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24 दिसंबर 2014

इस तसवीर को देखकर

इस तसवीर को देखकर
तुम्हारा मेरा मुझे
वोह मंज़र याद आया है
तुमने मेरे हाथों पर हाथ रख कर
जब कहा था
मुझे भुला मत देना
देखो अब तुमने खुदने ही मुझे भुला दिया ,,,अख्तर

खुशनुमा लम्हे

खुशनुमा लम्हे
होते तो है है
लेकिन खिसकते है
लरज़ते हाथों से
मेने रोका है
अपने दिल
अपने जज़्बात
अपने अरमान
अपने ख्यालात में
तेरे मेरे बीच के
गुज़रे हुए
उन खुशनुमा लम्हों को
जो फिसलते जा रहे थे ,,,,अख्तर

यह साल जो गुजरने वाला है

यह साल जो गुजरने वाला है ,,,कांग्रेस को तो इतिहास बना गया ,,मेरा नारा कांग्रेस को ढूंढते रह जाओगे ,,सही साबित हुआ ,,,,,,,,,नरेंद्र मोदी अप्रत्याशित तरीके से जीते और फिर जीतते रहे ,,,खुद को उन्होंने एक कामयाब प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया ,,लेकिन भोंकने वाले ,,,काटने वाले दो चार ,,,,,, ने इस लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को दागदार कर दिया ,नरेंद्र मोदी ने डांटा फिर भी उनपर कोई असर इसलिए नहीं हुआ क्योंकि वोह नरेंद्र मोदी की सफलता से चिढ गए है और उन्हें बदनाम करने के लिए यह गिनती के लोग जो इसी साल बचे दिनों में कांग्रेस की तरह इतीहास बन जायेगे ,,,,,देखते है ऐसे लोकतंत्र और देश के संवीधान के दुश्मनो की ब्क्वासबाज़ी पर विराम कब लगता है ,अख्तर

यहां पानी में गल गई थी भीम की गदा, पांडवों को मिली थी हत्या के पाप से मुक्ति




कोटा. राजस्थान की धरती पर अनेक सांस्कृतिक रंग रह पग पर नजर आते हैं। वीर सपूतों की इस धरती पर धर्म और आध्यात्म के भी कई रंग दिखाई देते हैं। कहीं बुलट की बाबा के रूप में पूजा होती है तो कहीं तलवारों के साये में मां की आरती की जाती है तो एक मंदिर ऐसा भी है जिसने 1965 के युद्ध में पाकिस्तान के हमले किए थे नाकाम।'झलक राजस्थान की' सीरीज में एक ऐसे स्थान के बारे में बता रहा है जहां पानी में गल गई थी भीम की गदा और जिस जगह पर पत्नी संग रहने के लिए भगवान सूर्य को झेलने पड़े थे कष्ट।
लोहरगल कुंड।
लोहरगल कुंड।
 
महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था, लेकिन जीत के बाद भी पांडव अपने पूर्वजों की हत्या के पाप से चिंतित थे। लाखों लोगों के पाप का दर्द देख श्री कृष्ण ने उन्हें बताया कि जिस तीर्थ स्थल के तालाब में तुम्हारे हथियार पानी में गल जायेंगे वहीं तुम्हारा मनोरथ पूर्ण होगा। घूमते-घूमते पांण्ड़व लोहार्गल आये तथा जैसे ही भीम ने यहां के सूर्य कुंड़ में स्नान किया उनके हथियार गल गये। इसके बाद शिव जी की आराधना कर मोक्ष की प्राप्ति की।मान्यता है यह देश का पहला ऐसा मंदिर है जहां पत्नी छाया संग विराजते हैं सूर्य भगवान। घने जंगलों के बीच बसा है भगवान सूर्य का यह पवित्र धाम। यहां सूर्यदेव के लिए जगह पाना आसान नहीं था। इसके लिए उन्हें कठोर तप से गुजरना पड़ा था। कहते हैं कि यह स्थान मालकेतू पर्वत से पूरी तरह ढ़का हुआ था। तब सूर्यदेव ने भगवान विष्णु की घोर तपस्या की। उनकी तपस्या से खुश होकर भगवान विष्णु उनके सामने प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा। तब भगवान सूर्य ने पत्नी संग रहने के लिए स्थान की मांग की थी। भगवान ने उनकी मनोकामना पूरी की। तभी से इस कूंड का नाम सूर्यकुंड पड़ गया।

सीरिया में इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ रहा है तीन साल का इस्माइल!


