राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमेन निज़ाम कुरैशी ने कहा
है के कांग्रेस की रीती नीति सिद्धांतों की वजह से ही कांग्रेस सबसे बढ़ी
पार्टी ,,सभी धर्मों ,,समाजों और क़ौमों की पार्टी है ,,उन्होंने कहा के
राजस्थान पंचायत चुनाव में भाजपा हताशा में है जबकि कांग्रेस में भारी
उत्साह है इसके नतीजे सकारात्मक आएंगे और कई स्थानों पर कांग्रेस एक बार
फिर मज़बूत होकर उभरेगी ,,, निज़ाम कुरैशी आज अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान
कोटा जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को वाई के एस होटल में
सम्बोधित कर रहे थे ,,,उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया के राजस्थान
में कांग्रेस के खिलाफ भाजपा दुष्प्रचार कर जीत तो गयी लेकिन अब राज संभाला
नहीं आ रहा है और जीत कर भी भाजपा हताशा में है ,,,आंतरिक कलह ,,आंतरिक
विवादों से उबर नहीं पा रही है ,,,स्थिति यह है के क़ानून व्यवस्था लचर है
,,,किसानों को खाद नहीं है ,,महिलाओं की अस्मत खतरे में है ,,विकास के नाम
पर विनाश किया जा रहा है ,,,अस्पतालों में मुफ्त जाँचे ,, दवाये बंद कर दी
गई है और दुकानों पर शराब की बिक्री बढ़ा दी गई है ,,,निज़ाम कुरैशी ने कहा
के कांग्रेस के कार्यकर्ता अनुशासित है उत्साहित है पंचायत चुनाव में भाजपा
की जनविरोधी नीतियों के कारण जनता अब भाजपा को नकार कर कांग्रेस को एक बार
फिर ज़िंदाबाद कहेगी ,,,,,,निज़ाम कुरैशी को हाल ही में राजस्थान में
कांग्रेस की करारी हारो और अल्पसंख्यकों की भारी नाराज़गी के बाद विकट
परिस्थितियों में कांग्रेस के परम्परागत वोटों को कांग्रेस के साथ फिर
जोड़ने और कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया
गांधी ने राजस्थान अल्सपंख्य्क विभाग का चेयरमेन बनाकर सचिन पायलेट के हाथ
मज़बूत करने की ज़िम्मेदारी सौंपी है ,,,,निज़ाम कुरैशी तब से ही प्रदेश में
कार्यकर्ताओं से सम्पर्क कर कोंग्रेस ज़िंदाबाद करने की कोशिशों में जुट गए
है ,,,निज़ाम कुरैशी अशोक गेहलोत की पिछली सरकार में खेल विकास प्राधिकरण के
चेयरमेन के पद पर मंत्री दर्जा प्राप्त थे जिन्होंने खेल सुधार में विशेष
कार्य किये ,,,,,निज़ाम कुरैशी का कुन्हाड़ी पुलिया पर कांग्रेस के रहीम खान
,,,पूर्व पार्षद उमर सी आई डी ,,एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,,बंजारा
फाउंडेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष कैलाश बंजारा सहित कई कार्यकर्ताओं ने
ऐतिहासिक स्वागत किया ,,,निज़ाम कुरैशी को फिर सी ऐ डी सर्किल वाई के एस
होटल में लाया गया जहां अफ़रोज़ खान के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने
उनका ज़बरदस्त स्वागत किया ,,,सोशल मीडया प्रभारी अज़ीज़ सिद्दीक़ी ,,रहीम खान
,,,,,इसरार अहमद ,,,मंजुर तंवर ,,,रईस खान ,,,हाफ़िज़ रशीद क़ादरी ,,उमर सी
आई डी बाबू खान ,,,आबिद कुरैशी सहित कई कार्यकर्ताओं ने उन्हें साफा पहना
कर स्वागत किया ,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी ने कोटा संभाग में कांग्रेस के
हालातों पर फोन पर पूर्व मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल ,,,,जिला कांग्रेस
अध्यक्ष गोविन्द शर्मा ,,,,,, पंकज मेहता ,,डॉक्टर ज़फर ,,,नईमुद्दीन
