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12 जनवरी 2015

ऐसी दिखने लगी 'आशिकी' गर्ल, नशे की चाहत में हो गई थी फिल्मों से दूर


(फाइल फोटो- अभिनेत्री अनु अग्रवाल)

 
मुंबई: 'धीरे धीरे से मेरी जिंदगी में आना' 1990 में आई 'आशिकी' का ये गाना आज भी लोगों को खूब लुभाता है। इस फिल्म से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था। हालांकि, अब दोनों ही स्टार्स भूली-बिसरी कहानी की तरह हो गए हैं। वैसे, इस फिल्म में अपने ही नाम का किरदार निभाने वाली अनु 46 साल की हो चुकी हैं।
 
11 जनवरी, 1969 को दिल्ली में जन्मी अनु का नाम उन अभिनेत्रियों में शुमार है, जो बॉलीवुड में ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकीं। ‘आशिकी’ से सुर्खियां बटोरने वाली अनु को 90 के दशक में कई फिल्में मिलीं, लेकिन उनमें इनकी परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं थी। जिस वजह से दर्शकों ने इन्हें सिरे से खारिज कर दिया। बाद में वो कुछ रिलेशनशिप्स और नशे की लत की वजह से वह खूब खबरों में आईं। इतना ही नहीं, नशे की वजह से वो धीरे-धीरे फिल्मों से दूर होती चली गईं।
 
1999 में एक सड़क दुर्घटना ने उनके जीवन का रुख ही बदल दिया। इस हादसे ने न सिर्फ उनकी याददाश्त को प्रभावित किया, चलने फिरने में अक्षम कर दिया। 29 दिन के कोमा के बाद वह होश में आईं, तो खुद के साथ अपनी भाषा भी भूल चुकी थीं। शरीर का निचला हिस्सा पैरालाइज था। लंबे उपचार के बाद वह इससे उबरने में कामयाब हो सकीं। दोस्तों और परिवार के सदस्यों की मदद से दोबारा अंग्रेजी और फिर हिंदी सीखी।

आतंक के खिलाफ मार्च में शामिल नहीं हुआ अमेरिका: फुटबॉल देखते रहे ओबामा


पेरिस: फ्रांस में हाल में ही हुए आतंकी हमलों के विरोध में रविवार को पेरिस की सड़कों पर लाखों का हुजूम उतर आया। लेकिन अमेरिका की ओर से कोई बड़ा नेता या सीनियर अफसर इस मार्च में शामिल नहीं हुआ। व्हाइट हाउस प्रशासन के मुताबकि, रविवार को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा नेशनल फुटबॉल लीग के मैच देखते रहे। उप राष्ट्रपति जो बिडेन भी अमेरिका में ही रहे। विदेश मंत्री जॉन केरी भारत में वाइब्रेंट गुजरात समिट में हिस्सा ले रहे थे। 
पेरिस की सड़कों पर रविवार को लाखों लोग उतरे।
पेरिस की सड़कों पर रविवार को लाखों लोग उतरे।
 
दूसरी तरफ, फ्रांस में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए 10 लाख से ज्यादा लोग इस मार्च में शामिल हुए। खास बात यह रही कि इस कार्यक्रम में कई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष भी शामिल हुए। इनमें फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के अलावा जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल, इजरायल के पीएम बेंजामिन बेंजामिन नेतन्याहू, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और जॉर्डन के किंग भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, करीब 40 देशाें के प्रतिनिधि इस मार्च में शामिल होने पहुंचे। बता दें कि फ्रांस में तीन दिन तक चली आतंकी गतिविधियों में अलग-अलग जगहों पर कुल 17 लोग मारे गए। इनमें व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो के दफ्तर पर हुए हमले में मारे गए 10 पत्रकार और एक मुस्लिम पुलिस अफसर भी शामिल हैं। 
मार्च में शामिल हुए लोगों की आंखों में आंसू थे और उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी और स्वतंत्रता के पक्ष में बैनर थाम रखे थे। लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी। मार्च में शामिल एक शख्स ने कहा कि इस भीड़ से पता चलता है कि फ्रांस कितना मजबूत है। एक 70 साल की बुजुर्ग जैकलीन साद-रॉना ने कहा कि वह जताना चाहती हैं कि कट्टरपंथियों से डरी नहीं हैं। उन्होंने कहा, "मैं अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करना चाहती हूं। उधर, इस मार्च के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम चाक चौबंद रखे गए थे।