बगदाद आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट आतंकियों के साथ रह रहे एक तीन वर्षीय बच्चे की मां ने उसे घर वापस भेजने की अपील की है। लीडिया हेरेरा ने अपने तीन वर्षीय बेटे इस्माइल को इस्लामिक स्टेट से संबंधित टि्वटर अकाउंट पर जारी एक तस्वीर में देखा था। इस तस्वीर में इस्माइल एक जिहादी के साथ दिख रहा था और उसके पास एके-47 थी। 
सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीर
सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीर
बच्चे के पिता इस्मार मेजिनोविक की इस साल सितंबर में मौत हो चुकी है। वह इस्लामिक स्टेट की ओर से अलेप्पो में लड़ रहा था और सीरिया जाते हुए इस्माइल को अपने साथ ले गया था। इस तस्वीर के सामने आने से पहले करीब एक साल तक हेरेरा को अपने बच्चे की कोई खबर नहीं थी। 
एक टीवी प्रोग्राम में हेरेरा ने बताया, "मैं हर वक्त उसके बारे में सोचती रहती थी। वह बहुत छोटा है। मैं इस्लामिक स्टेट लड़ाकों से भीख मांगती हूं कि मुझे उससे बात करने दी जाए। मैं अपने बच्चे के बिना अधूरी हूं। मैं चाहती हूं कि वो वापस घर आ जाए। अल्लाह के लिए उसे वापस कर दो।"
 
हेरेरा ने एक अन्य इंटरव्यू में बताया, "वे कहते हैं कि वो ख़ुदा में यकीन करते हैं, लेकिन वो जो कर रहे हैं, गलत है। किसी बच्चे को उसकी मां से दूर रखना गलत है।"
 
एक टि्वटर अकाउंटर पर शेयर की गई चौंकाने वाली तस्वीर में इस्माइल को एके-47 पकड़े दिखाया गया है। उसके सिर पर काली पट्टी बंधी है, जिसपर अरबी में लिखा है। वो एक जिहादी का हाथ पकड़कर जाता दिख रहा है। 
 
हालांकि, यह साफ नहीं है कि यह तस्वीर कहां ली गई है। माना जा रहा है कि बच्चे के साथ दिख रहा व्यक्ति उसका पिता है, जो सितंबर में मारा जा चुका है। इस्माइल की मां क्यूबा की है, लेकिन बाद में वो इटली के बेलुनो आ गई। वो कैथोलिक थी, लेकिन शादी के बाद उसने इस्लाम कबूल कर लिया। 
 
पत्नी की गैरमौजूदगी में करता था बच्चे की देखभाल
हेरेरा के मुताबिक, वो अक्सर अपने परिवार से मिलने क्यूबा जाती रहती थी और इस दौरान उसका पति, बच्चे की देखभाल करता था। 
 
उसने बताया, "मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था कि मेरा पति आतंकवादी है। मुझे याद है कि सीरिया में हो रहे नरसंहार से वो काफी दुखी था। वो टीवी पर सीरियाई गृहयुद्ध से जुड़ी खबरें देखता था। वहां मारे जा रहे बच्चों और महिलाओं के बारे में वो मुझसे बात करता था। मुझे नहीं मालूम था कि वो जिहाद के लिए अलेप्पो चला जाएगा।"
 
इटली की एंटी-टेरेरिज्म पुलिस और सीक्रेट सर्विस ऑफिसर्स के मुताबिक, बच्चे के गायब होने की जांच की जा रही है।

ISIS ने पहली बार मार गिराया लड़ाकू विमान, पायलट को बंधक बनाया




दमिश्क. इस्लामिक स्टेट आतंकियों ने उत्तरी सीरिया में एक लड़ाकू विमान मार गिराया है और जॉर्डन आर्म्ड फोर्सेस के पायलट को बंधक बना लिया है। जॉर्डन मिलिट्री ने उत्तरी सीरिया में विमान गिराए जाने और अपना पायलट बंधक बनाए जाने की पुष्टि की। पायलट का नाम फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोएज यूसुफ अल-कसाब है। यह पहला मामला है, जब इस सैन्य अभियान में शामिल विमान पर हमला किया गया है। जॉर्डन उन चार अरब देशों में शामिल है, जो सीरिया में जारी आतंक विरोधी अभियान में शामिल है। अमेरिकी नेतृत्व में सीरिया व इराक में आतंकियों के खिलाफ सैन्य अभियान जारी है। 
 
