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23 फ़रवरी 2015

सुपुत्र कौन है

गाँव के कुएँ से चार महिलाऐ पानी भर रही थी.
एक महिला का पुत्र वहाँ से निकला तो उसे देख कर वह महिला बोली, देखो वह मेरा पुत्र है, यहाँ का सबसे बड़ा पहलवान है ।
फिर दूसरी महिला का पुत्र वहाँ से गुजरा जिसे देख कर वो महिला बोली, देखो ये मेरा पुत्र बड़ा विद्वान है ।
उसके बाद तीसरी महिला का पुत्र वहा से निकला, उसे देख के वह महिला बोली, देखो मेरा सुपुत्र यहाँ का सबसे बड़ा व्यापारी है ।
तभी चौथी महिला का पुत्र वहा से निकला, माँ को देख कर माँ के पास आया, पानी का घड़ा उठा लिया और बोला, चलो माँ घर चले ।
उस माँ की ख़ुशी भरी आँखों के सामने उन तीनो महिलाओ की नज़रे झुक गयी ।
वो समझ चुकी थी कि सुपुत्र कौन है ।।

मुफ्ती का सिर कलम करने पर 1 लाख का इनाम, शिव को बताया था पैगम्बर

  • dainikbhaskar.com

  • Feb 23, 2015, 18:19 PM IST
बरेली/लखनऊ. पिछले हफ्ते अयोध्‍या में भगवान शिव को इस्‍लाम का पहला पैगम्बर बताने वाले जमीयत-ए-उलेमा के मुफ्ती मोहम्मद इलियास अब मुश्किल में पड़ गए हैं। उनके बयान से नाराज ऑल इंडिया फैजान-ए-मदीना काउंसिल के अध्यक्ष मुईन सिद्दिकी ने मुफ्ती इलियास का सिर कलम करने वाले को एक लाख 786 रुपए का इनाम देने का एलान किया है। फतवा जारी करने वाले मुईन सिद्दिकी ने रविवार को कहा कि मुफ्ती इलियास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारे पर शरीयत के खिलाफ उलटा-सीधा बयान दे रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इस प्रकार की फिजूलबयानी से मुफ्ती का बड़ा नुकसान हो सकता है। यदि उनके पास कोई जानकारी है, तो कुरान और शरीयत के हिसाब से जानकारी दें। बिना समझे-बूझे बयान देना उनके लिए महंगा पड़ सकता है।
फाइल फोटो: मुफ्ती इलियास (बीच में छड़ी लिए हुए)।
फाइल फोटो: मुफ्ती इलियास (बीच में छड़ी लिए हुए)।
इलियास ने भगवान शिव को मुस्लिमों का पहला पैगम्बर बताते हुए कहा था कि इस बात को मानने में मुसलमानों को कोई गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा था कि मुसलमान भी सनातनधर्मी हैं और हिंदुओं के देवता शिव और पार्वती हमारे भी मां-बाप हैं। उन्होंने आरएसएस द्वारा भारत को हिंदू राष्ट्र बताए जाने पर कहा था कि मुस्लिम हिंदू राष्ट्र के विरोधी नहीं हैं और हिंदुस्तान में रहने वाला हर कोई हिंदू है। इलियास ने कहा, ''जिस तरह से चीन में रहने वाला चीनी, अमेरिका में रहने वाला अमेरिकी है, उसी तरह से हिंदुस्तान में रहने वाला हर शख्स हिंदू है। जब हमारे मां-बाप, खून और मुल्क एक हैं, तो इस लिहाज से हमारा धर्म भी एक है। हमारे धर्म की शुरुआत यहीं भारत से हुई है। शंकर भगवान लंका में आए थे। वह हमारे इस्लाम धर्म के पहले पैगम्बर हैं। हम यहीं पैदा हुए हैं। यहीं हमारा कर्म और धर्म क्षेत्र है।''
अयोध्या पहंचे मुस्लिम धर्मगुरुओं का साधु-संतों ने भी खुले मन से स्वागत किया। हिंदू धर्मगुरुओं का कहना था कि आपस में फूट डालकर राज करने की राजनीति चल पड़ी है। इसे रोकना होगा। यह कार्यक्रम ऐसे लोगों के लिए एक सबक है। अयोध्या में रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि हिंदू-मुसलमानों को लड़ाने वालों के लिए यह एक सबक है।
उन्होंने आगे कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रचार वह सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरे संसार में करेंगे। इंसानियत को जगाने के लिए हम सब मिलकर यह कार्यक्रम कर रहे हैं। जिस तरह से पूरी दुनिया में लोग आतंकवाद से त्रस्त हैं, उसे दूर करने के लिए सबने मिलकर पुतला फूंका है।

सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने जमीयत उलेमा के मुफ़्ती मोहम्मद इलियास के बयान को विवादित करार दिया है। उनका कहना है कि अल्लाह ने कुरान में कुछ पैगम्बरों के नाम भी दे रखे हैं। हम दूसरे मजहब के पैगम्बर की भी इज्जत करते हैं। इलियास की बात हमारे मजहब में साबित नहीं होती है। इससे हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचा है।

औरतों की दुहरी मानसिकता"


पति के घर में प्रवेश करते
ही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा ‘‘ पूरे
दिन
कहाँ रहे? आफिस में
पता किया वहाँ भी नहीं पहुँचे।
मामला क्या है?‘‘
‘‘ वो-वो……….मैं……….
पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए
पत्नी फिर
बरसी‘‘ बोलते नही? कहां चले गये थे।
ये गंन्दा बक्सा और
कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?‘‘
‘‘ वो मैं माँ को लाने गाँव
चला गया था।‘‘
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।
‘‘ क्या कहा,
तुम्हारी मां को यहां ले आये?

शर्म नहीं आई तुम्हें। तुम्हारे भाईयों के
पास इन्हे क्या तकलीफ है?
‘‘ आग
बबूला थी पत्नी, इसलिये उसने पास
खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें
पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ
देखा तक
नहीं।
‘‘इन्हें मेरे भाईयों के पास
नहीं छोड़ा जो सकता। तुम समझ
क्यों नहीं रहीं।‘‘ पति ने दबीजुबान
से कहा।
‘‘क्यों, यहाँ कोई कुबेर
का खजाना रखा है?
तुम्हारी सात हजार
रूपल्ली की पगार में
बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे
चला रही हूँ मैं ही जानती हूँ ‘‘
पत्नी का स्वर
उतना ही तीव्र था।
‘‘अब ये हमारे पास ही रहेगी।‘‘पति ने
कठोरता अपनाई।
‘‘ मैं कहती हूँ इन्हें इसी वक्त वापिस
छोड़ कर
आओ। वरना मैं इस घर में एक पल
भी नहीं रहूंगी और इन
महारानीजी को भी यहाँ आते
जरा भी लाज नहीं आई।
‘‘कह कर औरत
की तरफ
देखा तो पाँव तले से जमीन सरक गयी।
झेंपते हुए
पत्नी बोली।
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‘‘मां तुम!‘‘
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‘‘हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने
मुझे घर से
निकाल दिया। दामाद
जी को फोन
किया तो ये मुझे यहां ले आये।
‘‘
बुढ़िया ने
कहा तो पत्नी ने गद्गद्
नजरों से पति की तरफ देखा और
मुस्कराते हुए
बोली।
‘‘ आप भी बड़े वो हो डार्लिंग, पहले
क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने
गये
थे।‘‘..

ISIS ने पिंजरे में कैद कर निकाली 21 कुर्दों की परेड, पूछा- 'मौत से पहले कैसा लग रहा'




किरकुक। खूंखार आतंकी संगठन ISIS द्वारा जारी नए प्रोपेगैंडा वीडियो में 21 कुर्दिश पेशमेर्गा लड़ाके पिंजरे में कैद नजर आ रहे हैं। उन्हें इराकी शहर किरकुक की भीड़-भाड़ वाली सड़कों से ले जाया जा रहा है। जहां ISIS के समर्थक खुशी से झूमते दिख रहे हैं। इसके अलावा, बंधकों से आतंकी इंटरव्यू करता भी दिखता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वह लड़ाकों से पूछता है- "मौत से पहले, कैसा लग रहा है।" गौरतलब है कि यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है, जब अमेरिका के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने अप्रैल महीने में व्यापक सैन्य अभियान के तहत इस्लामिक स्टेट के कब्जे से इराक के दूसरे बड़े शहर छुड़ाने की बात कही है।
पिकअप वैन के पीछे पिंजरे में कैद कुर्दिश लड़ाकों को ले जाते आतंकी।
पिकअप वैन के पीछे पिंजरे में कैद कुर्दिश लड़ाकों को ले जाते आतंकी।
'हीलिंग द चेस्ट ऑफ दोज हू बिलीव' टाइटल से 9 मिनट के इस वीडियो में बंधक नारंगी जंपसूट पहने हुए हैं। उन्हें पिकअप वैन के पीछे रखे पिंजरों में बंद कर रखा गया है। हर पिंजरे के साथ भारी हथियारों से लैस दो से तीन नकाबपोश आतंकी भी सवार हैं, जो आईएसआईएस का झंडा लहराते दिख रहे हैं। बंधकों की परेड करने के बाद उन्हें पिंजरा सहित किसी अज्ञात जगह पर ले जाया जाता है, जहां एक आतंकी उनका इंटरव्यू लेता है।