गुड्डू से भी चर्चा की ,,,,,,निज़ाम कुरैशी के स्वागत और कांग्रेस को मज़बूती
देने के लिए विचार विमर्श में मुख्य रूप से नईमुद्दीन गुड्डू ,,,,अख्तर
खान अकेला ,,,कैलाश बंजारा ,,,क्रान्ति तिवारिा ,,,डॉक्टर इकराम ,,आबिद
कागज़ी ,,,देहात प्रवक्ता मंज़ूर तंवर ,,,,सुल्तानपुर उप प्रधान रईस खान सहित
सैकड़ों कार्यकर्ताओें से उन्होंने चर्चा की और सुझाव मांगे
,,,,,,,,,,,,,,,,निज़ाम कुरैशी आज सुबह बारां के लिए रवाना होंगे वहां ईद
मिलादुन्नबी कार्यक्रम में हिस्सा लेकर फिर वोह जयपुर के लिए प्रस्थान
करेंगे ,,,,,, कुरैशी के साथ युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मक़सूद खान भी
थे ,,देहात अल्सपंख्य्क कांग्रेस के करीम भाई ने भी उनका स्वागत किया
,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 जनवरी 2015
हुज़ूर स अ व की शान ,,उनकी तरबियत
हुज़ूर स अ व की शान ,,उनकी तरबियत ,,उनकी सीख की तब्लीग करने के लिए आज हम
यहां इकट्ठे हुए है ,,,,,,,,इस आयोजन के लिए सभी को मुबारकबाद ,,,,एक आदमी
को आदमी से इंसान ऐसा इंसान जो अशरफुल मख़लूक़ात में शामिल हो सके ,,इसके
लिए हमे कोई तरबियत मिली तो हमारे हुज़ूर स अ व से मिली ,,,खुदा का पैगाम
हुज़ूर स अ व ने आसान जुबां में हम तक पहुंचाया है ,,,हमे पढ़ने की हिदायत
दी ,,हमे इंसानियत का पाठ पढ़ाया ,,,जीने का सलीक़ा बताया ,,हुज़ूर स अ व ने
औरतों को बराबर का दर्जा दिया तो ,,,बुज़ुर्गों की इज़्ज़त
,,छोटो का अदब सिखाया ,,,गरीब ,,मरीज़ ,,परेशान लोगों की हमे मदद की हिदायत
दी ,,तो दूसरे मज़हब के लोगों के साथ हमे खुशमिजाजी से खुश अख़लाक़ी से पेश
होने का जज़्बा सिखाया ,,,मुसीबत के वक़्त सब्र ,,,गुस्से को हराम बताया
,,,,,कालाधन ,,,बेईमानी ,,मिलावटखोरी से दूर रहने की हिदायत दी ,,तो
लड़कियों को पेट में ही मार देने को गुनाह क़रार दिया ,,,,,एक निज़ाम चलाने के
लिए लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया तो अमीरी गरीबी ,,उंच नीच ,,छोटे बढ़े का भेदभाव
मिटाया ,,,हुज़ूर स अ व ने अमीरी गरीबी के भेदभाव को खत्म करने के लिए
समाजवाद का सिद्धांत बताया ,,,,ज़कात ,,खैरात ,,हमारे अपनों को तकलीफों से
बचाने और उन्हें बराबरी का मानसममान देने के लिए बनाई गई ,,,,,,,,,,,दूसरे
के धर्म मज़हब की इज़्ज़त करने की हिदायत दी तो पुरे विश्व में अमन ,,सुकून
,,इन्साफ ,, इंसानियत की हिदायत दी ,,ब्याज ,,बेईमानी ,,,ज़ुल्म ,,ज़्यादती
,, बुराई के खिलाफ जंग लड़ने की इजाज़त दी ,,,,,,,,,,,ऐसे हुज़ूर स अ व
जिन्होंने कहा के अपने अखलाक़ ऐसे बनाओ के दुश्मन भी देखे तो कहे वाह ,,एक
मुसलमान हुज़ूर स अ व की हिदायतों पर चलता है उसकी पहचान इंसाफ ,,इंसानियत
,,सब्र ,,सलीक़े ,,तरक़्क़ी ,,,तालीमयाफ्ता की होती है ,,,तो उनके हुज़ूर कैसे
होंगे ,,उनका मज़हब केसा होगा ,,मुसलमान की नेकी रो एकता से सीख लेकर लोग
तुम्हारे मज़हब की तरफ आये ,,,यही उनकी हिदायत थी ,,,अख्तर
ना जाने कौन कौन अराजकता पैदा करने वाले
भारत में साक्षी महाराज ,,योगी आदित्यनाथ और ना जाने कौन कौन अराजकता पैदा
करने वाले लोगों की तर्ज़ पर निकले अकबरुद्दीन ओवेसी ने हर पैदा होने वाले
बच्चे को जन्मजात मुसलमान बताया है ,,,,काश ऐसा होता ,,काश हर शख्स मुसलमान