लंदन स्थित सीरियाई मानवाधिकार पर्यवेक्षण संस्था ने बयान में कहा, "हमें पुख्ता खबर मिली है कि रक्का शहर के पास इस्लामिक स्टेट आतंकियों ने एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल से एक फाइटर जेट को गिरा दिया है और गैर सीरियाई पायलट को बंधक बना लिया है।"
 
इस्लामिक स्टेट की रक्का स्थित शाखा ने एक जिहादी वेबसाइट पर बंधक बनाए गए पायलट की तस्वीरें अपलोड की हैं। वॉशिंगटन स्थित पेंटागन अधिकारियों के अनुसार, उन्हें सोशल मीडिया के जरिए विमान गिराए जाने की सूचना मिली है। 
 
अमेरिकी नेतृत्व में 23 सितंबर से चलाए जा रहे अभियान के तहत सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के दर्जनों ठिकानों पर हमले किए जा चुके हैं।  
 
गौरतलब है कि अक्टूबर में सीबीएस न्यूज की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस्लामिक स्टेट के पास एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल हैं, जिनका इस्तेमाल वे विमान गिराने में कर सकते हैं।

अमेरिका में अश्वेत युवक की गोली मारकर हत्या, विरोध में उतरे लोगों को पुलिस ने पीटा

मिसौरी. अमेरिका में पुलिस अधिकारी के हाथों एक और अश्वेत युवक की गोली लगने से मौत हो गई है। ताजा मामला सेंट लुइस के नॉर्थ हेनली रोड स्थित एक मोबाइल गैस स्टेशन का है। घटना तकरीबन सुबह 1.00 बजे हुई है। घटनास्थल पर दर्जनों लोग पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच खबर है कि बेकाबू भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया है। जिस जगह पर युवक को गोली मारी गई वह उस जगह से थोड़ी ही दूरी पर है जहां कुछ महीने पहले फर्ग्युसन के अश्वेत युवक माइकल ब्राउन की हत्या की गई थी। 
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सेंट लुइस में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
सेंट लुइस में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
मृतक की पहचान 18 वर्षीय एंटोनियो मार्टिन के तौर पर हुई है। अधिकारियों ने उसके शव के सुरक्षा घेरे में ले रखा है। सेंट लुइस पोस्ट डिसपैच के मुताबिक, मार्टिन की मां का कहना है कि गोली लगने के समय वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था। वहीं, सेंट लुइस काउंटी पुलिस का कहना है कि मार्टिन ने एक अधिकारी पर बंदूक तान दी थी, जिसके जवाब में गोली चलाई गई।
 
सार्जेंट ब्रायन शेलमैन ने कहा, "23 दिसंबर की रात करीब 11.15 बजे एक पुलिस अधिकारी मोबाइल गैस स्टेशन पर रुटीन बिजनेस चेक पर था। इतने में उसने बिल्डिंग की साइड में दो लोगों को देखा। अधिकारी जैसे ही दोनों की ओर बढ़ा, उनमें से एक ने बंदूक तान दी। जान बचाने के लिए अधिकारी ने भी गोलियां चलाईं। इसमें से एक घायल हो गया, जबकि दूसरा मौके से फरार होने में कामयाब रहा।"
 
पुलिस के मुताबिक, सेंट लुइस काउंटी पुलिस डिटेक्टिव्स को भी मृतक मार्टिन के पास से हैंडगन बरामद हुई है। वहीं, चश्मदीद का कहना है कि मार्टिन जब गोली लगने से घायल हो गया, तब पुलिस ने एंबुलेंस बुलाने की जहमत नहीं उठाई और उसकी मौत हो गई। फिलहाल, मामले की जांच चल रही है। इससे पहले अगस्त महीने में 18 वर्षीय अश्वेत युवक माइकल ब्राउन की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद फर्ग्युसन में दंगा भड़क गया था।

