दोस्तों ,,आदाब ,,,,,,सलाम ,,राम राम ,,सत सीरी अकाल ,,,,,खुशनुमा सुबह सभी को मुबारक ,,,दोस्तों आपकी दुआओं और मदद से मेरे ब्लॉग शीर्षक ,,,आपका अख्तर खान अकेला ,,,,पर मेने तेरह हज़ार से भी ज़्यादा पोस्टें पूरी कर ली है ,,,,,,,,अपने ब्लॉग पर मेने साहित्यिक ,,,धार्मिक ,,सामाजिक ,,राजनितिक ,,आलोचनात्मक पोस्टें लिखी है ,,मेरे कई अख़बार वाले मित्रों ने दूर दराज़ के अख़बारों में इन पोस्टों का प्रकाशन भी किया है ,,,में सभी भाइयों ,,बहनों का शुक्रगुज़ार हूँ जो मुझे होसला दिया और ,,लिखने ,,लिखते रहने की प्रेरणा दी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 जनवरी 2015
नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कि हयाते तय्यबा :-
नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कि हयाते तय्यबा :-
✏ नामे मुबारक :-
🎲मुहम्मद (दादा ने रखा)
🎲अहमद (वलिदाह ने रखा)
✏पैदाइश तारिख :-
🎲12 रबीउल अव्वल सन 570 ई.
✏पैदाइश दिन :-
🎲पीर।
✏पैदाइश का वक़्त :-
🎲सुबह सादिक़।
✏पैदाइश का शहर :-
🎲मक्का शरीफ।
✏दादा का नाम :-
🎲शैबा-अब्दुल मुत्तलिब (कुनियत-अबुल हारिस)
✏दादी का नाम :-
🎲फातिमा।
✏वालिद का नाम :-
🎲अब्दुल्लाह (कुनियत-ज़बीह)
✏वालिदा का नाम :-
🎲बीबी आमना (कुनियत-अबुल क़ासिम)
✏नाना का नाम :-
🎲वाहब बिन अब्दे मुनाफ।
✏खानदान :-
🎲क़ुरैश।
✏दूध पिलाने वाली ख़ादिमा :-
🎲उम्मे एयमन. हलीमा सादिया।
✏वालिद का इंतेक़ाल :-
🎲आपकी पैदाइश से पहले।
✏वालिदा का इंतेक़ाल :-
🎲जब आपकी उम्र 6 साल कि थी
(आपकी वालिदा का इंतेक़ाल अब्वा नाम कि जगह पर हुवा,
जो मक्का और मदीना के बीच में है)
🎲वालिद और वालिद एके इंतेक़ाल के बाद।
✏आपकी परवरिश :-
🎲दादा अब्दुल मुत्तलिब ने कि
दादा के इंतेक़ाल के वक़्त आपकी उम्र 8 साल थी।
✏दादा ने परवरिश कि :-
🎲2 साल।
✏दादा के बाद आपकी परवरिश कि :-
🎲चाचा अबु तालिब ने की।
✏आपके लक़ब :-
🎲अमीन। (अमानतदार) और सादिक़। (सच्चा)
✏पहला तिजारती सफ़र :-
🎲मुल्के शाम।
✏पहला निकाह :-
🎲हज़रते
खदीजा रदियल्लाहो तआला अन्हा। (मक्का के लोग ताहिरा नाम
से पुकारते थे)
✏निकाह के वक़्त उम्र :-
🎲25 बरस।
✏हज़तरे खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा कि उम्र :-
🎲40 बरस।
✏ऐलाने नुबुव्वत के वक़्त उम्र :-
🎲40 बरस।
✏पहली वही कि जगह :-
🎲ग़ारे हिरा
(ग़ारे हिरा जबले नूर पहाड़ पर है)
✏वही लाते थे :-
🎲हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम।
✏पहला नाज़िल लफ्ज़ :-
🎲इक़रा (पढ़ो)
✏सबसे पहले औरतो में इस्लाम क़ुबूल किया :-
🎲हज़रते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ने।
✏सबसे पहले मर्दो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़ रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
✏सबसे पहले बच्चो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अली रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
✏आप व आप के साथी बेठा करते थे :-
🎲दारे अकरम
(दारे अकरम सफा पहाड़ पर है)
✏पसीना मुबारक :-
🎲मुश्क़ से ज्यादा खुशबूदार था।
आप जिस रास्ते से गुज़रते थे लोग पुकार उठते कि यहाँ आप
का गुज़र हुवा है।
✏साया :-
🎲आप का साया नही था।
✏कद:-
🎲न ज्यादा लम्बे न कम दरमियानी था।
✏भवे :-
🎲मिली हुई थी।
✏बाल :-
🎲घने और कुछ घुमाव दार थी।
✏आँखे:-
🎲माशा अल्लाह बढ़ी और सुर्ख डोरे वाली।
✏कुफ्फार मक्का ने बोकात किया:-
🎲नुबुव्वत के ऐलान के 9 वे
