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07 मार्च 2015

हमारे शरीर में कहां रहते हैं भगवान, ये है इस प्रश्न का उत्तर


एक बार शरीर के अंगों में इस बात को लेकर झगड़ा छिड़ गया कि हम में से बड़ा कौन है। वाणी कहने लगी मैं बड़ी हूं, क्योंकि मैं जिसके पास नहीं होती वह बोल नहीं पाता है। कान कहने लगे- यदि हम न रहें तो व्यक्ति को कुछ भी सुनाई न दे, इसलिए हम बड़े हैं। मन कहने लगा- मेरे न रहने से व्यक्ति को किसी चीज़ का पता नहीं चलता इसलिए मैं सबसे श्रेष्ठ हूं।

प्राण ने अपनी तारीफ करते हुए कहा कि यदि मैं शरीर का साथ छोड़ दूं तो यह शरीर ही मृत हो जाए, इसलिए मै सबसे बड़ा हूं। यह विवाद काफी समय तक चलता रहा, लेकिन कोई हल नहीं निकला। फिर इंद्रियों ने कहा- इस विवाद का निबटारा करने के लिए हमें प्रजापति के पास चलना चाहिए। वहीं इस बात का निर्णय करेंगे कि हममे से श्रेष्ठ कौन है? ऐसा सोचकर इंद्रियां ब्रह्मा के पास पहुंची।

ब्रह्मा बोले तुम में से जिसके शरीर से चले जाने पर शरीर बेजान यानी निष्क्रिय हो जाए तो समझ लेना वह श्रेष्ठ है। इंद्रियों ने ऐसा ही किया। सबसे पहले वाणी शरीर से अलग हो गई। साल भर के बाद फिर लौटी। उसने देखा और सोचा मेरे जाने से शरीर पर कुछ प्रभाव नहीं पड़ा। ऐसा ही आंखों ने भी किया, लेकिन शरीर पर कोई अंतर नहीं पड़ा। अब कानों की बारी थी। उन्होंने ने भी शरीर छोड़ दिया। फिर भी शरीर पहले जैसा ही रहा।

उसके बाद मन ने शरीर छोड़ दिया। मन के न रहने पर शरीर सिर्फ मानसिक विकास नहीं कर पाता, लेकिन अन्य काम तो चलता ही रहता है। सबसे आखिर में जब प्राण ने शरीर छोड़ना चाहा तो सारी इंद्रियां व्याकुल हो उठी। उन्होंने अनुभव किया कि प्राण निकल जाने पर हम भी बेकार हो जाएंगी। इसलिए उन्होंने प्राण की श्रेष्ठता स्वीकार कर ली। यह प्राण शक्ति ईश्वर से मिलती है। शास्त्रों ने परमात्मा को ही प्राण कहकर पुकारा है।

सीख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि ईश्वर, अल्लाह, परमात्मा या भगवान हम उन्हें जिस भी नाम से पुकारें वो हमारे ही अंदर हैं, क्योंकि जहां वो नहीं होते वहां जीवन संभव ही नहीं है।

सांप का खून निकालकर पी जाते हैं ये लोग, गेस्ट को परोसते हैं कोबरा का दिल


(सांप का खून निकालते वियतनाम के लोग)
वियतनाम की राजधानी हनोई में लोग सांप को न सिर्फ मारते हैं बल्कि उसका खून भी निकालकर पी जाते हैं। इतना ही नहीं अगर आप वियतनाम में गेस्ट बनकर गए हैं तो आपको सांप का दिल भी परोसा जा सकता है। यहां लोग सांप के शरीर के हर पार्ट को खा जाते हैं। हनोई के रेस्त्राओं को सांप का मांस परोसने के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। कहते हैं कि आप अगर लकी हुए तो आपको कोबरा का दिल भी मिल सकता है।
एडवेंचर के लिए लोग मारते हैं सांप