इंटरव्यू खत्म होते ही आतंकी बंधकों को पिंजरे से निकालकर कतार में घुटनों के बल बिठाते हैं। अपुष्ट खबरों के मुताबिक, इन्हें मौत के घाट उतार दिया गया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं कि उन्हें गोली मारी गई या फिर जिंदा जलाया गया। बता दें कि फरवरी के दूसरे हफ्ते में आतंकियों ने 17 कुर्दिश पेशमेर्गा लड़ाकों को पिंजरे में बंद कर परेड निकाली थी। माना जाता है कि उन्हें जॉर्डन के पायलट मुआद अल-कस्साबेह की तरह ही जिंदा जलाकर मार डाला गया।

मैंने .. हर रोज

मैंने .. हर रोज .. जमाने को .. रंग बदलते देखा है ....
उम्र के साथ .. जिंदगी को .. ढंग बदलते देखा है .. !!
वो .. जो चलते थे .. तो शेर के चलने का .. होता था गुमान..
उनको भी .. पाँव उठाने के लिए .. सहारे को तरसते देखा है !!
जिनकी .. नजरों की .. चमक देख .. सहम जाते थे लोग ..
उन्ही .. नजरों को .. बरसात .. की तरह ~~ रोते देखा है .. !!
जिनके .. हाथों के .. जरा से .. इशारे से .. टूट जाते थे ..पत्थर ..
उन्ही .. हाथों को .. पत्तों की तरह .. थर थर काँपते देखा है .. !!
जिनकी आवाज़ से कभी .. बिजली के कड़कने का .. होता था भरम ..
उनके .. होठों पर भी .. जबरन .. चुप्पी का ताला .. लगा देखा है .. !!
ये जवानी .. ये ताकत .. ये दौलत ~~ सब कुदरत की .. इनायत है ..
इनके .. रहते हुए भी .. इंसान को ~~ बेजान हुआ देखा है ... !!
अपने .. आज पर .. इतना ना .. इतराना ~~ मेरे .. यारों ..
वक्त की धारा में .. अच्छे अच्छों को ~~ मजबूर हुआ देखा है .. !!!
कर सको......तो किसी को खुश करो......दुःख देते ........तो हजारों को देखा है...

"जिन्दादिली" इसी को कहते हैं।

दिल के टूट जाने पर भी हँसना,
शायद "जिन्दादिली" इसी को कहते हैं।
ठोकर लगने पर भी मंजिल के लिए भटकना,
शायद "तलाश" इसी को कहते हैं।
सूने खंडहर में भी बिना तेल के दिये जलाना,
शायद "उम्मीद" इसी को कहते हैं।
टूट कर चाहने पर भी उसे न पा सकना,
शायद "चाहत" इसी को कहते हैं।
गिरकर भी फिर से खडे हो जाना,
शायद "हिम्मत" इसी को कहते हैं।
उम्मीद, तलाश, चाहत और हिम्मत,
शायद "जिन्दगी" इसी को कहते हैं..

मोदी के उलट भाजपा MLA का विवादास्पद बयान, बोले- महिला आरक्षण से पुरुषों की मूंछें होंगी नीची


भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा से भाजपा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री कालू लाल गुर्जर ने 50 फीसदी महिला आरक्षण को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जिस दिन महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिल जाएगा, उस दिन पुरुषों की मूंछें नीची हो जाएंगी। कालू लाल गुर्जर समाज के बड़े नेता हैं और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबियों में से एक हैं। जहां तक महिला आरक्षण की बात है, सीएम वसुंधरा राजे से लेकर पीएम मोदी तक इसकी वकालत कर चुके हैं
गुर्जर ने रविवार को सेठ मुरलीधर मानसिंहका गर्ल्स कॉलेज के वार्षिक समारोह में कहा, ''विधानसभा और संसद में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव विचाराधीन है। इससे पुरुषों की धड़कनें बढ़ गई हैं।''
गुर्जर ने यह भी कहा कि आतंकवादी और पाकिस्तान हमारे देश को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। कई महिलाएं भी आतंकवादी बन गईं। इसलिए छात्राओं से आग्रह है कि वे ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे समाज को नुकसान हो।
मोदी और वसुंधरा हैं महिला आरक्षण के पक्ष में
पिछले साल फिक्की के कार्यक्रम में मोदी ने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा था कि 50 फीसदी महिला आरक्षण देश के लिए जरूरी है और ये उनका सपना भी है। वहीं, सिंधिया ने भी पिछले साल 15 अगस्त को उदयपुर में कहा था कि महिला मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने पिछले कार्यकाल में प्रदेश में पंचायत चुनावों में 50 फीसदी महिला आरक्षण देने का निर्णय लिया था। वसुंधरा के मुताबिक, राजस्थान ऐसा करने वाला देश का पहला स्टेट था। संसद में भी इस नियम को लागू होना चाहिए। कालू लाल गुर्जर पिछले 1991 से अब तक चार बार विधायक रह चुके हैं। 1990 में उन्हें पहली बार मंत्री पद मिला था। इंडस्ट्री, प्राइमरी एजुकेशन, माइनिंग और पब्लिक अंडरटेकिंग जैसे मंत्रालयों में मंत्री रह चुके गुर्जर राजस्थान विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक के पद पर हैं। इस पद के साथ उन्हें वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला हुआ है।