होता तो जनाब देश में विश्व में इंसानियत ,,इन्साफ ,,अमन ,,सुकून होता जो
नहीं है इसका मतलब ओवेसी झूंठे है और ,,ओवेसी खुद भी मुसलमान नहीं है
,,क्योंकि मुसलमान जन्म से नहीं होता ,,मुसलमान इबादत ,,,अखलाक़ ,,अपनी
जीवनशैली से मुसलमान होता है ,,किसी की जीवन सहेली अमन ,,सुकून
,,,इन्साफ और इंसानियत के खिलाफ है तो फिर वोह चाहे कितनी अपनी शक्ल
मुसलमान की तरह बना ले ,,,वोह कभी मुसलमान नहीं कहला सकता ,,अकबरुद्दीन के
इस बयांन पर उन्हें तोबा करना चाहिए और फिर अखलाक़ बदलकर मुसलमानो की तरह
अमन परस्त ,,इन्साफ परस्त ,,,,इंसानियत परस्त बनाना चाहिए सियासत के लिए
मुस्लिमों को उकसाना सियासत हो सकती है ,,मुस्ल्मानियत नहीं मुसलमानियत के
लिए तो एक दावत है ,,ख़ुलूस की ,,मोहब्बत की अपनेपन की ,,,अख्तर खान अकेला
कोटा राजस्थान
ये है वाड्रा परिवार, 13 की उम्र में शुरू हो गई थी प्रियंका-रॉबर्ट की प्रेम कहानी
बांए से प्रियंका, मिराया, रॉबर्ट वाड्रा
अपनी मां और भाई के संसदीय क्षेत्रों में वो अक्सर नजर आती हैं। दो
बच्चों की मां प्रियंका बचपन से ही बेहद शालीन रही हैं। उनका मानना है कि
राजनीति से अलग रह कर भी लोगों के लिए काम किया जा सकता है।
प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी के दिन दिल्ली में ही हुआ। उन्होंने
दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री भी ली है। प्रियंका गांधी की शादी
दिल्ली के एक व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा से हुई है। ये शादी 10 जनपथ गांधी
आवास पर 18 फरवरी 1997 के दिन हुई थी। दोनों के रैहान नाम का एक बेटा और
मिराय नाम की एक बेटी है। रैहान प्रियंका गांधी के साथ रैलियों में अक्सर
दिखते हैं।
13 की उम्र में शुरू हुई प्रेम कहानी
देश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने में जन्मी प्रियंका कड़ी सुरक्षा में
पली-बढ़ी। इस दौरान न तो वह किसी से ज्यादा दोस्ती कर सकी और न ही
ज्यादा किसी से घुल-मिल सकी। इस बीच उनकी जिंदगी में कई बार ऐसे मोड़ आए,
जब उसके सबसे करीबी भी एक-एक करके दूर होते चले गए। जब वह 13 साल की थीं तो
उन्होंने स्कूल में पढ़ने वाले राबर्ट वाड्रा को देखा। स्कूल में साथ
पढ़े राबर्ट को देखते ही उन्हें पहली नजर में उनसे प्यार हो गया। रॉबर्ट
वाड्रा अक्सर प्रियंका के घर आते-जाते रहते थे। वे राहुल गांधी
के भी अच्छे दोस्त बन गए थे। देश के सबसे बड़े राजनैतिक घराने की बेटी को
प्रपोज करने के लिए भी रॉबर्ट को काफी हिम्मत दिखानी पड़ी। आखिर कार 18
फरवरी 1997 में दोनों की शादी हो गई।
मोदी के कट्टर विरोधी संजय जोशी भी थामेंगे झाड़ू, पीएम के अभियान में देंगे साथ
लखनऊ. मोदी
के धुर विरोधी माने जाने वाले बीजेपी के पूर्व महासचिव अौर आरएसएस प्रचारक
संजय जोशी 14 जनवरी को उनके स्वच्छ भारत अभियान में हिस्सा लेंगे। इसके
लिए लखनऊ में होर्डिंग भी लग चुके हैं। बता दें कि हाल के दिनों में संजय
जोशी की गतिविधियां बढ़ीं हैं। कुछ वक्त पहले ही उन्हें गुजरात में आयोजित
संघ के कार्यक्रम में भी आमंत्रित किया गया था।
लखनऊ में कई जगहों पर नजर आए होर्डिंग्स
बीजेपी दफ्तर पर लगे होर्डिंग
खास बात यह है कि ये होर्डिंग्स लखनऊ में भाजपा दफ्तर के बाहर लगे
