आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

02 जनवरी 2015

कांग्रेस सदस्य

कांग्रेस सदस्य वोह है ,,,जो किसी पार्टी का सदस्य ना होगा ,,एक जनवरी से इकत्तीस दिसम्बर तक का चंदा जमा होगा ,,,तीन वर्ष तक सदस्य रहने वाला व्यक्ति ही पदाधिकारी बन सकेगा ,,,,,प्रमाणित खादी पहनने का आदि होगा ,,,मादक पेयों ,,नशीले पदार्थों को अपने से दूर रखेगा ,,,छुआछूत पर विश्वास नहीं रखेगा ,,,धर्म जाती भेदभाव नहीं मानेगा ,,,छुआछूत के खिलाफ काम करेगा ,,,शारीरिक श्रम भी करेगा ,,,क़ानूनी सीमाओं से अधिक उसके पास जायदाद नहीं होगी ,,,,,धर्मनिरपेक्ष समाजवाद सिद्धांतो पर चलेगा ,,,विशेष प्रशिक्षण के आलावा सदस्य नहीं बनेगा ,,,सदस्यों के कार्य इस तरह होंगे ,,,,,सदस्य्सं की भर्ती करना ,,,कांग्रेस के लिए चंदा इकट्ठा करना ,,,प्रत्येक वर्ष में कमसे कम एक सप्ताह शारीरिक श्रम करेगा ,,पदयात्राएं ,,मार्गों का निर्माण ,,नहरों की सफाई ,,वृक्षारोपण ,,गंदी बस्तियों की सफाई ,,गांव की सफाई ,,आवश्यक रूप से सभी सदस्यों को पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होना होगा वरना वोह अयोग्य घोषित किये जाएंगे ,,,कांग्रेस की प्रकाशन पत्रिकाओं का ग्राहक बनना ,,,सामाजिक क्षेत्र में सुधार कार्य परिवार नियोजन ,,दहेज़ प्रथा और बालविवाह के विरुद्ध कार्यक्रम ,,,,स्वदेशी सामानो का बहिष्कार ,,रचानत्मक कार्यों में शिक्षा ,, शराब बंदी ,,,खादी ग्रामोद्योग ,,यूवक ,,छात्र ,,श्रमिक ,,,किसान संगठनों में काम करना ,,अल्पबचत ,,ग्राम स्वछता स्थाई सफाई अभियान ,,,राष्ट्रभाषा का प्रचार ,,, सहकारी समितियों का विकास ,,,सेवादल ,, कुष्ठरोगियों की सेवा ,,अनुसूचित जाती जनजाति कल्याण ,,राष्ट्रिय एकता विशेषकर अल्पंख्यकों के बीच कार्य ,,,प्रोड शिक्षा ,,निर्धारित विशेष कार्यक्रम में सदस्य हिस्सा लेंगे ,,,दोस्तों क्या कोई कोंग्रेसी इस कसोटी पर खरा उतरता है ,,क्या कोई कोंग्रेसी इस प्रक्रिया का पालन करता है ,,अगर नहीं करता तो क्या उसे ऐसा नहीं करना चाहिए ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

परीक्षा में माइनस मार्किंग

किसी भी परीक्षा में माइनस मार्किंग के नाम पर भारी घोटाले रोज़ की बात हो गए है ,,ज़रा सोचिये एक छात्र छात्र सो में से अस्सी सवाल सही करते है और बीस सवाल गलत हो जाने पर उनके नंबर दूसरे डफर छात्र छात्राएं जिन्होें सवाल ही चालीस किये है उनसे भी कम हो जाते है और इंटेलिजेंट बच्चो के स्थान अपर गधे पंजीरी खाते है फिर माइनस मार्किंग में सवालों के जवाब की संख्या के बाद दुबारा से रिचेकिंग का सवाल नहीं होता इसलिए बेईमानी की सम्भावनाये ज़्यादा होती है ,,मेडिकल ,,,आई आई टी और दूसरे मामलों में माइनस मार्किंग के कारण कई प्रतिभावान बच्चे रुक जाते है जबकि डफर बच्चे पास हो जाते है और फिर अराजकता के हालात होते है ,, सरकार को सवाल गलत होने पर माइनस मार्किंग की परिपाटी का घोटाला रोकना होगा ताकि बच्चों को इंसाफ मिल सके ,,अख्तर