साल में।
✏ताइफ़ का सफ़र :-
🎲शव्वाल सन 10 नबवी।
✏हज़रते खदीजा व अबु तालिब का इंतिक़ाल :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के
दसवे साल मे।
(इस साल को अमूल हुजन भी कहा जाता है)
✏हिजरत :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के 13 साल बाद।
✏हिजरत के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲53 साल।
✏मक्का से हिजरत :-
🎲मदीना कि जानिब।
✏हिजरत के साथी :-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़
रदियल्लाहो तअला अन्हु।
✏हिजरत के वक़्त आपने पनाह ली:-
🎲ग़ारे सौर यहाँ आपने तीन
राते गुज़ारी।
✏इस्लामी तारीख का आगाज़ :-
🎲आपकी हिजरत से।
✏पहली जंग :-
🎲गजवाये बद्र इसमें मुसलमानो कि तादाद 313 और
काफिरो कि 1000 थी।
✏हज़रते ज़ैनब से निकाह:-
🎲हिजरत के पांचवे साल।
✏आपने निकाह किये :-
🎲ग्यारह।
(इतने निकाह आपने इस्लाम और इस्लाम कि तालीमात को फैलाने
के लिए किये)
✏दन्दाने मुबारक शहीद हुवे :-
🎲जंगे उहद में।
✏सबसे बढे दुश्मन :-
🎲अबु लहब, अबु जहल।
✏पर्दा के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲63 बरस।
✏पर्दा किया :-
🎲मदीना मुनव्वरा में।
🎲एक मर्तबा दुरूदे पाक का नजराना पेश कीजिये।
🎲अगर आपकी खुबिया बयान करे तो ज़िन्दगी कम है।
🎲लेकिन मेने आप तक काफी चीज़े पहुंचायी है।
🎲इसे खूब शेयर करे और मेसेज
भी करे।
🎲हो सके तो सेव करके महफूज़ रखले ये हमारे आक़ा के मुताल्लिक़
ह
✏ब:हवाला:-
(सीरतूनःनबी- सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम)
🌺 आज के दिन अगर ये दुआ आगे फारवड ना कर सको तो वापस मुझे ही सेड कर देना
🌼 ऐ मेरे परवरदिगार पुरी दुनीया मे जीतने लोग वफात पा चूके हे उनकी मगफीरत फरमा . . आमिन
🌼 उनहे कबर के अजाब से माफ फरमा . . . आमिन
जो बीमार हे या परेशान हे तू अपने करम से माफ फरमा
. . . आमिन
🌼 ओर उनकी बीमारी ओर परेशानी को दूर फरमा. . . आमिन
🌼 ओर ऐ मेरे परवरदिगार जीसने मुझे ये दुआ भेजी हे उसके तमाम गुनाहो को माफ फरमा. . . . . आमिन
🌼 ओर हर काम मे कामयाबी अता फरमा . . . आमिन
🌼 ओर उसके नसीब खोल दे. . आमीन
🌼 अपने लीए जरूर दुआ करवाए नजाने कीसकी जुबान से आपकी तकदिर सवर जाए
आपकी खास दुआऔ में गुनाहगार को याद रखना !
✏ नामे मुबारक :-
🎲मुहम्मद (दादा ने रखा)
🎲अहमद (वलिदाह ने रखा)
✏पैदाइश तारिख :-
🎲12 रबीउल अव्वल सन 570 ई.
✏पैदाइश दिन :-
🎲पीर।
✏पैदाइश का वक़्त :-
🎲सुबह सादिक़।
✏पैदाइश का शहर :-
🎲मक्का शरीफ।
✏दादा का नाम :-
🎲शैबा-अब्दुल मुत्तलिब (कुनियत-अबुल हारिस)
✏दादी का नाम :-
🎲फातिमा।
✏वालिद का नाम :-
🎲अब्दुल्लाह (कुनियत-ज़बीह)
✏वालिदा का नाम :-
🎲बीबी आमना (कुनियत-अबुल क़ासिम)
✏नाना का नाम :-
🎲वाहब बिन अब्दे मुनाफ।
✏खानदान :-
🎲क़ुरैश।
✏दूध पिलाने वाली ख़ादिमा :-
🎲उम्मे एयमन. हलीमा सादिया।
✏वालिद का इंतेक़ाल :-
🎲आपकी पैदाइश से पहले।
✏वालिदा का इंतेक़ाल :-
🎲जब आपकी उम्र 6 साल कि थी
(आपकी वालिदा का इंतेक़ाल अब्वा नाम कि जगह पर हुवा,
जो मक्का और मदीना के बीच में है)
🎲वालिद और वालिद एके इंतेक़ाल के बाद।
✏आपकी परवरिश :-
🎲दादा अब्दुल मुत्तलिब ने कि
दादा के इंतेक़ाल के वक़्त आपकी उम्र 8 साल थी।
✏दादा ने परवरिश कि :-
🎲2 साल।
✏दादा के बाद आपकी परवरिश कि :-
🎲चाचा अबु तालिब ने की।
✏आपके लक़ब :-
🎲अमीन। (अमानतदार) और सादिक़। (सच्चा)
✏पहला तिजारती सफ़र :-
🎲मुल्के शाम।
✏पहला निकाह :-
🎲हज़रते
