दोस्तों राजस्थान में शिक्षा सेवा में रहकर बच्चों को शिक्षित करने के साथ
साथ अपने अल्फ़ाज़ों को साहित्यिक अन्दाज़ में बहतरीन कविता के साथ लोगों को
दुनिया के हालातों के बारे में शिक्षित करने वाली एक कमसिन कवयित्री
कृष्णा कुमारी कमसिन इन दिनों प्रिंट मिडिया में मक़बूल होने के बाद अब
सीधे तोर पर सोशल मिडिया में अपने अल्फ़ाज़ों से सभी को विभोर किये हुए है
,,,,,,,,कृष्णा कुमारी हर पक्ष पर लिखती है ,,,कम अल्फ़ाज़ों में सारगर्भित
सोच रहने से इनकी कविताओं को अधिकतम लोगों द्वारा पसंद किया जाने लगा है
,,,,कोटा ज़िले के पत्थरों की खान रामगंजमंडी क़स्बे के चेचट गांव में
प्रभुलाल वर्मा के नुत्फे से श्रीमती रामदुलारी के यहां नो दिसम्बर को
जन्मी कृष्णा कुमारी की प्रारम्भिक शिक्षा गांव में होने के बाद इन्होने
एम.ए., एम.एड., (मेरिट अवार्ड) साहित्य रत्न. आयुर्वेद रत्न. बी.जे.एम.सी
.,जनसंचार एवं पत्रकारिता मे स्नातक का कोर्स किया ,,,,,,,,,,,कृष्णा
कुमारी की लेखन शैली लोगों को आकर्षित करने लगी ,,पहले यह अखबारों में
छपी ,,फिर मेग्ज़ीनों में ,,फिर लोगों को इनकी कविताओां की आदत सी हो गयी
,,कृष्णाकुमारी के प्रमुख प्रकाशनों में ,,,1 “में पुजारिन हूँ” कविता
संग्रह -सन 1995 2 “प्रेम है केवल ठाई आखर” निबंध- सन 2002 में
प्रकाशित,,3 “कितनी बार कहा है तुमसे ‘ कविता - सन 2003 में प्रकाशित,,4 “
.... तो हम क्या करें” -गजल- सन 2004 में प्रकाशित,,5 “ज्योतिर्गमय” आलेख-
सन 2006 में प्रकाशित,,6 “ स्वप्निल कहानियाँ” कहानी -सन 2006 में
प्रकाशित,,7 “आओ नैनीताल चलें” -यात्रा वृतांत -सन 2009 में प्रकाशित,,,8
“जंगल मे फाग”,बाल-गीत-सन 2014 में प्रकाशित,,,9 विभिन्न राष्ट्रीय एवं
राज्य स्तरीय पत्र पत्रिकाओं. संकलनो आदि में हजारों रचनाएँ प्रकाशित।,,10
“अच्छे बच्चे” बाल कविता,. “कतरा नदी में”[ उर्दू ग़ज़ल]. “दक्षिण की ओर”
यात्रा वृतांत . “आमने सामने” साक्षात्कार . “अदभुत है सिंगापुर”- यात्रा
वृतांत।,,,11 शिक्षा निदेशालय बीकानेर द्वारा मान्यता प्राप्त पुस्तक
समीक्षाएँ प्रकाशित।,,,12 शिक्षा निदेशालय बीकानेर द्वारा “शिक्षक दिवस” पर
प्रकाशित पुस्तक श्रंखला मे सन 1991 से रचनाएँ निरंतर प्रकाशित।,,,13 कई
पुस्तकों पत्रिकाओं में आधुनिक रेखा चित्र व आवरण चित्र प्रकाशित।,,,14 कई
शोध- ग्रन्थों , संदर्भ ग्रन्थों एवं गु.ना.देव वि.वि..की एम् , फिल में
अनुशांसित पुस्तकों में विस्तृत परिचय एवं रचनायें प्रकाशित ।,,15 कई
रचनाओं का अंग्रेजी. उर्दु व गुजराती भाषाओं में अनुवाद प्रकाशित। हुए है
जो मिसाली और यादगार प्रकाशन है ,,इनके अल्फ़ाज़ ज्वलंत मुद्दों पर ज़िंदगी
की हक़ीक़त में डूबे हुए है ,,,,,,कृष्णा कुमारी को लोगों ने सराहा तो
प्रशंसकों ने इनकी लेखन प्रतिभा का सम्मान करते हुए इन्हे विभिन्न ख्यातनाम
पुरस्कारों से सम्मानित कर साहित्य में इनके योगदान को हस्ताक्षरित किया
है ,,,,,, इनके मान सम्मान पुरस्कारों की यूँ तो लम्बी फहरिस्त है लेकिन
कुछ अंश पेश है ,,,
नगरपालिका मण्डल. कैथून. पर्यावरण विभाग़ राजस्थान.
