिन के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। उसके पैरेंट्स के तलाक के बाद उसकी खान-पान की आदतें बिगड़ गईं और देखते ही देखते उसका वजन 12 साल की उम्र में 91 किलो तक पहुंच गया। शादी के समय पॉलिन का वजन 226 किलो, जबकि तलाक के बाद 317 किलो हो गया।
- मिसौरी प्रांत के पोटोसी में पति जोश के साथ रहने वाली 24 वर्षीय बेती का वजन 317 किलो है। बेती के मुताबिक, मोटापे की बीमारी के चलते उनके पति रोमांटिक पार्टनर की जगह केयरटेकर बनकर रह गए हैं।
- टेक्सास के सेंट एंटोनियो में रहने वाली 40 वर्षीय लौरा का वजन बढ़ते-बढ़ते 251 किलो तक पहुंच गया है। लौरा शरीर में सूजन और स्किन अल्सर से जूझ रही हैं।

मोदी से बोले मुलायम, नमस्कार तो ले लो, थरूर ने कहा-पीएम की हो घर वापसी


मोदी से बोले मुलायम, नमस्कार तो ले लो, थरूर ने कहा-पीएम की हो घर वापसी
 
नई दिल्ली: संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कम आने और धर्मांतरण का मुद्दा बुधवार को छाया रहा। विपक्ष की शिकायतों के बीच नरेन्द्र मोदी बुधवार को जब लोकसभा में आए तो सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने हाथ जोड़ते हुए उनसे कहा, ‘मेरा नमस्कार तो ले लो।’ इस पर मोदी ने मुस्कराते हुए हाथ जोड़कर उनका अभिवादन स्वीकार किया। वहीं,  विपक्षी दलों ने राज्यसभा में आगरा में हुए कथित धर्मांतरण के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया और इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री की उपस्थिति की मांग की। कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने तो यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री की 'घर वापसी' की जरूरत है। थरूर बोले, ''हमने शायद ही कभी उन्हें संसद में देखा है।'' 
 
धर्मांतरण मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा 
आगरा में हुए धर्मांतरण के मामले में विपक्ष ने बुधवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्षी दलों के नेता सदन के वेल तक पहुंच गए और प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने लगे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा में शामिल होंगे या नहीं। वहीं कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री की घर वापसी की जरूरत है। हमने शायद ही कभी उन्हें संसद में देखा है। 
 
सभी दल पीएम पर हमलवार 
ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओब्रायन ने धमकी दी कि हम संसद को तब तक नहीं चलने देंगे, जब तक प्रधानमंत्री खुद धर्मांतरण के मुद्दे पर चर्चा में शामिल नहीं होते। कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने पूछा कि राज्यसभा में मौजूद सत्ताधारी पार्टी के नेता बताएं कि क्या प्रधानमंत्री धर्मांतरण के मुद्दे पर राज्यसभा में बयान देने आएंगे या नहीं। समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने भी कहा कि प्रधानमंत्री को भाजपा की संसदीय समिति में इस बारे में जवाब देने के बजाय राज्यसभा में भी सरकार की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। विपक्ष के हमले के जवाब में संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि विपक्ष सिर्फ विरोध करना चाहता है और उसका संसद में काम करने का कोई इरादा नहीं है। 

आतंकवाद पर पाक ने बोली भारत की भाषा- 800 आतंकियों को फांसी देने की तैयारी


इस्लामाबाद. पेशावर में 132 बच्चों की हत्या के बाद पाक सेना और सरकार ने कार्रवाई तेज कर दी है। सेना प्रमुख रहील शरीफ बुधवार को काबुल पहुंचे। अफगान सरकार से तालिबानी नेता फजलुल्लाह को सौंपने को कहा। नहीं तो हमले की चेतावनी दी है। 
7 दरिंदे जिन्हाेंने 132 बच्चों का कत्ल किया। तालिबान ने ही तस्वीर जारी की।
7 दरिंदे जिन्हाेंने 132 बच्चों का कत्ल किया। तालिबान ने ही तस्वीर जारी की।
 
उधर, नवाज सरकार ने भी दो निर्णय किए हैं। फांसी न देने का 6 साल पुराना फैसला पलट दिया। ऐसे आतंकियों के खिलाफ डेथ वारंट दो दिन में जारी होंगे। 800 आतंकियों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। सरकार ने अच्छे-बुरे तालिबान का फर्क भी खत्म कर दिया है। तालिबान से बातचीत नहीं होगी, सिर्फ कार्रवाई होगी और तब तक जारी रहेगी जब तक एक भी आतंकी जिंदा रहेगा।
 
भारत में चेतावनी
खुफिया एजेसियों ने दिल्ली में 26 जनवरी के आसपास आतंकी हमले की चेतावनी दी है। देशभर में अलर्ट।
 
गुड़गांव में अफवाह 
शहर में तीन बम होने की खबर मिली। सभी जगह खाली कराई गई। दो घंटे तक मेट्रो भी बंद रही।
 
हाफिज, दाऊद को पकड़ें तब लगेगा- गुस्से में हो
नवाज और सेना सारे आतंकियों पर कार्रवाई करना चाहते हैं या सिर्फ तालिबान पर? क्योंकि आज भी दुनिया के दो सबसे बड़े आतंकी हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम उसी की सरपरस्ती में पल रहे हैं। पाक सरकार आज भी इन्हें जनसेवक मानती है। अगर वाकई पाकिस्तान की सरकार और सेना आतंकवाद से मुक्ति चाहती है तो पहले उसे हाफिज-दाऊद से मुक्त होना होगा।