खदीजा रदियल्लाहो तआला अन्हा। (मक्का के लोग ताहिरा नाम
से पुकारते थे)
✏निकाह के वक़्त उम्र :-
🎲25 बरस।
✏हज़तरे खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा कि उम्र :-
🎲40 बरस।
✏ऐलाने नुबुव्वत के वक़्त उम्र :-
🎲40 बरस।
✏पहली वही कि जगह :-
🎲ग़ारे हिरा
(ग़ारे हिरा जबले नूर पहाड़ पर है)
✏वही लाते थे :-
🎲हज़रते जिब्रईल अलैहिस्सलाम।
✏पहला नाज़िल लफ्ज़ :-
🎲इक़रा (पढ़ो)
✏सबसे पहले औरतो में इस्लाम क़ुबूल किया :-
🎲हज़रते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ने।
✏सबसे पहले मर्दो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़ रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
✏सबसे पहले बच्चो में इस्लाम क़ुबूल किया:-
🎲हज़रते अली रदियल्लाहो तअला अन्हु ने।
✏आप व आप के साथी बेठा करते थे :-
🎲दारे अकरम
(दारे अकरम सफा पहाड़ पर है)
✏पसीना मुबारक :-
🎲मुश्क़ से ज्यादा खुशबूदार था।
आप जिस रास्ते से गुज़रते थे लोग पुकार उठते कि यहाँ आप
का गुज़र हुवा है।
✏साया :-
🎲आप का साया नही था।
✏कद:-
🎲न ज्यादा लम्बे न कम दरमियानी था।
✏भवे :-
🎲मिली हुई थी।
✏बाल :-
🎲घने और कुछ घुमाव दार थी।
✏आँखे:-
🎲माशा अल्लाह बढ़ी और सुर्ख डोरे वाली।
✏कुफ्फार मक्का ने बोकात किया:-
🎲नुबुव्वत के ऐलान के 9 वे
साल में।
✏ताइफ़ का सफ़र :-
🎲शव्वाल सन 10 नबवी।
✏हज़रते खदीजा व अबु तालिब का इंतिक़ाल :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के
दसवे साल मे।
(इस साल को अमूल हुजन भी कहा जाता है)
✏हिजरत :-
🎲ऐलाने नुबुव्वत के 13 साल बाद।
✏हिजरत के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲53 साल।
✏मक्का से हिजरत :-
🎲मदीना कि जानिब।
✏हिजरत के साथी :-
🎲हज़रते अबु बक़र सिद्दीक़
रदियल्लाहो तअला अन्हु।
✏हिजरत के वक़्त आपने पनाह ली:-
🎲ग़ारे सौर यहाँ आपने तीन
राते गुज़ारी।
✏इस्लामी तारीख का आगाज़ :-
🎲आपकी हिजरत से।
✏पहली जंग :-
🎲गजवाये बद्र इसमें मुसलमानो कि तादाद 313 और
काफिरो कि 1000 थी।
✏हज़रते ज़ैनब से निकाह:-
🎲हिजरत के पांचवे साल।
✏आपने निकाह किये :-
🎲ग्यारह।
(इतने निकाह आपने इस्लाम और इस्लाम कि तालीमात को फैलाने
के लिए किये)
✏दन्दाने मुबारक शहीद हुवे :-
🎲जंगे उहद में।
✏सबसे बढे दुश्मन :-
🎲अबु लहब, अबु जहल।
✏पर्दा के वक़्त उम्र शरीफ :-
🎲63 बरस।
✏पर्दा किया :-
🎲मदीना मुनव्वरा में।
🎲एक मर्तबा दुरूदे पाक का नजराना पेश कीजिये।
🎲अगर आपकी खुबिया बयान करे तो ज़िन्दगी कम है।
🎲लेकिन मेने आप तक काफी चीज़े पहुंचायी है।
🎲इसे खूब शेयर करे और मेसेज
भी करे।
🎲हो सके तो सेव करके महफूज़ रखले ये हमारे आक़ा के मुताल्लिक़
ह
✏ब:हवाला:-
(सीरतूनःनबी- सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम)
🌺 आज के दिन अगर ये दुआ आगे फारवड ना कर सको तो वापस मुझे ही सेड कर देना
🌼 ऐ मेरे परवरदिगार पुरी दुनीया मे जीतने लोग वफात पा चूके हे उनकी मगफीरत फरमा . . आमिन
🌼 उनहे कबर के अजाब से माफ फरमा . . . आमिन
जो बीमार हे या परेशान हे तू अपने करम से माफ फरमा
. . . आमिन
🌼 ओर उनकी बीमारी ओर परेशानी को दूर फरमा. . . आमिन
🌼 ओर ऐ मेरे परवरदिगार जीसने मुझे ये दुआ भेजी हे उसके तमाम गुनाहो को माफ फरमा. . . . . आमिन
🌼 ओर हर काम मे कामयाबी अता फरमा . . . आमिन
🌼 ओर उसके नसीब खोल दे. . आमीन
🌼 अपने लीए जरूर दुआ करवाए नजाने कीसकी जुबान से आपकी तकदिर सवर जाए
आपकी खास दुआऔ में गुनाहगार को याद रखना !