कंबोडिया: यहां बड़े चाव से मकड़ी खाते हैं लोग, जानें क्यों


नामपेन्ह। कंबोडिया में मकड़ियों का एक बड़ा बाजार है। यहां के लोग घने जंगलों में जहरीली मकड़ियों की तलाश में रोजाना घंटों बिता देते हैं। जिसके बाद वो इन्हें रेस्टोरेंट और बाजारों में बेचते हैं। वहीं, स्थानीय ग्राहकों से इन्हें हर जहरीली मकड़ी के बदले 8 रुपए मिलते हैं। खाने और पारपंरिक दवाओं के लिए जहरीली मकड़ियों की तलाश का ये काम कंबोडिया में कई पीढ़ियों से चला आ रहा है। यहां मकड़ी खाने की शुरुआत मजबूरी में हुई थी, लेकिन अब ये पसंदीदा डिशेज में से एक है। 
फोटो: स्कन स्पाइडर मार्केट में पके हुए मकड़े बेचती लड़की।
फोटो: स्कन स्पाइडर मार्केट में पके हुए मकड़े बेचती लड़की।
हालांकि, यहां मकड़ी खाने की शुरुआत 1970 के दशक से हुई, जब खमेर रूज शासन में हुए नरसंहार के चलते भुखमरी के हालात बन गए थे और इंसान के पास जीने के लिए इसके अलावा ज्यादा कोई विकल्प मौजूद नहीं थे। सजाएं, जरूरत से ज्यादा काम और भुखमरी ने 1975 से 1979 के दौरान 20 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। इस भयानक इतिहास के बावजूद लोग मकड़ी को लजीज पकवान मानते हैं। 
 
कंबोडिया के किसी भी मार्केट और रेस्टोरेंट ये आसानी से मिल जाएगा। थाईलैंड, पापुआ न्यू गिनी समेत भारत और वेनेजुएला के भी कुछ हिस्सों में मकड़ी खाई जाती है, लेकिन कंबोडिया में दूर-दूर तक इसकी लोकप्रियता बहुत ही खास है। इसमें अच्छी मात्रा में प्रोटीन, फोलिक एसिड और जिंक मौजूद होता है, इसीलिए इन्हें औषधीय गुणों वाला माना जाता है।

58 के दूल्हे ने 20 की दुल्हन से रचाई शादी, नए वर्ष पर किया विवाह


मुंबई. ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन...। जगजीत सिंह के गजल की ये पंक्तियां सोमवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हकीकत बनकर पेश आईं,  यहां ठाणे निवासी 58 वर्ष के सतीश आपटे ने 20 वर्ष की लिसा से शादी की।
सतीश आपटे और लिसा नए वर्ष के अवसर पर विवाह बंधन में बंधे।
सतीश आपटे और लिसा नए वर्ष के अवसर पर विवाह बंधन में बंधे।
नववर्ष के मौके पर हुई इस अनोखी शादी में सतीश और लिसा के दोस्त और रिश्तेदार पहुंचे थे। दोनों ने महाराष्ट्रियन रीति-रिवाज से शादी की। शादी के बाद इस नए जोड़े ने सेल्फी लेकर अपने यादगार पलों को कैमरे में कैद किया।सात समंदर पार ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर निवासी 65 वर्षीय बेनेट डेनियल जॉन और रांची निवासी 32 वर्षीय महिला कुछ दिन पहले  रांची रजिस्ट्री ऑफिस में कोर्ट मैरिज करने पहुंचे थे । दोनों के कागजात की पूरी जांच की गई लेकिन शादी करने के लिए निर्धारित 30 दिन की अवधि पूरी नहीं होने के कारण शादी नहीं हो सकी। दरअसल, रजिस्ट्री ऑफिस में शादी का आवेदन देने के 30 दिन के बाद ही शादी करने का प्रावधान है। लेकिन विदेशी दुल्हा और रांची की महिला द्वारा दिए गए आवेदन की अवधि मात्र 29 दिन हुई थी। इसलिए शादी की सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी शादी रोक दी गई। अब जॉन और उक्त महिला की शादी शनिवार को होगी।

