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16 अप्रैल 2015

राजस्थान के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी

राजस्थान के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी विवेक राय के खिलाफ कोटा की एक अदालत में अवमानना याचिका में उन्होंने ज़रिये वकील अपनी उपस्थिति दी है और जवाब के लिए मोहलत मांगी है ,,इस मामले में अदालत ने आगामी पेशी तीस अप्रेल नियत की है ,,कोटा के मोहम्मद रमजानी की तरफ से वकील अख्तर खान अकेला ,,आबिद अब्बासी ने विवेक रॉय के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही पेश कर उन्हें जेल भेजने का निवेदन किया है क्योंकि विवेक रॉय ने मोहम्मद रमजानी के खिलाफ निर्णीत एक मामले में प्रोबेशन एक्ट की धारा बाराह का लाभ देने के बाद भी निर्योग्यता समाप्त होने पर भी विवेक राय ने पुलिस के कहने पर आपत्ति लगा कर पासपोर्ट नहीं बनाया ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा जिला कलेक्टर

कोटा जिला कलेक्टर जनाब जोगाराम ने आज तीन माह से दरभी गाँव में खेत पर कीड़े के काटने से मरने वाले किसान के परिजनों को मंडी समिति के सचिव को निर्देशित कर दो लाख रूपये का चेक दिलवाकर पुरे परीवार के आंसू पोंछने की कोशिश आकर मानवता का परीचय दिया है ,,दरभी जी में जनवरी दो हज़ार पंद्रह में खेत पर एक किसान की मोत हो गयी थी ,,,तीन माह से मृतक का पुत्र बुद्धि प्रकाश मीना और परिजन मंडी समिति के चक्कर लगा रहे थे ,,,इस मामले में पूर्व मंत्री भरत सिंह ,,सुल्तानपुर के उप प्रधान रईस खान भी मृतक के परिजनों को लेकर कई बार मंडी समिति सचिव से मिल चुके थे लेकिन हर बार कोई न कोई नियम ,,कोई क़ानून आढ़े आता था और मृतक के परिजनों को चक्कर पे चक्कर ही मिलते थे ,,अंत में तो एफ एस एल रिपोर्ट के इन्तिज़ार में कार्यवाही रोक ली गई ,,मामला ज़िलाकलेक्टर जोगाराम के पास पहुंचा ,,जोगाराम साहब ने इस मामले में मानवता का पहलु दिखाया और अगर ,,,मगर , किन्तु ,,लेकिन ,,परन्तु ,,सभी हटाकर आज आज मंडी समिति के सचिव को बुलाकर अपने कक्ष में मृतक के परिजनों को दो लाख रूपये का सहायता चेक भेंट किया ,,इस वक़्त सुल्तानपुर के पूर्व उप प्रधान रईस खान सहित कई अधिकारी मौजूद थे ,,ज़िलाकलेक्टर जोगाराम का यह क़दम मृतक के परिजनों के आंसू पोंछने वाला है ,,अनुकरणीय है ,,मानवता का संदेश है ,,,,जिला कलेक्टर कोटा को बधाई मुबारकबाद ,,,अख्तर खान अकैला कोटा राजस्थान

तुम उठो तो सिर्फ

तुम उठो तो सिर्फ
मेरे बारे में सोच कर मुस्कुराओ
तुम सो जाओ तो सिर्फ
मेरे बारे में ख़्वाब देख कर बुदबुदाओ
तुम्हारा दिल धड़के तो सिर्फ
मेरी धड़कन बनकर धड़के
तुम्हारी सोच सिर्फ मेरे लिए ही हो
ऐसा में सोचता था
ऐसा में सोचता था
लेकिन अब तो तुम
इनसे उनसे बात करके
अपना दिल बहला लेते हो
मेरा क्या मुझे तो तुम
यूँ ही पल भर में अपना
पल भर में पराया बना देते हो ,,
तुम उठो तो मुझे सोचना ज़रूर
तुम सो जाओ तो
मेरे ख्वाब देखना ज़रूर
में तुम्हारे लिए सबसे अव्वल सबसे बेहतर
ना निकलूं तो कहना ,,तो कहना ,,,अख्तर

जितने भी अधर्मी लोग है

जितने भी अधर्मी लोग है
वोह धर्म के नाम पर सियासत
धर्म के नाम पर आतंकवाद
धर्म के नाम पर व्यवसाय
धर्म के नाम पर दंगे फसादात
धर्म के नाम पर चँदेबाज़ी क्यों करते है
और यह करते है तो करते है
लेकिन धार्मिक ग्रन्थ पढ़े लिखे लोग
इन सब शैतानों को समझते क्यों नहीं
यह बात आज तक मेरी समझ में नहीं आई ,,अख्तर