हनोई के ट्रेडिशनल स्नेक रेस्टोरेंट में एक पूरे सांप का स्वाद लेने के लिए करीब 900 रुपए देने पड़ते हैं। लेकिन दिलचस्प यह है कि यहां आप स्नेक मारने में भी भाग ले सकते हैं। आप चाहें तो स्नेक के ब्लड की भी डिमांड कर सकते हैं। इसे हनोई में सबसे बेहतर एडवेंचर के तौर पर देखा जाता है। कई तरह के राइस वाइन के साथ लोग स्नेक डिश का आनंद लेते हैं। कहते हैं कि कई लोग एडवेंचर के लिए तुरंत मारे गए सांप के धड़कते दिल को भी खाना पसंद करते हैं।

देसी और विदेशियों ने खेली कपड़ा फाड़ होली, फाड़े 5 लाख के कपड़े


पुष्कर. पुष्कर में शुक्रवार को कपड़ा फाड़ होली मनाई गई। वराह घाट चौक पर देशी और विदेशी पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठाया। सुबह से दोपहर तक धूम रही। इसमें करीब पांच लाख के कपड़े फाड़े गए।
देसी और विदेशियों ने खेली कपड़ा फाड़ होली, फाड़े 5 लाख के कपड़े
विदेशियों ने खेली कपड़ा फाड़ होली
तीर्थ नगरी में होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। डीजे की धुन के बीच नगरवासियों के साथ-साथ विदेशी मेहमानों ने एक-दूसरे पर रंग व गुलाल लगाकर होली खेली। गुरुवार सुबह वराह घाट चौक पर कपड़ा फाड़ होली शुरू हुई जो दोपहर तक चलती रही। पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के माकूल बंदोबस्त किए थे। होली खेलने 5 हजार से अधिक पर्यटक पुष्कर आए।
फाग महोत्सव : थिरके कदम
गुरुवार रात से ही लोग पूरी तरह से होली की मस्ती व उमंग में डूब गए। लोगों ने फाग, रासलीला, डांस, हंसी-ठिठोली, विदेशी युवतियों के नृत्य सहित अनेक रंगारंग कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठाया। मौका था पुष्कर के ब्रह्म चौक में आयोजित तीसरे फाग महोत्सव का।

महोत्सव के दौरान न केवल पुष्कर के, बल्कि दिल्ली व विदेशी कलाकारों ने भी एक के बाद एक रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर तीर्थ नगरी को फाग के रंग में रंग दिया। कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली की मनोज रिया एंड पार्टी ने गणपति वंदना की प्रस्तुति से की। इसके बाद कलाकारों ने भोलेनाथ के भजन, रासलीला, सामूहिक नृत्य, शिवजी की बारात सहित अनेक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया तथा तालियां बटोरी। ख्याति प्राप्त नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी के नगाड़ों की थाप पर विदेशी बालाओं ने शानदार राजस्थानी नृत्य कर दिलों की धड़कनें बढ़ा दी। महोत्सव में लोगों के मनोरंजन के लिए जादू का भी आयोजन किया गया। दिल्ली के जादूगर ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए खूब वाहवाही लूटी। अंत में नवयुवकों का हुजूम मंच पर चढ़ गया और देर रात तक होली की मस्ती में झूमते रहे।

जम्मू-कश्मीर: घाटी में पत्थरबाजी कराने वाले अलगाववादी नेता मसरत आलम रिहा


जम्मू-कश्मीर: घाटी में पत्थरबाजी कराने वाले अलगाववादी नेता मसरत आलम रिहा
 
मुंबई. जम्मू-कश्मीर सरकार एक बार फिर विवादों में घिर गई है। अलगाववादी नेता मसरत आलम को जम्मू-कश्मीर सरकार ने रिहा कर दिया है। हुर्रियत के कट्टरपंथी नेता आलम की 2010 में कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद गिरफ्तारी की गई थी। 2010 में करीब चार महीने तक पत्थरबाजी की घटनाएं चली थीं और उसमें करीब 100 लोगों की मौत हुई थी। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कहा है कि जिन राजनीतिक कैदियों के खिलाफ गंभीर मामले नहीं हैं, उन्हें रिहा किया जाएगा। पीडीपी की सहयोगी बीजेपी मसरत की रिहाई का विरोध कर रही है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मसरत की रिहाई को सही ठहराने की कोशिश करते हुए कहा, हील एंड टच नीति हिंसा खत्म करने के लिए शुरू की गई है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सरकार के दो एजेंडे हैं-समझौते व बातचीत के जरिए समस्याओं के हल और विकास। महबूबा के मुताबिक ये दोनों ही एक-दूसरे पर निर्भर हैं।