लाखों की नौकरी छोड़ सुनाते हैं कथा, दिन की शुरुआत होती है नमाज से




सनावद (खरगोन). हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई हम सब हैं भाई-भाई। इसका एक उदाहरण हैं रायपुर छत्तीसगढ़ के मोहम्म्द फैज खान। प्रोफेसर जैसी लाखों की नौकरी छोड़ लोगों को गोकथा सुना रहे हैं। दिन की शुरुआत नमाज से करते हैं और दोपहर में हिंदू समाज के लोगों को गो कथा सुनाते हैं। उन्हें यह प्रेरणा गिरीश पंकज के उपन्यास एक गाय की आत्मकथा से मिली।
लाखों की नौकरी छोड़ सुनाते हैं कथा, दिन की शुरुआत होती है नमाज से
 
इन दिनों सनावद से करीब 15 किमी दूर खंडवा जिले के बेड़ियाखुर्द में गो कथा कर रहे हैं। गोकथा के साथ मुस्लिम नाम होने के कारण लोग आश्चर्च कर पहुंच रहे हैं। रमज़ानुल मुबारक में वह पूरे 30 दिन के रोजे भी रखते हैं। वह पिछले दो साल से गो कथा कर रहे हैं।
 
उपन्यास के मुस्लिम किरदार को जीवन में उतारा 
 फैज खान के माता पिता शिक्षक हैं। फैज ने खुद राजनीति विज्ञान से डबल एमए किया है। दो साल पहले वह रायपुर में प्रोफेसर थे। एक उपन्यासकार गिरीश पंकज के उपन्यास एक गाय की आत्मकथा से प्रेरित हो गए। इसमें नायक एक मुस्लिम होता है। यहीं से अपने जीवन में उस किरदार को अपनाने की ठान ली। संत गाेपाल मणी से हिमालय में मुलाकात हुई। यहां उनका धेनु मानस ग्रंथ पढ़ा आैर फिर गोकथा वाचक बन गए। 
 
15 दिसंबर से सिर्फ गाय के दूध का सेवन, 51 दिन करेंगे 
मो. फैज खान 15 दिसंबर से सिर्फ गाय के दूध का सेवन कर रह हैं। 24 घंटे में वह दो लीटर देशी गाय का दूध पीते हैं। वह बताते हैं देशी गाय अब कम ही मिल पाती है। 10 नवंबर 13 में 22 दिन तक सिर्फ गाय के दूध का ही सेवन किया था। गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने को लेकर दिल्ली में अनशन भी कर चुका हूं।
 
लोगों को गाय के दूध का सेवन करने के लिए प्रेरित करता हूं। लेकिन 99 फीसदी लोग इस पर अमल नहीं करते। 51 दिन तक गाय के दूध का ही सेवन कर मैं यह बताना चाहता हूं कि इसे पीकर व्यक्ति किस तरह जीवित रह सकता है।
 
एक वक्त की नमाज जरूर पढ़ते हैं
खान ने बताया दिन की शुरुआत फजर की नमाज से करता हूं। इसके बाद गोकथा कभी-कभी दिनभर चलती है। इसलिए जब वक्त मिलता है जोहर, असर, मगरीब व ईशा की नमाज पढ़ता हूं। भारत की सनातन संस्कृति के प्रति निष्ठा है। इसी का एक अंग गाय और गंगा है। जिससे हर धर्म का व्यक्ति लाभ उठाता है।

नेता को अपने ही कार्यकर्ताओं ने घसीट-घसीटकर पीटा, मारे लात-घूंसे


रायपुर। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट सदानंद मार्कंडेय को घसीट-घसीटकर पीटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पार्टी ने प्रदेश महासचिव व कांकेर लोकसभा के प्रभारी मैनेजर प्रसाद मधुकर को निष्कासित कर दिया है।
बसपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में जमकर हंगामा कि‍या।
बसपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में जमकर हंगामा कि‍या।
नगरीय निकाय चुनाव की समीक्षा के लिए बसपा के न्यू राजेंद्रनगर स्थित प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को बैठक बुलाई गई थी। इसमें बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन पर आयोजन को लेकर भी चर्चा चल रही थी। इस दौरान चुनाव में टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए कांकेर के कार्यकर्ताओं ने पहले तो बैठक में हंगामा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पार्टी को बिगाड़ रहे हैं। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय और प्रभारी महामंत्री नर्मदा प्रसाद अहिरवार की पिटाई कर दी। इससे आक्रोशित पार्टी के पदाधिकारियों ने भी हाथापाई शुरू कर दी। कार्यालय के भीतर से बाहर तक झूमाझटकी होती रही और लात-घूंसे चलते रहे। कई पदाधिकारियों के कपड़े फट गए। पार्टी ने इस घटना को लेकर राजेंद्रनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
 