जश्ने ईद मिलादुन्नबी सभी को मुबारक हो
जश्ने ईद मिलादुन्नबी सभी को मुबारक हो ,,कोटा में आज इस खुशनुमा मौके पर
सभी ने इसे अपने अपने अंदाज़ में मनाया ,,,,,एस डी पी आई के कार्यकर्ताओं ने
खुद को करें पर टांका उसमे बैठे और जुलुस का फूल न्योछावर स्वागत किया
जिसमे मुज़फ्फर राइन ,,,,अफज़ल मंसूरी सहित कई लोग थे अलग से एस डी पी आई का
टेंट लगाया गया ,,जबकि अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी से जुड़े रफ़ीक बेलियम
,,,ज़ाकिर रिज़वी सहित कई दर्जन कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर रक्तदान शिविर
लगाकर खिदमते ख़ल्क़ का काम किया ,,,,,,,,,,सैकड़ों नो जवानो ने
लोगों की ज़िंदगी बचाने के लिए रक्तदान किया ,,,कई लोगों ने समाज से जुड़े
लोगों ने जुलुस के मार्ग को सजाया संवारा ,,बधाई मुबारकबाद के नाम पर अपनी
संस्था का विज्ञापन किया ,,,,खुद के और नेताओं के भी फोटु लगाए
,,,,नईमुद्दीन गुड्डू और पूरी टीम ने ऊपर मंच बनाकर पुर ख़ुलूस तरीके से दिल
से फूलों की बारिश कर आने जाने वालों का स्वागत सत्कार किया ,,,जुलुस के
मार्ग पर कई दर्जन शरबत ,,दूध की सबीले थी ,,,तो बिरियानी ,,,पुलाओ ,,ज़र्दा
,,,आइसक्रीम ,,खीर सहित कई तरह के व्यंजनों की स्टालें लगाई गयी थी
,,जुलुस जहाँ जलसे में बदलेगा वहां इस बार बदइंतज़ामी थी ,,,, जगह कम थी
,,भीड़ ज़्यादा थी ,,लोगों में इस बार उत्साह ज़्यादा था ,,,,,,,,,सभी में
जुलुस में आने जाने वालों के स्वागत की होड़ लगी थी ,,अफ़सोस से भी ज़्यादा
अफ़सोस की बात यह थी की जश्ने ईद मिलादुन्नबी के इस जलसे में पहली बार कोटा
की मुस्लिम महिलाओं ने खुले रूप से मेकअप वगेरा कर जुलुस में हिस्सा लिया
,,मर्दों से ज़्यादा औरतों की भीड़ नज़र आ रही थी ,,,कई जगह पर औरतों के जमघट
थे जबकि औरतों की अलग से महिला कार्यकर्ताओं द्वारा स्टाल लगाई थी
,,,ताज्जुब तो इस पर रहा के इस बार मोलवी ,,आलिम ,,मुफ्ती ,,जुलुस समिति से
जुड़े लोग और घर के मर्दों ने औरतों को जुलुस में और जुलुस स्थल पर सरसपाते
के लिए आने से नहीं रोका ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान ,,,
एक साधू ,,संत की जीवनशैली दागदार नहीं होना चाहिए ,
प्रजापिता ब्रह्म्कुमारी ईश्वरीय विश्विद्यालय की राजयोगिनी ब्रह्म्कुमारी
डॉक्टर प्रभा मिश्रा जिन्होंने रामानंद सागर के मशहूर धार्मिक टी वी
सीरियल रामायण में रावण की पत्नी मंदोत्री की प्रमुख भूमिका निभाई थी ने एक
सवाल के जवाब में कहा के जो साधू संत राजनीति में जाते है मंत्री बनते है
,,उनकी कार्यशैली से में सहमत नहीं हूँ ,,एक साधू ,,संत की जीवनशैली
दागदार नहीं होना चाहिए ,,,उन्होंने कहा के मुझ से अगर कोई आकर कहे के आपको
प्रधानमंत्री बनाते है तो में इंकार कर दूंगी क्योंकि जिसका ईश्वर से लगाव
होता है उसके लिए यह सब तुच्छ बाते होती है ,,,,उन्होंने कहा के काजल की
कोठरी में कितना ही साफ सुथरा व्यक्ति चला जाए वोह दागदार होने से नहीं बच
सकता ,,,,,,,,,,,राजयोगिनी ब्रह्म्कुमारी ने तार्किक ,,आध्यात्मिक प्रवचन
के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा के ईश्वरीय ब्रह्माकुमारी योग में
सर्वधर्म कार्यक्रम होते है जिसमे तनाव मुक्त रहने और सफल होने के मामले
में भी प्रवचन होते है जिससे अनेकों लोग लाभान्वित हुए है ,,उन्होेन कहा के
ब्रह्म्कुमारी विश्विद्यालय का मूल कार्य विश्व में सुख शानति स्थापित
करना है ,,उन्होेन बताया की इसका अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में
रखा गया है ,,,जहाँ साल में कई कार्यक्रम होते है और जून सितम्बर में
प्रिंट मिडिया ,,सोशल मिडिया ,,,इलेक्ट्रॉनिक मिडिया की बढ़ी कॉन्फ्रेंस
होती है ,,जहां पैतीस हज़ार लोगों के एक साथ बैठने का ऑडिटोरियम है और
अध्यात्म शान्ति की तरफ कैसे जाए इसके प्रवचन होते है ,,उन्होेन बताया की
पुरे हज़ारों लोगों का इंतिज़ाम ब्रह्म्कुमारी बहने करती है और सभी का खाना
,,,नाश्ता ,,बिजली की सारी व्यवस्था सोलर बिजली से होती है ,,उन्होंने दावा
किया की माउंट आबू में विश्व का सबसे बढ़ा सिस्टम है ,,,,उन्होंने बताया के
वर्ष उन्नीस सो तीस से ब्रह्म्कुमारी योजना चल रही है जबकि उन्नीस सो
