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18 मार्च 2015

CM शिवराज को सुनानी थी दर्द भरी दास्तां, इंतजार करते-करते हो गई मौत


शाजापुर. ओले-बारिश से बर्बाद गेहूं की फसल की दास्तां सुनाने पहुंचा शाजापुर का एक किसान मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले की मंच के सामने बेहोश होकर गिर पड़ा। वहीं उसकी मौत हो गई। कुछ देर बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान वहां पहुंचे। सभा को संबोधित किया और चले गए। लेकिन अफसरों ने उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं लगने दी। घटना बुधवार दोपहर करीब 3.25 बजे की है। मुख्यमंत्री के इंतजार में सारसी गांव का किसान पर्वत लाल (45) मंच के सामने काफी देर से खड़ा था। मुख्यमंत्री के सभास्थल पर पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही वह अचानक जमीन पर गिर पड़ा।
मंच के पास बेहोश होकर गिर पड़ा किसान कुछ देर बाद हो गई मौत।
मंच के पास बेहोश होकर गिर पड़ा किसान कुछ देर बाद हो गई मौत।
मौजूद स्वास्थ्यकर्मी उसे को उठाकर ले गए। इलाज देने का प्रयास किया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। पर्वतलाल के भाई रामप्रसाद और रमेशचंद्र ने बताया पर्वत लाल के पास चार बीघा जमीन थी। खेत में गेहूं बोया था। फसल भी पककर तैयार हो चुकी थी। एक-दो दिन में फसल काटने की तैयारी थी, लेकिन ओले और बारिश ने फसल को बर्बाद कर दिया। पर्वतलाल तब से सदमें में था।
मदद दिलाएंगे : शाजापुर विधायक अरुण भीमावद ने कहा कि किसान की मौत की खबर मुख्यमंत्री को रवाना करने के बाद लगी। मृतक के परिवार को जो भी जरूरी होगा। शासन-प्रशासन की ओर से मदद दिलाई जाएगी।
सभास्थल बेहोश मिला था किसान : शाजापुर कलेक्टर प्रमोद गुप्ता का कहना है कि सभास्थल पर किसान की मौत नहीं हुई थी। अचेत अवस्था में पड़े किसान काे सीएमएचओ व टीम के साथ इलाज दे रहे थे। बाद में उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों को मदद दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।

ऑनर किलिंग? प्रेग्‍नेंट लड़की और शादीशुदा प्रेमी को मार कर पेड़ से टांगे शव


रांची. झारखंड की राजधानी रांची के मुरी रेलवे स्टेशन के पास बुधवार की सुबह पलाश के पेड़ से लड़के और लड़की की लाश लटकी हुई मिली। मौके पर आई पुलिस की टीम ने शवों को पेड़ से उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया कि ये प्रेमी जोड़ा था। शक है कि लड़की के परिजनों ने दोनों की हत्‍या कर शव पेड़ से टांग दिया।
मुरी रेलवे स्टेशन के पास पेड़ से लटके शव।
मुरी रेलवे स्टेशन के पास पेड़ से लटके शव।
लड़के और लड़की का गांव घटनास्‍थल मुरी से एकदम करीब है। पुलिस के अनुसार युवक पश्चिम बंगाल के झालदा थाने क्षेत्र के रानीडीह गांव का रहने वाला था। लड़की पड़ोस के दूरदाग गांव (झालदा थाना) की थी। वह कुंवारी थी, जबकि लड़के की तीन साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों में प्रेम हो गया। दोनों के बीच संबंध बन गए। लड़की गर्भवती हाे गई। इस बात का पता लड़की वालों को चल गया। पुलिस को शक है कि लड़की वालों ने ही दोनों की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया है।
लड़का रांची में एक हॉस्टल में कुक का काम करता था। मंगलवार को उसे लड़की के साथ मुरी स्‍टेशन के पास देखा गया था। बुधवार को दोनों की लाश स्वर्णरेखा नदी के तट के किनारे पेड़ से लटकी मिली। इलाके की भौगोलिक बनावट के कारण यहां पुलिस की गाड़ी भी नहीं पहुंच सकी। सब लोग पैदल ही घटनास्थल तक पहुंचे और दोनों शवों को उतारा।

