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12 फ़रवरी 2015

फेंकुओं ने भी क्या खूब फेंकी

फेंकुओं ने भी क्या खूब फेंकी थी के किरण बेदी ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार उठा ली थी ,,फेंकू सर दिल्ली के लोगों को अनपढ़ ,,गंवार जाहिल समझ बैठे थे ,,,,,फेंकू लोगों को शायद पता नहीं के दिल्ली के लोग जानते है के जब प्रधानमंत्री निकलते थे तब रास्ते रोक दिए जाते थे ,,,प्रोटोकॉल में किरण बेदी जैसे ना जाने कितने अधिकारी ट्रैफिक साफ़ करते नज़र आते थे फिर इंदिरा जी को जो सुरक्षा थी उनकी कार तक किरण बेदी तो क्या कोई सर्वोच्च अधिकारी भी बिना सिक्युरिटी अधिकारीयों की मर्ज़ी के नहीं पहुंच सकता था ,,तो जनाब पहले तो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार के चालान की खूब फेंकी गई ,,लेकिन जब समझ में आया के यह दिल्ली की साक्षर जनता है सब जानती है और उलटे किरणबेदी का मज़ाक उड़ाया जा रहा है तो फिर मजबूरी में फेंकुओं ने इस फेंक का खंडन शुरू किया ,,जय हो ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कलेक्टर जोगाराम ने कहा कि ,,,उद्यानिकी ,,,,पुस्तक का प्रकाशन कृषि क्षेत्र में उन्नत्ति और बेहतर प्रबंधन के लिए एक संगे मील साबित होगी