छप्पन से माउांट आबू का केंद्र स्थापित है झना नियमित रूप से उन्नीस सो
छियत्तर से प्रवचन और आध्यात्म कार्य विश्वस्तर पर चल रहा है ,,उन्होने
कहा के हाल ही में विश्वस्तरीय सर्वधर्म सम्मेलन के दौरान चीन के एक
प्रवक्ता ने कहा के चीन में कहते है के जो इस जन्म में अच्छे काम करता है
उस चीनी को अच्छे कामो के बदले भारत की धरती पर जन्म लेने का सौभाग्य ईश्वर
देता है ,,,उन्होंने कहा हमारा ऐसा भारत जहाँ सुख शान्ति की दुहाई दी जाती
है वहां मनोविकार की वजह से अराजकता और तनावग्रस्त माहोल बना हुआ है
,,उन्होेन कहा के में फिल्म कलाकार हूँ और मेने रावण की पत्नी बनकर सीरियल
में रावण को बुराई से बचाने के लिए समझाइश का किरदार निभाया था ,,लेकिन
फ़िल्मी ग्लैमर की उस दुनिया को में छोड़कर अब रामानंद सागर के सीरियल को
छोड़कर परमानंद सागर के रचित जीवंत सीरियल में दुनिया के रावणो को समझाने का
प्रयास कर रही हूँ ,,फिल्मों में फिल्म निर्माण के नाम पर देवी देवताओं के
उपहास उड़ाने और अश्लीलता परोसने के सवाल पर उन्होंने अफ़सोस जताते हुए कहा
के आज फ़िल्मी दुनिया ग्लैमर की दुनिया हो गयी है और रुपया कमाना एक ज़रिया
हो गया है जिसने मर्यादाएं त्याग दी है जो गलत बात है ,,उन्होंने फ़िल्मी
अदाकारा से सीधे ब्रह्म्कुमारी कार्यक्रम से जुड़ने का रोचक क़िस्सा सुनाते
हुए कहा के वोह फ़िल्मी अदाकार थी ,,मुंबई में स्थापित थी ,,उन्होंने पी एच
डी कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी ,,उन्होंने बताया के उनके
प्रोड्यूसर का फोन आया के तुम्हे एक फिल्म में पत्रकार के रोल की शूटिंग
में आना है इसलिए नीले रंग की जीन्स और कुर्ता पहनकर आना है ,,,,उन्होंने
कहा के में कार ड्राइव करती हुई जा रही थी की योग केंद्र का बोर्ड देखा
में फिगर ठीक रखने के लिए योग करती थी सो इस केंद्र में रूक गयी ,,जहां
मेडिटियेशन चल रहा था ,,में खामोश उसमे शामिल हो गयी थोड़ी देर तक इन्तिज़ार
किया प्रवचन हुए फिर में भी ईश्वर के ज्ञान में खो गयी ,,मुझे ऐसा लगा के
मुझे कोई झूला रहा है ,,जब मेरी आँख खुली तो सब जा चुके थे एक सफेद साड़ी
में बहन जी थीं ,,उन्होंने कहा के तुम किसके साथ आई हो ,,मेने कहा क्या
यहां आना किसी के साथ ज़रूरी है ,,फिर योग के बारे में पूंछा तो उन्होंने
कहा के यहाँ कसरत वाला योग नहीं होता आत्मा से ईश्वर के मिलन का योग होता
है ,,,में दूसरे दिन गई जहां मेने जींस और कुर्ता तो ख़रीदा लेकिन एक सफेद
साड़ी भी खरीदी और बस तब से ही में ईश्वर का संदेश ,,सुख शांति का संदेश
,,निराकार ईश्वर का संदेश ,,दे रही हूँ ,,,फ़िल्मी ग्लैमर की दुनिया मेरे
लिए अब बेमानी बेकार हो गया था और आत्मा को केंद्रित कर शांति के पथ में चल
पढ़ी ,,,उन्होंने सभी लोगों से ईश्वर के संदेश को समझने के लिए
ब्रह्म्कुमारी के प्रवचनों में शामिल होने की गुज़ारिश भी की ,,और माउंट आबू
के कार्यक्रमों का भी निमंत्रण दिया ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
ईदमिलादुन्नबी के जुलुस में कांग्रेस पर भाजपा का प्रचार भारी
कोटा में ईदमिलादुन्नबी के जुलुस में कांग्रेस पर भाजपा का प्रचार भारी रहा
,,,केवल प्रदेश कांग्रेस सचिव नईमुद्दीन गुड्डू ,,जावेद इक़बाल और उनकी टीम
कांग्रेस की तरफ से जुलुस और आगंतुकों पर फूल बरसाते दिखे ,,लेकिन
कांग्रेस के दूसरे धड़े के लोग और उनके फोटोयुक्त विज्ञापन गायब थे ,,,भाजपा
कार्यकताओं और उनके नेताओं के लगातार क़दम क़दम पर बैनर लगे थे ,,,भौतिक रूप
से भी भाजपा के लोग थे जबकि कांग्रेस से जुड़े वरिष्ठतम लोग ढूंढने पर भी
नहीं मिल रहे थे ,,,,दूसरी पार्टी एस डी पी आई वगेरा के कार्यकर्ता मौजूद
थे ,,अफ़सोस इस बात पर है के जो लोग कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं की
गुलामी कर इस मुक़ाम पर पहुंचे थे वोह लोग भी अपने कोंग्रेसी लीडरों को
भुलाकर केवल भाजपा नेताओं के इस्तक़बाल पर नज़रे गढ़ाए थे ,,,
किन्नर बनी शहर की मुखिया, कभी कांग्रेस ने उड़ाया था इनका मजाक
रायपुर। मधु
नरेश किन्नर रायगढ़ की प्रथम नागरिक बन गई हैं। महापौर प्रत्याशी के रूप
में चुनाव मैदान में उतरी मधु नरेश किन्नर ने बीजेपी के प्रत्याशी को 4
हजार 537 वोटों से हराया। इसके साथ ही कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।
