कोच्चि. यहां की एक प्राइवेट रबर फैक्ट्री में महिलाओं के साथ हुआ एक शर्मनाक वाकया
सामने आया है। अस्मां रबर फैक्ट्री के टॉयलेट में इस्तेमाल किया गया
सैनेटेरी नैपकिन पाए जाने के बाद वहां तैनात महिला सुपरवाइजरों ने यह पता
लगाने के लिए काम करने वाली कौन सी महिला पीरियड्स से गुजर रही है, 50 साल
से कम उम्र वाली 45 कर्मचारियों के कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। सुपरवाइजरों को
शक था कि पीरियड्स से गुजर रही किसी महिला कर्मचारी ने ही टॉयलेट में
नैपकिन छोड़ी थी। एक महिला श्रमिक ने यह आशंका भी जताई है कि जिस कमरे में
उनकी निर्वस्त्र तलाशी ली गई वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हो सकते हैं। यह
घटना 10 दिसंबर की है। लेकिन पुलिस ने शनिवार को दो महिला सुपरवाइजरों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इन दोनों पर निजता के हनन का आरोप लगाया गया है।
एर्नाकुलम पुलिस की सब इंस्पेक्टर लैला कुमारी मामले की जांच कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी महिलाओं से पूछताछ की जा रही है।
महिला आयोग के दखल के बाद ही जागी पुलिस
पुलिस ने एफआईआर शनिवार को तब दर्ज की जब केरल महिला आयोग ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए पुलिस से इसकी रिपोर्ट तलब की। केरल महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर लिसी जोंस ने घटना की पुष्टि की करते हुए कहा है कि हमने पुलिस और कंपनी से पूरी घटना पर जानकारी मांगी है। रबर फैक्ट्री कोच्चि के स्पेशल इकोनॉमिक जोन यानी सेज में स्थित है।
पुलिस ने एफआईआर शनिवार को तब दर्ज की जब केरल महिला आयोग ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए पुलिस से इसकी रिपोर्ट तलब की। केरल महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर लिसी जोंस ने घटना की पुष्टि की करते हुए कहा है कि हमने पुलिस और कंपनी से पूरी घटना पर जानकारी मांगी है। रबर फैक्ट्री कोच्चि के स्पेशल इकोनॉमिक जोन यानी सेज में स्थित है।