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05 फ़रवरी 2015

केदारनाथ त्रासदी: 18 माह पहाड़ों पर भटका ...और ढूंढ़ लाया मरी हुई पत्नी को


अलवर. डेढ़ साल पहले भी पहाड़ पिघला था। तब उसने ‘लीला’ को समेट लिया था। हजारों की ‘जीवन लीला’ खत्म कर दी। अब फिर पहाड़ पिघला। इस बार ‘लीला’ की राह दिखा दी। अठारह महीने से हठ ठाने बैठे एक शख्स को उसकी जिंदगी लौटा दी। यह किस्सा है, विजेंद्र कंवर और उनकी पत्नी लीला का। भीकमपुरा की लीला को उसके परिजन मृत मान चुके थे, पर पति विजेंद्र की उम्मीद जिंदा थी।
केदारनाथ से वापसी के बाद पति पत्नी।
केदारनाथ से वापसी के बाद पति पत्नी।
अलवर, राजस्थान के भीकमपुरा के विजेंद्र ड्राइवर हैं। वे 12 जून 2013 को बस लेकर चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड गए थे। साथ में पत्नी लीला आैर 30 यात्री थे। ये लोग केदारनाथ में थे, तभी 16 जून को पहाड़ पिघलकर ढह गया। आपदा ऐसी कि कई दुनिया से बिछड़ गए। कई अपने साथ वालों से। विजेंद्र की लीला भी बिछड़ गईं। सबने उन्हें मरा हुआ मान लिया पर विजेंद्र ने उम्मीद नहीं छोड़ी।
डेढ़ साल तक खोजा फिर मिली पत्नी
लीला की तस्वीर लिए डेढ़ साल तक विजेंद्र ने पहाड़ों का कोना-कोना छान मारा। लोगों से पूछते फिरते रहे। मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के किसी गांव में लोगों ने बताया कि इस तस्वीर जैसी एक पागल महिला पास के गंगोली गांव में दिखी है। दौड़े-भागे पहुंचे। देखा तो वह लीला ही थी। वे उन्हें साथ ले आए। अब इलाज की तैयारी कर रहे हैं।
प्रशासन ने मृत मान दिए थे दस लाख
उत्तराखंड में गुम हुए लोगों को प्रशासन मृत मान चुका है और मुआवजा दिया जा चुका है। इनमें लीला भी शामिल है। लीला के परिजनों को गत साल दस लाख रुपए का मुआवजा दिया गया था।
तलाश में लग गए छह लाख : विजेंद्र
विजेंद्र का कहना है कि लीला को तलाशने में छह लाख रुपए खर्च हुए हैं। इसका हिसाब बनाकर वह प्रशासन को देगा। उधर, एसडीएम संजय शर्मा ने बताया लीला के मिलने की सूचना सरकार को दी जाएगी और जांच के बाद वसूली की कार्रवाई की जाएगी।
बस हंसती है, कुछ बोलती नहीं लीला
लीला से मिलने वे लोग भी आ रहे हैं जिनके अपने उत्तराखंड त्रासदी में गुम हो गए थे। इन लोगों ने लीला को अपने परिजनों की फोटो भी दिखाई। हालांकि लीला बस हंसती है, कुछ बोल नहीं रही।
इस तरह खोजा पत्नी को : हर गांव-पहाड़ पर तलाशा
16 जून 2013 को देवभूमि पर आई आफत के बीच लीला गुम हो गई। त्रासदी के बाद विजेंद्र ने शवों में पत्नी को खाेजा। मृत लोगों की सूची खंगाली। लोगों को पत्नी का फोटो दिखाकर पूछता-इन्हें कहीं देखा तो नहीं? बच्चों की देखभाल के लिए बीच में घर भी लौटता तो कुछ ही समय के लिए। मंगलवार को उसे लोगों से पता चला कि उत्तरकाशी के गांगोली गांव में एक विक्षिप्त सी महिला घूम रही है।
विजेन्द्र लीला की बहन और अन्य परिजनों को लेकर वहां पहुंच गया। खोज की तो लीला येमारी डेम के पास हाथ तापती मिली। एकबारगी तो पहचान में नहीं आई। लेकिन जब बहन मानकंवर ने आवाज लगाई तो पलटकर मुस्कुराने लगी। बुधवार को विजेन्द्र उसे लेकर घर लौट आया।
पांच बच्चों की मां, अब खुद बच्ची सी हो गई
लीला (47) के पांच बच्चे हैं। चार लड़कियों की शादी हो चुकी है। सबसे छोटा 14 साल का लड़का है, जिसकी पढ़ाई चल रही है। पागलपन से लीला बच्ची सी हो गई हैं। लोग उनसे बात करते है। लीला सबको देख हंसती है, कुछ बोलती नहीं हैं।
त्रासदी के बाद उत्तराखंड में पागलों की संख्या बढ़ी है। ज्यादातर ऐसे हैं जो सदमे से पागल हुए हैं। सरकार अगर सभी पागलों का फोटो अखबारों में छपवा दे तो हो सकता उनके घरवाले उन्हें पहचान लें। और वे भी अपने घर पहुंच जाएं।-विजेंद्र सिंह कंवर, लीला के पति