छत्तीसगढ़ में पहली बार एक किन्नर को मतदाताओं ने शहर सरकार का मुखिया बनाकर
इतिहास रच दिया है।
जीत के बाद अपने समर्थकों के साथ रायगढ़ महापौर चुनाव विजेता मधु किन्नर।
कैसे गाड़ा झंडा
रायगढ़ नगर निगम के वार्ड क्रमांक 37 से पार्षद बनना चाहती थी मधु नरेश
किन्नर, कांग्रेस से टिकट मांगी तो मज़ाक समझ कर मना कर दिया। बीजेपी की
लहर और कांग्रेस की आक्रामकता के बीच मधु ने फिर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप
में महापौर का चुनाव लड़ने का मन बनाया। 15 दिसंबर को जब मधु ने नामांकन
भरा तो दोनों ही पार्टियों ने उनके हौसले का मखौल उड़ाया।
धीरे-धीरे माहौल बना। 27 दिसंबर को बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही
पार्टियों को बाजी हाथ से जाती दिखने लगी। कांग्रेस मधु किन्नर द्वारा काटे
जाने वाले वोट से अपने प्रत्याशी जेठूराम को लाभ होने की आस लगा कर
मुगालते में रही। वहीं 27 दिसंबर की रात 12.30 बजे बीजेपी संगठन के
कद्दावर नेता सौदान सिंह रायगढ़ (28 दिसंबर को झारखंड सरकार के शपथ ग्रहण
में सड़क मार्ग से जा रहे थे) पहुंचे, रात 2.30 बजे तक पार्टी नेताओं से
चर्चा की। उन्होंने कहा किसी भी हालत में चुनाव जीतना है, निर्दलीय
प्रत्याशी के माहौल और पार्टी को नुकसान की आशंका पर नेताओं को सख्त नसीहत
भी दी।
मधु किन्नर के साथ बीजेपी और कांग्रेस का असतुंष्ट धड़ा रणनीति बनाने
में जुटा था वहीं रायगढ़ की जनता के मन में निगम पर राज कर चुके दोनों ही
पार्टियों के महापौरों के प्रति बेहद नाराजगी थी। उन्हें विकल्प मिला और
गुस्सा जाहिर करने के लिए जनता ने मधु किन्नर के मटका छाप पर बटन दबाया।
शहर के मध्य प्रशासन की पहल पर सड़क चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण हुआ, लेकिन
निगम की सरकार ने लोगों की जरूरतों के मुताबिक काम नहीं किया। राशनकार्ड
निरस्त किए जाने के साथ ही ज्यादातर मोहल्लों में गंदगी, पेयजल समस्या,
संजय कांप्लेक्स जैसे कुछ मामलों पर निगम सरकार ने बिल्कुल ध्यान नहीं
दिया। विधानसभा में बड़े काम, सरकार के कामकाज और लोकसभा में मोदी लहर के
भरोसे तीन विधायक और एक सांसद यहां से जीते लेकिन इस बार जनता ने नाउम्मीदी
में वोटिंग की।
काम कर गई दुआ
किन्नर समुदाय के साथ ही शहर के युवाओं, बड़ी पार्टियों में नजरअंदाज हो रहे कार्यकर्ताओं को साथ लेकर मधु नरेश किन्नर ने जमकर जनसंपर्क किया। मतदान से पूर्व कुछ सैंकड़ा सिक्के मधु समर्थकों ने मंगाए और उसे निचली बस्तियों में बंटवा दिए और लोगों से कहा, किन्नर हमेशा समाज को बेहतरी की दुआ देते हैं और इस बार मधु को लोगों के आशीर्वाद की जरूरत है। इस अपील ने जबरदस्त काम किया। इसके साथ ही 29 दिसंबर को मतदान के दिन किन्नर समुदाय के लोग मधु के समर्थन में शहर के विभिन्न मतदान केंद्रों में खड़े हो गए और लोगों के सिर छूकर दुआ देते रहे और समर्थन मांगा। इसने भी करिश्मा किया और महापौर प्रत्याशी मधु किन्नर को भारी समर्थन मिला।
दुपट्टा ओढ़कर पटना एसपी ने घूस मांगने वाले यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर को दबोचा
पटना. पटना के सिटी
एसपी शिवदीप लांडे ने यूपी क्राइम ब्रांच के एक इंस्पेक्टर को रविवार को
घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा। मुरादाबाद पुलिस के इस इंस्पेक्टर पर आरोप है कि वह
रिश्वत लेने के लिए वहां पहुंचा था। पहले से मिली सूचना के आधार पर एसपी
मौके पर खुद मौजूद थे। उन्होंने हुलिया बदल रखा था और एक दुपट्टा ओढ़ रखा
था। इंस्पेक्टर ने जैसे ही घूस लिया, शिवदीप लांडे ने उसे धर दबोचा।
हालांकि, आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ सबूत न मिलने की वजह से उसे बाद में
रिहा कर दिया गया।
पटना के सिटी एसपी के साथ आरोपी इंस्पेक्टर
आगरा में सांप्रदायिक तनाव, फायरिंग और पथराव में कई घायल
आगरा. शहर
की नाई की मंडी इलाके में मीरा हुसैनी पुल के पास रविवार की देर शाम को
बारावफात के जुलूस ए मोहम्मदी के दौरान दो समुदायों में तनाव हो गया। देखते
ही देखते पथराव शुरू हुआ और फिर फायरिंग होने लगी। दोनों तरफ से लोगों ने