जहरीला जाम: 20 की मौत, 10 सस्पेंड, सरकार ने की मुआवजे की घोषणा


लखनऊ. यूपी में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 117 की हालत खराब है। मलिहाबाद के दतली गांव में सोमवार को जहरीली शराब पीने से 15 की जबकि उन्‍नाव में पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, 117 से अधि‍क लोग मलिहाबाद, बलरामपुर अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं। इस मामले में 10 लोगों को सस्पेंड किया गया है। सीएम ने मृतकों को दो-दो लाख रुपए मुआवजा देने का एलान किया है।
अस्पताल में भर्ती मरीज।
अस्पताल में भर्ती मरीज।
 
मृतकों में खड़ता गांव के मंगल प्रसाद (45) और उनका छोटा भाई सिद्धेश्वर (30), खड़ता का रामसजीवन (45) और राजू (30), दतली गांव के सियाराम (68), शिवराज उर्फ बदई (70), अटौरा के शिवराम मास्टर (45), पहाड़पुर के देशराज सिंह (50), रामपुर बस्ती के कृष्णपाल सिंह (35) रायबरेली से रिश्तेदारी में अटौरा गांव आए ननकऊ (25), सरोजनीनगर के रतौली गांव के मजरा मैनेजरखेड़ा निवासी नंदकिशोर (65) व उसके भाई श्रीपाल (40), बैजनाथ (65) व प्रताप पासी (60) तथा उन्नाव के हसनगंज स्थित ताला सरैन गांव के सागर (38), किशन कुमार उर्फ नन्हू (38), छंगा (30), रामसनेही (56), रघुनंदन (40) और तेजापुर गांव के सतीश उर्फ छुटके (20) शामि‍ल हैं। 
 
सुबह करीब 10.30 बजे दतली गांव से दो मरीजों को ट्रॉमा सेंटर लाया गया। डॉक्टर अभी उनका इलाज कर ही रहे थे कि 11.30 बजे के बाद पीड़ितों के आने का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि धीरे-धीरे ट्रॉमा सेंटर के कैजुअल्टी, डिजास्टर और मेडिसिन वार्ड की वेंटीलेटर यूनिट फुल हो गई।
 
इसके बाद प्रशासन ने दूसरे तल पर बने एडवांस लाइफ सपोर्ट वार्ड को आपात वार्ड में तब्दील कर इलाज शुरू कर दि‍या। आईजी, डीआईजी, डीएम, एसएसपी और डीजी हेल्थ ने ट्रॉमा का दौरा करके व्यवस्था की जानकारी ली। इस मामले में कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी अधिकारी एलबी यादव, मलिहाबाद के एसडीएम, मलिहाबाद के सीओ और एक इंस्पेक्टर सहित सात लोगों को सस्पेंड किया गया है।
 
कई गांव में मचा कोहराम
 
मरीजों के परिजनों ने बताया कि रवि‍वार की रात इन्होंने गांव में कच्ची शराब पी थी। इसके बाद उल्टी-दस्त और आंखों में धुंधलेपन की शिकायत होने लगी। इसके बाद उन्हें मलिहाबाद सीएचसी लाया गया। वहां डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताते हुए ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद दतली, पहाड़पुर, खड़ता, रामपुर, गोडवा, बरौजा और भोगला गांव में कोहराम मच गया।

फर्जी इंटरव्यू छापने पर पाक वेबसाइट्स पर खफा हुए आमिर खान, भेजा कानूनी नोटिस


 
मुंबई: आमिर खान ने कुछ पाकिस्तानी वेबसाइट्स को कानूनी नोटिस भेजा है। आमिर के मुताबिक, उनकी लेटेस्ट फिल्म 'पीके' को लेकर इन वेबसाइट्स ने धर्म के संदर्भ में उनका फर्जी इंटरव्यू छापा।
 
आमिर की ओर से नोटिस भेजने वाले आनंद देसाई ने बताया कि आमिर कई पाकिस्तानी वेबसाइट्स पर पीके को लेकर प्रकाशित किए गए उनके इंटरव्यू को देखकर हैरान रह गए। उन्होंने ऐसा इंटरव्यू कभी नहीं दिया। देसाई का आरोप है कि वेबसाइट्स ने व्यवसायिक लाभ उठाने के लिए इस तरह के फर्जी इंटरव्यू पब्लिश किए और यह उनके क्लायंट का अपमान है। उन्होंने कहा, ‘हमने खान के हवाले से वेबसाइट को कानूनी नोटिस भेजा है। वह मुंबई लौटने पर यहां की पुलिस के साइबरक्राइम डिपार्टमेंट में शिकायत दर्ज कराएंगे।’ आमिर खान फिलहाल अमेरिका में हैं।