मदर इण्डिया अकादमी आफ लर्निग़ कोटा. नामदेव सभा. कोटा आदि द्वारा विशिष्ट
उपलब्घियों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए सम्मानित. पुरस्कृत ‘मित्र
संगम’ पत्रिका द्वारा “सैयद असगर रूदोवली पुरस्कार” . श्री कृष्ण कला
साहित्य अकादमी. इन्दौर द्वारा भगवान सिंह यादव स्मृति सम्मान. संगम कला
अकादमी परियावॉ. उत्तर प्रदेश द्वारा “सुश्री राजकिशोरी स्मृति सम्मान”.
कथांचल उदयपुर द्वारा ‘पगली’ कहानी को कथाशिल्पी राजेन्द्र सक्सेना
सर्वोत्तम कहानी पुरस्कार प्रदान. नारा लेखन व पत्र वाचन में कई विभागो आदि
द्वारा पुरस्कृत. मघ्य प्रदेश लेखक मंच बैतूल द्वारा काव्य कलिका ‘उपाघि
अक्षरघाम समिति कैथल’ द्वारा “प्रथम राष्ट्रीय अक्षर गौरव” सम्मान एवं संगम
कला परिषद बैतूल मघ्यप्रदेश द्वारा “काव्य कुसुम” उपाघि से अलंकृत. दैनिक
भास्कर द्वारा आशीर्वाद एचीवर्स एवार्ड प्रदान तथा “मघुबाला स्मृति सम्मान”
प्राप्त जिला प्रशासन द्वारा नागरिक सम्मान. संस्कार भारती संस्थान दौसा
द्वारा श्री शिवनारायण स्मृति सम्मान. अनुराग म्यूजिकल एंड कल्चरल सोसायटी.
लालसोट राज। द्वारा “अनुराग साहित्य सम्मान 2007”. “साहित्य मण्डल
श्रीनाथद्वारा” द्वारा हिन्दी भाषा भूषण सम्मान. चेतना साहित्य परिषद. लखनऊ
द्वारा श्रीमती गीता स्मृति सम्मान।विशेष पुरस्कार : 1 एयर इण्डिया एवं
राजस्थान पत्रिका द्वारा आयेजित ‘रेन्क एण्ड बोल्ट’ प्रतियोगिता मे जिला
स्तरीय एवं राज्य स्तरीय प्रथम,,पुरस्कार.सिंगापुर की यात्रा अर्जित।,,,2
शिक्षक दिवस 2008 पर “राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान” प्राप्त,,,3 राजस्थान
साहित्य अकादमी. उदयपुर द्वारा “ज्योतिर्गमय” (सांस्कृतिक निबंध)को “देवराज
उपाध्याय पुरस्कार”।,,अन्तर्राष्ट्रीय प्रकाशन : तुलसा. ओ के 74136
यू.एस.ए. से प्रकाशित मासिक प्रत्रिका ‘रोशनी’ उर्दू मे ग़ज़ले।. लधुकथायें
आदि प्रकाशित। हुए है जबकि आकाशवाणी ,,टी वी चैनलों में इनके काव्य के
प्रसारण होते रहे है ,,,आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से समय समय पर रचना पाठ व
वार्ताऐ प्रसारित और अनेक कवि सम्मेलनों. मुशायरो में भागीदारीरही है जबकि
मुख्यत कविता. गीत. गज़ल. विघाओं में सृजन के साथ साथ अनुवाद. रिपोर्ताज़
स्लोगन. लघुकथा. कहानी. संस्मरण. साक्षात्कार.प्रमुखता से प्रकाशित हुए है
,,इनके यात्रा वृतांत. बाल गीत इत्यादि हिन्दी. राजस्थानी. उर्दू व अंग्रजी
भाषाओं की विभिन्न विधाओं में भी निरन्तर सृजनरत।,,,जबकि ,,अभिरूचियाँ :
संगीत. वाद्य एवं चित्रकारिता में विशेष रूचि के साथ साहित्य पठन.लेखन एवं
विद्वजनो की सुसंगतिहै वर्तमान में कृष्णाकुमारी ,,विशेष उपाध्यक्ष
राष्ट्रीय शिक्षक रचनाकार प्रगति मंच,,,कोटा शाखा एवं. जिलाध्यक्ष संगम कला
परिषद बैतूल पदों पर कार्यरत. भारतीय साहित्य परिषद शाखाकोटा द्वारा
“श्रीमती कृष्णा कुमारी का साहित्य मे योगदान” मोनोग्राफ ह्यले। सुरेश
वर्माहृ प्रकाशित. कुछ हिन्दी
आलेखो का राजस्थानी मे अनुवाद हुआ है ,,,