मुझे दे दो |

बस छोटी सी एक
इल्तजा है मेरी तुमसे ......
बस कुछ देर पंछी बनकर
उड़ जाने कि मोहलत
मुझे दे दो |
कभी चाँद में मैं छुप जाऊ |
कभी बादल में समा जाऊ |
बस छोटी सी ये ख्वाइश
पूरी तुम मेरी कर दो |
जो मैं रच दूँ कोई सरगम
तो बेहिचक गीत रचने की
इज़ाजत तुम मुझे दे दो |
तपती रेत में जब भी
मेरे पाँव जल जाएँ
तो मरहम लगा लेने का
होंसला तुम मुझे दे दो |
मैं सागर हूँ सीमाओं को
अपनी खूब पहचानती हूँ |
तुम बस करके भरोसा
कुछ पल पंख पसारने की
इज़ाज़त मुझे दे दो

निकाह के बाद हेलीकॉप्टर में आई दुल्हन, उतरने से पहले बरसाए 50KG फूल

अंदरकोट निवासी जैनुअल कुरैशी निकाह के बाद दुल्हन मोहसिना के साथ।
अंदरकोट निवासी जैनुअल कुरैशी निकाह के बाद दुल्हन मोहसिना के साथ।
अजमेर. आमतौर पर दुल्हन को विदा करा कर डोली में या चार पहिया वाहन में ही लाया जाता है। लेकिन गुरुवार को एक रोचक नजारा देखने को मिला। अंदरकोट निवासी एक कारोबारी का पुत्र अपनी दुल्हन को जयपुर से हेलीकॉप्टर में लेकर अजमेर पहुंचा। दरगाह क्षेत्र में पहली बार इस तरह का मामला सामने आने पर यह शादी चर्चा का विषय बनी रही। लोग इस नजारे को कौतुहल भरी नजरों से देखते रहे।

शाम करीब 5.30 बजे अंदरकोट और नागफणी में आसमान पर एक लाल रंग का हेलीकॉप्टर चक्कर लगाता नजर आया। साथ ही हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जा रही थी। लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे कि अंदरकोट में पुष्प वर्षा का कारण क्या है। कुछ लोग आपस में इसे उर्स की शुरुआत से जोड़ने लगे। हेलीकॉप्टर ने तीन चक्कर लगाए और करीब 50 किलो फूल अंदरकोट व नागफणी में बरसाए। हेलीकॉप्टर के जाने के बाद भी देर तक चर्चा रही। बाद में मालूम हुआ कि अंदरकोट निवासी सलीम कुरैशी के पुत्र जैनुअल कुरैशी का जयपुर में निकाह हुआ है। आज उसकी विदायगी हुई। जैनुअल दुल्हन मोहसिना कुरैशी को जयपुर से हेलीकॉप्टर में लेकर आया।
हेलीकॉप्टर से नवविवाहित जोड़ा पहले घूघरा स्थित हेलीपैड पर उतरा। इसके बाद यह हेलीकॉप्टर अंदरकोट पहुंचा और फूलों की बारिश की। अंदरकोट से बुधवार को दोपहर 3 बजे बारात जयपुर के लिए रवाना हुई थी। रवाना होने से पूर्व दूल्हे जैनुअल कुरैशी ने गरीब नवाज की दरगाह में सलाम किया। सूत्रों का कहना है कि उसकी दिली ख्वाहिश थी की उसकी दुल्हन हेलीकॉप्टर में बैठ कर ही यहां आए।
पूरे दिन चर्चा में रहा
अंदरकोट में फूल बरसते देख लोगों की उत्सुकता बढ़ गई। लोगों में यह कौतुहल का विषय रहा कि फूल कौन और क्यों बरसा रहा है। इसके अलावा हेलीकॉप्टर काफी नीचे था तो लोगों में उसे देखने की उत्सुकता भी बनी हुई थी। इन दिनों दरगाह क्षेत्र में उर्स को लेकर भी राैनक है, उर्स में शरीक होने आए जायरीन ने भी इस नजारे को देखा तो रोमांचित हो उठे। कई लोगों ने इस नजारे
को अपने मोबाइल के कैमरों में भी कैद किया।
शाम 4.30 बजे बाद की परमिशन मिली
कुरैशी के परिवारजनों ने निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर किराए पर लिया। लेकिन जयपुर में सिविल एविएशन ने हवाई ट्रैफिक को देखते हुए शाम 4.30 बजे बाद ही उड़ने की अनुमति दी। हालांकि विदायगी सुबह हो गई थी, लेकिन हेलीकॉप्टर से दुल्हन को अजमेर लाना था, इसलिए शाम 4.30 बजे बाद ही दूल्हा व दुल्हन रवाना हो सके।

