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01 जनवरी 2015

कोटा में कब्रिस्तानों का विवाद शुरू से ऐतिहासिक रहा है

राजस्थान के कोटा में कब्रिस्तानों का विवाद शुरू से ऐतिहासिक रहा है ,,,कभी रंगबाड़ी क़ब्रिस्तान ,,,कभी विज्ञाननगर क़ब्रिस्तान ,,कभी माचिस फैक्ट्री डड़वाड़ा स्टेशन क़ब्रिस्तान ,,,,तो कभी बोरखेड़ा क़ब्रिस्तान ,,,कभी अस्सी फुट रोड के पास वाला क़ब्रिस्तान ,,,,,,कभी अधर शीला ,, अनार वाले बाबा ,,कभी रेन की तलाई तो कभी रंगबाड़ी महावीर नगर का क़ब्रिस्तान ,,कभी मेडिकल कॉलेज का क़ब्रिस्तान ,,,कभी जंगलीशाह बाबा का क़ब्रिस्तान कुल मिलाकर विवादों के घेरे में रहे ,,वक़्फ़ ने कब्रिस्तानों को कर्मचारियों के पेट पालने और सरसपाटे का ज़रिया बनाया तो फ़क़ीरों ने मुर्दे दफनाने के नाम पर लूट का ज़रिया बनाया ,,,अतिक्रमण कारियों ने कब्रिस्तानों पर क़ब्ज़े कर मज़े किए तो ठेकेदारो और सरकारों ने मिटटी डलवाने और विकास कार्यों के नाम पर घोटाले किये ,,,जयपुर वक़्फ़ के लोगों ने कोटा के कब्रिस्तानों को रोज़ा खुलवाने और ऐशो इशरत करने का ज़रिया बनाया ,,,ऐसे में जंगलीशाह बाबा भंवरशाह तकिया क़ब्रिस्तान की अव्यवस्था का मुद्दा जब मेने उठाया तो रफ़ीक़ बेलियम ,,,,मोहम्मद हुसेन मिसकॉल ,,आबिद कागज़ी ,,बाबा रज़ाक ,,इमरान झूलेवाले सहित कई दर्जन लोगों ने इस काम में दिलचस्पी ली और बाबा रज़ाक ,,,,आबिदकागज़ी सहित पूरी टीम ने दिन रात एक कर ,,अपनी जान की बाज़ी लगारकर इस क़ब्रिस्तान को महफूज़ भी किया ,,खूबसूरत भी किया ,,,,,जो एक ऐतिहासिक कार्य है ,,,अब कोटा में अस्सी फुट रोड के पास एक प्रॉपर्टी डीलर साहब क़ब्रिस्तान की ज़मीनों पर सरकारी रिकॉर्ड में हेराफेरी कर क़ब्ज़े की जुगत लगा रहे है ,,तो कुछ लोग देवाशीष और दूसरे बिल्ड़रों के दलाल बनकर बोरखेड़ा और पास के क़ब्रिस्तान की दलाली करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे चुके है ,,,हमारा वक़्फ़ तो जैसा था वैसा ही है बिलकुल नहीं बदला है ,,चुप ,,खामोश ,,अनरवाले बाबा की सर्वे शुदा ज़मीन पर खामोशी से क़ब्ज़ा होने दिया ,,कोई बात नहीं ,,लेकिन दोस्तों आज सोशल मिडिया का ज़माना है ,,,,अभी फिर कोटा के शहरी बाशिंदों ने हिम्मत कर बोरखेड़ा क़ब्रिस्तान की सफाई और बाउंड्रीवाल का मुद्दा उठाया है अच्छी बात है ,,,लेकिन एक बार बोरखेड़ा क़ब्रिस्तान ,,,अनारवाले बाबा ,,,माचीस फैक्ट्री ,,,अस्सी फिट रोड वाले क़ब्रिस्तान सहित सभी पेचीदा मामलों में जिला वक़्फ़ कमेटी के पदाधिकारियों की मौजूदगी ,,कोटा शहर क़ाज़ी के सरपरस्ती में इन सभी मुद्दों पर शहर के मोअज़्ज़िज़ लोग कांग्रेस ,,भाजपा ,,गैर सियासी लोग ,,,समाज सेवी और पुराने वक़्फ़ के पदाधिकारियों के साथ मिलकर बैठक होकर कुछ नया करना चाहिए वरना बोरखेड़ा में देवाशीष ,,अस्सी फुट रोड पर अस्सी फुट रोड बोरखेड़ा पर दूसरे प्रॉपर्टी डीलर ,,,,कुछ लोगों को लालच देकर ,,,फाइनेंस कर अपना उल्लू सीधा करने की कोशिशों में है जिसका एक मामला अभी बोरखेड़ा थाने में मुक़दमा दर्ज होने के बाद सामने आया है ,,,तो दोस्तों जो भी विश्वास के साथ हो ,,,सार्वजनिक रूप से बैठक आयोजित करके हो ,,लोगों के सामने हो ताकि जो लोग अपनी जान की बाज़ी लगाकर ,, अपना क़ीमती वक़्त देकर फी सबीलिल्लाह काम करते है उन पर भी उँगलियाँ न उठ सके और कोटा शहर क़ाज़ी ,,जिला वक़्फ़ कमेटी भी विवादों से बच सके ,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आसाराम की दीवानगी: कोई पटरी पर तो कुछ प्लेटफॉर्म की छत पर लटके