मुलायम सिंह गंभीर हालत में ICU में भर्ती, स्वाइन फ्लू के मिले लक्षण


मुलायम सिंह गंभीर हालत में ICU में भर्ती, स्वाइन फ्लू के मिले लक्षण
 
चंडीगढ़/पानीपत. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तबीयत बिगड़ने से उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राथमिक रुप से स्वाइन फ्लू के लक्षण देखने को मिले हैं। डॉक्टरों ने मुलायम सिंह यादव को तीन दिनों तक अस्पताल में रखने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि यूरिनरी इंफेक्शन के चलते उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी है। हालांकि अस्पताल के डॉक्टरों ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है कि मुलायम सिंह यादव को स्वाइन फ्लू भी हुआ है। अभी उन्हें आईसीयू में रखा गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
मुलायम को खांसी-जुकाम और सीने में दर्द की शिकायत
सपा सुप्रीमो को तबीयत बिगड़ने के बाद शुक्रवार देर रात 12.00 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें खांसी, जुकाम, पेट में दर्द और सीने में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद अस्पताल लाया गया। शनिवार दोपहर तक रिपोर्ट आने की उम्मीद की जा रही है। जानकारी के मुताबिक बुधवार को मुलायम ने तबीयत को लेकर शिकायत की थी। सपा सुप्रीमो मुलायम को सर्दी-जुकाम और हल्का बुखार होने पर देर रात लखनऊ के पीजीआई में भर्ती कराया गया था। बुधवार देर रात करीब 10:30 बजे सपा सुप्रीमो मुलायम को पीजीआई लाया गया, करीब दो बजे तक उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। इसके बाद सब सामान्य होने पर गुरुवार सुबह करीब चार बजे उनको वापस घर भेज दिया गया था। इसके बाद फिर उन्हें मेदांता लाया गया जहां शुक्रवार को उनका परीक्षण हुआ था और देर रात भर्ती करना पड़ा।
मुलायम के साथ मौजूद हैं सीएम अखिलेश-डिंपल
जानकारी के मुताबिक मुलायम सिंह के साथ अस्पताल में उनके परिवार के तमाम सदस्यों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद हैं। साथ में उनकी पत्नी सांसद डिंपल यादव भी हैं। बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने के कारण ऐसा पहली बार हुई है कि यादव परिवार होली में लखनऊ से अपने गांव सैफई नहीं जा सका था। मुलायम के साथ परिवार के सभी सदस्य गुड़गांव आ गए थे। दोपहर में अखिलेश ने ट्वीट कर पिता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में कहा, ''नेताजी की हालत ठीक है। आप लोगों की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।''
हार्ट प्रॉब्लम की जांच करा कर लौटे राजनाथ सिंह
इस बीच खबर है कि मेदांता में ही रुटीन चेकअप के लिए पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जांच के बाद दिल्ली लौट गए हैं। राजनाथ को हार्ट प्रॉब्लम है जिसकी वह रुटीन जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उनकी जांच आईसीयू में की थी जिसके बाद खबरें आई थीं कि उन्हें भर्ती होना पड़ सकता है लेकिन बाद में उन्हें डॉक्टरों ने छोड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक राजनाथ शनिवार सुबह 9.15 पर चेकअप के लिए गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे थे। डॉक्टर्स की एक स्पेशल टीम उनकी जांच की।
राजस्थान के पूर्व सीएम गहलोत को हो चुका है स्वाइन फ्लू
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह से पहले राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी स्वाइन फ्लू हुआ था। गहलोत ने खुद स्वाइन फ्लू होने की जानकारी अपने फेसबुक पोस्ट पर दी थी। उन्होंने बताया था कि उन्हें स्वाइन फ्लू था और इलाज के बाद ठीक हुए।
वहीं, गुड़गांव में स्वाइन फ्लू का एक और मामला सामने आया है, यहां 8 साल की बच्ची को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। जानकारी के मुताबिक, गुड़गांव में अब तक 30 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।