पुलिस ने बसपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पांच धाराओं में अपराध दर्ज किया है। कांकेर के मैनेजर प्रसाद मधुकर, हेमलाल मेरिसा, गुडमेव मेरिसा, प्रहलाद सूर्यवंशी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने, गाली गलौच करने और मिलकर मारपीट करने का आरोप है। सूत्रों की मानें तो पार्टी के दूसरे नेताओं की गुटीय लड़ाई के कारण यह हालात बने। इस घटना की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भी भेज दी गई है।

सिपाहियों ने नाबालिग को अगवा कर थाना कैंपस में किया गैंगरेप, फिर हुए फरार



हमारी जेब काट कर सरकार ने भरा खजाना: पेट्रोल 6 रु., डीजल 5 रु. हो सकता था सस्ता




नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने एक बार फिर गुरुवार को पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दी। खास बात है कि ढाई महीने में तीसरी बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई  गई है।अगर ये नहीं बढ़ाई गई होती तो पेट्रोल 5.75 रुपए और डीजल 4.50 रुपए तक सस्ता होता। स्थानीय टैक्स के साथ ये क्रमश: छह और पांच रुपए तक हो सकता था। (यह भी पढ़ें: यहां 1 रुपए में मिलता है 1 ltr पेट्रोल, जानें पाकिस्तान में क्या है 
हमारी जेब काट कर सरकार ने भरा खजाना: पेट्रोल 6 रु., डीजल 5 रु. हो सकता था सस्ता
 
पेट्रोल और डीजल की कीमत डिकंट्रोल की जा चुकी है। यानी पूरी तरह बाजार के हवाले। इसका मतलब हुआ कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने पर देश में पेट्रोल-डीजल महंगा होगा और घटने पर सस्ता। लेकिन हो उल्टा रहा है। यूपीए सरकार के दौरान क्रूड ऑयल महंगा हो रहा था, तो उसी अनुपात में पेट्रोल-डीजल भी महंगा होता गया। लेकिन अब जब क्रूड ऑयल साढ़े पांच साल में सबसे सस्ता हो गया है, तो भी लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है। सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाती जा रही है। तीन बार बढ़ोत्तरी से सरकार को करीब 17 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे। ड्यूटी नहीं बढ़ाई गई होती तो यह राहत लोगों को मिलती।
 
ढाई माह में तीसरी बार बढ़ी ड्यूटी
12 नवंबर : पेट्रोल और डीजल पर 1.50 रु/ली।
2 दिसंबर : पेट्रोल 2.25 रु, डीजल पर 1 रु/ली।
1 जनवरी : पेट्रोल और डीजल पर 2 रुपए/लीटर।

गुजरात: अब आतंकी बने शख्स से पुलिस ने लगवाए 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे


अहमदाबाद: गुजरात की सूरत पुलिस द्वारा मॉक ड्रिल में आतंकी बने शख्स को मुस्लिम कैप पहना हुए दिखाने से उपजा विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक और ऐसा मामला सामने आया है। गुजरात पुलिस की मॉक ड्रिल से जुड़े दो और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें आतंकी बने लोग 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। गुजरात सरकार इस मामले में बयान देने से बच रही है। मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल से शुक्रवार को इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कहने को कुछ नहीं है।
नर्मदा जिले में हुई मॉक ड्रिल में आतंकी बने लोगों ने 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगाए।
नर्मदा जिले में हुई मॉक ड्रिल में आतंकी बने लोगों ने 'इस्लाम जिंदाबाद' के नारे लगा
ताजा मामला नर्मदा जिले का है। यहां हुए मॉक ड्रिल के वीडियो में पुलिसवालों को दो आतंकी बने लोगों को पकड़े हुए दिखाया गया है। ये लोग जोर-जोर से चिल्लाते हैं, ‘अगर तुम चाहते हो तो हमें मार डालो। इस्लाम जिंदाबाद।’ सौराष्ट्र के मोरबी में हुए एक ऐसे ही अभ्यास में पुलिसवालों को आतंकी बना हुआ दिखाया गया है। ये भी इस्लाम परस्त नारे लगाते दिख रहे हैं।  
 
