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19 मार्च 2015

24 घंटे दिखता है चमत्कार, खुद-ब-खुद होता है भगवान शिव का जलाभिषेक


रांची/रामगढ़। हमारे देश में कई शिवमंदिर हैं पर झारखंड के रामगढ़ स्थित टूटी झरना मंदिर की बात ही निराली है। यहां शिवलिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि मां गंगा की प्रतिमा खुद करती रहती हैं। वो भी 365 दिन 24 घंटे। माना जाता है कि इस जलाभिषेक की जानकारी पुराणों में भी मिलती है। प्राचीन मंदिर टूटी झरना को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है।
टूटी झरना मंदिर में अपने आप होता है भगवान शिव का जलाभिषेक।
टूटी झरना मंदिर में अपने आप होता है भगवान शिव का जलाभिषेक।
रेलवे लाइन बिछाने के दौरान मिली जानकारी
माना जाता है कि बहुत साल पहले यहां रेलवे लाइन बिछाने के दौरान इस मंदिर के बारे में लोगों को जानकारी मिली थी। मंदिर में मौजूद शिवलिंग पर अपने-आप 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है। खास बात तो यह है कि यह जलाभिषेक कोई और नहीं बल्कि खुद मां गंगा अपनी हथेलियों से करती हैं। उनकी हथेलियों से पानी की धारा निकलती है, जो शिवलिंग पर लगातार गिरती रहती है।
यहां हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती
यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्त्रोत कहां है? प्राचीन मंदिर टूटी झरना को लेकर एक पौराणिक कथा प्रचलित है। यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं। यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि इसमें से अपने-आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है। खास बात तो यह है कि भीषण गर्मी में भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है।
खुदाई के दौरान मिला था शिवलिंग
यहां के बारे में यह कहा जाता है कि कभी पानी के लिए यहां खुदाई की जा रही थी। इसी दौरान जमीन के अंदर कुछ चीज दिखाई पड़ी। खुदाई के वक्त यहां अंग्रेज भी मौजूद थे। जब पूरी खुदाई की गई तो जमीन के अंदर शिवलिंग नजर आया, साथ ही मां गंगा की एक प्रतिमा भी मिली।
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु
अपने आप शिवलिंग पर गिर रहे जल को देख एक बार अंग्रेज भी आश्चर्यचकित हो गए। मां गंगा की प्रतिमा की खास बात यह है कि उनकी नाभी से अपने आप जल निकलता रहता है, जो उनके दोनों हाथों से होता हुआ शिवलिंग पर गिरता है। यह पानी कहां से आ रहा है, यह आज भी रहस्य बना हुआ है। इस मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।

संसद में बीजेपी एमपी का सवाल-धरती पर गंगा को कौन लाया?




संसद में बीजेपी एमपी का सवाल-धरती पर गंगा को कौन लाया?
 
नई दिल्ली: लोकसभा में गुरुवार को एक बीजेपी सांसद ने ऐसा सवाल पूछा, जिसे सुनकर सदन में ठहाके लगने लगे। बीजेपी सांसद प्रभात सिंह प्रताप सिंह चौहान गंगा नदी की उत्पत्ति और इस नदी में नहाने से होने वाले लाभ के बारे में जानना चाह रहे थे। बीजेपी सांसद ने जब पूछा कि गंगा नदी को धरती पर कौन लाया था और इसे क्यों लाया गया, तो उनके इस सवाल से कई सदस्य हैरान भी हुए। वहीं, स्पीकर सुमित्रा महाजन भी आश्चर्य से भर उठीं। महाजन ने पूछा, ‘‘यह क्या है? क्या यह सवाल है?’’
बीजेपी सांसद ने यह सवाल उस वक्त पूछा, जब जल संसाधन व नदी विकास राज्य मंत्री सांवरलाल जाट कुछ सवालों के जवाब दे रहे थे। सरकार ने इस सवाल के जवाब में बताया कि गंगा नदी को राजा भागीरथ धरती पर लाए थे। मंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक मामला है और यह हर कोई जानता है कि आम लोगों की भलाई के लिए भगीरथ इसे धरती पर लाए थे। उन्होंने कहा कि इसलिए ही इस नदी की पूजा होती है। धर्मग्रंथों के मुताबिक, भगीरथ ने भगवान शिव को प्रसन्न करके स्वर्ग से गंगा नदी को धरती पर मंगवाया।
सरकार ने बताया, 'आधार' के बिना भी मिल सकती हैं जरूरी सुविधाएं
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में साफ किया कि आधारकार्ड न होने की वजह से जरूरी सुविधाओं से किसी को वंचित नहीं किया जाएगा। इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेने वाले गैरजरूरी लोगों की पहचान भी की जाएगी।