नाइजीरिया में बोको हरम ने किया नरसंहार, बच्चों समेत 68 लोगों की हत्या


नाइजीरिया में बोको हरम ने किया नरसंहार, बच्चों समेत 68 लोगों की हत्या
मैदुगिरी। नाइजीरिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में आतंकी संगठन बोको हरम ने 68 लोगों की हत्या कर दी है। मारे गए लोगों में कई बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से विदेशी मीडिया एजेंसीज ने बताया कि आतंकी संगठन बोको हरम के आतंकियों ने बोर्नो स्टेट के एक गांव पर धावा बोला और जो सामने आया उसे गोली मार दी।
हमले में बाल-बाल बची एक महिला ने बताया कि आतंकियों ने भागते हुए लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। फातिमा नामक इस महिला ने ये भी बताया कि इस आतंकी हमले में उसके चार ग्रैंड चिल्ड्रन भी मारे गए हैं। बताया गया है कि यह घटना मंगलवार देर रात की है लेकिन मीडिया और नाइजीरिया सरकार को इसकी जानकारी गुरुवार देर रात लगी। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि मारे गए बच्चों की उम्र 9 से 13 साल के बीच है। एक अधिकारी का कहना है कि हमलावर वोजा इलाके से बोर्नो स्टेट में घुसे थे। वोजा क्षेत्र बोको हरम के लीडर अबुबकर शेखू का गढ़ माना जाता है और वह खुद का यहां का खलीफा बताता है।

काश ////

काश योगी आदित्यनाथ ,,साक्षी महराराज ,,गले बकने और बकवास करने वाली साध्वियां ,,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खेमे में होते ,,उनकी विकास यात्रा में शामिल होते ,,उनके लिए सरदर्द बन उनके विचारो को अपने पेरो तले रौंदकर साम्प्रदायिकता का घिनौना खेल नहीं खेलते तो शायद नरेंद्र मोदी खून के आंसू नहीं रोते ,,काश नरेंद्र मोदी इन लोगों के खिलाफ भारत के क़ानून का इस्तेमाल करते ,,इनकी गतिविधियों के खिलाफ सी बी आई में कार्यवाही करवाते तो देश शांत रहता ,,देश में अराजकता नहीं देश में विकास होता ,,,काश ऐसा होता ,,,काश ऐसा होता ,,,,,,अख्तर