ओबामा बोले- भारत में बढ़ी धार्मिक कट्टरता, गांधी होते तो उन्हें भी होता दुख




ओबामा बोले- भारत में बढ़ी धार्मिक कट्टरता, गांधी होते तो उन्हें भी होता दुख
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि भारत में पिछले कुछ वर्षों में धार्मिक कट्टरता बढ़ी है। अगर आज महात्मा गांधी होते तो उन्हें इस बात पर बहुत धक्का लगता। ओबामा ने ये बातें हाई-प्रोफाइल नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट के दौरान कहीं। ओबामा का इशारा भारत में पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी धार्मिक उन्माद की घटनाओं की ओर था।
ओबामा ने अपने बयान में कहा है कि मैं और मिशेल अभी भारत से लौटे हैं। ये देश बहुत खूबसूरत, विविधताओं से भरा है पर पिछले कुछ वर्षों में यहां कुछ मौकों पर एक धर्म के लोगों ने दूसरे धर्म के लोगों को निशाना बनाया है। हालांकि, ओबामा ने किसी धर्म विशेष का नाम नहीं लिया। ओबामा ने कहा कि गांधीजी ने भारत को आजाद कराने में अहम योगदान दिया था, अगर आज गांधी जी होते तो इस तरह की घटनाओं से वह भी आहत होते। वे अमेरिका और दुनिया के अन्य देशों से आए तीन हजार नेताओं के सम्मेलन में बोल रहे थे।

भारत यात्रा के आखिरी दिन भी ओबामा ने धार्मिक सहिष्णुता की पुरजोर वकालत करते हुए कहा था कि हर व्यक्ति को बिना किसी उत्पीड़न के अपनी आस्था का पालन करने का अधिकार है और भारत तब तक सफल रहेगा जब तक वह धार्मिक आधार पर नहीं बंटेगा।

बीजेपी के शत्रुघ्न सिन्हा ने की केजरीवाल की तारीफ, ममता बोलीं-AAP को दें वोट


नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने से ऐन पहले एक्टर और बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने आप नेता अरविंद केजरीवाल की तारीफ करके अपनी पार्टी को सकते में डाल दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिन्हा ने कहा कि केजरीवाल एक अच्छे शख्स हैं और आम आदमी पार्टी बीजेपी को बराबर की टक्कर दे रही है। वहीं, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को दिल्लीवासियों से अपील की कि वे आम आदमी पार्टी को वोट दें। ममता ने टि्वटर पर लिखा, राजधानी के विकास और देश की जरूरत के मद्देनजर दिल्ली में रहने वाले आप सभी लोगों से मेरा निवेदन है कि आम आदमी पार्टी को वोट दें। बता दें कि इससे पहले, बिहार की जेडीयू ने भी केजरीवाल के लिए चुनाव प्रचार करने पर रजामंदी दी थी। फंडिंग के मामले में आप पर उठ रहे सवाल के बाद खुद नीतीश केजरीवाल के बचाव में आए थे।
फाइल फोटो: शत्रुघ्न सिन्हा और ममता बनर्जी
फाइल फोटो: शत्रुघ्न सिन्हा और ममता बनर्जी
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में शत्रुघ्न ने कहा , ''दिल्ली में आप के जीतने के अच्छे चांस हैं, इसलिए आप मुझसे यह सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टी की सीएम कैंडिडेट किरण बेदी बहुत अच्छी हैं। दिल्ली की जंग साफ-सुथरी छबि वाली दो लोग किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल के बीच है।'' ध्यान रहे कि बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर हवाला के जरिए पार्टी फंड इकट्ठा करने का आरोप लगाया है। ऐसे में अरविंद को ईमानदार कहकर शत्रुघ्न भाजपा के स्टैंड से असहमत नजर आ रहे हैं। वैसे, हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब बॉलिवुड से राजनीति में आए शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी लाइन से हटकर कोई बयान दिया है। उन्होंने इससे पहले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को भाजपा के चुनावी कैंपेन का चेहरा बनाए जाने के फैसले का कथित तौर पर विरोध किया था। उन्होंने कुछ महीनों पहले नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का योग्य उम्मीदवार बताया था। हालांकि, बाद में वे अपने इस बयान से पलट गए। सूत्रों के मुताबिक, शत्रुघ्न मोदी सरकार में मंत्री पद न मिलने से नाखुश हैं। हालांकि, पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अन्य प्रमुख नेता मुंबई में हुई शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कुश की शादी में शामिल हुए थे।
तृणमूल के समर्थन पर राजनीति शुरू
दिल्ली चुनाव में ममता बनर्जी द्वारा आप को समर्थन दिए जाने की खबर आने के बाद आप नेता आशीष खेतान ने कहा कि सहयोग कहीं से भी मिले, हम उसका स्वागत करते हैं। वहीं, बीजेपी के संबित पात्रा ने कहा, ''तृणमूल कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है। अपने जहाज को बचाने के बजाय वे आप के जहाज को बचाने में जुटी हैं।''

