मंदसौर. गणतंत्र
दिवस 26 जनवरी को पूरे देश में मनाया जाता है। आप सोच भी नहीं सकते कि
किसी आदमी का नाम 26 जनवरी होगा। पर ऐसा व्यक्ति मंदसौर में है। वह भी 22
साल से डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) में। इस कारण उन्हें 26
जनवरी को कई बार बुरे अनुभव से गुजरना पड़ा। अच्छी बात यह है कि उनका
जन्मदिन पूरा राष्ट्र मनाता है।
डाइट में पदस्थ 26 जनवरी पिता सत्यनारायण टेलर 22 साल से भृत्य के रूप
में सेवा दे रहे हैं। उन्हें नाम के कारण कई उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ा।
उन्होंने बताया उनका जन्म 26 जनवरी 1966 को उदयगढ़ जिला झाबुआ हुआ था। पिता
ने जन्म दिनांक को ही नाम बना दिया। पांचवीं बोर्ड में नाम लिखाते हुए पिता
को किसी ने सलाह भी दी कि चाहो तो नाम चेंज हो सकता है।
पिता ने नाम नहीं बदला। 1979 में पिता सत्यनारायण प्राथमिक विद्यालय
प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हो गए। उसके बाद पूरा परिवार मंदसौर आ
गया। तब से वे डाइट में भृत्य के पद पर सेवारत हैं। अनोखे नाम के कारण ही
डाइट में चर्चित हैं। गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण होता है। इसके साथ ही
स्टाफ 26 जनवरी का जन्मदिन भी मनाता है।
ऐसे भी हुए वाकये : नाम के कारण रुक गया था पूरे स्टाफ का वेतन
> 1993 में डाइट के स्टाफ के साथ 26 जनवरी नाम होने से संदेह के आधार पर पूरे स्टाफ का वेतन जिला कोषालय ने रोक लिया। बाद में नाम के प्रमाणीकरण के साथ नियुक्ति-पत्र व अन्य दस्तावेज दिखाए तब 26 जनवरी नाम को मान्य किया गया।
> 1993 में डाइट के स्टाफ के साथ 26 जनवरी नाम होने से संदेह के आधार पर पूरे स्टाफ का वेतन जिला कोषालय ने रोक लिया। बाद में नाम के प्रमाणीकरण के साथ नियुक्ति-पत्र व अन्य दस्तावेज दिखाए तब 26 जनवरी नाम को मान्य किया गया।
> 1998 के लोकसभा चुनाव में मतदान दलों की सूची में 26 जनवरी का
नाम सबसे ऊपर आया तो तत्कालीन कलेक्टर मनोज श्रीवास्तव ने कहा, ये क्या
मजाक है। उन्होंने सूची पर साइन करने से मना कर दिया। बाद में उन्हें भी
दस्तावेज के साथ प्रमाणीकरण देना पड़ा था।