भारत के सबसे बढ़े राज्य ,,,राजस्थान के शिक्षानगरी में अधिकतम अपराधियों वाली कोटा जेल में इन दिनों जेल अधीक्षक शंकर सिंह मानवता का पाठ पढ़ा रहे है ,,,नैतिक शिक्षाओ से कैदियों का मन बदलने की कामयाब कोशिशों में जुटे है ,,,इसी कड़ी में जेल अधीक्षक शंकर सिंह का संकल्प है के उनकी जेल में जो भी आएगा वोह साक्षर होकर जाएगा ,,अगर अंगूठा लगाकर आया है तो रिहाई के वक़्त कमसे कम हस्ताक्षर करना सीख कर ही जाएगा ,,,,,जो साक्षर है वोह आगे की पढ़ाई में एडमीशन लेकर पढ़ेगा और डिग्रीधारी बनकर जाएगा ,,,,,शंकर सिंह हिन्दू ,,मुस्लिम ,,सिक्ख ,,ईसाई ,,धर्मग्रंथों के माध्यम से कैदियों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाते है और धार्मिक अवसरों पर धर्मगुरुओं के व्याख्यान करवाकर मनोवैज्ञानिक तरीके से कैदियों को नैतिक शिक्षा की तरफ जाग्रत करते है ,,,,,कोटा जेल में आज की तारीख में सम्पूर्र्ण साक्षर क़ैदी ,है ,जेल अधीक्षक शंकर सिंह ने जेल में सतत शिक्षा अभियान की अलख जगाई है ,,कैदियों से ही कैदियों को पढ़ाने का संकल्प लिया है जो केदी पढ़े लिखे है वोह गुरूजी और जो कम पढ़े लिखे है वोह चेले बन गए है ,,,कोटा जेल के 264 कैदियों को इग्नू विश्वविधिालय से पढ़ाने के लिए पंजीकृत कराया गया है ,,जिसमे नो एम ऐ ,,बाईस बी ऐ ,,,,दो सो तेतीस लोग बी पी पी के कोर्स के लिए पंजीकृत किये गए है ,,तीन सो पचास लोग सतत शिक्षा का कोर्स कर रहे है ,,,इन सभी पढ़ाकू कैदियों को शंकर सिंह ने अपने स्तर पर सरकार ,,समाजसेवी संस्थानों से मदद दिलवाकर पंजीयन शुल्क और पढ़ाई का कोर्स दिलवाया है ,,,,,,कोटा जेल में कुल कैदियों की संख्या अब एक हज़ार इक्क्यासी बची है जिसमे से सात सो इक्क्यासी अंडर ट्रायल ,,,तीन सो सज़ायाफ्ता कैदी है ,,इनमे चौबीस महिलाये है जिनके साथ दो बच्चे है ,,,जेल अधीक्षक शंकर सिंह और अधीनस्थ स्टाफ कोटा जेल को आदर्श जेल ,,सम्पूर्ण साक्षर जेल बनाने की दिशा में कामयाब हो गए है ,,वोह रोज़ सुबह से शाम तक कैदियों के बीच रहकर उनकी परेशानियां सुनते है ,,उन्हें दूर करते है ,,अवसर पढ़ने पर समाजसेवी संस्थाओं से मदद लेते है ,,,सरकार से बजट मांगते है ,,,,,,,,कोटा जेल में कैदी को चाहे सज़ा काटने के लिए भेजा जाता हो लेकिन एक कैदी पारिवारिक माहोल में धार्मिक स्वतंत्रता के साथ ,,,अपनी अपनी धार्मिक आस्थाओं के साथ ,,,अपने कुकर्मों पर आत्मचिंतन करता है ,,,गलती स्वीकारता है और फिर प्रायश्चित का रास्ता अपनाकर खुद को फिर से सुधार की तरफ ले जाने का संकल्प लेकर आदर्श नागरिक बनने की पहल करता है ,,,,,,,,,,,,ऐसे कुशल प्रशासनिक प्रबंधक ,,मानवाधिकारों के संरक्षक जेल अधीक्षक कोटा शंकर सिंह को सलाम ,,सेल्यूट ,,,, हाल ही में पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इण्डिया के प्रदेश अध्यक्ष अनीस अंसारी ,,,शोएब भाई ,,,नवेद अख्तर ,,,कोटा शहर क़ाज़ी अनवर अहमद ,,, में खुद ,अख्तरखान अकेला ,,,,ऐ डी चड्डा ,साक्षरता सामग्री सोपंते वक़्त इस सच्चाई के साक्षात गवाह भी बने है ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 जनवरी 2015
हुज़ूर स अ व पैगम्बर मोहम्मद का जन्म दिन कोटा में बुराई और अच्छाइयों के साथ मनाया
कल हुज़ूर स अ व पैगम्बर मोहम्मद का जन्म दिन कोटा में बुराई और अच्छाइयों
के साथ मनाया गया ,,,,,,नाच गाना ,,ढोल तमाशा ,,,,बेतरतीब आतिशबाज़ी
,,जेबकतरी ,,चोरी चिकारी ,,,महिलाओं का गैर इस्लामिक प्रदर्शन तो था ही सही
लेकिन हुज़ूर स अ व की मुख सीख के रिज़्क़ की बेहुरमती न करो ,,,,,इस