अकेले अरविन्द केजरीवाल से पुरे देश की सियासत डरी और सहमी हुई है

एक अकेले अरविन्द केजरीवाल से पुरे देश की सियासत डरी और सहमी हुई है ,,,,,थोड़े से दिन के मुख्यमंत्री कार्यकाल में अरविन्द केजरीवाल की स्टाइल ने पुरे हिन्दुस्तान के अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अपना ऐशो आराम ,,सुख सुविधायें छोड़ कर मितव्यतता बरतने पर मजबूर कर दिया था ,,,लोग सियासत में मज़े करने ,,ऐश करने ,,रॉब गांठने आते है ,,गाँधीवादी तरीके से पत्थर खाने ,,,,थप्पड़ खाने ,,आरोप लगवाने नहीं आते ,,,बस इसीलिए सियासत के इस नेक भूचाल को रोकने के लिए पूरा हिन्दुस्तान एक तरफ और अकेले केजरीवाल एक तरफ ,,,लेकिन कुछ है बात इस देश में थोड़े बहुत है ऐसे लोग जो देश के लिए काम करने वालों को पसंद करते है ,,जो ईमानदारी को पसंद करते है जो जानते है के एक हाथी के पीछे सैकड़ों कुत्ते भोंकते है लेकिन उस हाथी का कुछ नहीं बिगड़ता ,,इसीलिए अकेले केजरीवाल को हराने के लिए सभी हथकंडो के साथ ,,मिडिया खरीद फरोख्त के साथ पूरा देश ,,देश की सियासत लग गयी है ,,नतीजा क्या होगा पता नहीं लेकिन केजरीवाल भाजपा की तो गले की हड्डी बन गए है ,,,अगर दिल्ली की जनता में ,,,दिल्ली के मतदाताओं में ज़रा भी ज़मीर ज़िंदा है तो निश्चित तोर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल होंगे और अगर ऐसा हुआ तो देश के सभी मुख्यमंत्रियों की सुख सुविधाये और ऐशो आराम उन्हें छोड़ना होंगे ,,,अपने काम काज के तरीके बदलना होंगे वरना उनके इलाक़े की जनता केजरीवाल की तरह काम नहीं करने के कारन उनके कान उमेठेगी ,,उद्योगपतियों और ठेकेदारो का मुनाफा कम होगा ,,,,रिश्वतखोरी ,,मिलावटखोरी ,,लेटलतीफी ,,हरामखोरी पर रोक लगेगी ,,,,बस इसीलिए देश के लोग चाहते है के बदलाव नहीं आये ,,जनता को सुकून नहीं मिले ,,अगर केजरीवाल का बहुमत नहीं आता है ,,,तो फिर केजरीवाल प्रतीपक्ष के नेता बनेंगे दिल्ली की सरकार और भाजपा की सरकार के लिए यह और घातक होगा ,,एक राजयसभा का सदस्य उनका जाएगा ,,,,,तो फिर जनाब देश में जो कुलियों में गुड फूटते है वोह नहीं हो सकेगा ,,,खेर भाजपा ने तो भाजपा का अस्तित्व खत्म कर किरणबेदी को केजरीवाल के खौफ के कारण आयात किया है ,,,कई कोंग्रेसियों ,,सपाइयों ,,जनता दल ,,बसपा के लोगों का मिश्रण किया है ,,मूल भाजपा ,,मूल भाजपाई तो कतार में है और नए नवेले लोग भाजपा में मज़े कर रहे है ,,देखते है ऊंट किस करवट बैठता है लेकिन जिस भी करवटं बैठे भाजपा के लिए तो केजरीवाल गले की हड्डी ही है ,,,,केजरीवाल के सियासत में आने से एक तो गरीब आम आदमी को फायदा हुआ ,,दूसरे मीडया वालों फायदा पहुंचा है ,,जमकर रुपयों की बारिश हुई और देश में किसी के अच्छे दिन आये हो या ना हों ,,मीडिया वालों के तो अच्छे दिन ,,बहुत अच्छे दिन आ ही गए जनाब ,,,,,,,,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कहते है अलफ़ाज़ अच्छे हो ,,,जज़्बात अच्छे हो ,,चेहरा मुस्कुराता हो ,,,,

