नई दिल्ली. एक शख्स ने बुधवार को दिल्ली के पटेल नगर स्थित आम आदमी पार्टी (आप)
के दफ्तर पर हमला कर तोड़फोड़ को अंजाम दिया है। इस शख्स की पहचान
नहीं हो पाई है। पुलिस जांच में जुटी हुई है। दूसरी ओर, 'आप' के पूर्व
विधायक राजेश गर्ग और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल
के बीच हुई कथित बातचीत का ऑडियो टेप सामने आया। एक टीवी चैनल से बातचीत
में गर्ग ने स्वीकार किया था कि उनके और अरविंद के बीच दिल्ली में पिछली
विधानसभा भंग होने से पहले बातचीत हुई थी। टेप में वही बातचीत है। हालांकि,
राजेश ने इस बात से इनकार किया कि टेप को उन्होंने 'लीक' किया है। टेप में
कथित तौर पर अरविंद राजेश को यह बताते हुए सुने जा सकते हैं कि कांग्रेस
के 8 में से छह विधायकों को तोड़ दो और उनकी नई पार्टी बनवाकर 'आप' को
समर्थन दिलाओ ताकि दिल्ली में सरकार बन सके। इसी बात से परेशान होकर बुधवार
को अंजलि दमानिया ने 'आप' पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने
का एलान कर दिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए वे रोने लगीं। उनकी साथी
प्रीति मेनन ने दावा किया है कि अंजलि ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।
इससे पहले दमानिया ने इस बारे में ट्वीट किया, 'मैं अरविंद पर भरोसा
करती थी। हमने उनका समर्थन उनके सिद्धांतों की वजह से किया था न कि
खरीद-फरोख्त के लिए। मैं आप छोड़ रही हूं, मैं इस तरह के बकवास के लिए आप
में नहीं आई थी।' दमानिया महाराष्ट्र में 'आप' का प्रमुख चेहरा थीं।
महाराष्ट्र में उनकी पहचान सामाजिक कार्यकर्ता की भी रही है। दमानिया के
इस्तीफे पर आप नेता आशुतोष ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अंजलि दमानिया जी
को जो भी गलतफहमी है, हम उस पर चर्चा करेंगे और चीजें साफ करेंगे।'
49 दिन सरकार चलाने के बाद अरविंद ने दिया था इस्तीफा
पिछली विधानसभा में 'आप' के पास 28 विधायक थे और कांग्रेस के विधायकों
की संख्या 8 थी। कांग्रेस ने 'आप' को समर्थन दिया था। लेकिन लोकपाल के
मुद्दे पर 49 दिन सरकार चलाने के बाद केजरीवाल की अगुवाई में आप सरकार ने
इस्तीफा दे दिया था। राजेश गर्ग को इस साल फरवरी में दिल्ली में हुए
विधानसभा चुनाव में 'आप' का टिकट नहीं मिला था।
कांग्रेस ने कहा, अरविंद अरविंद पार्टी है आप
कांग्रेस की मीडिया ईकाई के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अंजलि
दमानिया के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि 'आप' अरविंद अरविंद
पार्टी है।