कोटा जिला कलेक्टर जोगाराम ने कहा कि ,,,उद्यानिकी ,,,,पुस्तक का प्रकाशन कृषि क्षेत्र में उन्नत्ति और बेहतर प्रबंधन के लिए एक संगे मील साबित होगी ,,इस पुस्तक के लेखन में डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने कृषकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई है जबकि एडवोकेट अख्तरखान अकेला एवं टीम की सहयोग से यह बेहतर एवं जनउपयोगी प्रकाशन सम्भव हो सका है ,,,ज़िलाकलेक्क्टर जोगाराम ने आज यहां कलेक्ट्रेट परिसर में फूल ,,फल ,,सब्ज़ी ,,,,मसाला एवं ओषधि खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रकाशित पुस्तक उद्यानिकी के विमोचन समारोह में उक्त उदगार प[प्रकट करते हुए कहा कि पुस्तक का प्रकाशन जनउपयोगी और सराहनीय है ,,इस अवसर पर कोटा जिलाप्रमुख सुरेश गुर्जर भी उपस्थित थे ,,,,उद्यानिकी ,,पुस्तक के प्रकाशक मिडिया इंफोर्मेशन एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन फोरम से जुड़े लेखक पूर्व संयुक्त निदेशक जनसम्पर्क डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ने इस अवसर पर सभी आगंतुकों को धन्यवाद दिया ,,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल लगातार जनउपयोगी लेखन कर पुस्तक प्रकाशन करने का कार्य बखूबी कर रहे है ,,,उद्यानिकी पुरस्तक में सामग्री संकलन श्रीमती शिखा सिंघल ने किया है जबकि विधिक सलाहकार एडवोकेट अख्तर खान अकेला है ,,पत्रकार के डी अब्बासी ,,प्रदीप पांचाल ,,पंकज बैरवा ,,नितेन्दर सिंह चौहान ,,मेकशल कम्प्यूटर ,,,कृष्णा मानव विकास संस्थान की इसमें प्रमुख सहयोगी भूमिका रही है ,,,कृषि पैदावार से सम्बधित प्रमुख जानकारियां जैसे ,,राष्ट्रिय बागवानी मिशन ,,राष्ट्रिय सूक्ष्म सिंचाई मिशन ,,,राष्ट्रिय बांस मिशन ,,सफ़ेद मूसली ,,,ईसब घोल ,,अश्वगंधा ,,,ग्वारपाठा ,,,खजूर ,,अनार ,,फल ,,ज़ैतून ,,आंवला ,,मधुमक्खी पालन ,,तरबूज़ ,,ख़रबूज़े की खेती सहायत कई प्रमुख उपज सम्बंधित जानकारियां इस पुस्तक में सजाई संवारी गई है ,,पुस्तक में उधानिकी की राज्य संबंधित योजनाये ,,,सोर ऊर्जा संबंधित पम्प परियोजना ,,,राजहंस ,,मसालों की महक ,,अंगूर की खेती ,,सब्ज़ी शोधः ,,,गेंदा मेरी गोल्ड ,,उद्यानिकी विज्ञान ,,जैविक खेती और हॉर्टिकल्चर संबंधित प्रमुख जानकारियों ने इसे एक कृषक ,,एक बागवान के लिए बहुउपयोगी बना दिया है ,,,,,,,पुस्तक के विमोचन समारोह में प्रमुख रूप से ज़िलाकेलक्टर जोगाराम ,, जिला प्रमुख सुरेश गुर्जर ,,,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल ,,एडवोकेट अख्तर खान अकेला ,,,,अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष रघुनन्दन गौतम ,,,प्रेस क्लब कोटा के अध्यक्ष धीरज गुप्ता तेज ,,,जार पत्रकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नीरज गुप्ता ,,,,इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर अमित गोयल ,,, पूर्व जनसम्पर्क संयुक्त निदेशक घनश्याम वर्मा ,,हेमंत पराशर ,,,बृजेश त्रिवेदी ,,,हितेन्द्र सिंह चौहान ,,मनोज कुशवाहा ,,,,के डी अब्बासी जांबाज़ पत्रिका के ,,सलीमुर्रहमान ख़िलजी ,,पत्रकार शाकिर अली ,,सचिन ओझा ,,गुल मोहम्मद ,,मुकेश शाक्यवाल ,,,आबशार क़ाज़ी ,,अखिलेश बेगरी ,,ओमेन्द्र सक्सेना ,,,,,राष्ट्रीय बंजारा फाउंडेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष कैलाश बंजारा ,,,,,प्रोफ़ेसर डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंघल ,,,खिदमत ओर्गेनाइज़ेशन के हाफ़िज़ अब्दुल रशीद क़ादरी ,,सुल्तानपुर के पूर्व उप प्रधान रईस खान ,,,श्रीमती आशा मल्लाह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ,,,,,,,,,,,,,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल प्रारम्भ से ही प्रमुख लेखन और शोध कार्यों में लगे है ,,और उनके कई दर्जन प्रकाशन बहुउपयोगी दस्तावेज है जिसका उपयोग शोध कार्यों में लगे छात्र छात्राएं भी कर रहे है जबकि ज्ञानवर्धक प्रकाशन से हर क्षेत्र के लोगों को इसका फायदा पहुंचा है ,,डॉक्टर प्रभात कुमार सिंघल को उनके इस उद्यानिनिकी प्रकाशन के सफलतम प्रयास के लिए बधाई मुबारकबाद ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