हैं। इसके अलावा, शहर के चारबाग, हजरतगंज, लालबाग और डालीगंज इलाकों में
लगाए गए हैं। होडिंग्स में जोशी के साथ पीएम मोदी की भी तस्वीर है। अभियान
सुबह दस बजे से आइटी चौराहा से हरिजन बस्ती बाबा की बगिया तक चलाया जाएगा।
बता दें कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति भी है।
बीजेपी ने दी सफाई
भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक का कहना है कि स्वच्छता अभियान सबके
लिए है। कोई भी इससे जुड़ सकता है। यह अभियान सिर्फ पीएम नरेन्द्र मोदी का
नहीं बल्कि पूरे देश का है। जानकारों के मुताबिक, पार्टी को लगता है कि
मोदी की तानाशाह जैसी छवि बनती जा रही है। ऐसे में उसे लगता है कि मोदी के
अभियान से जोशी को जोड़कर इस छवि को बदला जा सकता है।
मोदी की वजह से छोड़ा था पद
संजय जोशी की पहचान आरएसएस कार्यकर्ता रूप में है। उन्हें 1988 में आरएसएस ने गुजरात भाजपा ईकाई में काम करने के लिए भेजा था। उसी दौर में मोदी से उनके मतभेद हो गए। 2012 मई में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग हुई थी। बताया जाता है कि उस मीटिंग में नरेंद्र मोदी ने आने से इनकार कर दिया था। उन्होंने शर्त रखा था कि जब तक संजय जोशी इस्तीफा नहीं देते, तब तक वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं होंगे। इसके बाद संजय जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद भी संजय जोशी और मोदी के बीच का विवाद खत्म नहीं हुआ था। आखिरकार उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, भाजपा सूत्रों की मानें तो इस्तीफे के बाद भी जोशी पार्टी के कामकाज से जुड़े रहे हैं।
संजय जोशी की पहचान आरएसएस कार्यकर्ता रूप में है। उन्हें 1988 में आरएसएस ने गुजरात भाजपा ईकाई में काम करने के लिए भेजा था। उसी दौर में मोदी से उनके मतभेद हो गए। 2012 मई में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग हुई थी। बताया जाता है कि उस मीटिंग में नरेंद्र मोदी ने आने से इनकार कर दिया था। उन्होंने शर्त रखा था कि जब तक संजय जोशी इस्तीफा नहीं देते, तब तक वे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल नहीं होंगे। इसके बाद संजय जोशी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद भी संजय जोशी और मोदी के बीच का विवाद खत्म नहीं हुआ था। आखिरकार उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, भाजपा सूत्रों की मानें तो इस्तीफे के बाद भी जोशी पार्टी के कामकाज से जुड़े रहे हैं।
जर्मनी: चार्ली हेब्दो के कार्टून्स छापने वाले अखबार के दफ्तर पर पथराव, आगजनी
बर्लिन। फ्रांस
की व्यंग्य पत्रिका 'चार्ली हेब्दो' के विवादित कार्टून छापने वाले एक
जर्मन अखबार 'हैमबर्गर मोर्गेनपोस्ट' के दफ्तर पर हमला हुआ है। घटना
हैमबर्ग शहर के उत्तरी हिस्से की है। पुलिस के मुताबिक, "कुछ लोगों ने
शनिवार देर रात अखबार की इमारत पर जलती हुई चीजें फेंकी, जिससे वहां आग लग
गई। इस घटना में इमारत में रखे कुछ दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए।" उन्होंने
कहा, "नीचे की मंजिल पर दो कमरों को नुकसान पहुंचा, लेकिन आग पर जल्द काबू
पा लिया गया।" अखबार के दफ्तर की खिड़कियों से पत्थर भी फेंके गए। हालांकि,
किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पुलिस ने इस मामले में घटनस्थल के पास
से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस की प्रवक्ता के मुताबिक,
'गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्ध अजीब तरह से व्यवहार कर रहे थे।' अखबार ने
अपने वेब पेज पर कहा है कि हमले के वक्त इमारत के अंदर कोई भी व्यक्ति नहीं
था। बीते बुधवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस में चार्ली हेब्दो के
कार्यालय में तीन आतंकियों ने घुसकर 10 पत्रकार सहित 12 लोगों की हत्या कर
दी थी। घटना को अंजाम देने वाले आतंकियों ने कहा था कि उन्होंने पत्रिका
द्वारा पैगंबर पर छापे गए कार्टून्स का बदला लेने के लिए ऐसा किया है।
जर्मन अखबार 'हैमबर्गर मोर्गनपोस्ट' के दफ्तर में जलकर नष्ट हुए दस्तावेज की तस्वीर
फ्रांस में फरार महिला आतंकी की तलाश जारी
दूसरी ओर, फ्रांस में तीन दिन के आतंकी हमले में 10 पत्रकारों समेत 20
लोगों के मारे जाने के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पेरिस में 800 सैनिक
तैनात किए गए हैं। रविवार को फ्रांस की सड़कों पर करीब 77 हजार लोग उतरे
और उन्होंने आतंकवाद विरोधी नारे लगाए। सुपरस्टोर में मारे गए अश्वेत
आतंकी अमेदी की गर्लफ्रैंड हयात बोमेदिएन की
तलाश जोरों पर है। लेकिन हयात को लेकर दो विराधाभासी रिपोर्टें हैं। एक,
वह सुपरमार्केट में बंधक बनाए जाते वक्त अमेदी के साथ ही थी। वहीं से
बंधकों के बीच से बच निकली। दूसरी, वह सुपरमार्केट में थी ही नहीं और उससे
पहले ही टर्की होकर सीरिया भाग गई। दो जनवरी को इस्तांबुल का उसका टिकट था।
गुरुवार को वह सीरिया पहुंच चुकी थी।भूख से बिलखती बच्ची चुप नहीं हुई तो मां ने गला दबाकर मार डाला
गोहाना (सोनीपत). सोनीपत
के गोहाना में एक कलयुगी मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची की गला दबाकर हत्या
कर दी। एक वर्षीय खुशी का गुनाह सिर्फ इतना था कि भूख के कारण वह रो रही
थी। पुलिस ने दादी निर्मला की शिकायत पर बच्ची की मां ज्योति को गिरफ्तार
कर लिया है।
घटना रूखी गांव की है। 9 जनवरी दोपहर को भूख से परेशान बच्ची खुशी रो रही थी। उसकी मां ज्योति ने उसे चुप कराने का प्रयास किया, लेकिन वह चुप नहीं हुई। गुस्से में आकर मां ने बच्ची का गला दबा दिया। इसके बाद वह सदा के लिए ही चुप हो गई। जब परिजनों को काफी देर तक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई नहीं दी तो उन्हें चिंता हुई। खुशी का चाचा प्रवीन डॉक्टरों से उसकी जांच कराने के लिए पीजीआई रोहतक ले गया। डॉक्टरों ने उसे मृत्त घोषित कर दिया। परिजनों को ज्योति पर शक हुआ। इसलिए पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया कि बच्ची की मौत गला दबाने से हुई है। पुलिस पूछताछ में ज्योति ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे रोहतक की सुनारिया जेल भेज दिया गया।
4 साल पहले हुई थी शादी
सोनीपत के ही माहरा गांव की 23 वर्षीय ज्योति की शादी चार वर्ष पहले
रूखी के नवीन से हुई थी। ज्योति ने एक वर्ष पहले खुशी को जन्म दिया था। यह
उसकी पहली संतान थी। ज्योति फिर से गर्भवती है।
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