ट्यूनीशिया में बंधक संकट खत्म: मार गिराए गए दोनों बंदूकधारी, 19 लोगों की मौत


ट्यूनिश। ट्यूनीशियाई संसद के करीब स्थित बार्दो म्यूजियम में बुधवार को पैदा हुआ बंधक संकट खत्म हो गया। लगभग तीन घंटे चली कार्रवाई में हमला करने वाले दोनों बंदूकधारियों को मार गिराया गया। हालांकि, हमलावरों की गोली से 17 विदेशी पर्यटक समेत 19 लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक, मरने वालों में ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, इटली और ट्यूनीशिया के नागरिक शामिल हैं। राजधानी ट्यूनिश स्थित इस म्यूजियम पर हमला करके बंदूकधारियों ने दर्जनों लोगों को बंधक बना लिया था। बता दें कि संसद कैंपस में ही म्यूजियम मौजूद है। यही वजह थी कि शुरुआती मीडिया रिपोर्ट में हमला संसद पर बताया गया। हमले की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने म्यूजियम को चारों ओर से घेरकर जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान एक सुरक्षा अधिकारी भी मारा गया। सभी बंधकों को म्यूजियम के पिछले दरवाजे से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
जवाबी कार्रवाई के दौरान ट्यूनीशियाई सुरक्षाबल।
जवाबी कार्रवाई के दौरान ट्यूनीशियाई सुरक्षाबल।
'देश की अर्थव्यवस्था पर हमला'
ट्यूनीशियाई प्रधानमंत्री हबीब एस्सिद ने कहा, "यह हमला देश की अर्थव्यवस्था पर हुआ है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लंबी है। यह एक महामारी है, जो देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरनाक है।" उन्होंने सुरक्षाबलों की कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों, संस्थाओं व नागरिकों को भी आगे आकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई है कि मार गिराए गए बंदूकधारियों के दो से तीन अन्य साथी भी हो सकते हैं। लिहाजा सर्च ऑपरेशन जारी है। बता दें कि राजधानी ट्यूनिश के ऊपर हेलिकॉप्टरों को भी मंडराते देखा गया है।
हमलावरों की पहचान नहीं
अब तक यह पता नहीं चल सका है कि हमलावर कौन थे या किस संगठन से ताल्लुक रखते थे? इससे पहले हमले की सूचना मिलते ही संसद की कार्यवाही बंद कर दी गई। जिस वक्त हमला हुआ, संसद के अंदर आतंकवादरोधी कानून पर चर्चा चल रही थी। स्थानीय समयानुसार हमला 11.00 बजे हुआ।
ट्यूनीशियाई गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अली अरोरी ने राष्ट्रीय टेलिविजन पर बताया कि आर्मी ड्रेस पहने दो लोग म्यूजियम में घुसे और उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। प्रवक्ता ने हमलावरों को इस्लामिक आतंकी बताया।
वहीं, @nasseratta5 ट्विटर अकाउंट से नसेर अट्टा नाम के एक शख्स ने ट्वीट किया, "आप सभी को ध्यान करा दूं कि इस्लामिक स्टेट में सबसे ज्यादा लगभग 3,000 लड़ाके ट्यूनीशिया से हैं।" नसेर मिडल ईस्ट में एबीसी न्यूज चैनल के प्रोड्यूसर हैं।

रोचक तथ्य :-


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1. सानमारिनो विश्व का ऐसा देश है जहां दो राष्ट्रपति
होते है.
2. रविवार की छुट्टी 1843 से शुरू हुयी.
3. विश्व में खट्टा शहद ब्राजील के जंगलो में मिलता है.
4. विश्व में कुल 2792 भाषाएँ बोली जाती है.
5. विश्व में स्पेन ऐसा देश है जहां कपड़ो पर अख़बार छपता
है.
6. विश्व की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमति भंडार
नायके है.
7. विश्व का पहला रिवोल्वर कोल्ट(अमेरिका) ने 1835 में
बनाया है.
8. एक्वेस्टक ऐसा पदार्थ है जो आग में नहीं जलता.
9. विश्व में बिजली का अविष्कार 1672 में वान गुएरिके ने
किया था.
10. विश्व का रूस ऐसा देश है जिसक एक भाग में शाम और
एक भाग में दिन होता है.
11. चीन विश्व का ऐसा देश है जिसकी सीमा को तेरह
देशो ने घेर रखा है.

