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17 अप्रैल 2015

ये है विश्व की दूसरी सबसे बड़ी दीवार, बनाने को चढ़ानी पड़ी थी संत की बलि

ये है विश्व की दूसरी सबसे बड़ी दीवार, बनाने को चढ़ानी पड़ी थी संत की बलि

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उदयपुर. दुनिया में सबसे लंबी दीवार का खिताब चीन के पास है लेकिन बहुत कम लोग ही शायद इस बात से वाकिफ हों कि दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार राजस्थान में स्थित है। यह दीवार राजस्थान के अभेद्य माने जाने वाले कुंभलगढ़ किले की सुरक्षा के लिए बनाई गई थी। कुंभलगढ़ किले का निर्माण राजा कुंभा ने करवाया था। यह किला राजस्थान के उन 6 किलों में से एक है जो वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल हैं। इस किले के चारो तरफ बनी इस दीवार को भेदने की कोशिश महान राजा अकबर ने भी किया, लेकिन भेद न सके। इस दीवार की मोटाई इतनी है कि उस पर 10 घोड़े एक साथ दौड़ सकते हैं।
कैसे बनी ये 36 किलोमीटर लंबी दीवार
किले के दीवार की निर्माण से जुड़ी कहानी बहुत ही दिलचस्प है। 1443 में इसका निर्माण शुरू किया गया। दरअसल, इस दीवार का काम इसलिए करवाया जा रहा था ताकि विरोधियों से सुरक्षा हो सके। लेकिन किले के निर्माण में दीवार का बनना बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी। ऐसा माना जाता है कि अंतत: वहां की देवी के आह्वान पर एक संत की बलि दी गई फिर जाकर इस दीवार का निर्माण कार्य पूरा हो पाया।

ये है गुरु द्रोणाचार्य का गांव, यहीं पर एकलव्य ने किया था अंगूठा दान

गुरु द्रौणाचार्य की तस्वीर।
गुरु द्रौणाचार्य की तस्वीर।


गुड़गांव। महान गुरु भक्त एकलव्य का गुड़गांव से गहरा संबंध है। इस स्थान पर ही गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य से उसका अंगूठा मांगा था ताकि धर्नुविद्या में वह अर्जुन का मुकाबला ही न कर सके। आज गुड़गांव को एक ऐसे शहर के रूप में पहचाना जाता है जो आधुनिक शैली से तैयार की गईं शीशे की इमारतों से घिरा हुआ है।
यहां 300 फ़ॉर्चुन 500 कंपनी हैं। गुड़गांव का नाम आते ही हमारे सामने यही तस्वीर बनने लगती है। हालांकि, इसके अलावा भी कुछ है, जिसके बारे में शायद कम ही लोग जानते हैं। महाभारत में पांडव और कौरवों को धर्म की सीख देने वाले गुरु द्रोणाचार्य का गांव, गुरुग्राम यहीं है।

यह बात बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि यही वो स्थान है जहां अर्जुन ने चिड़िया की आंख में निशाना लगाया था। गुड़गांव में भारत का इतिहास समाहित है। कुरूक्षेत्र में होने वाले युद्ध की तैयारी भी इसी स्थान पर हुई थी। लेकिन आज बहुत कम लोग इस स्थान के उद्भव की कहानी जानते होंगे। बाहरी लोगों का इस बात से क्या लेना-देना और स्थानीय लोग इसके इतिहास को भुला बैंठे हैं।