जोधपुर. नाबालिग से रेप के आरोप में गिरफ्तारी के बाद से ही जमानत के लिए बीमारी का दावा करने वाले आसाराम बापू को लेकर पुलिस दिल्ली पहुंची। जब कभी आसाराम को जेल से कोर्ट तक सुनवाई के लिए लाया या ले जाया जाता है तो उनके पीछे भक्तों की लाइन लग जाती है। कोई उनकी रिहाई की दुआ करता है तो कोई उनके दर्शन के लिए बगावत पर उतर जाता है। ऐसे दृश्य कई बार जोधपुर में देखने को मिले। बात केवल उनके लिए प्रार्थना का हो तो बात कुछ समझ में आती है, लेकिन दिल्ली जाने की खबर आते ही वहां जो कुछ दिखा वो चौंकाने वाला था।
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कोई नम आंखें लिए तो कोई हाथ जोड़े कर रहा था आसाराम का इंतजार
 
आसाराम की दर्शन के लिए रेलवे प्लेटफॉर्म पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। उसकी एक झलक पाने को कुछ ट्रैक पर उतरे तो कुछ 15 फीट ऊंची दीवारों और लोहे के जालियों पर चढ़ गए। आसाराम के स्टेशन पर पहुंचते ही एक पल के लिए अफरा-तफरी जैसा माहौल दिखा। एक झलक के लिए लोग एक दूसरे पर चढ़ने को उतारू तो गए थे। किसी की आंखों में नमी थी तो कोई हाथ जोड़े खड़ा था। कुछ ऐसा ही नजारा था आसाराम के समर्थकों का रेलवे स्टेशन पर।
 
बुधवार की रात जोधपुर सेंट्रल जेल से मंडोर एक्सप्रेस से आसाराम को दिल्ली के लिए रवाना किया गया। आसाराम के लिए एसी फर्स्ट क्लास में रिजर्वेशन था। जोधपुर स्टेशन पर भी आसाराम समर्थकों की भीड़ उन्हें विदा करने आई। हालांकि राजस्थान पुलिस आसाराम को बस से दिल्ली लाना चाहती थी। लेकिन आसाराम इसके लिए तैयार नहीं हुए। लेकिन जब कोर्ट ने भी उन्हें विमान से दिल्ली लाने की इजाजत नहीं दी तो उन्हें मजबूरन ट्रेन से दिल्ली लाना पड़ा।

कांग्रेस ने सभी पिछले विधायकों को उतारा, केजरीवाल के खिलाफ डिसाइड नहीं कर पाए कैंडिडेट


नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरुवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। कांग्रेस की पहली लिस्ट में 24 कैंडिडेट्स के नाम हैं। पार्टी ने पुराने चेहरों पर ही दांव खेला है। पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले सभी 8 विधायकों को फिर से टिकट दिया है। कांग्रेस की ओर से नई दिल्ली विधानसभा सीट पर अभी किसी को टिकट नहीं दिया गया है। 2013 के चुनाव में तत्कालीन सीएम और कांग्रेस की कद्दावर नेता शीला दीक्षित इस सीट पर केजरीवाल से हार गई थीं। 
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फाइल फोटो: दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली (सबसे दाएं)
 