एक दूसरे पर हमला कर दिया। एक दर्जन लोग घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने
बमुश्किल हालात को काबू किया। गोली से घायल युवक मोहम्मद रेहान को एसएन
मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है।
लोगों को समझाते पुलिस अधिकारी।
बताया जा रहा है कि रविवार की शाम को जुलूस निकलते समय कुछ लोगों ने
इसकी ऊंचाई पर एतराज जताया था। जुलूस में वाहन पर लगा कटआउट तार को छू रहा
था। इसी दौरान किसी ने तार काटने की कोशिश की। उसी समय छत पर मौजूद अन्य
लोगों ने जुलूस पर पत्थर फेंक दिया। इससे घबराए लोग यहां से भागने लगे और
भगदड़-सा माहौल हो गया।
थोड़ी देर बाद ही जुलूस में शामिल लोग इकट्ठे हुए और उन्होंने छतों
पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद दूसरी तरफ के लोगों ने भी पथराव में तेजी
कर दी। इससे कई लोग घायल होने लगे। किसी का सिर फटा तो किसी के बदन के
दूसरे हिस्सों पर चोट लगी।
मोदी को पसंद आया चंडीगढ़ के व्यापारी का Idea, आ सकता है 25 रुपए का नोट
चंडीगढ़: बाजार में जल्द ही 25 रुपए का नोट आ सकता है। अगर ऐसा
हुआ तो इसका श्रेय चंडीगढ़ के एक बिजनेसमैन को जाएगा। दरअसल, चंडीगढ़ के
कारोबारी राम दास सिंगला ने पीएम को 25 रुपए का नोट चलाने का सुझाव भेजा
था। यह सुझाव पीएम नरेंद्र मोदी
को पसंद गया है। सुझाव को प्रधानमंत्री कार्यालय ने अमल में लाने की
प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं, सिंगला के इस सुझाव को सोमवार सुबह 9.50
बजे आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाएगा। आकाशवाणी ने इसके लिए सिंगला का
मेसेज भी रिकॉर्ड किया है।
सेक्टर-26 की ग्रेन मार्केट में 1975 से कारोबार कर रहे सिंगला ने
बताया, ''मैंने रेडियो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम 'मन की
बात' सुना। कार्यक्रम में पीएम ने कहा था कि आम लोग भी अपने मन की बात उनसे
शेयर कर सकते हैं। मैं लंबे अरसे से पांच रुपए के सिक्के आसानी से न मिलने
की समस्या से परेशान था। मेरी ही तरह करोड़ों लोगों को रोजाना ऐसी दिक्कत
होती है। इसको ध्यान में रखते हुए मैंने आकाशवाणी को अपना सुझाव भेजा। एक
जनवरी को शाम पांच बजे प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया कि पीएम मोदी को
सुझाव पसंद आया है। उन्होंने 25 रुपए का नोट जारी करने से जुड़ी संभावनाओं
को लेकर आरबीआई को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।''
क्या है आइडिया
सिंगला कहते हैं कि पांच के सिक्के की किल्लत को दूर करने के लिए 25 रुपए का नया नोट चलाया जाए। 20 का नोट सरकार चाहे तो बंद कर सकती है। इसका विकल्प 25 रुपए का नोट हो सकता है। उदाहरण के तौर पर किसी को 15 रुपए देने हैं तो उसे 25 रुपए का नोट देकर उससे 10 का नोट लिया जा सकता है। उसी तरह किसी को पैंतीस रुपये देने के लिए 25 और 10 रुपए का नोट दे सकते हैं। पांच रुपये देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे छुट्टे की समस्या हल हो जाएगी।
सिंगला कहते हैं कि पांच के सिक्के की किल्लत को दूर करने के लिए 25 रुपए का नया नोट चलाया जाए। 20 का नोट सरकार चाहे तो बंद कर सकती है। इसका विकल्प 25 रुपए का नोट हो सकता है। उदाहरण के तौर पर किसी को 15 रुपए देने हैं तो उसे 25 रुपए का नोट देकर उससे 10 का नोट लिया जा सकता है। उसी तरह किसी को पैंतीस रुपये देने के लिए 25 और 10 रुपए का नोट दे सकते हैं। पांच रुपये देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे छुट्टे की समस्या हल हो जाएगी।
तृणमूल की रैली में ममता के सांसद भतीजे को नाराज कार्यकर्ता ने मारा थप्पड़
चंडीपुर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
के भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को पार्टी की एक रैली में एक युवक
ने थप्पड़ जड़ दिया। बताया जा रहा है कि थप्पड़ मारने वाला शख्स तृणमूल का
कार्यकर्ता है और वह पार्टी से बेहद नाराज था।
मंच पर टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को थप्पड़ मारता युवक
घटना पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के चंडीपुर में रविवार को
हुई। पूर्वी मिदनापुर जिले को तृणमूल का गढ़ माना जाता है। अभिषेक जैसे ही