राहुल ने SPG सुरक्षा लेने से किया था इनकार, PMO को मालूम थी लोकेशन


राहुल ने SPG सुरक्षा लेने से किया था इनकार, PMO को मालूम थी लोकेशन
 
नई दिल्ली. 59 दिनों की छुट्टी के दौरान राहुल गांधी कहां थे, इस बात की जानकारी केवल पीएमओ के पास थी। मीडिया खबरों के मुताबिक, ''पीएमओ को एसपीजी की ओर से लगातार राहुल गांधी के लोकेशन के बारे में अपडेट दी गई थी। यह भी बताया गया था कि राहुल गांधी बैंकॉक से नई दिल्ली अपने तय शेड्यूल से 24 घंटे पहले ही आ रहे हैं।'' गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के लोकेशन के बारे में पीएमओ के अलावा किसी को जानकारी नहीं थी। यहां तक कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी इस संबंध में कुछ नहीं जानते थे।
एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से कर दिया था इनकार
खबर यह भी है कि थाईलैंड में राहुल गांधी ने अपने लिए एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि एसपीजी उन पर नजर रखे हुए थी। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, दिल्ली छोड़ने से पहले ही राहुल गांधी ने एसपीजी प्रोटेक्शन लेने से मना कर दिया था। बता दें कि राहुल गांधी और उनके परिवार को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की सुरक्षा मिली हुई है। सूत्रों के मुताबिक फरवरी में उन्होंने एसपीजी के बिना यात्रा की इजाजत मांगी थी जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया था।
मां से मिलने पहुंचे, जमीन अधिग्रहण पर हुई चर्चा
छुट्टी से लौटने के बाद शुक्रवार को ही राहुल गांधी फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। शुक्रवार को वह अपनी मां सोनिया गांधी से मिलने 10, जनपथ स्थित कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर गए। बताया जा रहा है कि दोनों ने भूमि अधिग्रहण विधेयक मसले पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की ओर से भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर मोदी सरकार के संशोधनों का देश भर में विरोध किया जाएगा और राहुल गांधी विरोध इसका नेतृत्व करेंगे।
शनिवार को किसानों से करेंगे मुलाकात, 19 अप्रैल को रैली
भूमि अधिग्रहण में संशोधन विधेयक से होने वाली समस्याओं को लेकर शनिवार को किसान राहुल गांधी से मिलेंगे। साथ ही कांग्रेस की 19 अप्रैल की प्रस्तावित रैली को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही राहुल गांधी भी इस रैली को संबोधित करेंगे। मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में होने वाली इस रैली को सफल बनाने के लिए लाखों लोगों को लाने की योजना है। राहुल गांधी के दो करीबी नेता, राजस्थान के सचिन पायलट और हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा-दोनों राज्यों से लोगों को लाने में जुटे हुए हैं