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रहे योगानंद शास्त्री का टिकट काट दिया गया है। महरौली से पिछला चुनाव लड़ चुके योगानंद तीसरे नंबर पर रहे थे, उनकी जगह सतबीर सिंह को टिकट दिया गया है। हालांकि पिछला चुनाव हारने के बाद भी दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ए.के.वालिया को लक्ष्मी नगर से टिकट दिया गया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को गांधी नगर से टिकट दिया गया है। कांग्रेस में हाल ही में शामिल हुए शोएब इकबाल को मटिया महल विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है। मतीन अहमद को सीलमपुर से, जबकि हारून युसूफ को बल्ली मारान से टिकट दिया गया है।

50-60 आतंकी दाखिल होने के फिराक में, कवर देने के लिए फायरिंग कर रहा पाक

श्रीनगर. पाकिस्तान की ओर से बार-बार सीजफायर उल्लंघन का भारत द्वारा कड़ा जवाब देने के बाजवूद पड़ोसी मुल्क सुधरने का नाम नहीं ले रहा। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर में इंटरनेशनल बॉर्डर पर बुधवार रात बीएसएफ की 13 चौकियों को निशाना बनाया। सीमा से सटे सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग रात 12 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक चली। बीएसएफ के आईजी राकेश शर्मा  ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हो रहे सीजफायर उल्लंघन मामलों को लेकर हम आधिकारिक विरोध दर्ज कराएंगे। शर्मा के मुताबिक, सीमा पार करके भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे  50-60 आतंकवादियों को कवर फायर देने के लिए पाकिस्तान ऐसी कोशिशें कर रहा है। साथ ही में वह चाहता है कि कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछले। बता दें कि पाकिस्तानी सेना की इस फायरिंग में एक आम नागरिक भी घायल हुआ है। 
पाकिस्तान की फायरिंग की वजह से सीमावर्ती गांवों में रहने वाले परेशान हैं।
पाकिस्तान की फायरिंग की वजह से सीमावर्ती गांवों में रहने वाले परेशान हैं।
 
भारत की जवाबी कार्रवाई में मारे गए चार रेंजर्स 
इससे पहले बुधवार को ही पाक के बार बार सीजफायर उल्लंघन का भारतीय सेना ने माकूल जवाब दिया था, जिसमें चार पाकिस्तानी रेंजर्स मारे गए थे। जब पाकिस्तान ने शव उठाने के लिए सफेद झंडे दिखाए तो बीएसएफ ने सम्मान दिखाते हुए फायरिंग रोक दी।पाकिस्तान ने भारत पर ही सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर को बुलाकर विरोध जताया था। 
 
 
राजनाथ ने ली जानकारी 
ताजा घटनाक्रम पर बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को ब्रीफ किया है। उधर, राजनाथ ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को सीजफायर उल्लंघन रोकना ही होगा। राजनाथ के मुताबिक, हमारे डिप्लोमेट्स की पाक से बात होती है, आज नहीं तो कल तो रास्ते पर अाएंगे। उधर, सीमा से सटे गांवों में रहने वाले लोगों में फायरिंग को लेकर दहशत है। बुधवार को पाकिस्तानी फायरिंग में मारे गए बीएसएफ के जवान को बीएसएफ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। राकेश शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान की यह हरकत केवल घुसपैठ को बढ़ावा देने और अपने देश के लोगों का अंदरूनी समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश है।