59 दिन बाद लौट आए राहुल गांधी, थाई एयरवेज के विमान से पहुंचे दिल्‍ली

राहुल गांधी 16 फरवरी को नई दिल्ली से थाईलैंड के लिए रवाना हुए थे। (फाइल फोटो)
राहुल गांधी 16 फरवरी को नई दिल्ली से थाईलैंड के लिए रवाना हुए थे। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. छुट्टी पर चल रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को 59 दिनों बाद दिल्ली लौट आए। खबरों के मुताबिक वह बैंकॉक से दिल्ली पहुंचे हैं। गुरुवार को 11.15 बजे थाई एयरवेज के विमान से वह दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे। उनकी फ्लाइट 10.35 पर ही दिल्ली पहुंचने वाली थी लेकिन किन्हीं कारणों से देर हो गई। एयरपोर्ट पर उतरते ही वह सीधे 12 तुगलक लेन स्थित अपने घर 11.55 बजे पहुंचे, जहां पर पहले से ही उनकी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका इंतजार कर रही थीं। कहा जा रहा है कि वह थाईलैंड में बौद्ध धर्म के फॉरेस्ट मॉनेस्ट्री में विपश्यना से जुड़े एक महीने का 'रेसीडेंसी कोर्स' करने गए थे। हालांकि कांग्रेस की ओर से इस संबंध में अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है।
बता दें कि राहुल गांधी छुट्टी मनाने कहां गए थे इसे लेकर पिछले 59 दिनों से देश में तरह-तरह की चर्चाएं थीं। एक ओर जहां मीडिया में खबरें आ रही थीं कि राहुल गांधी यूरोप या वियतनाम में हैं तो दूसरी ओर कहा जा रहा था कि वह थाईलैंड में छुट्टियां मना रहे हैं। गुरुवार को थाई जेट एयरवेज से दिल्ली लौटने पर यह कंफर्म माना जा रहा है कि वह थाईलैंड में ही थे।
बीजेपी ने कहा, पॉलिटिक्स में कुछ भी पार्ट टाइम नहीं होता
बीजेपी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वापसी पर चुटकी लेते हुए कहा कि पॉलिटिक्स में कुछ भी पार्ट टाइम नहीं होता। बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ''पॉलिटिक्स में कुछ भी पार्ट टाइम नहीं होता है। इतने दिन एक नेता-एक सांसद कैसे इतने दिनों तक छुट्टी पर रह सकता है। उन्हें पता होना चाहिए की वह एक क्षेत्र के सांसद हैं। उन्होंने वहां की जनता की जिम्मेदारी ली है। '' शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, ''कहा जा रहा था कि राहुल गांधी मंथन के लिए गए हैं। अब हमें देखना होगा कि वह मंथन के बाद अपने साथ राजनीति के लिए क्या लेकर लौटे हैं।''
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सबसे पहले कहा था- बैंकॉक में हैं राहुल गांधी
राहुल गांधी के 59 दिनों बाद थाई एयरवेज से दिल्ली लौटने पर यह स्पष्ट हो चुका है कि वह छुट्टी मनाने के लिए थाईलैंड में ही थे। राहुल के छुट्टी पर जाते ही सबसे पहले दिल्ली से बीजेपी सांसद और भोजपुरी गायक व एक्टर मनोज तिवारी ने उनके थाईलैंड में होने की बात की थी। तिवारी ने वाराणसी में एक कार्यक्रम में कहा था, "राहुल गांधी अविवाहित बच्चा है, उसे बैंकाक और पटाया घूमने दीजिए। उसके लिए परेशान न हों।" हालांकि इस बयान के बाद बीजेपी सांसद को तिवारी को जान से मारने की धमकी मिली है। मनोज ने इस बात की जानकारी गृह मंत्री राजनाथ सिंह को भी दी थी।
लौटते ही मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण का विरोध
राहुल के करीबी युवा नेताओं ने कांग्रेस की 19 अप्रैल की प्रस्तावित रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी भी इस रैली को संबोधित करेंगे। मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए लाखों लोगों को लाने की योजना है। राहुल गांधी के दो करीबी नेता, राजस्थान के सचिन पायलट और हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा दोनों राज्यों से लोगों को लाने में जुटे हुए हैं। सचिन पायलट राजस्थान से एक स्पेशल ट्रेन ‘किसान एक्सप्रेस’ लेकर आ रहे हैं, जिसमें राजस्थान के लोग होंगे। इस ट्रेन में महिलाओं के लिए एक अलग कोच होगा और पूरी ट्रेन को कांग्रेस के झंडे और बैनरों से पाट दिया जाएगा। बैनर्स पर जो नारे लिखे होंगे उनमें से एक है ‘नरेंद्र मोदी किसान विरोधी’।

क़ुरआन का सन्देश

 
 
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