क्या हुआ था सूरत में 
सूरत पुलिस द्वारा किए गए मॉक ड्रिल का एक वीडियो बुधवार को सामने आया था। इस वीडियो में पांच पुलिसवालों को कुछ व्यक्तियों को पकड़कर उन पर शिकंजा कसते हुए दिखाया गया था। इन व्यक्तियों ने मुस्लिम टोपी पहनी हुई थी। 
 
मुस्लिम संगठनों ने की माफी की मांग 
ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के कमल फारुकी ने कहा कि पुलिस मुस्लिम समुदाय को आतंकवादी घोषित कर रही है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए या इसके परिणाम झेलने को तैयार रहना चाहिए। फारुकी ने कहा कि वह इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे। वहीं, विशेषज्ञ इस तरह की मॉकड्रिल पर ही सवाल उठा रहे हैं। अहमदाबाद पुलिस के रिटायर्ड अधिकारी एमएम मेहता ने कहा कि अगर पुराने आतंकवादी हमलों पर नजर दौड़ाएं, तो पता चलेगा कि आतंकी कभी भी मुस्लिम टोपी पहनकर या अन्य परंपरागत ड्रेस पहनकर नहीं आते। वे पहचान से बचने के लिए आम लोगों की तरह कपड़े पहनते हैं। 
 
आतंकियों से निपटने की तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल 
गुजरात पुलिस राज्य में इसी महीने होने वाले दो बड़े कार्यक्रमों की तैयारियों के मद्देनजर इस तरह की मॉकड्रिल कर रही है। इन अभ्यासों के जरिए पुलिस यह जानना चाहती है कि उसके जवान आतंकवादी घटनाओं से निपटने में कितने सक्षम हैं। याद रहे कि गांधीनगर में अगले हफ्ते प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन होने वाला है, जिससें विदेशों में रहने वाले कई प्रमुख एनआरआई शामिल होंगे। इसके बाद वाइब्रेंट गुजरात समिट होगी, जिसमें अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।

शादीशुदा लड़की को प्रेमी के साथ भागने की सजा- निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया


इंदौर/अलीराजपुर। मध्‍य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के वेडागांव में ग्रामीणों ने घर छोड़कर भागे प्रेमी युगल को सजा देने के नाम पर सरेआम दरिंदगी की। 31 दिसंबर की रात करीब 11 बजे गांव वालों ने प्रेमी जोड़े को सड़क पर पटक कर लात-घूंसों से पीटा, उनके बाल काटकर, निर्वस्‍त्र कर उन्हें पूरे गांव में घुमाया। लड़की ने गुरुवार देर शाम हिम्मत जुटाकर उदयगढ़ थाने में 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। शुक्रवार दोपहर तक पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया था।
अक्‍टूबर 2013 में मध्‍य प्रदेश के धार में भी एक प्रेमी जोड़े को नग्‍न कर घुमाया गया था।
अक्‍टूबर 2013 में मध्‍य प्रदेश के धार में भी एक प्रेमी जोड़े को नग्‍न कर घुमाया गया था।
उदयगढ़ थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 साल की शादीशुदा लड़की कुछ दिन पहले गांव के ही कमलेश नामक युवक के साथ भाग गई थी। लड़की के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उदयगढ़ थाने में दर्ज कराई थी। वे पुलिस की मदद से दोनों को गुजरात से ढूंढकर गांव वापस लाए। बुधवार रात जब प्रेमी युगल गांव वापस लौटे तो 10-12 ग्रामीणों ने दोनों को सार्वजनिक रूप से सजा देने के नाम पर पहले तो बुरी तरह पीटा, फिर निर्वस्त्र कर दोनों के बाल काट दिए और इसी हालत में पूरे गांव में लगभग आधे घंटे तक घुमाते रहे।

जम्मू-कश्मीर में भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय, मुफ्ती होंगे सलाहकार


जम्मू-कश्मीर में भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय, मुफ्ती होंगे सलाहकार
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय हो गया है। भाजपा और पीडीपी में सरकार बनाने को लेकर सहमति बन गई है। बस औपचारिक घोषणा होनी अभी बाकी है। भाजपा और पीडीपी नेताओं ने शुक्रवार को सरकार बनाने के फार्मूले को अंतिम रूप दिया।
 