हाफिज सईद ने भारत को बताया पेशावर हमले का जिम्मेदार, दी भारत पर हमले की धमकी


इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी पब्लिक स्‍कूल पर आतंकी हमले में 132 बच्‍चों और 9 कर्मचारियों की हत्‍या के एक दिन बाद बुधवार को 26/11 हमलों के गुनहगार हाफिज सईद ने भारत को इसका जिम्मेदार बताया है। नवाज शरीफ से नरेंद्र मोदी की बातचीत पर भड़के सईद ने भारत पर हमले की धमकी दी है। उसने कहा कि हमलों का असल मुजरिम भारत है और वो अब मगरमच्छ के आंसू बहा रहा है। उनसे कहा कि हम इन हमलों की बदला लेंगे। 
हाफिज सईद ने एक बार फिर भारत के खिलाफ उगला जहर।
 
इससे पहले, पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष राहिल शरीफ ने अफगानिस्तान को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि वह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुखिया मुल्ला फजलुल्ला को पकड़ने में मदद करे। पाक सेनाध्यक्ष ने कहा कि ऐसा न होने की स्थिति में पाकिस्तान खुद एक्शन लेने के लिए बाध्य होगा। बता दें कि मुल्ला फजलुल्ला अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों कुनार और नूरिस्तान प्रांत में कहीं छिपा हुआ है। 
 
सूत्रों के मुताबिक, राहिल ने अफगान सेना के अधिकारियों से यह भी कहा है कि अगर अफगान सेना फजलुल्ला को गिरफ्तार करके उन्हें नहीं सौंपती तो पाकिस्तान सख्त एक्शन लेने के लिए तैयार है। पाकिस्तान अब अफगानिस्तान पर यह भी दबाव बना रहा है कि दोनों देश मिलकर तालिबान के खिलाफ ज्वांइट ऑपरेशन चलाएं। फिलहाल, अफगानिस्तान की ओर से इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया गया है। 
 
पाक आर्मी चीफ पहुंचे अफगानिस्तान 
राहिल शरीफ बुधवार को अफगानिस्तान पहुंच गए। वो वहां पाक तालिबान के इस वारदात में शामिल होने के पुख्ता सबूत अफगान अधिकारियों के सामने रखेंगे। आर्मी चीफ अफगानिस्तान के सेनाध्यक्ष के अलावा राष्ट्रपति अशरफ घानी से भी मिलेंगे। बता दें कि पाकिस्तान सरकार यह मानती रही है कि पूर्व की हामिद करजई सरकार पाकिस्तान विरोधी तत्वों को बढ़ावा देती रही है।
 
तख्‍तापलट का अंदेशा
पाकिस्‍तान में पहली बार सैन्य अफसरों के बच्चों को इतने बड़े पैमाने पर निशाना बनाया गया है। पाकिस्‍तानी चैनलों के मुताबिक, इस घटना के बाद सेना बेहद गुस्से में है। वो आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। सरकार से तत्काल एक्शन लेने को कहा है। देरी होने पर तख्ता पलट भी हो सकता है। सेना प्रमुख राहिल शरीफ ने पेशावर पहुंचकर इसके संकेत दे दिए हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि ऑपरेशन 'ज़र्ब-ए-अज़्ब' जारी रहेगा। यानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी। 
 
अफगान तालिबान ने बताया गैर इस्लामिक
स्‍कूली बच्‍चों के नरसंहार को जहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्‍तान ने सेना को दर्द का अहसास कराने के लिए की गई कार्रवाई बताया है, वहीं अफगानिस्तान के तालिबानी धड़े ने हमले को गैर इस्लामिक बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक बयान में कहा, "निर्दोष लोगों, महिलाओं और बच्चों की हत्या इस्लाम का अपमान है और पेशावर की घटना के बारे में इस्लामिक धड़ों तथा सरकारों को संज्ञान लेना चाहिए।" बता दें कि तालिबान दो भागों में टूट चुका है। एक भाग अफगानिस्तान तालिबान है तो दूसरा तालिबान पाकिस्तान है। हालांकि, दोनों का मकसद देश की चुनी हुई सरकारों को हटा कर वहां कठोर शरिया हुकूमत स्थापित करना है। 
 
आईएसआईएस की तर्ज पर पाक में पहला हमला
इस बीच, पाकिस्तान के सिक्युरिटी एंड कॉन्फ्लिक्ट कॉलेज के एमडी अबदुल्लाह खान ने कहा है कि पेशावर के स्कूल पर हुआ हमला तालिबान स्टाइल में नहीं, बल्कि आईएसआईएस की स्टाइल में किया गया। उन्होंने कहा कि इराक और सीरिया में आईएस के आतंकी जिस अंदाज में लोगों को  मारते हैं, ठीक उसी तरह हमला किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में तालिबान या अन्य आतंकी संगठन पहले इस तरह से हमले नहीं करते थे, लेकिन अब यह तय हो गया है कि वे आईएस से या तो ट्रेंड हैं या फिर उसके स्टाइल से प्रभावित होकर इस तरह से हमले कर रहे हैं। 
 
एक प्रत्‍यक्षदर्शी बच्‍चे ने भी बताया है कि आतंकी अरबी में बात कर रहे थे। इस वजह से भी हमलावरों के आईएसआईएस आतंकियों से संबंध होने का शक गहरा रहा है।
 
भारत के नौ शहरों में आईबी का अलर्ट जारी 
पेशावर हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, गोवा, इंदौर, जयपुर और कोलकाता जैसे शहरों को अलर्ट जारी किया है।

क़ुरआन का सन्देश

 
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