पीएम पर भड़की कांग्रेस, बोली- विदेश में जहां जाएंगे मोदी, वहां भेजेंगे प्रवक्ता

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कनाडा दौरे से जुड़ी तस्वीर दिखाते कांग्रेस नेता आनंद शर्मा।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कनाडा दौरे से जुड़ी तस्वीर दिखाते कांग्रेस नेता आनंद शर्मा।
नई दिल्ली. विदेशी दौरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूपीए सरकार की आलोचना किए जाने से कांग्रेस भड़क गई है। कांग्रेस ने एलान किया है कि अब पीएम मोदी जिस देश के दौरे पर जाएंगे, उनके पीछे-पीछे पार्टी अपना प्रवक्ता भेजेगी जो उनकी आलोचना का तुरंत उसी देश की धरती पर जवाब देगा। बता दें कि फ्रांस, जर्मनी और कनाडा दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कोयला घोटाला को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर कई बार निशाना साधते हुए कटाक्ष किया था।
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, ''पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक सभी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा का ख्याल रखा, लेकिन पीएम मोदी जीत की खुमार में सब कुछ भूल गए हैं। वह विदेशों में विपक्षी दलों और पूर्व की सरकारों पर हमला कर रहे हैं। अब हमारे प्रवक्ता उसी देश में उनके बयानों का तुरंत जवाब देंगे।''
बीमार मानसिकता से ग्रस्त हैं मोदीः शर्मा
पार्टी के प्रवक्ता शर्मा ने कहा, ''पीएम बीमार मानसिकता से ग्रस्त हैं। मोदी ने जो हमले किए हैं, उसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ये बहुत चिंता की बात है कि उनका खुमार इतना बढ़ गया है कि वो सब कुछ नकारते जा रहे हैं।'' शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी इस बात का ख्याल रखें कि वह विदेशों में बीजेपी या आरएसएस की ओर से नहीं जाते, बल्कि देश के पीएम के रूप में जाते हैं। उन्हें पद की गरिमा का ख्याल रखना होगा।
कांग्रेस ने किया दावा- झूठ बोल रहे हैं मोदी, पांच साल पहले ही कनाडा गए थे मनमोहन
कांग्रेस ने पीएम मोदी के उस दावे को भी नकारा है कि पिछले 42 साल में भारत का कोई प्रधानमंत्री कनाडा नहीं गया। कांग्रेस प्रवक्ता शर्मा ने कहा, ''मोदी कह रहे हैं कि कनाडा आने में भारत के पीएम को 42 साल लग गए, लेकिन इस बात के कई सबूत हैं कि 2010 में मनमोहन सिंह कनाडा के पीएम स्टीफन हार्पर के निमंत्रण पर वहां गए थे। उस दौरान दोनों देशों के पीएम की ओर से संयुक्त बयान भी जारी किया गया था। लेकिन मोदी इसे नकार कर पूरे देश की जगहंसाई करवा रहे हैं।'' इस दौरान शर्मा ने मनमोहन सिंह और कनाडा के पीएम की एक साथ फोटो और दोनों द्वारा उस वक्त दिए गए संयुक्त बयान को भी जारी किया। इससे पहले कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने सोशल साइट टि्वटर पर मोदी के दावे को नकारा था।
कांग्रेस ने पूछा- क्या भारत पहले भीख मांगता था?
शर्मा ने कहा कि पीएम विदेश में भारत को नीचा दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा, ''मोदी ने विदेशी दौरे में ऐसी-ऐसी बातें कही हैं, जिनसे प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम हुई है। उन्होंने कहा कि भारत अब भीख नहीं मांगेगा। तो क्या भारत पहले भीख मांगता था? उन्होंने वहां जाकर पहले की सरकारों खासकर यूपीए को बदनाम करने की कोशिश की।'' शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने देश में तो राजनैतिक संवाद का स्तर गिराया ही है, देश के बाहर भी जाकर उसे गिराया है। उन्होंने कहा, ''यूपीए की सरकार में देश की जीडीपी दो ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची। जिस भारत को उन्होंने स्कैम इंडिया कहा, वो महान देश है। उसकी महान संस्कृति है। भारत ने 10 सैटेलाइट भेजे, चांद पर। मंगल पर। जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक किसी ने गरिमा को भंग नहीं किया। लेकिन मोदी ने ऐसा किया।''

नगर निगम कोटा की हठधर्मिता

नगर निगम कोटा की हठधर्मिता ने आज विज्ञानगर मेन रोड पर सब्ज़ी फ्रूट वालों को बेदखल कर दिया जबकि मटके वगेरा बेचने वालों का काफी नुकसान कर दिया ,,इतना ही नहीं नगर विकास न्यास से अनुमति प्राप्त कर चलाई जा रही एक दूध की डेयरी क्योस्क को भी नेस्ट नाबूत कर दिया ,,जन्पर्तीिनिधि विधायक भवानीसिंह राजावत ने ऐतराज़ जताया तो उनसे भी अभद्रता की गई ,,,,,कई सालों से विज्ञाननगर मेन रोड पर फल फ्रूट वाले बैठे है कई लोगों के पास नगर निगम की रसीद भी है ,,जबकि दिनेश खटीक नामक युवक ने इसी तरफ एक कोने में नियमानुसार नगर विकास न्यास से अनुमति प्राप्त कर दूध की डेयरी लगा रखी थी ,,,अचानक बिना किसी नोटिस के इन लोगों को जब बेदखल किया जाने लगा तो ,,लोगों में हां हां कार मच गया ,,भवानी सिंह राजावत विधायक जब उधर से गुज़र रहे थे तो उन्हें रोक कर सभी लोग उनके पैर पकड़ने लगे ,,भवानी सिंह ने अधिकारीयों से बात कर कार्यवाही के बारे में समझना चाहा तो आयुक्त ने उनकी तरफ उंगली उठाकर उनके सामने आँखे तरेर कर रोबीले अंदाज़ में बात की ,,भवानी सिंह के कार्यकर्ताओें को अफसर द्वारा एक जन्पर्तीिनिधि का इस तरह से अपमान बर्दाश्त से बाहर हुआ ,,लेकिन गुस्से में नगर निगम के सभी अधिकारीयों ने अतिक्रमण दस्ते से गरीबों को बेरोज़गार करते हुए उनका काफी नुकसान कर दिया ,,,दिनेश खटीक से भी अभद्रता हुई ,, विधिक रूप से स्वीकृति प्राप्त कर लगे डेयरी क्योस्क को अवैध रूप से तोड़ने पर अगर मुक़दमा दर्ज हुआ तो नगर निगम अधिकारीयों और कर्मचारियों को लेने के देने पढ़ सकते है ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