शराब पीकर छेड़ने वाले के बाल पकड़, घसीटते हुए पुलिस चौकी तक ले गई लड़की




मुंबई. मुंबई की एक लड़की ने छेड़खानी करने वाले एक शराबी को सबक सिखा दिया। प्रदन्या मंधारे नाम की लड़की ने बिना किसी की मदद के रेलवे स्टेशन पर आरोपी शख्स के बाल पकड़े और उसे घसीटते हुए पुलिस चौकी तक ले गई।
फोटो: प्रदन्या मंधारे।
फोटो: प्रदन्या मंधारे।
गलत ढंग से छुआ तो लड़की ने बैग से की धुलाई
मुंबई के विले पार्ले के एक कॉलेज में बैचलर ऑफ मास मीडिया की स्टूडेंट प्रदन्या ने बुधवार को बोरीवली के लिए लोकल ट्रेन पकड़ी। प्रदन्या के मुताबिक, "जब ट्रेन कांदिवली स्टेशन पहुंची तो अनाउंसमेंट हुई कि वह ट्रेन बोरीवली के प्लैटफॉर्म नंबर 8 पर जाएगी। इसलिए मैं ट्रेन से उतर गई, क्योंकि प्लैटफॉर्म नंबर 8 मेरे घर की तरफ जाने वाले रास्ते से बहुत दूर है। मैंने दूसरी ट्रेन के लिए इंतजार करने का फैसला किया। इसी दौरान एक शराबी मेरे पास आया और मुझे गलत ढंग से छुआ। जब मैंने उसे नजरअंदाज किया तो उसने मुझे पकड़ लिया। कुछ पलों तक तो मुझे विश्वास नहीं हुआ। इसके बाद मैंने उसे अपने बैग से मारना शुरू किया। वह भी मुझे मारने की कोशिश कर रहा था। लेकिन चूंकि उसने शराब पी रखी थी, इसलिए मैं उस पर भारी पड़ी।"
'मैंने उसे भागने नहीं दिया'
प्रदन्या के मुताबिक, "वह आदमी इतना गंदा था कि मुझे उसे छूने का भी मन नहीं कर रहा था। लेकिन मैंने उसके बाल पकड़े और जीआरपी चौकी तक घसीटते हुए ले गई। उसे घसीटते हुए ले जाना मुश्किल था, क्योंकि वह भागने की कोशिश कर रहा था और मुझे इस बात का भी डर था कि कहीं वह मेरे ऊपर हमला न कर दे। उस दौरान वह कह रहा था कि मैं उसके बाल छोड़ दूं और वह अपने आप मेरे साथ चलने के लिए तैयार है। लेकिन मैंने उसे नहीं छोड़ा। आखिर में मैंने उसे पुलिस को सौंप दिया। ऐसे मामलों में हर महिला को जवाब देना चाहिए और चुप नहीं रहना चाहिए। मैं पुलिस की शुक्रगुजार हूं कि उसने मेरी मदद की।"
'किसी ने नहीं की मदद'
मंधारे ने बताया, "जब मैं शराबी को पीट रही थी तो कांदिवली स्टेशन पर कई लोग खड़े थे, लेकिन किसी ने भी मेरी मदद नहीं की।"
कोर्ट में पेश किया जाएगा आरोपी
बोरीवली स्टेशन की जीआरपीए चौकी के इंचार्ज ने बताया, "हमने 25 साल के चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के समय वह शराब पिए हुए था। हमने उसका मेडिकल टेस्ट करवाया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।"

राजस्थान कांग्रेस में अपनी सक्रियता ,,मृदुल व्यवहार ,,हंसमुख स्वभाव ,,गाँधीवादी छवि से जान फूंकने के प्रयासों में जुटे भाई पंकज मेहता