मंच पर चढ़े, उन्हें तृणमूल कार्यकर्ता ने चांटा जड़ दिया। थप्पड़ मारने
वाला युवक सांसद का वीडियो बनाने की बात कहकर मंच के करीब तक आ गया और बाद
में इस हरकत को अंजाम दिया। स्टेज पर मौजूद लोगों ने मंच को बनाने में
इस्तेमाल बांस आदि को निकालकर उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। पिटाई के बाद
युवक की हालत बेहद गंभीर है और उसे तमलुक जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया
है।
खबरों के मुताबिक, बाद में मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों से भी
धक्कामुक्की की गई और उनके कैमरे तोड़ दिए गए। तृणमूल कार्यकर्ता युवक की
पिटाई की फोटो खींचे जाने की वजह से नाराज थे। कार्यकर्ताओं ने पथराव भी
किया, जिसमें एसडीपीओ और कई मीडिया कर्मियों को चोटें आई हैं।
विपक्ष ने साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि अभिषेक बनर्जी को
थप्पड़ मारा जाना टीएमसी के अंदर चल रहे माहौल का ही नतीजा है। सिन्हा के
मुताबिक, हो सकता है कि थप्पड़ मारने वाला युवक शारदा घोटाला का पीड़ित हो।
हालांकि, उन्होंने माना कि किसी जन प्रतिनिधि को इस तरीके से थप्पड़ मारना
उचित नहीं है। सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा कि टीएमसी नेताओं के
खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। टीएमसी समर्थक भी शारदा घोटाला, राज्य
की अव्यवस्था से परेशान हैं। हालांकि इस तरह किसी सांसद को थप्पड़ मारना
ठीक नहीं। युवक की बुरी तरह पिटाई करके भी तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कानून को
अपने हाथ में लिया है। लेफ्ट नेता अतुल अंजान ने कहा कि किसी बाहरी शख्स
ने घटना को अंजाम नहीं दिया, यह पार्टी के अंदरुनी विवाद का ही नतीजा है।
वहीं, वहीं, तृणमूल प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि कोई व्यक्ति स्टेज
पर आकर अभिषेक के साथ फोटो खिंचवाना चाहता था, संभवत: उसी ने चांटा मारा
है। ब्रायन के मुताबिक, इस मामले में किसी बाहरी के शामिल होने की आशंका से
इनकार नहीं किया जा सकता।
कौन हैं अभिषेक बनर्जी
-अभिषेक बनर्जी ममता के बाद परिवार से सक्रिय राजनीति में आने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। ममता बनर्जी के भाई अमित बनर्जी के बेटे न केवल आज तृणमूल कांग्रेस से सांसद हैं, बल्कि कई मौकों पर उन्हें ममता के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया जाता रहा है। वह 2014 आम चुनाव में डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से जीत कर संसद पहुंचे हैं।
-अभिषेक बनर्जी ममता के बाद परिवार से सक्रिय राजनीति में आने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। ममता बनर्जी के भाई अमित बनर्जी के बेटे न केवल आज तृणमूल कांग्रेस से सांसद हैं, बल्कि कई मौकों पर उन्हें ममता के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया जाता रहा है। वह 2014 आम चुनाव में डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से जीत कर संसद पहुंचे हैं।
-पहली बार 2011 में अभिषेक उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने
अपनी पार्टी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रेन के साथ मिलकर हॉटमेल के
संस्थापक सबीर भाटिया को पार्टी के ऑनलाइन अभियान की डिजाइनिंग के लिए चुना
था। अभिषेक का नाम शारदा घोटाले से भी जुड़ चुका है।
-सांसद बनने से पहले ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने के बाद एक पुलिस
अधिकारी द्वारा रोके जाने पर उन्होंने उसे कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया था ।
जब पुलिस उन्हें थाने ले गई थी तो उन्हें वहां छुड़ाने के लिए सूबे के एक
मंत्री पहुंच गए थे।
-अभिषेक तृणमूल यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। कुछ वक्त
पहले एक युवती के कथित शारीरिक शोषण के मामले में जाधवपुर यूनिवर्सिटी में
स्टूडेंट्स के प्रदर्शन पर उन्होंने विवादित बयान दिया था। अभिषेक ने कहा
था, ''क्या यह विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार ने ड्रग्स, शराब और चरस
पर बैन लगा दिया है।''
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