,,वकील कभी रिटायर नहीं होता ,,,कोटा के 82 वर्षीय एडवोकेट प्रेमचंद जेन दम दमावालों पर यह कहावत सटीक साबित होती है

एक कहावत ,,वकील कभी बूढ़ा नहीं होता ,,वकील कभी रिटायर नहीं होता ,,,कोटा के 82 वर्षीय एडवोकेट प्रेमचंद जेन दम दमावालों पर यह कहावत सटीक साबित होती है ,,,वर्ष उन्नीस सो छत्तीस में कोटा केवलनगर के पास दमदमा गाँव में जन्मे आदरणीय प्रेमचंद जेन ने कोटा हर्बर्ट कॉलेज से ही अपनी एल एल बी की पढ़ाई पूरी की और यहीं घंटाघर कोटा में इनका पैतृक व्यवसाय होने से आप कोटा के ही होकर रह गए ,,,,,,,,जब कोटा की अदालत झाला हाउस में लगा करती थी तब से आप कोटा में वकालत कर रहे है ,,,,कोटा में सिविल मामलों के मास्टर कहे जाने वाले प्रेमचंद दमदमा वालों में वकालत के सभी प्रुख गुण शामिल है जो अनुकरणीय है ,,मृदुल स्वभाव ,,,अपनी बात को तार्किक तरीके से हँसते हँसते कहने का सलीक़ा ,,,हाज़िर जवाबी ,,,,क़ानून का ज्ञान ,,,,अपनी बात का प्र्स्तुतुिकरण ,,इनका अपना अंदाज़ है ,,इसीलिए प्रेमचंद जेन एडवोकेट ने अपनी पहचान विशिष्ठ वकील के रूप में मनाई ,,,प्रेमचंद एडवोकेट वैसे तो प्रारम्भ से ही आर एस एस से जुड़े रहे है ,,संघ के सभी कार्यक्रमों में शामिल रहे है ,,,लेकिन उन्होंने समाज सेवा ,,भाईचारा सद्भावना की भी मिसाल क़ायम की है ,,यही कारण रहा है के कोटा में विकट परिस्थितियों में भी मुस्लिम समाज का विश्वास इन्होने ने जीता और इस समाज के अधिकतम मुक़दमों में इन्होने पैरवी की ,,अपने मुक़दमे को चेलेंज के रूप में लेकर पूरी महनत और लगन से जीतने के जूनून की हद तक तैयारी कर लडो यही खुद करते रहे और अपने जूनियर वकीलों को भी प्रेम चंद एडवोकेट की यही सीख रही ,,,,प्रेमचंद एडवोकेट आपातकाल के बाद सियासत में आये इन्होने पूर्व कंद्रीय मंत्री कृष्ण कुमार गोयल के चुनाव की कमान संभाली ,,,पार्टी के ट्रेज़रार रहे ,,,फिर खुद भी अपने क्षेत्र से कोटा नगरपालिका के पार्षद निर्वाचित हुए ,,अपने क्षेत्र में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन किया और लोगों से जुड़े रहे ,,प्रेम चंद जेन एडवोकेट की अपने साथियों के साथ मित्र मंडली में तीन टोपियां मशहूर रही है ,,कन्हैया लाल शर्मा एडवोकेट ,, पूर्व महापौर ईश्वर लाल साहू एडवोकेट की तिकड़ी एक ही तरह की टोपी लगाकर अदालत में आते थे और हंसमुख व्यवहार के तहत सभी का दिल जीतते रहे है ,,,ना काहू से दोस्ती ना कहौ से बेर के सिद्धांत पर चलने वाले प्रेमचंद दमदमा वाले संभागीय आयुक्त ,,भवन कर वसूली विभाग ,,,नगर निगम ,,नगर विकास न्यास सहित कई विभागों के लगातार वकील रहे और अनेकों बार सरकार को संकट के दौर से निकाला है ,,,,,,,,,,हज़ारों हज़ार मुक़दमों की जीत के बाद भी आज इकियासी साल के नौजवान की हैसियत से आप नियमित रूप से खुद अपने दुपहिए साधन से अदालत आते है ,,,सेलेक्टेड चॅलेंजिंग मुक़दमों की पैरवी करते है ,,सलाहियत से अदालतों में अपनी बात कहते है ,,बच्चों में बच्चे ,,बुज़ुर्गों में बुज़ुर्ग बनकर बतियाते है ,,हंसी मज़ाक करते है और छोटों को बातों ही बातों में क़ानूनी ज्ञान देकर चले जाते है ,,,,प्रेमचंद जेन दमदमा वालों में ,,उनके तर्कों में ,,उनकी वकालत में ,,उनकी सियासत में ,,,उनकी नफासत में ,,उनके क़ानूनी ज्ञान में ,,उनके प्यार ,,उनकी सद्भावना में आज भी दम है और शायद इसीलिए आज भी वोह दम दमावाले आज भी दर्जनों जूनियर प्रशिक्षकों की फौज होने के बाद भी सबसे अलग सबसे जुदा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ईश्वर उन्हें सह्त्याब रखे ,,,,,,,,,,,उम्रदराज़ रखे ,,,,,अख़्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