गुलाब जामुन में जहर देकर पाकिस्तान में सैकड़ों कुत्तों को मारा



पीएम मोदी कर सकते हैं अपना नाम लिखा हुआ सूट नीलाम


नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पेशल सूट फिर चर्चा में है। महीन अक्षरों में पट्टियों पर 'नरेंद्र दामोदर मोदी' लिखे (मोनोग्राम किए गए) इस सूट के बारे में सूत्र बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री इसकी नीलामी पर विचार कर रहे हैं।
फोटो: मोदी के सूट का एक हिस्सा, जिस पर महीन अक्षरों में नरेंद्र दामोदर दास मोदी लिखा हुआ है।
फोटो: मोदी के सूट का एक हिस्सा, जिस पर महीन अक्षरों में नरेंद्र दामोदर दास मोदी लिखा हुआ है।
बताया जा रहा है कि अगर सूट नीलाम होता है तो उससे हासिल राशि समाज कल्याण के लिए वाराणसी के एनजीओ को दी जाएगी। पीएम मोदी ने यह सूट पिछले महीने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुलाकात के दौरान पहना था। बताया जा रहा है कि सूट को नीलाम किए जाने का सुझाव केंद्र सरकार के एक मंत्री की ओर से आया है।
दिल्ली में अभी खत्म हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया और '10 लाख का सूट' करार दिया। जानकार मानते हैं कि इसका सीधा फायदा आम आदमी पार्टी को हुआ, जो लोगों को यह समझाने में कामयाब हुई कि भले ही मोदी पहले चाय बेचते रहे हों, लेकिन अब वे 10 लाख रुपए कीमत का सूट पहनते हैं। बीजेपी के कई नेताओं ने भी दबी जुबान सूट की वजह से भी आम लोगों के बीच आलोचना का शिकार बनने की बात कही है।

मोदी सरकार के खिलाफ 24 से दिल्ली में आंदोलन करेंगे अन्ना, साथ दे सकती है आप


मोदी सरकार के खिलाफ 24 से दिल्ली में आंदोलन करेंगे अन्ना, साथ दे सकती है आप
 
पुणे. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे 24 फरवरी से मोदी सरकार के खिलाफ भूमि अधिग्रहण अध्यादेश, कालाधन और लोकपाल के मुद्दे को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। अन्ना के इस आंदोलन में एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर समेत 17 सामाजिक संगठन भी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक, अन्ना की कोर कमिटी की गुरुवार को हुई बैठक में आंदोलन को लेकर अंतिम फैसला हो गया। सूत्रों के मुताबिक, अन्ना हजारे की इस मुहिम को आप आदमी पार्टी का भी साथ मिल सकता है। आप नेता योगेंद्र यादव ने कहा था कि अन्ना कोई भी सामाजिक आंदोलन करें, उसमें आम आदमी पार्टी हमेशा उनके साथ रहेगी। हालांकि, आम आदमी पार्टी की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।
बता दें कि दिल्ली चुनावों से पहले ही अन्ना ने इस आंदोलन की चेतावनी दी थी। अन्ना पिछले कई दिनों से कालाधन और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनावों में हुई बीजेपी की हार के लिए भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया था।
अन्ना ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "मोदी ने भ्रष्टाचार पर अपना वादा नहीं निभाया। नई सरकार को जितना समय देना चाहिए था, उतना दे दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव से पहले जो आश्वासन दिया, वह पूरा नही किया। मैं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा।" इससे पहले, अन्ना ने कालेधन के मुद्दे पर मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वह संसद के शीतकालीन सत्र तक इंतजार करेंगे। अगर उसके बाद भी अगर कालाधन वापस लाने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो वह मोदी के खिलाफ जनता को साथ लेकर सड़कों पर उतरेंगे।
गोविंदाचार्य और जेठमलानी को साथ लेने की कोशिश
अन्ना ने केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का मन तो बना लिया है, लेकिन प्रस्तावित आंदोलन में साथ देने के लिए इस बार उनके पास न तो केजरीवाल हैं और न ही किरण बेदी या वीके सिंह। ऐसे में अन्ना को ऐसे चेहरों की दरकार है, जो उनके आंदोलन को कामयाब बना सकें। इस क्रम में भाजपा के पूर्व नेता गोविंदाचार्य और पूर्व सांसद राम जेठमलानी के नाम चर्चाओं में हैं। अन्ना से कुछ दिन पहले गोविंदाचार्य ने मुलाकात भी की थी। जहां तक जेठमलानी का सवाल है, तो कभी मोदी भक्त रहे मशहूर वकील अब भाजपा से दूर हो चुके हैं। ऐसे में, अन्ना को इनका साथ मिल सकता है।

क़ुरआन का सन्देश

 
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