बजट सत्र से पहले राहुल गांधी छुट्टी पर, पार्टी के कुछ बड़े नेताओं से नाराज



बजट सत्र से पहले राहुल गांधी छुट्टी पर, पार्टी के कुछ बड़े नेताओं से नाराज
 
नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बजट सत्र शुरू होने से पहले ही छुट्टी पर चले गए हैं।
बताया जा रहा है कि वे पार्टी के कुछ बड़े नेताओं से नाराज हैं। सूत्रों के मुताबिक राहुल उन नेताओं से नाराज बताए जा रहे हैं, जो लोकसभा चुनाव और उसके बाद हुए कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, इस बात की औपचारिक तौर पर किसी ने भी पुष्टि नहीं की है।
राहुल इसलिए छुट्टी पर गए:
-कुछ बड़े नेताओं से नाराज हैं राहुल गांधी।
-वे कुछ बड़े नेताओं को हटाना चाहते हैं।
-पार्टी में बड़ा फेरबदल करना चाहते हैं।
-कुछ नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में नहीं।
-ऐसा लगता है कि पार्टी में एक गुट सोनिया गांधी तो दूसरा राहुल के साथ है।
सोनिया ने मंजूर की राहुल की छुट्टी
राहुल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास कुछ वक्त पहले छुट्टी की अर्जी दी थी, जो मंजूर हो गई। लेकिन सोमवार से शुरू हुए अहम बजट सत्र के पहले उनके छुट्टी पर जाने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी पर कटाक्ष किया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि हाल के कुछ सालों में कांग्रेस की जो कार्यप्रणाली रही है, उससे तो यही लगता है कि राहुल गांधी छुट्टी पर ही हैं। हालांकि, संबित ने यह भी कहा कि राहुल गांधी का छुट्टी लेना कांग्रेस का अंदरूनी मामला है।
इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष के छुट्टी पर जाने का सोनिया गांधी ने बचाव किया है। सोनिया गांधी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि राहुल गांधी को कुछ हफ्तों का वक्त दीजिए, वह वापस आ कर फिर पार्टी का कामकाज देखेंगे। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी 'आत्ममंथन' के बाद पार्टी में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी पार्टी के भविष्य पर रणनीति बनाने के लिए लंबे समय से छुट्टी लेना चाह रहे थे। यह भी खबरें हैं कि राहुल गांधी को अप्रैल महीने में पार्टी का अध्यक्ष बनाने की तैयारी चल रही है।
कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अप्रैल महीने में ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी की बैठक होने वाली है। संभावना जताई जा रही है कि बैठक के दौरान ही पार्टी के भविष्य पर अहम फैसले हो सकते हैं। पार्टी का कहना है कि राहुल मानते हैं कि अप्रैल में होने वाली एआईसीसी की बैठक पार्टी के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए वह इसको लेकर कुछ अलग तैयारी करना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी को पार्टी गतिविधियों से दूर रहने की इजाजत मिल गई है। हाल फिलहाल में मीडिया में आई खबरों की मानें तो जब अप्रैल में एआईसीसी की बैठक होगी तो उसी दौरान उन्हें अध्यक्ष बनाया जा सकता है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के बुरे वक्त का सिलसिला अभी तक नहीं थमा है। आम चुनाव के बाद हुए कई विधानसभा चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा। हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी खाता तक नहीं खोल पाई।
राहुल की गैरमौजूदगी पर बीजेपी ने ली चुटकी
राहुल गांधी के बजट सत्र से दूर रहकर छुट्टी मनाने पर बीजेपी नेता चुटकी ले रहे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष और सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘पिछली दो लोकसभा के दौरान कांग्रेस के नेता संसद से गायब रहे और पार्टी 44 सीटों पर सिमट गई।’ हालांकि ठाकुर ने ये भी कहा कि इस तरह के मामले कांग्रेस को ही देखने हैं लेकिन हम चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही में सभी हिस्सा लें। केंद्रीय मंत्री कालराज मिश्र ने भी कहा कि बजट सत्र में सभी सांसदों को भाग लेना चाहिए। मिश्र ने कहा कि जरूर कुछ ज्यादा महत्वपूर्ण रहा होगा इसीलिए राहुल सदन में नहीं आ रहे हैं। दूसरी ओर, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली से मीडिया ने राहुल गांधी की गैर मौजूदगी पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘हम सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में एक सार्थक विपक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे।’

क़ुरआन का सन्देश

 
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