कांग्रेस की विनम्र महिला नेता पूनम गोयल

दोस्तों आप से मिलिए आप है कांग्रेस की विनम्र महिला नेता पूनम गोयल जो पूर्व विधायक और पूर्व गोसेवा आयोग की अध्यक्ष है ,पूनम गोयल अपने राजनितिक गुरु पूर्वमंत्री रामकिशन वर्मा के साथ कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में आयी ,,पूनम गोयल पहले महिला कांग्रेस की सियासत में कोटा की सिरमौर बनी पक्ष विपक्ष में रहकर महिला कांग्रेस का नेतृत्व दबंगता से किया ,,कई आंदोलन ,,रैलियां ,,सेमिनार की और महिला सशक्तिकरण के रूप में खुद को और कई महिला नेताओ को तय्यार किया ,,,,पुनम गोयल की कार्यकर्ताओं पर पकड़ और कार्यकर्ताओें की समस्याओं के लिए सीधे उपलब्धता ने पूनम गोयल को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और लाडपुरा क्षेत्र के आम लोगों में लोकप्रिय कर दिया ,,इन्हे कांग्रेस ने भाजपा की परम्परागत सीट पर लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र से टिकिट दिया ,,विकट परिस्थितियों में भी खूब लड़ी मर्दानी वोह तो झाँसी की रानी थी की तर्ज़ पर पूनम बॉयल अपने रणनीतिकारों ,,समर्थकों के साथ चुनाव मैदान में डटीं रही और भरी वोटों से विजय हांसिल कर पूनम गयल विधायक निर्वाचित हुई ,,कार्यकर्ताओें के दुःख सुख में शामिल रहकर पूनम गोयल ने साबित किया के वोह दूसरी महिलाओं की तरह चुनाव जीत कर घूंघट की आड़ में घर बैठने वाली संकोची महिला नहीं है वोह हमेशा कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी मिली ,,पूरे पांच साल दबंगता से विधानसभा में प्रमुख मुद्दो पर कई सवाल उठाये ,,,कई समस्याओं का समाधान करवाया तो लाडपुरा क्षेत्र के लोगों के लिए पानी ,,बिजली ,,सिंचाई ,,,खाद ,,बीज ,,लिफ्ट अप योजनाओ की शुरुआत करवाई ,,बुनकरों के कल्याण के लिए योजनाये बनवायी ,,, पूनम गोयल विधानसभा की महिला विकास अभिकरण सहित कई समितियों में सदस्य रही ,,,,,फिर पूनम गोयल को लाडपुरा से टिकिट मिला लेकिन विपरीत हवाओं के चलते गिनती के वोटो से पिछड़ गयी लेकिन फिर भी पूनम गोयल अपने कार्यकर्ताओं के साथ लगातार डटी रही ,,,,,पिछली सरकार में पूनम गोयल को गोसेवा आयोग का चेयरमेन बनाकर मंत्री दर्जा दिया गया था ,,पूनम गोयल गोसेवा ,,गो संरक्षण ,,,उनकी उपज से ,,खाद ,,दवाये वगेरा की योजनाये तय्यार कर रही थी ,,गोशाला निर्माण के साथ साथ गो संरक्षण के लिए कठोर नियम बनाने की सिफारिशें तय्यार कर रही थी की सरकार बदली और उन्होंने नैतिकता के नाम पर मुस्कुराते हेु अपने पद से इस्तीफा दे दिया ,,,,,,पूनम गोयल आज भी सक्रिय राजनीति में महिला नेतृत्व के साथ साथ एक कुशल जन्पर्तीिनिधि की भूमिका निभा रही है ,,,,वोह रह वक़्त हर समस्या के समाधान के प्रयास के लिए कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा तय्यार मिलती है ,,,,,,,,,,,,,,पूनम गोयल के कुशल नेतृत्व को देखते हुए राजस्थान महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष के पद की ज़िम्मेदारी भी उन्हें दी जा सकती है ऐसी चर्चाये संगठन के लोगों के बीच है ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आल इण्डिया तहरीके एहले सुन्नत

आल इण्डिया तहरीके एहले सुन्नत की तरह से आगामी पन्द्राह मार्च को हजीरे वाले बाबा पुरानी सब्ज़ी मंडी क्षेत्र में बाद नमाज़े ईशा ईद मिलाददुन्नबी कॉन्फ्रेंस का आयोजन रखा गया जिसके आयोजक मौलाना फज़ले हक़ होंगे ,,इस कॉन्फ्रेंस में मुफ्ती शेर मोहम्मद रिज़वी जानशीन मुफ़्ती ऐ आज़म जोधपुर ,,,,ओबैदुल्ल्ला खान आज़मी पूर्व राजयसभा सदस्य मुख्य वक्ता होंगे जबकि सदारत मौलाना फज़ले हक़ करेंगे ,कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छ मार्च बरोज़ जुमा शाम साढ़े छ बजे जंगलीशाह बाबा दरगाह पर एक बैठक आयोजित की गयी है जिसमे को कॉम के गुमराह नौजवान जो नशे और बुरे आमालो में पढ़े है उन्हें कैसे आम राह पर लाकर दीन के रास्ते पर चलाये इस पर भी विचार विमर्श होगा ,,,,तहरीक के जमील क़ादरी ,,एजाज़ अहमद अज्जु भाई ,,,,अब्दुल वहीद मुन्ना भाई सभी साथियों से इस कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