कहते है अलफ़ाज़ अच्छे हो ,,,जज़्बात अच्छे हो ,,चेहरा मुस्कुराता हो ,,,,ज़ुबान में मिठास ,,व्यवहार में विनम्रता ख़ुलूस हो ,,साहित्य की समझ ,,,,,संचालन का शऊर हो ,,सादगी हो ,,ज़िम्मेदारी हो ,,वफादारी हो ,,यारों की यारी हो तो सब मिलकर सिर्फ एक शख्सियत बनती है जिसका नाम केवल अतुल चतुर्वेदी ,,होता है ,,,,,,,,,,,मेरे भाई मेरे सखा ,,विख्यात साहित्यकार और अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के चहेते अध्यापक जी डॉक्टर अतुल चतुर्वेदी को उनकी शिक्षा शैली ,,समर्पण शैक्षणिक कार्य के लिए शिक्षक दिवस पर गुज़रे साल पांच सितम्बर को जयपुर स्थित बिड़ला ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित क्या गया ,,,, हमेशा मसुकुराते रहने वाले ,,यह स्मार्ट ब्वॉय ,,जब बोलते है तो इनके अल्फ़ाज़ों में प्यार की सुगंध होती है ,,एक सोच एक फलसफा एक मनोविज्ञान,,राष्ट्रभक्ति का भाव होता है ,, इनके मुस्कुराते चेहरे ,,मीठी जुबां और खूबसूरत होंठो से अलफ़ाज़ मानो फूल बनकर झड़ते हो ,,,,,इनकी रचनाये विश्व विख्यात है ,,,जब यह किसी कार्यक्रम या कवि सम्मेलन का संचालन करते है तो बस श्रोता इन्हे मंत्रमुग्ध होकर सुनते रहते है और यह जिसे जिस अंदाज़ में सुनाने के लिए खड़ा करते है उसे भी सुनकर श्रोता तालिया बजाते नज़र आते है ,,,सफल संचालन की यह कला डॉक्टर अतुल खूब जानते है ,,चतुर्वेदी है तो ज़ाहिर है चारों वेदों के तो ज्ञाता है ही सही ,,,,डॉक्टर है तो यह भी स्वीकार्य है के साहित्य के सृजन करता के साथ साथ यह साहित्य के सर्जन भी है ,,साहित्य के ऑपरेशन से इन्होें कई नए साहित्यकारों की रचनाओं का ऑपरेशन कर उनका रदीफ़ क़ाफ़िया ,,रिधम ठीक किया है ,,,साहित्य के शिक्षक बने भाई अतुल जब अपने स्कूल में निर्धारित वक़्त के पहले पहुंचते है तो स्कूल के बच्चे घडी मिला लेते है ,,वोह इन्तिज़ार करते है के यह हंसमुख चेहरा हमारे बीच शिक्षक बन कर आये ,,हमे हंसाएं ,,हमे खेल खेल में पढ़ाये और हर सबक ऐसा पढ़ाये जिसे हम एक बाद पढ़ ले तो फिर जीवन भर भूल ना पाये ,,,तो दोस्तों डॉक्टर अतुल चतुर्वेदी के बारे क्या लिखूं ,,इनकी शख्सियत ,,इनकी खूबियों का बखान करना सूरज को दिया दिखाने के समान है इनकी तारीफ़ में लिखते लिखते अलफ़ाज़ कम पढ़ जाएंगे ,,बस में तो इनता ही कहूँगा के ईश्वर ऐसा समर्पित अध्यापक ,,टीचर ,,हर स्कूल को दे ताकि सरकारी स्कूलों के बच्चों के जीवन में कामयाबी की नयी रौशनी का संचार हो सके ,,भाई अतुल चतुर्वेदी यूँ तो हज़ारो हज़ार बार साहित्यिक और समाजसेवी मंचों से सम्मानित हो चुके है ,,लोगों के दिलों में उनके लिए सम्मान है ,,लेकिन यह सम्मान भी उनके लिए उनके समर्पण ,,सेवाभाव शैक्षणिक कार्य का पुरस्कार है ,,,, डॉक्टर अतुल को इस सम्मान के लिए अग्रिम बधाई मुबारकबाद ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों एम्बुलेंस 108 की सेवा,,,