कार की डिक्की और पीछे की सीट पर रखकर चार युवकों को जलाया, पुलिस को मिले कंकाल

पुलिस ने यह जली हुई कार जंगल से बरामद की।
पुलिस ने यह जली हुई कार जंगल से बरामद की।
बहादुरगढ़ (हरियाणा). बहादुरगढ़ स्थित इसरहेड़ी गांव के जंगल में गुरुवार सुबह एक जली हुई इटिऑस कार में चार कंकाल मिले। पुलिस को आशंका है कि चारों शवों को हत्या के बाद जलाया गया है। शव इतनी बुरी तरह से जले हुए थे कि पुलिस शिनाख्त भी नहीं कर पाई। परिजनों के पहुंचने पर इनकी पहचान की गई। मृतकों में दिल्ली नजफगढ़ के मित्राव गांव के 32 वर्षीय सुधीर, 28 वर्षीय मनीष और 23 वर्षीय संदीप शामिल हैं। समसपुर गांव के 17 वर्षीय दीपक का भी शव पुलिस को मिला है। परिजनों ने हत्या के पीछे पुरानी रंजिश बताई है। जिस इलाके में इन शवों को जलाया गया है, वह इसरहेड़ी गांव का सुनसान इलाका है।
पुलिस का कहना है कि घटना को रात में अंजाम दिया गया। दो शवों को गाड़ी की डिक्की और दो को पीछे की सीट पर डालकर जलाया गया। सुबह जब गांव वालों की नजर कार पर पड़ी तो पूरा मामला सामने आया। आनन-फानन में पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
रात को नया साल मनाने निकले थे चारों
परिजनों के मुताबिक, चारों युवक नया साल मनाने के लिए घर से रात को निकले थे। घर से निकलने के बाद वे अपने एक साथी के यहां रुके, जहां उन्होंने शराब पी। बुधवार रात्रि 11 बजे के बाद परिजनों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो सका। परिजनों ने कई बार संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन चारों में से किसी का नंबर नहीं मिला। सुबह पुलिस ने उनकी हत्या होने की खबर परिजनों तक पहुंचाई।
कार के नंबर से परिजनों तक पहुंची पुलिस
कार की नंबर प्लेट के आधार पर पुलिस परिजनों तक पहुंची। जले हुए शवों को देखकर पहचान करना असंभव था, लेकिन पुलिस ने कार की नंबर प्लेट के आधार पर परिजनों से संपर्क कर उन्हें इस घटना की सूचना दी। इसके बाद परिजनों ने मौके पर पहुंच कर शवों की शिनाख्त की।
परिजनों का आरोप, पुरानी रंजिश के कारण हुई हत्या
परिजनों के मुताबिक, इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश है। मृतकों में से एक व्यक्ति कई तरह के आपराधिक मामलों में संलिप्त  बताया जा रहा है।
कार में मिली है गोली
मौके पर पहुंची पुलिस टीम को जली हुई कार के अंदर एक गोली मिली है। पुलिस अंदाजा लगा रही है कि इन्हें जलाने से पहले गोली मारी गई थी।केरल के कोल्लम जिले में नए साल का जश्न मनाकर गुरुवार सुबह लौट रहे 6 इंजीनियरिंग स्टूडेंट एक कार दुर्घटना में मारे गए। कार एक टैंकर से भिड़ गई। पुलिस के मुताबिक, सभी 6 स्टूडेंट मौके पर ही मारे गए। उनकी लाश को कार से बाहर निकालना भी मुश्किल हो गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उनके शरीर बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए। सभी स्टूडेंट टीकेएम कोल्लम इंजीनियरिंग कॉलेज के तीसरे साल के स्टूडेंट थे। वे वरकाला बीच पर पार्टी के बाद वापस आ रहे थे। कथित तौर पर हाईवे पर एक अन्य कार को ओवरटेक करने के दौरान उनकी गाड़ी एक टैंकर में घुस गई।

मोदी के 'सेक्युलर' विज्ञापन में नहीं दिखेंगे अमिताभ, खबरों को किया खारिज


नई दिल्ली: एक्टर अमिताभ बच्चन ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है, जिनके मुताबिक वह मोदी सरकार के एक विज्ञापन में नजर आने वाले थे। अमिताभ बच्चन ने गुरुवार को ट्वीट करके कहा, '' मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही हैं कि एक एड कैंपेन में काम करने के लिए पीएम और पीएमओ ने मुझसे संपर्क किया है। यह खबर गलत है। कृपया गलती को सुधार लीजिए। धन्यवाद।''
मोदी के 'सेक्युलर' विज्ञापन में नहीं दिखेंगे अमिताभ, खबरों को किया खारिज
 
बता दें कि हाल ही में अमिताभ ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इसके बाद खबरें आईं कि अमिताभ को एक सरकारी विज्ञापन से जोड़ने के लिए संपर्क किया गया है, जिसमें वह लोगों को विकास के लिए धर्म और जाति से ऊपर उठने की अपील करते नजर आएंगे। यह भी कहा गया कि विज्ञापन 26 जनवरी को रिलीज होगा और इसमें पीएम मोदी के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली भी दिखेंगे। अमिताभ गुजरात टूरिजम के विज्ञापनों में नजर आ चुके हैं।

क़ुरआन का सन्देश

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