पति और सास ने चार दिन बंधक बनाकर तोड़े पैर, जेठ ने की ज्यादती




सीकर। राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके में एक महिला को उसके ससुराल वालों ने जमकर प्रताड़ित किया है। महिला के पति, सास व जेठ ने उसे चार दिनों तक बंधक बनाकर रखा और उसके दोनों पैर भी तोड़ दिए। पीड़िता को एक फर्जी महिला पुलिसकर्मी अगवा कर उसके ससुराल भूदोली गांव ले गई। जहां उसके पति, सास व जेठ ने उसे बंधक बनाकर मारपीट की। चार दिन तक एक कमरे में बंद करके रखा और उपचार तक नहीं करवाया। 
अस्पताल में भर्ती पीड़िता का बयान दर्ज करती पुलिस
अस्पताल में भर्ती पीड़िता का बयान दर्ज करती पुलिस
पीड़िता के साथ ज्यादती भी की
 
बुधवार को बीट कांस्टेबल ने ग्रामीणों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां पुलिस को दिए बयानों में उसने अपने ताऊ ससुर के लड़के पर ज्यादती का आरोप भी लगाया है।
 
जानकारी के मुताबिक भूदोली गांव की एक विवाहिता नीमकाथाना में रेलवे फाटक के पास किराए के मकान में अपने तीन बच्चों के साथ रहती है। रविवार को भूदोली की एक महिला फर्जी पुलिस बनकर उसके पास आई। उसने उसे थाने चलने के लिए कहा और गाड़ी में बिठाकर उसके ससुराल भूदोली ले गई। वहां पहले से मौजूद उसके पति जयसिंह, सास रतन कंवर व जेठ राजेश सिंह ने उसके साथ मारपीट की। तीनों ने उसके पैर तोड़ डाले व घर से बाहर जाने पर जान से मारने की धमकी दी। बाद में उसके जेठ राजेश सिंह ने उसके साथ ज्यादती की। आरोपियों ने उसे एक कमरे में बंधक बनाकर रखा।  बुधवार दोपहर बाद बीट कांस्टेबल ने ग्रामीणों की मदद से उसे घर से बाहर निकाला और कपिल अस्पताल में भर्ती कराया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। सीआई ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि पीडि़ता के पर्चा बयान लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।चार दिन तक दर्द से कराहती रही: पीडि़ता ने भास्कर को बताया कि वह चार दिन तक  घर के एक कमरे में दर्द से कराहती रही। उसकी पीड़ा किसी ने नहीं सुनी। कमरे में कुंदी लगाकर उसको बंद रखा। उपचार तो दूर उसको बच्चों से भी नहीं मिलने दिया गया। वह अपने पति से भी उपचार दिलाने की मांग करती रही। लेकिन उसने भी नहीं सुनी।

पत्नी से छेड़खानी का वि‍रोध करने पर पति‍ को उसके ही घर में जिंदा जलाने की कोशिश


पत्नी से छेड़खानी का वि‍रोध करने पर पति‍ को उसके ही घर में जिंदा जलाने की कोशिश
झांसी. महि‍ला से छेड़छाड़ का वि‍रोध करने पर उसके पति‍ को आधा दर्जन लोगों ने केरोसि‍न तेल डालकर आग लगा दी। वारदात को पीड़ि‍त के घर में ही अंजाम दि‍या गया। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। 50 से ज्यादा जले पीड़ित शख्स को मेडि‍कल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। प्रेमनगर थाना पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। 
 
प्रेमनगर थाना क्षेत्र निवासी दलित नरेंद्र अहिरवार कुछ समय पहले झांसी से करीब 10 किलोमीटर दूर राजगढ़ गांव में रहते थे। राजगढ़ के ही कुछ दबंग उनकी पत्नी से छेड़छाड़ करते थे। लगातार इस तरह की हरकतों से परेशान होकर वह राजगढ़ छोड़कर परिवार के साथ झांसी के ईसाई टोला में रहने लगे।
 
जगह बदलने के बाद भी दबंगों ने इनका पीछा नहीं छोड़ा। पत्नी सोना ने बताया गया कि परेशान करने वाला राजगढ़ निवासी व्यक्ति बुधवार को उनके घर आ धमका। अन्य पांच लोग भी उसके साथ थे। इन्होंने पति को घर से बाहर बुलाया और गालीगलौज करते हुए पकड़ लिया। उस पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा दी और फरार हो गए।
 
व्यक्ति को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों के अनुसार पीड़ि‍त 50 फीसदी से अधिक झुलसा है। प्रेमनगर थाना में तीन नामजद और दो अज्ञात सहित पांच के खिलाफ मामला दर्ज कि‍या गया है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

क़ुरान का सन्देश

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