सिद्धांत का भी खुलकर उलंग्घन हुआ ,,अनावश्यक रूप से शेखी के लिए पेट भरे
हुए लोगों को जिनको खाने पीने के सामानो की ज़रूरत नहीं थी दिखावे के तोर पर
पुलाव ,,ज़र्दा,, आइसक्रीम ,,खीर ,,हलवा ,,दूधः ,,वगेरा खूब खिलाया
,,पिलाया लेकिन अफ़सोस यह रहा के रिज़्क़ जो खुदा की नियामत है भूखे ,,गरीबों
के पेट का हिस्सा नहीं बना और सड़कों पर बिखरा पढ़ा रहा ,,,,,,,,,,इधर कुछ
लोगों ने नेकनामी के लिए इस मौके पर लोगों की ज़िंदगियाँ बचाने के लिए
खिदमते ख़ल्क़ का काम करते हुए रक्तदान शिविर लगाया ,,,,,,इस जुलुस में
फ़िज़ूलखर्ची दिल खोलकर हुई ,,किसका कोनसा किसतरह का कमाया हुआ रुपया इस पाक
मौके पर लगा अल्लाह बेहतर जानता है ,,लेकिन लाखों रूपये के इस दिखावे के
खर्च को अगर समेट कर गरीब गुरबा लोगों को ,,रोटी ,,कपड़ा ,,मकान ,,शिुक्षा
देने के लिए एक फंड बनाकर किया जाता तो कमसे कम हर साल एक करोड़ रूपये अलग
से फंड इकट्ठा हो सकता था जो गरीबों के कल्याण ,,शादी ,,ब्याह ,,शिक्षा
,,इलाज वगेरा जैसे पुनित कार्यों पर खर्च किया जाकर हुज़ूर स अ व की सीख का
परचम लहराया जा सकता था और नेक राह पर चलकर अमन ,,सुकून ,,खिदमते ख़ल्क़ के
पैगाम से दूसरे समाजों के सामने इस्लामिक उदाहरण ,,इस्लाम की सही तस्वीर
पेश की जा सकती थी ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
पंचायतों को कांग्रेस मुक्त बनाने की कोशिशों में भाजपा नेताओं की आंतरिक मदद करने में जुटे है ,
राजस्थान में पंचायत चुनावों में एक बार फिर कांग्रेस संगठन में बैठे भाजपा
के एजेंट भाजपा के नेताओ से तालमेल बिठाकर राजस्थान की पंचायतों को
कांग्रेस मुक्त बनाने की कोशिशों में भाजपा नेताओं की आंतरिक मदद करने में
जुटे है ,,,,राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलेट ने तो इस
बारे में कोई समझदारी नहीं दिखाई है ,,लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया
गांधी और राहुल गांधी ने भी राजस्थान के पंचायत चुनाव में कांग्रेस को
मज़बूत कर जिताने के मामले में कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं दिखाई है ,,,हद
तो यह है के राजीव गांधी पंचायत कांग्रेस का गठन राजस्थान में अब तक नहीं
किया गया ,,,राजीव गांधी का पंचायत क्षेत्रों में कांग्रेस को मज़बूत करने
का सपना था संगठन के विधान में भी इस मामले में ग्राम कार्यकारिणीं का गठन
करना था जो नहीं किया गया है ,,,,,,,,,, पूर्व केंद्रीय मंत्री ,मीनाक्षी
नटराजन जो राष्ट्रिय राजीवगांधी पंचायत की राष्ट्रीय अध्यक्ष है वोह भी इस
मामले में फ्लॉप साबित हुई है ,,,,अभी कोटा पंचायत मामले को लेकर शहरी
क्षेत्र तलवंडी में गाँव के चुनाव की चर्चा को लेकर एक बैठक बुलाई थी जिसमे
पांच सो कार्यकर्ताओं के आने का था लेकिन अफ़सोस केवल दो दर्जन के लगभग
कार्यकर्ता मीनाक्षी नटराजन मुख्य अतीथी ,, पर्यवेक्षक ज्योति खण्डेलवाल
विशिष्ठ अतिथि और नतीजा ज़ीरो बूंदी में भी कमोबेश यही हाल रहा ,,,इससे
स्पष्ट है कांग्रेस के पास कोई होवरक ग्रामीण चुनावों को लेकर नहीं है
हाड़ोती के एक ग्रामीण आँचल के मंत्री ने तो एक जिताऊ प्रत्याक्षी के धाकड़
होने पर ऐतराज़ जताते हुए उन्हें टिकिट देने से इसलिए इंकार कर दिया के धाकड़
समाज ने उनका साथ नहीं दिया ,,,,ऐसी ही गतिविधि पुरे राजस्थान में चल रही
है और कांग्रेस केवल कार्यालयों खुद के बंगलों दल बदल कर कांग्रेस से बगावत
कर गए लोगों के स्वागत के आलावा कुछ नहीं कर रही है ,,जो मूल कोंग्रेसी है
उनका सम्मान कांग्रेस में नहीं लेकिन मौक़ापरस्त लोग कांग्रेस के सिरमौर बन