गांधीनगर में काफिले की कारें टकराईं, बाल-बाल बचे अमेरिकी विदेश मंत्री


अहमदाबाद. गांधीनगर में चल रहे वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में हिस्सा लेने आए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी सोमवार को एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए। एयरपोर्ट जाते वक्त उनके काफिले की दो कारें आपस में टकरा गई हैं। एक्सिडेंट में कैरी को कोई चोट तो नहीं आईं, लेकिन दोनों कारों को काफी नुकसान पहुंचा है। समिट में हिस्सा लेने के बाद कैरी अहमदाबाद एयरपोर्ट जा रहे थे। तभी अचानक काफिले की दो कार आपस में टकरा गईं।
कैरी के काफिले की दुर्घटनाग्रस्त कार।
कैरी के काफिले की दुर्घटनाग्रस्त कार।
 
आतंकवाद के खिलाफ तेज करेंगे लड़ाई 
इससे पहले समिट को संबोधित करते हुए कैरी ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तेज करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में हमने आर्थिक संबंधों की समीक्षा की। कैरी ने बताया कि भारत में अमेरिका का निवेश 2.4 बिलियन डॉलर से बढ़कर 28 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की 26 जनवरी की भारत यात्रा के बारे में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की और बताया कि ओबामा दो बार भारत आने वाले पहले राष्ट्रपति बनकर काफी खुश हैं। कैरी ने कहा कि अमेरिका भारत में 24*7 बिजली मुहैया कराने के नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने में सहयोग करेगा।

सिर की हड्डी टूटकर गिरी सड़क पर, दोस्त ढूंढकर लाए तब बची जान


इंदौर. शनिवार रात हुई एक दुर्घटना में युवक के सिर की हड्डी टूटकर रोड़ पर गिर गई। गंभीर हालत में दोस्त उसे अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए अलग हुई हड्डियां मांगी। दोस्त वापस घटनास्थल पर गए लेकिन एक ही हड्डी लाए।
सफल ऑपरेशन के बाद अस्पताल में भर्ती युवक, वहीं दूसरी तरफ हड्डी जो दोस्त ढ़ूढकर लाए।
सफल ऑपरेशन के बाद अस्पताल में भर्ती युवक, वहीं दूसरी तरफ हड्डी जो दोस्त ढ़ूढकर लाए।
डॉक्टरों ने कहा यह तो छोटी हड्डी है। दोस्त वापस गए और एक घंटे में ढूंढ़कर दूसरा हिस्सा लेकर आए। तब रविवार को ऑपरेशन हो सका। ऑपरेशन सफल रहा। हालांकि युवक अभी भी गंभीर है।  
यह अजीबोगरीब वाकया है दशहरा मैदान का। श्योपुर का अभिषेक गुप्ता (22) रात को दोस्तों के साथ पार्टी कर लौट रहा था। साथ में बाइक पर पंकज नाम का एक अन्य युवक भी बैठा था। साथ के अन्य दोस्तों के साथ रेसिंग शुरू हो गई। अन्नपूर्णा रोड पर एक कार उन लोगों को टक्कर मारते हुए निकल गई। 25 फीट तक वह घसीटता हुआ गया। 
 
साथ के लोग दोनों को लेकर यूनिक अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने रात को ही ऑपरेशन की तैयारी की लेकिन सिर के ऊपर की हड्डी जिसे क्रेनियर वाल्ट कहते हैं, वह निकल गई थी। गायब मिली। दरअसल अभिषेक की खोपड़ी का वह हिस्सा सड़क पर ही रह गया था। डॉक्टरों ने दोस्तों को वापस भेजा। वे एक छोटा सा टुकड़ा ढूंढ़कर लाए, लेकिन यह नाकाफी था। 
 
रात को ढाई बजे  दोस्त दोबारा घटनास्थल पर पहुंचे और निकला हुआ हिस्सा लेकर आए। न्यूरोसर्जन डॉ. दीपक कुलकर्णी ने रविवार सुबह युवक का ऑपरेशन किया और दोनों हिस्से वापस लगाए।  फिलहाल वह वेंटीलेटर पर है। उसका साथी पंकज भी फिलहाल वेंटीलेटर पर ही है। ऑपरेशन करने वाली टीम में एनेस्थेटिस्ट डॉ. राजीव लोचन जोशी, डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. संजय, डॉ. राम व डॉ. मोहित आदि शामिल थे।  
 
क्रेनियर वाल्ट एक तरह का कुदरती हेलमेट है  
ऑपरेशन करने वाले डॉ. कुलकर्णी कहते हैं कि क्रेनियर वाल्ट एक तरह से भगवान का बनाया हुआ हेलमेट होता है। यह हमारे दिमाग को प्रोटेक्ट करता है। दुर्घटना के समय यह हड्डी वहीं निकल गई। जब रिश्तेदार उसे ढूंढ कर लाए, तब उसे वापस से सिर  में फिट किया।

क़ुरआन का सन्देश

 
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