आतंकी हाफिज सईद मसरत के समर्थन में करेगा रैली, बोला- यह आजादी की लड़ाई



फाइल फोटो: हाफिज सईद।
फाइल फोटो: हाफिज सईद।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में भारत विरोधी रैली आयोजित करने और पाकिस्तान झंडे फहराने वाले अलगाववादी नेता मसरत आलम की तरफदारी अब कोई और नहीं, बल्कि आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का प्रमुख हाफिज सईद कर रहा है। हाफिज सईद मुंबई पर हुए 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड है। हाफिज सईद ने एलान किया है कि वह पाकिस्तान में मसरत के समर्थन में रैली निकालेगा। बता दें कि मसरत द्वारा बुधवार को भारत विरोधी रैली निकालने पर तीखी प्रतिक्रिया हुई। शुक्रवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बावजूद, त्राल में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें 14 लोग घायल हो गए।
मसरत पर लगाई गई कानूनी धाराओं का जिक्र करते हुए हाफिज सईद ने कहा, ''यह देशद्रोह नहीं, आजादी की लड़ाई है। मसरत के खिलाफ लगाया गया देशद्रोह का आरोप पूरे पाकिस्तानी आवाम के खिलाफ लगाया गया है। मसरत ने नई दिल्ली में नहीं, श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा फहराया है। श्रीनगर जम्मू-कश्मीर में आता है, जिसे यूएन रिजॉलूशन में भी विवादित क्षेत्र माना जाता है।'' बता दें कि इससे पहले भी हाफिज सईद जम्मू-कश्मीर में हो रहे इन प्रदर्शनों को सही ठहराते रहा है। बुधवार को उसने पाकिस्तानी मीडिया से बातचीत में कहा था कि कश्मीर की जनता अपने अधिकारों के लिए दुनिया की ओर देख रही है और भारत को कश्मीर को उसके अधिकार देने ही होंगे। हाफिज सईद ने कहा था कि श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडे फहराया जाना इस बात का सबूत है कि आम कश्मीरी अब भारत के साथ नहीं रहना चाहता।

भरी अदालत

भरी अदालत के मुकदमा जीतने के बाद
जज साहब ने बुजुर्ग को बधाई देते हुए कहा :-
बाबा आप केस जीत गए ।
बुजुर्ग किसान ने कहा :-
राम तनै . . इतनी तरक्की दे
के तू "दरोगा" बण जा ।

वकील बोले, "रे ताऊ "जज" तो "दरोगा" तै बहुत बड़ा हो हैं।
बुजुर्ग बोले, ना रै
मेरी नज़र मा तो दरोगा बडा हैं
पेशकार (वकील) बोले वो कैसे ?
बुजुर्ग - इस जज ने मुकदमा खत्म करै मे "दस साल" लगा दिये
जबकि
"दरोगा जी" ने शुरू में कहा था
पांच हजार रुपया दे दो
दो दिन मे मामला ख़त्म कर दूंगा..

क़ुरआन का सन्देश

 
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