गए है ,,इस हालात को अगर वक़्त रहते नहीं बदला तो कांग्रेस पंचायत चुनाव
में भी राम नाम सत हो जायेगी जबकि आज भाजपा के खिलाफ राजस्थान की ग्रामीण
जनता खुले रूप से आमने सामने है इन हालातो में भी अगर कांग्रेस पंचायत
चुनाव नहीं जीत पाई तो यह पक्की है के कांग्रेस में ही भाजपा के ऐसे एजेंट
है जो भाजपा से हाथ मिलाकर कांग्रेस मुक्त राजस्थान के सपने को साकार करने
में जुटे है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
नाराज फरियादी ने जनता दरबार में बिहार के मुख्यमंत्री पर फेंका जूता
पटना. एक
युवक ने बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर जूता फेंका है। मांझी जनता
दरबार में लोगों से मिल रहे थे। उसी दौरान छपरा के अमृतेष नाम के युवक ने
सीएम की ओर जूता फेंक दिया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर सचिवालय थाने ले गई।
पुलिस की गिरफ्त में जूता फेंकने वाला युवक।
युवक जनता दरबार में अपनी समस्याएं लेकर आया था। फरियाद सुनाने के
बहाने वह मांझी के करीब पहुंचा और जूता निकाल कर उनकी तरफ फेंक दिया। वहां
मौजूद लोगों ने जूता रोक लिया। पुलिस उसे पकड़कर जब बाहर ले जा रही थी, तभी
उसने अपना दूसरा जूता भी सीएम की तरफ फेंक दिया। बताया जाता है कि युवक
झूठे मुकदमे में खुद को पुलिस द्वारा फंसाए जाने से परेशान है। उसका कहना
है कि जनता दरबार में केवल कागजों पर काम होता है और मुख्यमंत्री केवल
बयानबाजी करते रहते हैं। गौरतलब है कि मांझी ने रविवार को भी एक बयान दिया
था, जिसमें उन्होंने नक्सलियों द्वारा लेवी मांगने को जायज ठहराया था और कहा था कि उनके मंत्री उनकी सुनते ही नहीं हैं।
ओबामा के दौरे से पहले 150 से ज्यादा आतंकियों को भारत में तबाही मचाने का हुक्म
नई दिल्ली. रिपब्लिक डे यानी 26 जनवरी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौरे के पहले पाकिस्तान की
खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा भारत में आत्मघाती
हमले की योजना बना रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक आईएसआई ने 150 से ज्यादा
आतंकियों को भारत में तबाही मचाने की हुक्म दिया है।
फाइल फोटो: कैंप में ट्रेनिंग लेते आतंकवादी।
सूत्रों के मुताबिक आईएसआई और लश्कर जम्मू
के अरनिया सेक्टर में पिछले साल नवंबर में हमले की तर्ज पर कई और हमले
करने की प्लानिंग कर रहे हैं। हमलों को अंजाम देने के लिए लश्कर के 60
आतंकवादी पाकिस्तान के सियालकोट में कैंप लगाए हुए हैं। बीएसएफ को भी इस
बात के इनपुट मिले हैं कि चेनाब नदी के जरिए आतंकियों को सीजफायर तोड़ने की
आड़ में आतंकियों की भेजने की कोशिश कर रहा है। अरनिया में आतंकवादियों और
सुरक्षा बलों के बीच कई घंटे तक मुठभेड़ हुई थी। इसमें तीन जवान, तीन आम
लोग और चार आतंकवादी मारे गए थे।
जम्मू-कश्मीर चुनाव में गड़बड़ी नहीं पाया था लश्कर
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा गड़बड़ी नहीं फैला पाए थे। राज्य में बड़े पैमाने पर वोटिंग हुई थी। खबरें आई थीं कि आईएसआई ने लश्कर को कश्मीर में मतदाताओं को डराने के लिए हमले का जिम्मा सौंपा था, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद लश्कर नाकाम रहा था। इससे लश्कर से आईएसआई बहुत नाराज हुआ था। बताया जा रहा है कि अपनी नाकामी से बौखलाए आईएसआई ने जनवरी में हमले करने का जिम्मा लश्कर को सौंपा है।