इसके तहत पीडीपी के मुफ्ती मोहम्मद सईद सलाहकार की भूमिका में होंगे। उन्हें कॉर्डिनेशन कमेटी का मुखिया बनाया जाएगा। कामकाज उनकी सलाह से ही होंगे। कैबिनेट की बैठक से पहले कॉर्डिनेशन कमेटी और मुख्यमंत्री की बैठक होगी। किसी भी मुद्दे पर उस बैठक में सहमति बनने के बाद ही कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा। साथ ही हर महीने मुख्यमंत्री और सईद के बीच बातचीत होगी, जिसमें सरकार के कामकाज की समीक्षा होगी।
 
पीडीपी ने मानी भाजपा की शर्त
 
सूत्रों के मुताबिक भाजपा की शर्त थी कि मुख्यमंत्री उसी का होगा, जिसे पीडीपी ने मान लिया। उधर, भाजपा ने भी राज्य की मौजूदा संवैधानिक स्थिति के मुताबिक ही काम करने की पीडीपी की शर्त को स्वीकार कर लिया। दोनों दलों में वे सभी मुद्दे सुलझ गए हैं, जिन पर एकराय नहीं थी।
 
इस पर असमंजस
अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सीएम तीन-तीन साल के लिए होगा या एक ही मुख्यमंत्री पूरे कार्यकाल के लिए होगा। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह के अंदर पूरी रूपरेखा सामने आ जाएगी। नई सरकार कब शपथ लेगी यह भी तभी तय हो पाएगा। 

26/11 दोहराने की थी तैयारी? भारत में घुसी पाकिस्तानी नाव, रोकने पर खुद को उड़ाया


नई दिल्ली: क्या आतंकियों द्वारा 26/11 जैसा एक और हमला करने की तैयारी थी? यह सवाल इसलिए उठा है क्‍योंकि 31 दिसंबर की रात भारतीय जलक्षेत्र में घुसी एक संदिग्ध पाकिस्तानी नाव ने इंडियन कोस्टगार्ड के जवानों द्वारा रोके जाने और पीछा किए जाने के बाद खुद को धमाके से उड़ा लिया था। शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय की ओर से प्रेस नोट जारी कर यह जानकारी दी गई है। घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के इस महीने भारत दौरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। बता दें कि 6 साल पहले नाव पर सवार होकर भारत में घुसे 10 आतंकियों ने मुंबई में भीषण नरसंहार किया था। 
इंडियन कोस्टगार्ड ने जलती नाव की यह तस्वीर जारी की है।
इंडियन कोस्टगार्ड ने जलती नाव की यह तस्वीर जारी की है।
यह है पूरा मामला 
इंटेलिजेंस एजेंसियों को खबर मिली थी कि पाकिस्तान स्थित कराची के केटी बंदर की एक मछली पकड़ने वाली नाव अरब सागर में किसी संदिग्ध काम को अंजाम देने वाली है। इन इन्पुट्स के आधार पर 31 दिसंबर की रात एक ऑपरेशन चलाया गया था। इस ऑपरेशन में इंडियन कोस्ट गार्ड के शिप्स और एयरक्राफ्ट शामिल हुए थे। ऑपरेशन में अरब सागर में भारत और पाकिस्तान की जलसीमा के करीब इस संदिग्ध मछली पकड़ने वाली नाव को ढूंढ़कर निकाला गया। यह नाव भारतीय जलक्षेत्र 10 से 15 किमी अंदर घुस आई थी। कोस्टगार्ड की नाव ने पोरबंदर के तट से 350 किमी की दूरी पर दिखे इस नाव के लोगों को रुकने और जांच में सहयोग करने की चेतावनी दी। लेकिन, नाव ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और भारतीय जलक्षेत्र से भागने की कोशिश की। इंडियन नेवी के जहाजों ने उसका करीब एक घंटे तक पीछा किया। इसके बाद, फायरिंग आदि करके उसे रुकने के लिए मजबूर कर दिया। नाव पर चार लोग सवार थे, जिन्होंने सभी चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया। रोके जाने के बाद संदिग्ध नाव के डेक कंपार्टमेंट के पीछे छिप गए और उसमें आग लगा दी। उस पर पहले से विस्फोटक लदा था, जिसकी वजह से उसमें धमाका हो गया और नाव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। खराब मौसम, अंधेरे और तेज हवाओं की वजह से नाव या लोगों को बचाया नहीं जा सका। नाव जलने के बाद वहीं डूब गई। इसके बाद, कोस्टगार्ड और एयरक्राफ्ट ने किसी के बचे होने की उम्मीद में अपना तलाशी अभियान जारी रखा।

क़ुरआन का संदेश

  
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...