दोस्तों एम्बुलेंस 108 की सेवा के बारे में अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ से संबंधित विज्ञापन की एक विडिओ किसी ने मुझे भेजी थी जिसमे ,,,यमराज को एक व्यक्ति के दुर्घटना में तड़पने के बाद प्राण हरण का काम काम सौंपा जाता है ,,यमराज छत्तीसगढ़ की सड़क पर एक दुर्घटना में घायल को तड़पता देखते है क्योंकि उन्हें उसे तड़पाना था लेकिन अचानक कोई एम्बुलेंस सेवा 108 को फोन करता है ,,और एम्बुलेंस आकर उस दुर्घटना में तड़पते घायल शख्स को लेकर अस्पताल चले जाती है इसी बीच यमराज के एक ट्रक टक्कर मारता है और घायल यमराज को भी एम्बुलेंस 108 अस्पताल ले जाती है ,,मेने इस विज्ञापन को गंभीरता से नहीं लिया ,,विडिओ डिलीट कर दी ,,,,लेकिन आज अचानक मेरे मित्र मोईनुद्दीन क़ाज़ी साहब के वालिद के काम से जयपुर हाईकोर्ट का काम निकला ,,,रास्ते में दो दुर्घटनाये देखीं एक तो निवाई चाकसू के बीच एक स्विफ्ट कार पलट गई ,,उसमे सवार दो लोग गंभीर घायल हुए ,,,एम्बुलेंस 108 सेवा को फोन किया उन्होेन पूरी ज़िम्मेदारी से तुरंत सुचना प्राप्त कर पॉइंट आउट किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया ,,,दूसरी दुर्घटना बूंदी पहाड़ी पर बूंदी के पहले देखी एक मोटर साइकल के ट्रक ने टक्कर मारी एक सवार के सर के तो ट्रक के पहिये के नीचे आने से परखच्चे उड़ गए ,,,दूसरे सवार में थोड़ी जान सी दिखी तो तुरंत मेने फिर 108 सेवा को फोन किया कंट्रोल रूम से जवाब आया के अभी बूंदी की गाड़ी नहीं है कहीं गई है तो हिण्डोली की गाड़ी के ऑपरेटर से बात करवाई गई ,,फिर पुलिस को सुचना के लिए बूंदी कोतवाली से लाइन पर लेकर कंट्रोल रूम से बात करवाई गई ,,,,पुलिस मौके पर पहुंच जाम ठीक किया ,,,कुल मिलाकर 108 एम्बुलेंस सेवा को अगर और तत्पर बना दिया जाए जिसमे उनके वाहनों की संख्या बढ़े ,,,तो ठीक रहेगा क्योंकि सजग और सतर्क होकर तो वर्तमान संसाधनो से 108 सेवा से जुड़े लोग संवेदनशील होकर काम कर ही रहे है ,,अगर इस सेवा को और संसाधन उपलब्ध कराये जाए तो निश्चित तोर पर इलाज के अभाव में होने वाली कई अकाल मोतो को बचाया जा सकता है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अपने पहलु में

अपने पहलु में
बिठा कर
यूँ प्यार जताना
साथ जीने
साथ मरने की
यूँ हाथ में हाथ लेकर
बेहिसाब कसमे खाना ,,
प्यार निभाने के वक़्त
तुम्हारा यूँ हर बार
बहाने बनाना
तुम्हारा रूठ जाना
तुम्हारा ऐंठ जाना
यूँ तो कोई नई बात नहीं
तुमने हमेशा मुझे सताया
मेने हर बार तुम्हे मनाया
लेकिन इस बार तुमने
दिल तोडा नहीं
मसखरी नहीं की है
सच में नफरत की है
सच में नफ़रत की है
मुझ से होती तो सह लेता
लेकिन ऐ बेवफा तुमने
मेरे प्यार के
क़ुसूर की सज़ा
मेरे बच्चो से भी
नफरत करके दी है ,,
में शजदर ,,में टुटा हुआ
मेरे तो प्यार की
इंतिहा रही
तुम्हारे प्यार की तो
बस हाँ बस
इब्तिदा भी ना रही ,,,,,,
मुझ से नफरत थी तुम्हे
कोई बात नहीं
लेकिन उफ़
वक़्त यह सच दिखायेगा मुझे
तुम्हे मेरे बच्चो से भी
कोई प्यार कोई उन्सियत नहीं रही ,,,,,,,अख्तर

क़लम को

क़लम को
आंसुओं की
रोशनाई में डुबोकर
मेने इस कोरे
सफेद कागज़ पर
प्यार लिखा था
तुम्हारी आँखों में
तुम्हारे दिल में
नफरत थी
इसलिए तुम्हे
मेरा प्यार
दिखा ही नहीं ,,,,,अख्तर

सोशल मिडिया वॉट्सएप्प के ज़बरदस्त उपयोग दुरूपयोग के बाद पुरे देश में आई टी थाना खोलने की ज़िम्मेदारियाँ बढ़ गयी है