तुम्हारी बेचैनी

तुम्हारी बेचैनी
तुम्हारी बेकसी
तुम्हारी तड़पन
तुम्हारा यह रातों को जागना
तुम्हारी यह उदासी
मुझे सोने नहीं देती
खुदा करे
तुम्हारी हर दुआ
तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी हो
किसी के जीने की
किसी के खुश होने की
ख्वाहिश तो हो उसमे शामिल
लेकिन
मेरे मरने की ख्वाहिश भी
शामिल हो उसमे अगर
तो में कहता हूँ आमीन आमीन
खुदा तुम्हारी उदासी
तुम्हारी बेकसी दूर करे ,,
तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी हो
तुम्हारी हर दुआ क़ुबूल हो
तुम्हारे चेहरे पर ख़ुशी
तुम्हारे होंटों पर मुस्कुराहट हो
तुम फिर से चेहको
तुम फिर से महको
तुम फिर से इतराओ
तुम फिर से खिलखिलाओ
तुम फिर से इठलाओ
बस यही बस यही ख्वाहिश है मेरी
यही पहली यही आखरी तमन्ना है मेरी ,,,,,अख्तर

राजस्थान में लगातार योजनाबद्ध तरीके से बंजारा समाज पर सामूहिक हमलों के दौर से बंजारा समाज डरा और सहमा है

राजस्थान में लगातार योजनाबद्ध तरीके से बंजारा समाज पर सामूहिक हमलों के दौर से बंजारा समाज डरा और सहमा है पूर्व चेतावनियों के बावजूद भी सरकार बंजारा समाज की सुरक्षा के लिए कोई गंभीर क़दम नहीं उठा रही है ,,बंजारा समाज फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश बंजारा ने कहा के राजसमन्द ज़िले में राज्यवास के जय्सिंघ्पुरा गाँव में बंजारा समाज पर सामूहिक जानलेवा हमला सोची समझी साज़िश है जिसे बंजारा समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा ,,,कैलाश बंजारा ने कहा के जब से राजस्थान में भाजपा सरकार आई है तब से बंजारा समाज और दलितों पर अत्याचार और सामूहिक योजनाबद्ध बढ़े है ,,उन्होंने कहा इसके पहले भीलवाड़ा के ढीकोला ,,अलवर के नारायणपुर में इस तरह के हमले हो गए है ,,लेकिन कठोर कार्यवाही नहीं होने से हमलावरों के हौसले बुलंद हो रहे है ,,,कैलाश बंजारा ने लगातार हो रहे इन हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा के तत्काल रूप से जैसिंघपुरा गाँव के लोगों को पर्याप्त मुआवज़ा ,,सुरक्षा उपलब्ध कराई जाये और दोषी लोगों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए ,,,कैलाश बंजारा ने इस संबंध में बंजारा समाज के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से भी चर्चा की जिनमे पूर्व केंद्रीय मंत्री बलराम नाइक ,,सांसद सीताराम नाइक ,,,पूर्व सांसद हरीभाऊ ,,पूर्व मंत्री डॉक्टर अमर सिंह तिलावत शामिल है ,,,,,
रंगोत्सव के त्यौहार होली पर फिर दंबगो ने महादलित बंजारा समाज के घरों को जला कर होली खेली ,,,,,सभी परिवार बीपीएल है,,,, यह घटना पांच मार्च दो हज़ार पन्द्राह रात्रि की गाँव जयसिंहपुरा राज्यावास राजसमंद राजस्थान की घटना है । ये राजस्थान में क्या हो रहा है क्या राज्य में घुमतूं होना अपराध है ये शर्मनाक आगज़नी की घटना है इससे पूर्व एक दर्जन से अधिक आगज़नी की घटनाएँ दंबगो ने की लेकिन राज्य की मुख्यमन्त्री वसुन्धरा राजे ने अभी तक कोई ठोस क़दम नहीं उठाने के कारण राज्य में डीएनटी वर्गों पर ये अन्याय अत्याचार आगज़नी की बेहताशा घटनाएँ हो रही है लेकिन भाजपा सरकार राज्य में ज़ुल्म ढा रही एेसी घटनाएँ तो अंग्रेज़ों के राज में भी घुमंतु वर्ग पर नहीं होती थी लेकिन राजे राज और मोदी राज में ये घटनाएँ घट रही है । राजे सरकार हमारा इम्तिहान ना ले जिस राज्य में डीएनटी की जयघोष होगा तब पूरा हिसाब चुकती करेंगे । ये अंग्रेज़ों का राज आ गया मित्रों न्याय के लिए उठो जागो और संघर्ष करो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क़ुरआन का सन्देश

 
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