राजस्थान कांग्रेस में अपनी सक्रियता ,,मृदुल व्यवहार ,,हंसमुख स्वभाव ,,गाँधीवादी छवि से जान फूंकने के प्रयासों में जुटे भाई पंकज मेहता कोटा संभाग की कांग्रेस मेंढक तोलने के समान खतरनाक होने पर भी बखूबी निभा रहे है ,,,जी हाँ दोस्तों पंकज मेहता जिन्हे लोग प्यार से धरती पुत्र इसलिए कहते है के यह कभी आसमान पर नहीं देखते ,,कभी आसमान पर नहीं थूकते ,,,सिर्फ ज़मीन पर चलते है ,,ज़मीनी हक़ीक़त समझते है ,,ज़मीनी कार्यकर्ताओं को कीड़े मकोड़े नहीं बल्कि अपना दोस्त समझते है ,,इसीलिए पंकज मेहता की छवि यारो के यार के रूप में बनी हुई है ,,कोटा संभाग की कांग्रेस में चाहे कितने भी गुट हो लेकिन पंकज मेहता निर्गुट होकर सभी को साथ लेकर संगठन की छवि सुधरने के सफलतम प्रयासों में जुटे हो ,,,,,किसी की खुशियां हो ,,किसी का गम हो सभी में यह शामिल रहते है ,,बाहर से आने वाले कोंग्रेसी पदाधिकारी इनकी महमान नवाज़िश के शुक्रगुज़ार रहते है ,,,कोई भी बाहर से आने वाला कोंग्रेसी पदाधिकारी इनकी जानकारी में आने के बाद इनकी महमान नवाज़िश का लुत्फ़ ज़रूर लेता है ,,,,,पंकज मेहता सहज ,,सरल ,,,सभी से जुड़ाव रखने वाले सादा जीवन उच्च विचार रखकर कोटा कंग्रेस के सभी गुटों में आलू की तरह शामिल होकर संगठन का मज़बूती से काम कर रहे है ,,पंकज मेहता को कोटा दक्षिण से टिकिट मिला विकट परिस्थितियों भीतरघात के चलते चुनाव हारे ,,लेकिन इसकी शिकन उनके चेहरे पर नहीं चुनाव में हार जीत चलती है ,,कहावत है गिरते वही शाह सवार है जो चला करते है वोह तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चला करते है ,,ऊँची सोच ऊँची उड़ान ,,,पंकज मेहता की है ,,,राजकीय महाविद्यालय कॉमर्स कॉलेज से ही छात्र राजनीति से जुड़े पंकज मेहता मुखर वक्ता रहे है और इसीलिए छात्र कांग्रेस ,,युवक कांग्रेस ,,,रोडवेज डाइरेक्टर ,,जिला कांग्रेस अध्यक्ष ,,प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ,,प्रदेश महासचिव पद के सभी अनुभवों के साथ इन्होने अपना कर्तवय ज़िम्मेदारी से निभाया है ,,,,,पंकज मेहता रोज़ अपने मित्रों और ज़रूरत मन्दो से मिलते है इनका रामपुरा स्थित ऐतिहासिक निवास ,,,गुमानपुरा वल्ल्भनगर का कार्यालय ज़रूरत मन्दो के लिए हमेशा खुला हुआ है ,,इनके सम्पर्क में कोई भी पीड़ित आये तो वोह निराश नहीं लोटता उसे न्याय ज़रूर मिलता है ,,सत्ता हो या विपक्ष इनकी एक ही चाल यारो की यारी रहती है कोई घमंड कोई गुरुर नहीं ,,,सबसे अपनापन ,,कोटा संभाग सहित राजस्थान के सभी प्रशासनिक अधिकारी इनकी सहजता और सरलता के क़ायल है और इसीलिए सत्ता हो या ना हो पंकज मेहता की वाजिब बात इन अधिकारीयों को मानना पढ़ती है ,,पंकज मेहता विपक्षी पार्टियों से भी सिर्फ और सिर्फ चुनावी विरोध रखते है वरना विपक्षी पार्टियों से भी इनके भाईचारा और सद्भाविक व्यवहार के लोग क़ायल है ,,,,राजस्थान में प्रदेश कांग्रेस में सक्रिय पंकज मेहता का लोहा दूसरे पदाधिकारी भी स्वीकारते है ,,,अभी कोटा में पार्टी का चिंतन शिविर लगा भरतपुर कोटा संभाग की ज़िम्मेदारी थी विकट परिस्थतियों के बाद भी इस ज़िम्मेदारी को पंकज महेता ने सहज सरलता से स्वीकारी ,,,कोटा में सचिन पायलेट का आगमन है ,,कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे की तैयारी है जिसे पंकज मेहता अपने हुनर से सभी को साथ लेकर कामयाबी के सफर की तरफ ले जाने के प्रयासों में जुट गए है ,,,कांग्रेस में उत्तर दक्षिण ,,पूरब पश्चिम कोंग्रेसियों को एक साथ बिठाकर ,,एक मंच पर लाकर ,,एक जुट करने के प्रयासों में अगर कोई जुटा है तो वोह पंकज मेहता है ,,,पंकज मेहता गुटबाज़ी से हारे नहीं है वोह निर्गुट होकर सभी गुटों में जाते है और उन्हें ,,मुझे उनके मित्रों को पूरा यक़ीन है के वोह कोटा कांग्रेस की गुटबाज़ी फिर एक मंच पर लाकर हाड़ोती में कांग्रेस को ज़िंदाबाद कर फिर से मज़बूत करने में सफलता हांसिल करेंगे ,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