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा गड़बड़ी नहीं फैला पाए थे। राज्य में बड़े पैमाने पर वोटिंग हुई थी। खबरें आई थीं कि आईएसआई ने लश्कर को कश्मीर में मतदाताओं को डराने के लिए हमले का जिम्मा सौंपा था, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद लश्कर नाकाम रहा था। इससे लश्कर से आईएसआई बहुत नाराज हुआ था। बताया जा रहा है कि अपनी नाकामी से बौखलाए आईएसआई ने जनवरी में हमले करने का जिम्मा लश्कर को सौंपा है।
पाकिस्तान की फायरिंग से बचने को बुलेट प्रूफ गाड़ियों में बैठकर निकले 3700 लोग
नई दिल्ली. पाकिस्तान से सटे इंटरनेशनल बॉर्डर पर बसे 57
भारतीय गांवों के पांच हजार लोगों की जान पड़ोसी देश की ओर से हो रही
जबर्दस्त गोलाबारी के चलते खतरे में है। कठुआ के डिप्टी कमिश्नर ने इस बात
की पुष्टि की है। डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी का कहना है कि पाकिस्तान
की ओर से हो रही फायरिंग के चलते राहत और बचाव का काम भी रुक गया है।
उन्होंने यह भी बताया है कि अगली सूचना तक कठुआ के सभी स्कूलों को बंद कर
दिया गया है। कठुआ में करीब 3700 लोगों को बुलेट प्रूफ गाड़ियों में बैठाकर
सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
फाइल फोटो: चेक पोस्ट पर तैनात एक भारतीय सैनिक।
पाकिस्तान की ओर से सोमवार दोपहर दो बजे से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय
सीमा पर मौजूद सांबा, कठुआ और हीरानगर में मौजूद बीएसएफ की चौकियों और
आसपास के इलाके में पाकिस्तान जबर्दस्त गोलीबारी कर रहा है। गोलीबारी में
बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया। पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग और
गोलाबारी की चपेट में आकर बीते सात दिनों में पांच लोगों की मौत हो चुकी
है। इसमें बीएसएफ के तीन जवान शामिल हैं। पाकिस्तान ने सोमवार सुबह बीएसएफ
की छह नई पोस्टों को निशाना बनाया। जम्मू-कश्मीर के बोबियां और पंसार सेक्टर में रविवार रात से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक नई चौकियों पर फायरिंग के जरिए पाकिस्तान
आतंकियों की घुसपैठ दूसरे रास्तों से कराना चाहता है, लेकिन बीएसएफ की ओर
से मुंहतोड़ जवाब मिलने से वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पा रहा है।
बीएसएफ ने सांबा और कठुआ सेक्टर से लगे इलाकों से लोगों को सुरक्षित
स्थानों पर भेजने का सिलसिला जारी रखा है। इस इलाके से करीब 3500 लोगों को
यहां से निकाला जा चुका है। इनमें से 1800 लोग रिफ्यूजी कैंपों में रह रहे
हैं। कड़ाके की ठंड के कारण प्रशासन ने इन लोगों के लिए तमाम व्यवस्थाएं
की हैं। शुक्रवार से जारी फायरिंग में अब तक सेना के दो जवान शहीद हुए हैं,
वहीं एक महिला की भी मौत हो चुकी है। खबरों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से
सोमवार सुबह करीब पांच बजे गोलीबारी शुरू की गई। इसके बाद बीएसएफ ने उसे
मुंहतोड़ जवाब दिया।
गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय मीटिंग
सीमा के हालात को देखते हुए दिल्ली में सोमवार सुबह गृह मंत्रालय में एक हाई लेवल मीटिंग हुई। बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रॉ और आईबी के चीफ शामिल हुए। मीटिंग में देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी विचार-विमर्श किया गया।
सीमा के हालात को देखते हुए दिल्ली में सोमवार सुबह गृह मंत्रालय में एक हाई लेवल मीटिंग हुई। बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रॉ और आईबी के चीफ शामिल हुए। मीटिंग में देश की आंतरिक सुरक्षा पर भी विचार-विमर्श किया गया।
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