पुरे देश में सोशल मिडिया वॉट्सएप्प के ज़बरदस्त उपयोग दुरूपयोग के बाद पुरे देश में आई टी थाना खोलने की ज़िम्मेदारियाँ बढ़ गयी है ,,,अकेले कोटा में लगभग रोज़ हज़ारों पोस्टों के ज़रिये आई टी एक्ट का उलंग्घन होता है कुछ जाने में कुछ अनजाने में ,,लेकिन अनजाने में किया गया अपराध माफ़ है अगर यही अपराध जानबूझकर हो तो फिर कोई माफ़ी नहीं ,,कोटा में एक हफ्ते में दो मुक़दमे दर्ज हुए गिरफ्तारियों हुई ,,असमाजिक कृत्य करने वालों को कुछ तो सबक मिला लेकिन यह सब सादा पुलिस के साथः सम्भव नहीं अगर कोटा में साइबर क्राइम का अलग से थाना खुल जाए ,,विशेषज्ञ अनुसंधान टीम हो तो कोटा का सोशल मिडिया सुरक्षित ,,विकासवादी ,,,तहज़ीब वाला बन जाएगा ,,इसी मांग को लेकर समाजेवाक मोहम्मद हुसेन ने आज अपनी मांग उठाई है ,,,,,,,,,,,,,कहते है के सेवा करने वाले को मेवा मिलता है ,,,खिदमते ख़ल्क़ के आदाब अखलाक़ का नतीजा कामयाबी और लोकप्रियता होती है ,,,एक मिस कॉल लोगों की ज़िंदगी बदल सकती है ,,उनकी परेशानियों का हल बन सकती है ,,यह सभी कहावते कोटा के समाजसेवक ,,,,भाई मोहम्मद हुसेन मिस कॉल ने अपने आचरण ,,अपने सेवाभावी ,,,समर्पण कार्यों से ,,सच और सही साबित कर दिखाए है ,,,,,मोहम्मद हुसेन मिस कॉल ,,,,यूँ तो गुजरात ,,महाराष्ट्र ,, उत्तरप्रदेश ,,मध्यप्रदेश ,,राजस्थान सहित ,,,,सभी राज्यों में अपना व्यवसायिक नेटवर्क होने से जुड़े है ,,,,लेकिन राजस्थान और खासकर कोटा को इन्होने ,,,,अपनी कर्मभूमि सेवाभूमि के रूप में चयनित कर ,,,कोटा को प्रमुखता दी है,,,, कोटा के परेशान ,,पडित ,,शोषित ,उत्पीड़ित लोगों के मोहम्मद हुसेन,,,,,सेवाभावी ब्रांड एम्बेसेडर बनकर ,,,,संकट मोचक बने है ,,,लोगों को न्याय दिलाने के लिए ,,,,अपना वक़्त ,,अपना रुपया लगाना आज के ज़माने में दुर्लभ सा लगता है ,,,,लेकिन सेवा कार्यों में अपना घर छोड़कर ,,,दूसरों की सुक्ख शान्ति के लिए ,,,,दर दर भटक कर मोहम्मद हुसेने कोटा में अनूठी मिसाल क़ायम की है ,,,,,,,,,मोहम्मद हुसेन सियासत में भी है ,,,लेकिन वोह सियासी पार्टियों ,,सियासत के बंधनों से मुक्त होकर दलगत और जाती ,,धर्म से ऊपर उठकर सिर्फ और सिर्फ इंसान की खिदमत को ,,,अहमियत देते है और इसीलिए मोहम्मद हुसेन इंसानियत के पुजारी बन गए है ,,,,,इनके फोन पर समस्या समाधान को लेकर ,,,प्रतिदिन दो सो से भी अधिक ,,,मिस कॉल आते है ,,,जिन्हे यह पलट कर फोन करते है,,,कुछ समस्याओं का समाधान तो फोन पर ही हो जाता है ,,,,जबकि कुछ समस्याओं के समाधान के लिए ,,,मोहम्मद हुसेन अपने साथियों को भेजते है और कुछ प्रमुख समस्याओं के समाधान के लिए ,,,,मोहम्मद हुसेन खुद आगे चलकर समस्याओं का समाधान करते है ,,,,,,अभी हाल ही में कोटा किशोरपुरा साजिदेहड़ा वार्ड में नगरनिगम के चुनाव थे ,,कांग्रेस ,,भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे ,,स्थानीय लोगों की ज़िद थी के मोहम्मद हुसेन एक कॉर्पोरेटर के रूप में उनके खिदमतगार बने ,,कांग्रेस ,,,भाजपा के मुक़ाबिल एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ,,,स्थानीय लोगों के प्यार ने उन्हें उम्मीदवार बनाया ,,,,,कोटा और प्रदेश के कांग्रेस के दिग्गज लोग ,,,मुस्लिम वोटर्स को खरीदने लुभाने के लिए मुस्लिम दलाल ,,नोटों की गड्डियां फेंकी गयी ,,भाजपा ने जाती धर्म का कार्ड चलाया ,,,,लेकिन कांग्रेस और भाजपा की साज़िशें चारों खाने चित हो गयी इस चुनाव में पार्टियां हारी और सेवा समर्पण की जीत हुई ,,,,,मोहमद हुसेन को स्थानीय लोगों का अटूट प्यार मिला कोंग्रेसी प्रत्याक्षी की ज़मानत ज़ब्त हुई हमेशा खुद को अजय बताने वाले वार्ड पार्षद जिसकी हमेशा जीत होती है ,,जिसके वार्ड में लोकसभा ,,विधानसभा चुनाव ,,उपचुनाव में भाजपा को एक तरफा वोट मिले थे वोह बगलें झांकते नज़र आये ,,,,,आज मोहम्मद हुसेन कॉर्पोरेटर बनने के बाद व्यस्त हो गए है लेकिन अपना सब कुछ फूंक कर लोगों की सेवा करने का जज़्बा उनका और दोगुना ,,चौगुना हो गया है और इसीलिए मोहम्मद हुसेन की कामयाबी के लिए हज़ारों हाथ एक साथ दुआओं के लिए उठ जाते है ,,,ऐसे सेवा भावी मोहम्मद हुसेन ज़िंदाबाद ,,उन्हें उनके खिदमत कार्यों के लिए मुबारकबाद ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