,,साहिबजादे मोहम्मद अहमद खान उर्फ़ भैया भाई का कल जयपुर में आँख के मोतियाबिंद का सफलता पूर्वक ऑपरेशन हुआ

टोंक जिला वक़्फ़ कमेटी के चेयरमेन ,,साहिबजादे मोहम्मद अहमद खान उर्फ़ भैया भाई का कल जयपुर में आँख के मोतियाबिंद का सफलता पूर्वक ऑपरेशन हुआ ,,,भैया भाई जो शेर दिल ,,,,जंगजू ,,संघर्षशील है ,,जो डरते नहीं डराते है ,,वोह आँख के ऑपरेशन से ना जाने क्यों डरते थे ,,यही वजह थी के क़रीब चार साल से मोतियाबिंद की शिकायत होने पर भी वोह सभी डॉक्टरों की हिदायत के बाद भी ऑपरेशन टेबल से भाग जाते थे ,,,भैया भाई ने इन्हीं चुन्दी आँखों से टोंक में समाज सेवा क्षेत्र में विविध आयाम स्थापित किये ,,,टोंक जिला वक़्फ़ कमेटी के चेयरमेंन की हैसियत से भैया भाई ने टोंक वक़्फ़ की करोड़ों करोड़ रूपये की संपत्तियां कब्जेदारों से छुड़वाकर रिकॉर्ड क़ायम किया जबकि टोंक में विकास और निर्माण कार्यों में अल्पसमय में ही भारत के सभी जिला वक़्फ़ कमेटियों में अव्वल रिकॉर्ड बनाकर सभी को चौंका दिया ,,,भैया भाई ने टोंक की ऐतिहासिक जमा मस्जिद को सजा संवार कर उसकी ऐतिहासिक महत्ता बरक़रार रखते हुए जामा मस्जिद की खूबसूरती लौटाई ,,वक़्फ़ की आमदनी से बेवाओं ,,तलाकशुदाओं को पेंशन और प्रतीभावांन छात्र छात्राओ की मदद की ,,,,,,टोंक में लेडीज़ कटले के नाम से पांच बत्ती पर अनोखा महिला बाज़ार बनाया ,,,,मुसाफिर खाने का निर्माण शुरू हुआ ,,मदरसों का संचालन किया गया ,,,टोंक की बेशक़ीमती ज़मीनों पर व्यवसायिक दुकाने बनवाकर टोंक वक़्फ़ कमेटी की आमदनी कई गुना अधिक बढ़वाई ,,,,,,भैया भाई से उनकी छोटी बहन ने जब आँख का ऑपरेशन कराया तो काफी इसरार किया गया लेकिन वोह सुई के डर से चकमेबाज़ी करते रहे ,,हाल ही में भय्या भाई के निकटतम मित्र इंजिनियर ज़ाकिर भाई ,,,सय्यद मियाँ वफेरा ने उन्हें घेरा ,,उनकी बीवी बच्चो ने हिम्मत बंधाई ,,,हाल ही में कोटा यात्रा के दौरान उनकी छोटी बहन के ऑपरेशन को देख कर उनकी हिम्मत बंधी ,,अल्लाह का नाम लिया और कल जयपुर में उन्होंने घेरेबंदी के बाद आँख का ऑपरेशन करवाया ,,,माशा अल्लाह ऑपरेशन सफल हुआ अब भैया भाई जयपुर से टोंक आकर अपना स्वास्थ लाभ ले रहे है ,,ऐसी है हमारे आँख के ऑपरेशन से डरपोक ,,,,बीवी के इशारों पर चलने वाले ,,,,दोस्तों के लिए जान लुटाने वाले ,,,टोंक के हुक़ूक़ के लिए संघर्ष करने वाले डरपोक बहादुर साले साहब भय्या भाई की अनोखी ऑपरेशन की कहानी ,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

हमारी मोहब्बत ने तो

चलो हमारी मोहब्बत ने तो
हमे दुत्कार दिया ,,फटकार दिया
हम आँख तो बंद करते है लेकिन सो नहीं पाते है
हमारा हाल तो हमने सूना दिया
आप बताइये ,,आप तो जीते है
आप ने तो ठुकराया है
फिर यह अलसायी आँखे
यह उडी उड़ी सी रंगत तुम्हारी क्यों है ,,,,,,,अख्तर

क़ुरआन का सनदेश

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