Claim 2 Million Found 2 Year Old Child, A Father Was Killed In An Accident दो साल के बच्चे को मिला 2 करोड़ रुपए का क्लेम, पिता की एक्सीडेंट में हुई थी मौत श्यामसुंदर गोयल/कीर्ति गुप्ता Mar 19, 2015, 21:13 PM IST Print Decrease Font Increase Font Email Google Plus Twitter Facebook COMMENTS दो साल के बच्चे को मिला 2 करोड़ रुपए का क्लेम, पिता की एक्सीडेंट में हुई थी मौत भोपाल। मध्य प्रदेश में रोड एक्सीडेंट में मारे गए एक शख्स के दो साल के बच्चे और पत्नी को 2 करोड़ रुपए का मुआवजा मिलने का मामला सामने आया है। भोपाल की जिला अदालत ने इंश्योरेंस कंपनी को आदेश दिए कि वह सड़क दुर्घटना में मारे गए ट्रांसपोर्ट बिजनेसमैन कपिलमुनि त्रिपाठी के परिवार को 2 करोड़ 4 लाख रुपए का मुआवजा दे। 9 अप्रैल 2013 को कपिलमुनि अपनी स्कॉर्पियो से विदिशा से भोपाल आ रहे थे। रास्ते में उनकी गाड़ी पलट गई, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। कपिल की मौत के बाद उनकी 25 साल की पत्नी और दो महीने के बच्चे की तरफ से वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण में केस फाइल किया गया। करीब 2 साल चले केस के बाद गुरुवार को जज सईदा बानो रहमान ने इंश्योरेंस कंपनी को मुआवजा देने के आदेश दिए। बता दें कि कपिलमुनि ने 2 करोड़ रुपए का बैंक से लोन ले रखा था। वह घर में इकलौते कमाने वाले थे।




दो साल के बच्चे को मिला 2 करोड़ रुपए का क्लेम, पिता की एक्सीडेंट में हुई थी मौत
 
भोपाल। मध्य प्रदेश में रोड एक्सीडेंट में मारे गए एक शख्स के दो साल के बच्चे और पत्नी को 2 करोड़ रुपए का मुआवजा मिलने का मामला सामने आया है। भोपाल की जिला अदालत ने इंश्योरेंस कंपनी को आदेश दिए कि वह सड़क दुर्घटना में मारे गए ट्रांसपोर्ट बिजनेसमैन कपिलमुनि त्रिपाठी के परिवार को 2 करोड़ 4 लाख रुपए का मुआवजा दे।
9 अप्रैल 2013 को कपिलमुनि अपनी स्कॉर्पियो से विदिशा से भोपाल आ रहे थे। रास्ते में उनकी गाड़ी पलट गई, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। कपिल की मौत के बाद उनकी 25 साल की पत्नी और दो महीने के बच्चे की तरफ से वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण में केस फाइल किया गया। करीब 2 साल चले केस के बाद गुरुवार को जज सईदा बानो रहमान ने इंश्योरेंस कंपनी को मुआवजा देने के आदेश दिए। बता दें कि कपिलमुनि ने 2 करोड़ रुपए का बैंक से लोन ले रखा था। वह घर में इकलौते कमाने वाले थे।

क़ुरआन का सन्देश

  
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