सावधान दोस्तों फ़र्ज़ी फोन कॉल्स

सावधान दोस्तों फ़र्ज़ी फोन कॉल्स ,,थोड़ा सा लालच देकर ,,गुमराह करने वाली सुचना देकर आपको ठग सकते है ,,,,,कोटा में अखलाक़ अहमद के साथ रेलवे कॉलोनी थाना इलाक़े में ऐसी ही ठगी की घटना हुई है उन्होंने बीस हज़ार छ सो छियासी रूपये इनश्योरेन्स मेच्योरिटी की ग़लतफ़हमी में एक फोन कोले पर बताये गए एकाउंट में जमा करा दिए बाद में यह सब फर्जीवाड़ा निकला ,,,इस मामले में रेलवे कॉलोनी में अखलाक़ अहमद ने बेईमानी और धोखाधड़ी का मुक़दमा दर्ज कराया है ,,,,दोस्तों अखलाक़ अहमद रंगतालाब रेलवेकोलोनी कोटा निवासी के पास दिसम्बर में 09211700947 से फोन आया ,,,,और उनके फोन कॉल 09001017150 पर कहा के आपकी पॉलिसी मेच्योर हो रही है रिफंड सर्विस चार्ज बीस हज़ार छ सो छियासी रूपये मोहाली पंजाब के खाते में जमा करा दो जो उन्होंने जमा करा दिए ,,फिर लगातार अखलाक़ के पास फोन आने लगे के हम इण्टकम् टैक्स ऑफिस से बोल रहे है हमारे कहते में इनकमटैक्स टी डी एस बीस हज़ार दो सो सत्ताईस हज़ार रूपये जमा कराओ ताके हम तुम्हे एक लाख पचपन हज़ार रूपये भेज सके ,,इस पर अखलाक़ को शक हुआ उन्होंने अपनी पॉलिसी देखी जिसकी मेच्योरिटी अभी नहीं थी ,,,,अखलाक़ अहमद ने मुझ एडवोकेट अख्तर खान अकेला से सम्पर्क किया मेने सारी घटना रेलवेकोलोनी थानाधिकारी नेत्रपाल सिंह को बताई तो उन्होंने अखलाक़ अहमद की शिकायत पर तुरंत मुक़दमा नंबर 58/15 अंतर्गत धारा 420 में दर्ज कर अभियुक्तों की तलाश जारी कर दी है ,,,,,,,,,,,तो दोस्तों सावधान ऐसी किसी भी फोन कॉल के झांसे में न आये और ऐसे कॉल आने पर पुलिस को सुचना देकर ऐसे लोगों को गिरफ्तार करवाये ताकि ऐसे ठग गिरोह का पर्दाफ़ाश हो और समाज में सुक्ख चेन स्थापित हो सके ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों इलाहबाद की बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की यह खुसूसी शख्सियत प्रदीप पाण्डे की निशाने की ज़द में हर खबर ,,हर घटना रहती है

दोस्तों इलाहबाद की बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की यह खुसूसी शख्सियत प्रदीप पाण्डे की निशाने की ज़द में हर खबर ,,हर घटना रहती है जिसे वोह एक पत्रकार एक सधे हुए संपादक की हैसियत से आम पाठकों के सामने परोस कर उन्हें रिझाने की क्षमता रखते है ,,,,,हिंदी में एम ऐ करने के बाद ,,भाई संदीप पांडे लेखन कार्य से जुड़े ,,इनके अनेक लेख प्रकाशित हुए ,,,एक पत्रकार की हैसियत से प्रदीप पांडे जी ने हर वक़्त हर घटना की महत्वपूर्ण रिपोर्टिंग लोगों तक पहुंचाने का सफलतम काम किया है ,,,,,,,,,प्रदीप पांडे इन दिनों राजस्थान पत्रिका कोटा संस्करण के स्प्म्पादक हेड है और अपनी पूरी टीम को साथ लेकर पत्रिका के सम्पादन ,,प्रकाशन और सामजिक सरकार को सहजे संवारे हुए है ,,,खबरों का चयन ,,गुणवत्ता ,,,,भाषा शैली पर इनकी नुकीली निगाह रहती है ,,जनता से जुडी खबरों को कैसे समेट कर सजोये और फिर पाठको के लिए दिलचस्प ,,ज्ञानवर्धक बनाकर परोसे यह हुनर भाई प्रदीप पांडे खूब बहुत खूब अच्छी तरह से जानते है ,,,प्रारम्भ काल में दैनिक जागरण में प्रदीप भाई ने बहतरीन पत्रकारिता का प्रदर्शन किया फिर दैनिक भास्कर की प्रकाशन टीम के बहुउपयोगी साथी बने ,,कई दिनों तक लेखन और पत्रकारिता विधा में महत्वपूर्ण खबरों के प्रकाशन और सम्पादन शैली के बाद प्रदीप जी राजस्थान पत्रिका की टीम से जुड़े ,,पहले प्रदीप भाई ने जयपुर में काम किया फिर इन्हे सतना पत्र्किा संस्करण को सजाने संवारने भेजा ,,,अब प्रदीप भाई शिक्षा नगरी कोटा में सामजिक सरोकार के साथ पत्रकारिता और कुशल सम्पादन शैली के पुरे दम खम के साथ जुटे हुए है ,,,,भाई प्रदीप यूँ तो किसी भी तरह की तारीफ़ के मोहताज नहीं ,,इनके बारे में कुछ भी कहना सूरज को दिया दिखाने के समान है ,,लेकिन फिर भी कुछ शख्सियत ऐसी होती है जो नीव की ईट बनकर कंगूरों को सजा संवारकर भवन को खूबसूरत बनाती है ,,,,,,,रोज़ नियमित रूप से अपनी रिपोर्टर्स और उप संपादकों की टीम के साथ अलग अलग खबरों के बीट प्रभारियों से गहरी मंत्रणा ,,उनके सुझाव लेना ,,समस्याएं सुनना और फिर बेहतर प्रदर्शन ,,बेहतर लेखन के लिए पत्रकारिता के गुर सिखाना इनका रोज़मर्रा का काम बन गया है ,,अपने आलोचकों की बात यह ध्यान से सुनते है उनसे नाराज़ होने की जगह यह उस कमी को सुधार कर अधिक बेहतर का प्रयास करते है ,,कुछ नया करना ,,सबसे बेहतर करना ,,जनउपयोगी काम करना ,,,,शोधकार्य करना ,,कुछ अलग हठ कर करना इनकी पहचान है कितने भी तनाव में हो हँसते हसंते सहज भाव से अपनी बात कहना ,,अपनी बात लिखना ,,अपनी बात मनवाने का इनका हुनर खूबसूरत और अनुकरणीय है ,,,भाई प्रदीप जी अपने व्यस्त लम्हों में से परिवार पत्नी और बच्चो के लिए भी वक़्त निकालते है ,,इन्हे पढ़ने ,,सीखने रोज़ नया सीखने का शोक है ,,,प्रदीप भाई सोशल मीडिया क्षेत्र में भी अपनी विधा का बेहतर प्रदर्शन करते है ,,,कुछ नया करने का संकल्प ,,कुछ नया सोचने का इरादा इन्हे हर जगह कामयाब शख्सियत बनाता है ,,दुश्मन को दोस्त बनाना अपनी बात बेहतर तरीके से समझना इन्हे खूब आता है ,,,भाई प्रदीप सोशल मिडीया पर इनके ब्लॉग ,,राज काज ,,,,के शीर्षक से राज पर खरी आवाज़ लिखते हुए सोशल मिडिया को झकझोरते रहे है ,,उनके विचार में ,,,सच को मेने सच कहा जो कह दिया सो कह दिया ,,,,,,,,,निर्भीक पत्रकारिता की बहत्तर सोच है ,,इंक़लाबी नारा है ,,,,,,,,भाई प्रदीप फेसबुक पर भी नियमित अपडेट है तो कोटा राजस्थान पत्रिका के संपादक की हैसियत से मेले ,,,जनता को पत्रिका से जोड़ने के सभी कार्यक्रमों के सफलतम संचालन के साथ साथ ,,इन दिनों वाट्स ऐप पर नयी शैली ,,नए आविष्कार ,,के साथ अपनी बहतरीन उपस्थिति दर्ज करा रहे है ,,,,पिछली तीन जनवरी से भाई प्रदीप अपने सहयोगी पत्रकार राजकुमार को प्रेरित और प्रशिक्षित कर राजस्थान पत्रिका का अग्रिम ऑडियो बुलेटिन चला रहे है इस ऑडियो बुलेटिन में राजस्थान पत्रिका में दूसरे दिन छपने वाली लगभग सभी प्रमुख खबरों का सारांश खूबसूरत अंदाज़ में प्रस्तुत किया जाता है जो ओड़िया वाट्स ऐप पर नियमित उपलब्ध है ,,,,कम उम्र ,,अनुभव ज़्यादा ,,,काम का बहतरीन प्रदर्शन इनकी सफलता की कुंजी है ,,,भाई प्रदीप पांडे को इनके इस हुनर इस प्रकार की प्रभावशाली पत्रकारिता के प्रयोगो के लिए बधाई मुबारकबाद ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का सन्देश

 
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